बच्चे की मौत का सदमा बर्दास्त नहीं कर पाई मां मालगाड़ी के सामने कूद कर दे दी जान

तीन वर्षीय बच्चे की मौत से सदमें आई मां ने ट्रेन के सामने लेट कर दे दी जान
महिला अपोलो से पहुंची उसलापुर स्टेशन और फिर निकल पहुंची स्टेशन के आउटर में और कूद गई ट्रेन के सामने
बिलासपुर. तीन वर्षीय बच्चे की मौत होने की जानकारी लगते ही मां को ऐसा सदमा लगा की उन्होंने भी मालगाड़ी के सामने कूद कर आत्म हत्या कर ली। घटना उसलापुर रेलवे स्टेशन के पास की है। परिजनों को जानकारी लगते ही मौके पर पहुंच गए। जीआरपी मर्ग कायम कर जांच कर रही है।
जीआरपी के अनुसार कोतमा निवासी सुष्मिता सिंह पति आशीष सिंह निवासी कोतमा के तीन वर्षीय बच्चे का अपोलो में उपचार चल रहा था। शुक्रवार को बच्चे की इलाज के दौरान मौत हो गई। सुष्मिता को बच्चे की मौत का ऐसा सदमा लगा कि वह किसी को बिना बताए हॉस्पिटल से निकल गई। परिजनों ने हॉस्पिटल में सुष्मिता को काफी खोजने का प्रयास किया लेकिन कही पता नहीं चला।
महिला को खोजने निकले रिस्तेदारो को पता चला कि एक महिला उसलापुर रेलवे स्टेशन के समीप ट्रेन के सामने कूद कर आत्म हत्या कर ली है। जानकारी लगते ही परिजन भी मौके पर पहुंचे तो देखा की सुष्मिता का शव दो टुकड़ो में कटा पटरी पर पड़ा हुआ था। मर्ग की सूचना मिलने के बाद आरपीएफ के जवान व जीआरपी मौके पर पहुंच गई। स्टेशन मास्टर की सूचना पर जीआरपी ने मर्ग कायम कर मामलों को जांच में लिया है।
महिला ट्रैक पर कूदी तो चालक ने लगाया ब्रेक
शाम 4 बजे सुष्मिता सिंह डाउन लाइन पर आ रही मालगाड़ी के सामने कूद गई। महिला के ट्रेन के सामने कूदते ही लोको पायलट ने इमजेंसी ब्रेक लगा दिया। इमरजेंसी ब्रेक लगाने के बाद भी ट्रेन धीमे होते होते सुष्मिता को अपनी चपेट में ले लिया। जानकारो की माने तो इमरजेंसी ब्रेक लगाने के बाद भी ट्रेन लगभग 70 मीटर तक चलती है।
शाम 4 बजे सुष्मिता सिंह डाउन लाइन पर आ रही मालगाड़ी के सामने कूद गई। महिला के ट्रेन के सामने कूदते ही लोको पायलट ने इमजेंसी ब्रेक लगा दिया। इमरजेंसी ब्रेक लगाने के बाद भी ट्रेन धीमे होते होते सुष्मिता को अपनी चपेट में ले लिया। जानकारो की माने तो इमरजेंसी ब्रेक लगाने के बाद भी ट्रेन लगभग 70 मीटर तक चलती है।