आज सप्तमी पर अंबा देवी मंदिर में एक हजार महिलाएं दीपों की थाल सजाकर करेंगी महाआरती

रायपुर। चैत्र नवरात्रि पर देवी मंदिरों में श्रद्धा-भक्ति का माहौल छाया है। सुबह की पहली आरती से लेकर दोपहर को भोग आरती और रात्रि में शयन आरती के दौरान श्रद्धालुओं की आस्था छलक रही है। मंगलवार को सप्तमी तिथि पर कालरात्रि की पूजा की जाएगी। खास आकर्षण सत्ती बाजार स्थित अंबा मंदिर में एक महिलाओं द्वारा की जाने वाली महाआरती होगी।
दीपों की थाल सजाकर आरती करेंगी एक हजार महिलाएं
देवी दुर्गा के सातवें स्वरूप कालरात्रि के रूप में किए जाने वाले श्रृंगार का दर्शन करने श्रद्धालुआें का हुजूम उमड़ेगा। सत्ती बाजार के पुजारी पं.पुरुषोत्तम शर्मा के अनुसार शाम 7 बजे महाआरती की जाएगी। महाआरती के लिए करीब एक हजार महिलाएं अपने घर से दीपों की थाल सजाकर लाएंगी। मंदिर प्रांगण में महाआरती की विशेष व्यवस्था की जाएगी। दीपक और तेल-बाती की व्यवस्था मंदिर समिति द्वारा की जाएगी। गर्भगृह में पुजारी और सेवादार आरती करेंगे और मंदिर प्रांगण में करीब एक हजार श्रद्धालु थाल में दीपक प्रज्वलित करके आरती करेंगे।
निशिथ काल में महामाया मंदिर में आरती
पुरानी बस्ती के महामाया मंदिर में सप्तमी की महाआरती निशिथ काल में आधी रात को की जाएगी। आरती में सबसे आगे खड़े रहने के लिए श्रद्धालु 11 बजे से ही पहुंच जाएंगे। महाआरती के पश्चात प्रसाद वितरण किया जाएगा।
अष्टमी-नवमीं की युति में हवन
महामाया मंदिर के सहायक पुजारी पं.मनोज शुक्ला एवं अंबा देवी मंदिर के पुजारी पं.पुरुषोत्तम शर्मा ने बताया कि 29 मार्च को अष्टमी तिथि पर शाम 5 बजे हवन प्रारंभ होगा और रात्रि में नवमीं तिथि प्रारंभ होने के पश्चात पूर्णाहुति दी जाएगी।
गुरुवार को जोत-जंवारा विसर्जन
बुधवार को हवन के पश्चात रात्रि में ही महामाया मंदिर में प्रज्वलित 11 महाजोत को बावड़ी में गुप्त रूप से विसर्जित किया जाएगा। घर-घर में प्रज्ज्वलित की गई ज्योति और जंवारा का विसर्जन गुरुवार को किया जाएगा। विविध मोहल्लों से जंवारा विसर्जन जुलूस निकलकर कंकाली तालाब पहुंचेगा जहां तालाब में विसर्जन होगा।
सांग-बाणा धारण करेंगे मन्नतधारी
विसर्जन यात्रा में अनेक मन्नतधारी श्रद्धालु सांग-बाणा धारण कर निकलेंगे। श्रद्धालु अपने गालों, हाथों, सीने पर तेज नुकीले, धारदार तीर, भाला धारण करेंगे।