छत्तीसगढ़ में चढ़ने लगा पारा, कई जिलों में 36 डिग्री पहुंचा तापमान

पिछले हफ्ते हुई बेमौसम बारिश से प्रदेश में बिजली की खपत घट गई थी। अब फिर से पारा चढ़ने लगा है। तापमान में बढ़ोतरी के साथ ही कोरबा सहित प्रदेश के सभी जिलों में बिजली की मांग बढ़ गई है। मंगलवार की शाम तक प्रदेश में बिजली की मांग 4500 मेगावॉट के आसपास रही। ज्यादातर जिलों में दिन का अधिकतम तापमान 36 डिग्री के आसपास बना हुआ है।
डीएसपीएम की पहली यूनिट नहीं हो सकी चालू
तकनीकी गड़बड़ी से बंद डीएसपीएम की पहली यूनिट अभी तक उत्पादन में नहीं आ सकी है। प्रबंधन गड़बड़ी को दूर करने में लगा है। जब तक यूनिट चालू नहीं हो जाती प्रदेश सरकार को 250 मेगावॉट बिजली उत्पादन का नुकसान हो रहा है।
ऑक्सीजन प्लांट को अब नहीं मिलेगी छूट
कोरोनाकाल में 33 केवी क्षमता वाले ऑक्सीजन प्लांटों को 10 फीसदी की छूट दी जा रही थी। इसे अप्रैल 2023 से समाप्त कर दिया गया है। इसका भी आदेश जारी कर दिया गया है।
पिछले साल प्रदेश में बिजली की अधिकतम खपत 5300 मेगावॉट के आसपास रही थी। इसमें इस साल काफी बढ़ोतरी की संभावना है। केन्द्र सरकार की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि वर्ष 2023 में छत्तीसगढ़ में बिजली की मांग अधिकतम 6000 मेगावाट तक पहुंच सकती है। केन्द सरकार का आकलन सही साबित हुआ तो मांग की पूर्ति करने में बिजली वितरण कंपनी की पसीना छूट सकती है।
एसके बंजारा, सीई, मड़वा ताप विद्युत गृह ने कहा, अप्रैल और मई होने वाली बिजली बिजली की मांग को पूरा करने के लिए प्रबंधन ने तैयारी पूर कर ली है। जरूरत के अनुसार बिजली की आपूर्ति की जाएगी।