धमाके के बाद सूर्य से अलग हुआ आग का गोला धरती की तरफ

पृथ्वी से 20 गुना बड़े ‘ऑरोरा’ की रफ्तार 18 लाख मील प्रति घंटा, आज पहुंचने के आसार, नासा के वैज्ञानिक प्रभावों के आकलन में जुटे
आसमान में नजर आएगी चमकीली रोशनीऑरोरा के दौरान आकाश में काफी चमकीली रोशनी दिखाई पड़ती है। इसकी वजह से देर तक आसमान में अलग-अलग प्रकाशपुंज दिखाई दे सकते हैं। नासा के वैज्ञानिकों का कहना है कि पृथ्वी का वायुमंडल मनुष्यों को ऐसे सोलर तूफानों के कणों से बचाता है, लेकिन ऑरोरा पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र और विद्युत धाराओं को प्रभावित कर सकता है। उपग्रहों के इसकी चपेट में आने से इंटरनेट कनेक्शन बाधित हो सकते हैं।
1989 में 12 घंटे गुल हुई थी बिजली
इससे पहले 1989 में सूरज से निकला आग का बड़ा गोला पृथ्वी से टकराया था। इससे कनाडा के क्यूबेक शहर में करीब 12 घंटे बिजली सप्लाई ठप हो गई थी। अब तक का सबसे शक्तिशाली सौर तूफान जिओमैग्नेटिक 1959 में पृथ्वी से टकराया था। इसने अमरीका के टेलीग्राफ नेटवर्क को पूरी तरह तबाह कर दिया था। नेटवर्क में काम करने वालों ने बिजली का काफी तेज झटका महसूस किया था।