बावड़ी में तैर रहीं लाशें, अपनों के शव देखकर बदहवास हो गए लोग

बावड़ी में लाशें तैर रही हैं। अपनों के शव देख सब लोग बदहवास हो गए। अस्पताल में भी लोग दुखी होते रहे। परिचित उन्हें सांत्वना देते रहे।

इंदौर. एमपी के इंदौर के बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में हादसे के दूसरे दिन सीएम शिवराजसिंह अस्पताल पहुंचे और घायलों से बातचीत कर उन्हें हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया। इधर करीब 20 घंटे बाद हादसे की भयावहता सामने आ रही है। रातभर लोगों के शव निकाले जाते रहे, प्रशासन अभी तक 35 लोगों की मौतों की पुष्टि कर चुका है, सेना अभी भी रेस्क्यू में लगी है। गुरुवार सुबह करीब 11.30 बजे ये हादसा हुआ था। मंदिर की बावड़ी की छत धंसने से शोर मचा तो लोग अपने घरों से निकलकर वहां पहुंचे। हालांकि बचाव दल करीब एक घंटे बाद आया लेकिन आते ही काम शुरू कर दिया।

घायलों और प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हादसे के तुरंत बाद बड़ी संख्या में आसपास के लोग यहां जमा हो गए थे और मंदिर आने वाले अपनों को लेकर चिंतित थे। अपर कलेक्टर अजयदेव शर्मा माइक से उद्घोषणा कर लोगों को समझा रहे थे। अंदर फंसे लोग सकुशल हैं उन्हें ऑक्सीजन भी पहुंचा दिया है, जल्द निकाल लेंगे। इसके बाद जब भी किसी घायल को रेस्क्यू कर बाहर लाया जाता तो लोग टीम उत्साहवर्धन कर घायल को ढांढस बंधाती। मंदिर काफी पुराना है इसलिए गेट पर पुलिस बल तैनात कर लोगों का अंदर प्रवेश रोक दिया गया।

हालांकि शुरुआत में जिन लोगों ने अंदर जाकर स्थिति देखी थी उससे उन्हें भयावहता स्पष्ट हो गई थी और सभी के मन में बड़ी अनहोनी की आशंका थी। एसडीआरएफ व होमगार्ड के साथ नगर निगम की टीम ने रेस्क्यू शुरू किया। बाहर लगातार लोगों को समझाइश दी जा रही थी और लोग सभी के सकुशल होने की कामना भी कर रहे थे लेकिन आखिरकार हताहतों की संख्या तीन दर्जन से भी ज्यादा पहुंच गई।

बावड़ी में तैर रहीं लाशें, दुखी होते रहे लोग
हादसे में घायल रवि पाल ने बताया कि वे परिजनों के साथ मंदिर आए थे। हवन समाप्ति के बाद आरती में शामिल हुए तभी अचानक स्लैब धंस गया। बच्चे, महिला सहित कई लोग पानी में गिर गए। मुझे तैरना आता था, इसलिए बच गया। कुछ देर बाद देखा कि बावड़ी में लाशें तैर रही हैं। अपनों के शव देख सब लोग बदहवास हो गए। अस्पताल में भी लोग दुखी होते रहे। परिचित उन्हें सांत्वना देते रहे।

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