बालोद जैन समाज के तीन सदस्य बने जैन संत और 14 युवतियां बनी साध्वी

मंगलवार को जिले में जैन समाज भगवान महावीर स्वामी की 2622 जन्मोत्सव मनाएगा। नगर में स्थित 37 साल पुराने सम्भवनाथ जैन मंदिर व शहर को भी आकर्षक रूप से सजाया गया है। शहर के जैन समाज की बड़ी बात यह है कि 3 सदस्य जैन संत भी बने है। समाज की 14 युवतियां जैन साध्वी भी बन गई है।
बालोद. मंगलवार को जिले में जैन समाज भगवान महावीर स्वामी की 2622 जन्मोत्सव मनाएगा। नगर में स्थित 37 साल पुराने सम्भवनाथ जैन मंदिर व शहर को भी आकर्षक रूप से सजाया गया है। शहर के जैन समाज की बड़ी बात यह है कि 3 सदस्य जैन संत भी बने है। समाज की 14 युवतियां जैन साध्वी भी बन गई है। जैन समाज के ये लोग भगवान महावीर की बताए मार्ग पर चलकर समाज हित व धर्म की प्रभावना में विशेष तप कर रही हैं।
ममता श्रीश्रीमाल ने ली थी पहली दीक्षा
जैन समाज के सदस्य प्रदीप चोपड़ा ने बताया कि बालोद में किसी ने जैन समाज से पहली दीक्षा ली है तो वह श्रीश्रीमाल परिवार की बेटी ममता श्रीश्रीमाल (वर्तमान में प्रणिता श्रीजी मसा के नाम से जानी जाती है) ने ली है। उन्होंने साल 1994 में दीक्षा ली। वहीं 3 अगस्त 2022 नगर के ढेलडिय़ा परिवार के मांगीलाल एवं अनीता की पुत्री यशस्वी (लाडो) ने भी उदयपुर राजस्थान में दीक्षा ली और जैन साध्वी बनी। वे यतनाश्री जी के नाम से जानी जाती हैं।
नंगे पैर चलने की परम्परा, आजीवन रात्रि भोजन त्याग
दीक्षा लेने के बाद भगवान महावीर के बताए मार्गों का अनुसरण भी करना पड़ता है। त्याग, तपस्या तथा जीवन को धार्मिक, साधना से जोड़कर नंगे पैर चलकर कर हमेशा पद विहार करने की भी परंपरा है।
37 साल पुराना सम्भवनाथ जैन मंदिर
नगर में 37 साल पुराना जैन मंदिर भी है। इस मंदिर का निर्माण 9 मई 1986 को हुआ था। मंदिर का निर्माण समाज के समाजसेवियों ने किया है। वर्तमान में यह सम्भवनाथ जैन मंदिर आकर्षक लग रहा है। इस मंदिर में भगवान संभवनाथ, भगवान कुंथुनाथ, भगवान महावीर स्वामी, भगवान पार्थवनाथ की प्रतिमा स्थापित की गई है। प्रतिदिन यहां पूजा, आरती व विशेष साधना तप भी होता है।
महावीर जयंती पर मंगलवार को प्रभातफेरी जैन मंदिर से प्रारंभ होकर जैन मंदिर तक शोभायात्रा जैन मंदिर से सदर रोड होते हुए धार्मिक प्रश्न मंच महावीर भवन पहुंचेगी। वहीं महावीर स्कूल में साधार्मिक वात्सल्य गौतम प्रसादी, धार्मिक अंताक्षरी का आयोजन महावीर भवन, शरबत वितरण घड़ी चौक, जीवदया का कार्यक्रम गुड़ रोटी लेकर गौशाला में किया जाएगा। सामूहिक सामायिक एवं जाप महावीर भवन एवं 0 से 5 वर्ष के बच्चों के लिए धार्मिक फैंसी ड्रेस और 6 से 15 वर्ष के बच्चों के लिए भजन प्रस्तुति एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे।