शादी की तो दूल्हे को कर देंगे गायब, घर में लगा देंगे आग, गांववालों की धमकी से डरा पूरा परिवार, जानें पूरा मामला

छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले से -एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। कोयलीबेड़ा ब्लॉक ग्राम कसादंड में एक परिवार वर्षों पहले धर्म परिवर्तन कर लिया। उक्त धर्म की आस्था के आधार पर गांव में परिवार के साथ रहता है।

त्तीसगढ़ के कांकेर जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। कोयलीबेड़ा ब्लॉक ग्राम कसादंड में एक परिवार वर्षों पहले धर्म परिवर्तन कर लिया। उक्त धर्म की आस्था के आधार पर गांव में परिवार के साथ रहता है। वह अपनी बेटी की शादी अपने गृह गांव कसादंड से करना चाह रहा है। बेटी की शादी की तैयारी में लगा तो गांव के एक समाज की ओर से फरमान सुना दिया गया कि वह अपनी बेटी की शादी नहीं कर सकता है। बेटी की शादी करने के लिए उसे गांव छोड़ना पड़ेगा। उक्त फरमान के बाद से गांव में तनाव का माहौल बना हुआ है।

पीड़ित परिवार ने कहा कि उसे धमकी मिल रही हैं। समाज के फैसले के विरोध में शादी किया तो घर को आग लगा देंगे या दुल्हा को गायब कर देंगे। उनकी धमकी से वह दहशत में है। 150 किमी दूर से सोमवार को जिला मुख्यालय पहुंचकर किसी अनहोनी की आशंका से बचने के लिए सुरक्षा की मांग करते हुए कांकेर कलेक्टर को ज्ञापन सौंप न्याय की गुहार की है।

ग्राम कसादंड निवासी रूखमी बाई आचले ने बताया कि वह अपने निजी कारणों के चलते करीब दो साल से धर्मांतरण(Conversion) कर उस समुदाय में आना जाना करता हैं। उसकी बेटी सतवंती आचला की उम्र 21 वर्ष है। वह अपनी बेटी की शादी गांव से करना चाहता है। 12 अप्रैल 2023 को शादी कार्यक्रम तय किया गया है। निमंत्रण ग्रामवासियों को देते हुए उनको शादी में आमंत्रित किया तो गांव के लोग इस शादी का विरोध करना शुरू कर दिए हैं।

बैठक कर दी गई धमकी
गांव में बैठक आयोजित कर धमकी दी गई कि गांव के अंदर शादी करने नहीं देंगे। शादी करना है तो जिस धर्म को मानते हो वहां पर जाकर शादी कर लें। यदि गांव में शादी करोगे तो घर को आग लगा देेंगे या फिर बारात से दूल्हा को गायब कर देंगे। उनकी धमकी से परा परिवार दहशत में है। यदि वे लोग ग्रामीणों के विरोध के बाद गांव में शादी करते हैं तो उनके परिवार के साथ कभी भी कोई अनहोनी हो सकती है। उनको जान का खतरा है।

अंतिम संस्कार के बाद अब शादी पर रोक, गांव में तनाव
पीड़ित परिवार के साथ आए परिजनों ने बताया कि एक समुदाय द्वारा धर्मांतरित समुदाय के हर कार्यक्रम का विरोध किया जा रहा है। इससे पहले मांततरित परिवार के किसी व्यक्ति की मौत हो जाती थी तो गांव के अंदर कफन दफन को लेकर विवाद किया जाता था। गांव के जमीन पर अंतिम संस्कार करने को लेकर हमेशा विरोध किया जाता था लेकिन अब उनके द्वारा गांव में आयोजित शादी कार्यक्रम का भी विरोध शुरू हो गया। जिले में यह पहला ऐसा मामला है जब किसी परिवार को शादी करने पर रोक लगाई गई है। इस तरह के फरमान से पूरा परिवार डरा हुआ है।

पीड़ित परिवार के साथ पहुंचे परिजन हीराबाई आंचले, जमलसिंग उसेंडी, बिनेश कुमार ने बताया कि ग्रामवासियों द्वारा उनके परिवार को धमकी दी जा रही है कि यदि वे लोग उनकी धमकी के बाद भी गांव में शादी कार्यक्रम करते हैं तो उनके परिवार के साथ कोई भी घटना घट सकती है। ग्रामीणों की धमकी से डरा सहमा परिवार सुरक्षा की मांग को लेकर सोमवार को कलेक्टर से मिले उन्होंने सुरक्षा मुहैया कराने का आश्वासन दिया है। उनके आश्वासन के बाद पीड़ित परिवार अपने गांव के लिए लौट गए।

 

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