डाक टिकटों से जान सकेंगे डॉ. अंबेडकर के जीवन के बारे में, पोस्ट ऑफिस में लगी प्रदर्शनी

4 अप्रैल को संविधान के निर्माता डॉ. बीआर अंबेडकर की जयंती मनाई जा रही है। उन्होंने ना सिर्फ आजादी की लड़ाई में एक अहम भूमिका निभाई बल्कि राष्ट्र के लिए संविधान निर्माण की भी जिम्मेदारी उठाई। हर साल उनकी जयंती धूमधाम से मनाई जाती है।
14 अप्रैल को संविधान के निर्माता डॉ. बीआर अंबेडकर की जयंती मनाई जा रही है। उन्होंने ना सिर्फ आजादी की लड़ाई में एक अहम भूमिका निभाई बल्कि राष्ट्र के लिए संविधान निर्माण की भी जिम्मेदारी उठाई। हर साल उनकी जयंती धूमधाम से मनाई जाती है।
कभी किसी कमजोर का साथ नहीं छोड़ा
14 अप्रैल 1891 में जन्मे बाबा साहेब की इस साल 132वीं जयंती मनाई जा रही है। जयंती के दिन सार्वजनिक अवकाश भी है। उन्होंने देश से जाति प्रथा और समाज में कुव्यवस्था को खत्म करने में अहम भूमिका निभाई थी। उनका मानना था कि सभी जाति के लोगों को एक जैसा अधिकार मिलना चाहिए। ताकि आगे किसी भी प्रकार भेदभाव ना हो। उन्होंने कई महत्वपूर्ण आंदोलनों में भी हिस्सा लिया। उन्होंने अपने जीवन में बहुत यातनाएं झेलीं, लेकिन कभी किसी कमजोर का साथ नहीं छोड़ा।