अक्षय तृतीया के दिन करें इस मंत्र का जाप, घर में पधारेंगी मां लक्ष्मी

वैशाख शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि के दिन अक्षय तृतीया का पर्व मनाया जाता है. इस बार यह पर्व 22 अप्रैल को मनाया जाएगा. पौराणिक ग्रन्थों के अनुसार इस दिन जो भी शुभ कार्य किये जाते हैं, उनका अक्षय फल मिलता है. यही वजह के इस दिन को अक्षय तृतीया कहा जाता है. यह दिन इतना पुण्यदायी होता है कि इसकी महिमा का बखान स्वंय भगवान श्रीकृष्ण ने युधिष्ठिर के सामने किया था.

अक्षय तृतीया का दिन मां लक्ष्मी को समर्पित होता है. इस दिन मां लक्ष्मी जी का पूजन शुभ फलदायी माना जाता है. इस दिन लोग मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए तरह-तरह के उपाय करते हैं. माना जाता है कि आज के दिन कुछ मंत्रों के जाप से घर में मां लक्ष्मी का वास होता है और घर की आर्थिक स्थिति अच्छी बनी रहती है. जानते हैं मां लक्ष्मी के इन मंत्रों के बारे में.

अक्षय तृतीया पर करें इस मंत्र का जाप

1. ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मीभयो नमः ।।

2. ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्मयै नम:॥ 

3. ॐ श्री महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णु पत्न्यै च धीमहि तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात् ॐ॥ 

4. सर्वाबाधा विनिर्मुक्तो, धन धान्यः सुतान्वितः। मनुष्यो मत्प्रसादेन भविष्यति न संशयः ॥ 

5. दानेन भुतानि वशीभवन्ति दानेन वैराण्यपि यान्ति नाशम्। परोऽपि बन्धुत्वमुपैति दानैर्दान हि सर्वव्यसनानि हन्ति॥ 

6. गौरवं प्राप्यते दानात न तु वित्तस्य संचयात् । स्थितिः उच्चैः पयोदानां पयोधीनाम अधः स्थितिः ॥

7.ॐ आध्य लक्ष्म्यै नम:
 
8. ॐ विद्या लक्ष्म्यै नम:
 
9. ॐ सौभाग्य लक्ष्म्यै नम:
 
10. ॐ अमृत लक्ष्म्यै नम:

कैसे करें मंत्र जाप 
 

अक्षय तृतीया के दिन शाम के समय उत्तरमुखी होकर लाल आसान बिछाकर बैठ जाएं. इसके बाद माता लक्ष्मी की उपासना शुरू करें. पूजन शुरू करने से पहले एक लाल कपडे़ पर लक्ष्मी जी का चित्र स्थापित करें. उनके सामने 10 लक्ष्मीकारक कौड़िया रखें और शुद्ध घी का दीपक जलाएं. अब लक्ष्मीजी का षोडशोपचार पूजन करें और कौड़ियों पर सिन्दूर चढ़ाएं. अब चंदन की माला से किसी भी मंत्र की 5 माला का जाप करें. इस विधि विधान से मंत्रों का जाप करने मां लक्ष्मी शीघ्र प्रसन्न होती हैं.

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