देश की सबसे लंबी और रहस्यों से भरी गुफा छत्तीसगढ़ में, सिर्फ एक दिन के लिए खुला, देखने सैकड़ों पर्यटक जुटे

राजनांदगांव. जिले के अंतर्गत आने वाले छुईखदान ब्लॉक में स्थित मंडिपखोल गुफा को अक्षय तृतीय के बाद पड़ने वाले पहले सोमवार को एक दिन के लिए खोला गया। परंपरा के अनुसार जमींदार परिवार के सदस्यों ने सबसे पहले यहां पूजा-अर्चना की। इसके बाद गुफा का चट्टान हटाया गया। जमींदार परिवार के सदस्यों ने पहले प्रवेश किया फिर अन्य पर्यटक भीतर गए। इस रहस्यमयी और रोमांचकारी गुफा को देखने के लिए सैकड़ों पर्यटक जुटे। सोमवार को यहां मेला जैसा माहौल रहा। लोग गुफा में प्रवेश कर रहस्य जानने की कोशिश करते रहे। लोगों ने यहां परिवार सहित पिकनिक भी मनाया।
बेसब्री से रहता है इंतजार
सैकड़ों सैलानियों को इस दिन का बेसब्री से इंतजार रहता है। हर साल राज्य के विभिन्न जिलों के अलावा मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र के पर्यटक भी बड़ी संख्या में गुफा का रहस्य और रोमांच का आनंद लेने पहुंचे हैं, कुछ साल पहले पुरातत्व विभाग द्वारा इसका सर्वेक्षण किया गया था, अनुसंधान मे पाया गया कि यह गुफा देश का पहला एवं एशिया का दूसरा सबसे लंबी गुफा है तथा गुफा में इतिहास के काफी रहस्य छुपा हुआ है पर अब तक इसका विस्तृत अनुसंधान होना शेष है।
पूजा-अर्चना के बाद खुला गुफा का द्वार
वनांचल स्थित मंढीप खोल गुफा ठाकुरटोला जमीदारी के अंतर्गत आता है। परंपरा अनुसार यहां के राजा या उनके परिवार के सदस्य गुफा का द्वार खोलने से पहले देवी देवताओं का स्मरण कर पूजा अर्चना करते सोमवार को पूजा विधि निभाने के बाद गुफा क द्वार खोल दिया। द्वार के चट्टान को हटाने से पहले हवाई फायर भी किया है ताकि कोई जंगली जानवर गुफा में हो तो वह निकल जाए। गुफा में सबसे पहला प्रवेश जमींदार के परिवार के लोगों ने किया। गुफा में स्थित शिवलिंग सहित अन्य देवी-देवताओं का विधि विधान से पूजा अर्चना कर क्षेत्र की खुशहाली की कामना की।