प्रधानमंत्री ने रेडियो प्रसारण को बढ़ावा देने के लिए 91 एफएम ट्रांसमीटरों का उद्धाटन किया

नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशभर में रेडियो प्रसारण को बढ़ावा देने के लिए शुक्रवार को  100 वॉट के 91 एफएम ट्रांसमीटर का वीडियो क्रॉफ्रेंस के माध्‍यम से लोकार्पण किया। ये ट्रांसमीटर 18 राज्यों और 2 केंद्रशासित प्रदेशों के 84 जिलों में स्थापित किए गए हैं।

इस अवसर पर श्री मोदी ने कहा कि सरकार लोगों तक प्रौद्योगिकी पहुंचाने की दिशा में लगातार काम कर रही है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि प्रत्येक नागरिक की पहुंच प्रौद्योगिकी तक होनी चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में प्रौद्योगिकी क्रांति से रेडियो के नए अवतार में उभरने में मदद मिली है और ऑनलाइन एफएम तथा पॉडकास्ट के माध्यम से डिजिटल इंडिया ने नए श्रोता जोड़े हैं।

एफएम के माध्यम से सूचना और मनोरंजन के महत्व का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि समय पर सूचना का प्रसार करने या कृषि के लिए मौसम का पूर्वानुमान लगाने, महिला स्वयं सहायता समूहों को नए बाजार से जोड़ने में ये एफएम ट्रांसमीटर मुख्य भूमिका निभाएंगे। उन्होंने कहा कि एफएम रेडियो और डीटीएच ने डिजिटल इंडिया के लिए भविष्य का मार्ग प्रशस्त किया है।

डीटीएच सेवाओं पर विभिन्न शैक्षणिक पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि सस्ते मोबाइल फोन और डेटा प्लान के कारण सूचनाओं तक पहुंच सुलभ हुई है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वे आकाशवाणी पर जल्द ही मन की बात कार्यक्रम की 100वीं कड़ी प्रस्तुत करेंगे। उन्होंने कहा कि देशभर के लोगों के साथ गहरा जुड़ाव रेडियो के अलावा किसी और माध्यम से संभव नहीं हो पाता। मन की बात कार्यक्रम से बड़ी संख्या में श्रोताओं तक रेडियो की पहुंच बनी है। 

सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा है कि 91 एफएम ट्रांसमीटरों के शुरू होने से मनोरंजन, खेल और कृषि से जुड़ी सूचनाएं स्थानीय लोगों तक पहुंचाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि मन की बात कार्यक्रम ने रेडियो की लोकप्रियता बढ़ाई है।

सूचना और प्रसारण राज्य मंत्री डाक्टर एल मुरुगन, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, सूचना और प्रसारण सचिव अपूर्व चंद्रा और अन्य लोग इस कार्यक्रम में शामिल हुए।

हमारे संवाददाता ने बताया है कि इन ट्रांसमीटरों को स्थापित करते समय  आकांक्षी जिलों और सीमावर्ती जिलों में कवरेज बढ़ाने पर विशेष ध्यान दिया गया है। इसके साथ ही आकाशवाणी की एफएम सेवा की पहुंच अब लगभग दो करोड़ अतिरिक्त लोगों और करीब 35 हजार स्क्वायर किलोमीटर तक हो जाएगी।

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