बोरे बासी खाने से होती है छत्तीसगढ़ियों के दिन की शुरुआत, अब बड़े-बड़े होटलों में परोसा जा रहा ये देसी खाना

रायपुर। ग्रामीण अंचलों में घर-घर में सुबह की शुरुआत प्रतिदिन बोरे बासी खाने से होती है। बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक बोरे बासी का सेवन करते हैं। इस ठेठ देहाती पारंपरिक व्यंजन को प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर तक पहचान दिलाने में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अहम भूमिका निभाई।
गांव देहात से निकालकर इसे शहरों के रेस्टारेंट, होटलों में उपलब्ध कराने के लिए पिछले साल मजदूर दिवस के दिन विशेष अभियान चलाया गया। अधिकारी, नेता, मंत्रियों ने भी जमीन पर बैठकर बोरे बासी का सेवन किया। प्रतिदिन घर-घर में सेवन किए जाने वाले इस पारंपरिक व्यंजन को एक साल में ही विशेष पहचान मिली। छत्तीसगढ़ी आहार के लिए प्रसिद्ध गढ़कलेवा रेस्टारेंट में अब प्रतिदिन 50 से अधिक लोग बोरे बासी खाने पहुंचते हैं।
संस्कृति विभाग परिसर में स्थित गढ़कलेवा की संचालक सरिता शर्मा ने बताया कि गढ़कलेवा में वैसे तो सभी तरह के छत्तीसगढ़ी व्यंजन उपलब्ध हैं, लेकिन पिछले साल मुख्यमंत्री की पहल पर बोरे बासी डिश को भी परोसा जाने लगा। देखते ही देखते बोरे बासी इतना लोकप्रिय हुआ कि पिछले साल गर्मी के मौसम में हजारों लोगों ने इसका सेवन किया। प्रतिदिन 50 से 100 लोग बोरे बासी खाने आते हैं। अब गढ़कलेवा में बोरे बासी भी एक खास डिश बन चुका है। इस साल भी एक मई को बाेरे बासी दिवस के लिए विशेष व्यवस्था की जा रही है।
मजदूर दिवस पर मनाएंगे बोरे बासी तिहार
बोरे बासी का नाम जुबां पर आते ही छत्तीसगढ़ के लोगों के जेहन में बोरे बासी के साथ आम की चटनी अर्थात अथान की चटनी, भाजी, दही और बड़ी-बिजौड़ी की सौंधी-सौंधी खुशबू से मन आनंदित हो जाता है। मुंह में पानी और चेहरे में बोरे बासी खाने की लालसा और ललक स्पष्ट दिखाई देती हैं। एक मई श्रमिक दिवस को प्रदेशभर में बोरे बासी तिहार के रूप में मनाया जाएगा।
पिछले साल हुई शुरुआत
पहली बार पिछले साल 2022 में एक मई मजदूर दिवस को बोरे बासी तिहार के रूप में मनाया गया था। आम आदमी से लेकर खास आदमी ने भी बोरे बासी खाने में रुचि ली थी। इसके बाद अनेक घरों में इसे प्रतिदिन नाश्ते और दोपहर के भोजन के रूप में अपना लिया। लगातार दूसरे साल भी बोरे बासी तिहार का लोग इंतजार कर रहे हैं। बोरे-बासी तिहार से नई पीढ़ी के लोगों को भी छत्तीसगढ़ की परंपरा और संस्कृति से जुड़ने का मौका मिलेगा।
श्रमिकों का बढ़ाएं मान
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मजदूर दिवस के दिन बोरे बासी तिहार मनाने की अपील की है। मुख्यमंत्री ने अपील में कहा है कि किसानों और श्रमिकों का मान बढ़ाने के लिए बोरे बासी तिहार मनाएं। मजदूर दिवस के दिन अमीर गरीब सभी लोग मजदूरों के पसंदीदा भोजन बोरे बासी खाकर लोगों में आपसी समरसता और भाईचारे का वातावरण बनाए।
विदेश में भी मनाया था तिहार
पिछले साल मुख्यमंत्री की पहल पर अमेरिका, ब्रिटेन और लंदन में रहने वाले छत्तीसगढ़वासियों ने बोरे-बासी खाकर अपनी मातृभूमि को याद किया था। राजधानी के अलावा प्रत्येक जिलों के गढ़कलेवा में भी मेन्यू में बोरे बासी को शामिल किया गया है।