एक्सिस बैंक और इंडिया शेल्टर फाइनेंस कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने सह-ऋण मॉडल के अंतर्गत महत्वपूर्ण साझेदारी की घोषणा की

रायपुर, : भारत के निजी क्षेत्र के तीसरे सबसे बड़े बैंक, एक्सिस बैंक और गुड़गांव स्थित हाउसिंग फाइनेंस कंपनी, इंडिया शेल्टर फाइनेंस कॉर्पोरेशन लिमिटेड (इंडियाशेल्टर) ने आज सह-ऋण मॉडल के तहत महत्वपूर्ण साझेदारी की घोषणा की।
इस साझेदारी के साथ, दोनों ऋणदाता अर्ध-शहरी क्षेत्रों में मध्यम और निम्न आय वर्ग के उधारकर्ताओं को प्रत्याभूत एमएसएमई ऋण प्रदान करेंगे।
यह साझेदारी एक्सिस बैंक की गहरी वित्तीय विशेषज्ञता और इंडियाशेल्टर की मजबूत ऋण प्रसंस्करण प्रौद्योगिकी का लाभ उठाएगी ताकि उधारकर्ता की क्रेडिट प्रोफ़ाइल का आकलन किया जा सके और उन्हें आकर्षक ब्याज दरों पर ऋण उपलब्ध कराया जा सके और निर्बाध बैंकिंग अनुभव सुनिश्चित हो सके।
यह साझेदारी एक्सिस बैंक और इंडियाशेल्टर को अनौपचारिक खंड के उन संभावित ग्राहकों तक तक पहुंचने के लिए सशक्त बनाएगी जो ऋण संबंधी अनुभव के मामले में नए हैं और जिन्हें बड़े संस्थानों द्वारा बहुत ही कम सेवा प्राप्त हो पाती है।
सहयोग के बारे में बताते हुए, श्री मुनीश शारदा, ग्रुप एक्जीक्यूटिव और हेड-भारत बैंकिंग, एक्सिस बैंक ने कहा, “इंडियाशेल्टर के साथ हमारी साझेदारी बैंक के भारत बैंकिंग मिशन के साथ सुदूर क्षेत्रों में हमारी पहुंच बढ़ाने और अबाध रूप से डिजिटल तरीके से वित्तीय सेवाएं प्रदान करने के उद्देश्य के अनुरूप है।
इस साझेदारी के माध्यम से, हम मॉर्गेज सेगमेंट में अपनी उपस्थिति को मजबूत करेंगे, और बैंक को अपने प्राथमिकता वाले सेक्टर लेंडिंग पोर्टफोलियो को बढ़ाने में मदद करेंगे। हम इस अवसर को लेकर उत्साहित हैं क्योंकि हमारा डिजिटल को-लेंडिंग प्लेटफॉर्म साझेदारी को तेजी से बढ़ाने और बेहतर ग्राहक अनुभव प्रदान करने में सहायक होगा।”
एक्सिस बैंक के साथ साझेदारी पर टिप्पणी करते हुए, इंडिया शेल्टर हाउसिंग फाइनेंस के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी, श्री रूपिंदर सिंह ने कहा, “इंडियाशेल्टर पहली पीढ़ी के अर्ध-शहरी परिवारों को ऋण उपलब्ध कराने में मदद करने में सबसे आगे रहा है। हम अप्रमाणित आय वाले ग्राहकों के लिए धन की जरूरतों को हल करने की दिशा में काम कर रहे हैं,
जिनके लिए बड़े पैमाने पर बैंकिंग सेवाओं का अभाव है। किफायती घरों के लिए अनौपचारिक आय खंड के ऋणों को कम करने और इसके सुस्थापित फिजिटल मॉडल के माध्यम से व्यापक पहुंच के साथ 12 वर्षों में गहरी विशेषज्ञता विकसित हुई है।