आदिवासी नेता के जेल से रिहा होने पर ग्रामीणों ने किया स्वागत

नारायणपुर। आदिवासी नेता रूपसाय सलाम के जेल से रिहा हो घर पहुंचने पर ग्रामीणों ने उनका अभूतपूर्व स्वागत किया जिसमें सिर्फ गृह ग्राम ही नही बल्कि आसपास के बहुत से गांव से युवा एवं महिलाएं सहित बुजुर्ग ग्रामीण पहुंचे। बता दें जिले में मतांतरण के खिलाफ दो जनवरी 2023 को चर्च में तोड़फोड़ और एसपी सदानंद कुमार के ऊपर हुए हमले में गिरफ्तार भाजपा जिलाध्यक्ष रूपसाय सलाम, अंकित नंदी, पवन नाग, अतुल नेताम, डोमेंद्र यादव सहित 18 लोग को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। वहीं चार महीने सात दिन बाद पांच लोगों को हाईकोर्ट से जमानत मिलने पर मंगलवार को रिहाई हुई। रिहाई के बाद जेल के बाहर पूर्व मंत्री केदार कश्यप ने रूपसाय सलाम, अंकित नंदी, अतुल नेताम, पवन नाग डोमेंद्र यादव को माला पहनाकर स्वागत किया था।
मंगलवार को उपजेल से रिहाई के बाद लोगों ने सामाजिक विघटन को रोकने सहित, अपनी धार्मिक आस्थाओं और सामाजिक परम्पराओं को लेकर किसी भी प्रकार का कोई समझौता नहीं करने का संकल्प लिया। सलाम ने कहा कि आज पूरा क्षेत्र आवे मतांतरण के गिरफ्त में है। अवैध मतांतरण के खिलाफ लगातार यह संघर्ष जारी रहेगा, कांग्रेस सरकार के निर्देश पर पुलिस प्रशासन द्वारा कूट रचना कर हमें जेल भेजा गया। सलाम ने कहा कि हम जेल से नहीं डरने वाले, अपने धर्म और संस्कृति की रक्षा के लिए अन्तिम समय तक डटे रहेंगे। यदि इस आंदोलन को हमने पुलिस के डर से छोड़ दिया तो भविष्य में आदिवासी समाज के हित के लिए आवाज़ उठाने कोई तैयार नही होगा। ये हमारे धर्म और संस्कृति के अस्तित्व की लड़ाई है, इस लड़ाई को आगे बढ़ाने में ग्रामीण क्षेत्र के सभी युवा साथी एवं महिलाएँ से भी आह्वान करते है हम अपने अस्तित्व की रक्षा के लिए संघर्ष करें।
केदार कश्यप ने कहा कि दो जनवरी की घटना में शासन-प्रशासन ने षडयंत्र पूर्वक हमारे भाजपा जिलाध्यक्ष एवं अन्य साथियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। पूर्व में जगदलपुर जेल से हमारे 14 साथी जमानत पर रिहा हुए हैं, पांच साथी नारायणपुर जेल से रिहा हुए शेष 18 साथी अभी जेल में है। कानूनी प्रक्रिया चल रही है निश्चित ही सभी साथी जमानत पर रिहा होकर बाहर आएंगे।
जेल से बाहर आने पर हुआ स्वागत
भाजपा जिलाध्यक्ष रूपसाय सलाम सहित अन्य लोगों की जमानत पर रिहाई के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं ने सभी लोगों का भव्य स्वागत किया गया। जेल से जिलाध्यक्ष को युवा मोर्चा द्वारा बाइक रैली के साथ भाजपा कार्यालय लाया गया, जहां उपस्थित महिला मोर्चा की कार्यकर्ताओं द्वारा आरती उतारकर सभी साथियों का स्वागत किया गया।
रूपसाय सलाम की रिहाई पर भावुक हुई पत्नी
रूपसाय सलाम की जेल से रिहाई की खबर सुनने के बाद पूरे नारायणपुर में चर्चा का विषय बना रहा, इसी बीच जब जेल से रिहा होकर भाजपा जिला अध्यक्ष सहित पांच अन्य लोग भाजपा कार्यालय पहुंचे तो रूपसाय की पत्नी भी भावुक हुई और हार पहनाकर स्वागत किया। वहीं रूपसाय सलाम ने अपनी पत्नी को भी माला पहनाया और कहा हमें आदिवासी संस्कृति को बचाना है।