कलेक्टर श्री कटारा ने हेल्थ कोआडिनेटर के कार्यो की समीक्षा करते हुए सुदूर क्षेत्रों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के दिए निर्देश

नवीन उप स्वास्थ्य केन्द्रों में बिजली, पानी सहित बुनियादि सुविधाओं की जानकारी लेते हुए त्वरित सुविधाएं उपलब्ध कराने के दिए निर्देश
बीजापुर – कलेक्टर श्री राजेन्द्र कुमार कटारा ने सुदूर एवं अंदरूनी क्षेत्रों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान कराने के लिए सभी नवीन उपस्वास्थ्य केन्द्रों में बुनियादि सुविधाओं की जाकारी लेते हुए सभी स्वास्थ्य समन्यकों एवं एएनएम को मुख्यालय में रहकर ग्रामीणों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए नीति आयोग के अर्न्तगत सुदूर एवं संवेदनशील क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधओं को बेहतर क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए स्वास्थ्य समन्वयकों की नियुक्ति की गई
जो वहां की एएनएम, नर्स, मितानिन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से समन्वय स्थापित कर सभी प्रकार की संक्रामक बीमारियों, मलेरिया, डायरिया, टीबी, कुष्ठ रोग सहित गर्भवती माताओं का प्रसव पूर्व जांच, उनको संस्थागत प्रसव के लिए प्रेरित करने, शिशु एवं गर्भवती माता सहित सभी बच्चों को सभी प्रकार के टीकाकरण का लाभ दिलाने के लिए लोगों को प्रेरित करने, स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता लाने, टीबी एवं कुष्ठ रोगो के प्रति फैले पूर्वाग्रह को दूर कर सही समय पर ईलाज कराने के लिए प्रेरित करने को कहा। सुदूर क्षेत्रों में संचालित उप स्वास्थ्य केन्द्रों एवं वहां पदस्थ स्वास्थ्य समन्वयकों से सेक्टर वार उनकी समस्याओं से अवगत होकर सभी बुनियादि सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए।
जिसमें सेक्टर बड़ेपल्ली, झिल्ली, केरपे, लिंगागिरी, सेन्ड्रा बड़े काकलेड़, गंगालूर, चेरपाल, गोंगला, पुसनार, पीडिया, बेचापाल, पोंन्दुम, सागमेरा अम्बेली, जैगूर, बेलनार, धरमा, माटवाड़ा, कोसलनार, मंगनार, पुजारी कांकेर, एरापल्ली, उड़तामल्ला, धारावरम सहित सुदूर क्षेत्रों में पदस्थ स्वास्थ्य समन्वयक उपस्थित थे। कलेक्टर श्री कटारा ने स्वास्थ्य को प्राथमिकता में रखते हुऐ सभी जगह जहां संभव हो वृहद स्तर पर स्वास्थ्य शिविर लगाने के निर्देश मौके पर उपस्थित सीएमएचओ एवं डीपीएम को दिए वहीं एएनएम और स्वास्थ्य समन्वयकों को मुख्यालय जहंा पदस्थ है उसी गांव में रहने के निर्देश दिए।
बरसात में जिन गांवों में पहुंच सुनिश्चित नहीं हो पाता उसी गांव में अनविार्य रूप से स्वास्थ्य शिविर बरसात से पूर्व लगाने एवं आवश्यक दवाईयों को वितरण संक्रामक बीमारियों के प्रति जागरूकता सुनिश्वित करने को कहा। नीति आयोग के इंडिकेटर के अनुरूप टीकाकरण, एनआरसी में बच्चों को संदर्भित करने, गर्भवती, शिशुवती माताओं का कौंसलिंग, टीबी, कुष्ठ रोग के पहचान जांच एवं ईलाज रोगो के प्रति जागरूकता सहित इंडिकेटर का समीक्षा किया गया।
सुदूर क्षेत्रों में पदस्थ स्वास्थ्य समन्वयको से वहां की मौजूदा आवश्यकतों एवं समस्याओं से अवगत होकर सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।