गोठान घोटाला में लिफ्त हैं कांग्रेस: पूर्व मंत्री गागड़ा

मोदकपाल गोठान में भाजपा पूर्व मंत्री महेश गागड़ा के नेतृत्व में निरीक्षण

बीजापुर के गोठनो में करोड़ों रुपए लीपापोती कर सबसे बड़ा घोटाला को दिया अंजाम

बीजापुर/भाजपा पूर्व कैबिनेट मंत्री महेश गागड़ा ने आज सुबह 8 बजे भाजपा के प्रतिनिधि मंडल एवं कार्यकर्ताओं के साथ आदर्श गोठान मोदकपाल का निरीक्षण किया। बड़ी संख्या में पत्रकार गण भी साथ रहे। सभी ने गौठान का हाल देखा जिसमे न गाय मिली,न गोबर बेचा जा रहा था गोठान में गाय के रखरखाव हेतु कोई व्यवस्था नहीं मिली, ऐसा लगा यहां कभी गाय रही ही नही।
पूर्व मंत्री गागड़ा ने पत्रकारों को बताते हुए कहा कांग्रेस की सरकार जबसे सत्ता में आयी है, तब से बड़े बड़े घोटाले में लिफ्त हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दोनों को महत्वकांक्षी योजना बताते हुए बड़े-बड़े विज्ञापन और प्रचार प्रसार में लाखों करोड़ों रुपए खर्चा करते हैं लेकिन धरातल पर कुछ भी नजर नहीं दिखाई देती हैं। छत्तीसगढ़ को कलंकित किया है। सबसे शर्मनाक घोटाला इस सरकार ने गोमाता के नाम पर किया है।
कथित नरवा, गरवा, घुरवा, बारी के नाम पर इसने वोट हासिल किया। इस मद में भी अभी तक सामने आए तथ्यों के अनुसार गोठान के नाम पर विभिन्न मदों से करोड़ों रुपए की राशि का दुरुपयोग कर इसमें भारी घोटाला किया गया है।
हम अभी शासन का आदर्श गोठान मोदकपाल देखने आए हैं, आप सब इसे देख कर समझ सकते हैं कि इसके नाम पर भी कैसा गोरखधंधा किया गया है। जब नेशनल हाईवे से लगा गोठान का यह हाल है, तो गांव देहातों के गोठान और उस के नाम पर मची लूट की कल्पना कर लीजिए।

गोठान के नाम पर चल रहे गोरखधंधे में कांग्रेस सरकार ने सबसे अधिक पंचायतों/सरपंचों के हक पर ही डाका डाला है। विभिन्न मदों में पंचायतों के विकास के लिए आयी राशि को सरपंचों से छीन कर सीधे उसे अनेक बहानों के साथ बंदरबांट कर लिया गया है।
गोठन के नाम पर एक तालाब के लाखों रुपए लीपापोती कर निकाली गई। जबकि तालाब की वस्तुस्थिति जमीनी स्तर पर अलग है विडंबना यह है कि निरिक्षण में यह पाया गया कि उस स्थान पर किसी भी प्रकार का जल स्रोत, तालाब ही नही है । गोठान में काम कर रहे योगेश्वरी स्व सहायता समूह के अध्यक्ष सुष्मिता दुब्बा ने बताया कि गोठान को देखने न अधिकरी आते है न ही सरपंच सचिव और किसी प्रकार की सूचना देते हैं। समूह कि सचिव ने बताया गोठान में गाय नही है हम बाहर से गोबर लाते हैं उसे खाद बनाते हैं लेकीन साल बार में 30 हज़ार रुपए मिलता है । और समूह में 10 सदस्य हैं एक-एक को साल भर का मेहनत 3 हज़ार मिलता है साल भर में 3 हजार रुपए से घर कैसे चलाए। परेशानी बहुत है सरकार गोठान तो खोला लेकिन किसी प्रकार की व्यवस्था नहीं किया है। समूह के 4 सदस्य काम छोड़ दिए । अब हम भी छोड़ने का सोच रहे हैं।

गोठान में बकरियों के रखरखाव के लिए सेड बनाया गया है किन्तु निरीक्षण पर भौतिक रूप से यह पाया गया कि बकरियों के आश्रय के लिए निर्मित शेड भ्रष्टाचार के भेंट चढ़ गया। जहां एक ओर बकरियों के शेड में छत ही नहीं है। निरीक्षण के दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष श्रीनिवास मुदलियार, किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष घासीराम नाग, जिला मंत्री जागर लक्षमैया, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य युवा मोर्चा फूलचंद गागड़ा, सहित कार्यकर्ता व ग्रामीण मौजूद थे।

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