सोनी सब के वागले की दुनिया में सखी ने गाड़ी चलाने के डर पर जीत हासिल की

सोनी सब का वागले की दुनिया- नई पीढ़ी नए किस्से आम जीवन का पारिवारिक ड्रामा है, जो एक मध्यवर्गीय परिवार की रोजमर्रा की घटनाओं पर आधारित है। अपने सहज और जुड़े हुए लगने वाले किरदारों और विचारोत्तेजक कहानी के साथ, वागले की दुनिया ने दर्शकों का दिल जीत लिया है और सभी उम्र के लोग इसे समान रूप से पसंद करते हैं। बीमारी में हो या सेहत में, अच्छे समय में हो या बुरे समय में, वागले परिवार हमेशा एक-दूसरे के साथ खड़ा रहता है। इसलिए, जब उनकी लाडली बेटी सखी (चिन्मयी साल्वी द्वारा अभिनीत) कार चलाना सीखने के बारे में सोचती है, तो राजेश वागले (सुमीत राघवन द्वारा अभिनीत) उसे मारुति ड्राइविंग स्कूल में ड्राइविंग क्लास में दाखिला देकर प्रोत्साहित करता है।
आने वाले ट्रैक में सखी अपने अब तक के सबसे बड़े डर यानि ड्राइविंग के डर से उबरने की कोशिश करती नज़र आएगी। जब राधिका (भारती आचरेकर द्वारा अभिनीत) को डॉक्टर के पास ले जाने की ज़रूरत होती है, तो सखी विवान को उन्हें वहां ले जाने के लिए बुलाती है। तब विवान सखी से ड्राइविंग करने और अपने बेतुके डर पर काबू पाने के लिए कहता है। इस अवसर को देखते हुए, राजेश कदम उठाता है और तय करता है कि उसे अपनी बेटी को इस डर से उबरने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए और उसके ड्राइविंग कौशल को मजबूत बनाना चाहिए ताकि वह अपने दैनिक जीवन में और अधिक स्वतंत्र बन सके।
सखी वागले की भूमिका निभा रहीं चिन्मयी साल्वी ने कहा, “मुझे लगता है कि ड्राइविंग ऐसा कौशल है जो सभी महिलाओं को आनी चाहिए। यह बेहद सशक्त है और एक स्वतंत्रता बनाता है। उसे अपने परिवार और दोस्तों से ताकत और आत्मविश्वास मिलता है, इसलिए जब उसे पूरे परिवार और विवान का समर्थन मिलता है, तो उस पर उनके विश्वास के कारण, उसे भी खुद पर विश्वास होने लगता है। अगले कुछ एपिसोड मेरे दिल के बहुत करीब हैं, और मुझे यकीन है कि दर्शक सखी में खुद को देख पाएंगे।”
राजेश वागले का किरदार निभा रहे, सुमीत राघवन ने कहा, “राजेश ऐसा पिता है जो अपने दोनों बच्चों का भला ही चाहता है। इसलिए, जब वह देखता है कि उसके पास सखी को एक बहुत बड़ी बाधा से पार पाने में मदद करने का मौका है, तो वह कूद पड़ता है। उसे ड्राइविंग स्कूल में दाखिला दिलाकर, वह न केवल उसे सही दिशा में बहुत जरूरी राह दिखाता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि उसे उस पर बिना शर्त और अटूट भरोसा है। व्यक्तिगत रूप से, मेरे लिए गाड़ी चलाना अत्यावश्यक कौशल है। इसके साथ आने वाली स्वतंत्रता और स्वाधीनता आवश्यक है और एक समाज के रूप में मेरा मानना है कि हमें अपनी महिलाओं को आगे बढ़ाना चाहिए और उन्हें उनके हर डर पर जीत हासिल करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।”
देखते रहें वागले की दुनिया: नई पीढ़ी नए किस्से सिर्फ सोनी सब पर, हर सोमवार से शनिवार, रात 9.00 बजे