बीएसएफ का एएसआई हुआ एटीएम फ्रॉड का शिकार
भिलाई । एटीएम में जाकर रुपए निकाल रहे हैं तो सतर्कता बरतें, क्योंकि शातिरों ने एटीएम फ्रॉड का एक नया तरीका निकाल लिया है। ऐसा ताजा मामला मोहन नगर थाना क्षेत्र में सामने आया है। यहां बीएसएफ के एएसआई को दो शातिरों ने गुमराह कर उसका एटीएम हड़प लिया। जब तक बीएसएफ का जवान समझ पाता उसके खाते से 19 हजार 400 रुपए निकल गए। इस मामले में बीएसएफ के एएसआई की शिकायत मोहन नगर पुलिस ने धारा 318 ;4, 3 ;5 बीएनएस के तहत अपराध दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार बीएसएफ में पदस्थ सहायक उप निरीक्षक दिनेश पाल सिंह नेइस संबंध में शिकायत दर्ज कराई है। उसने अपनी शिकायत में बताया कि वर्तमान में उसकी ड्यूटी रेलवे स्टेशन दुर्ग में लगी है। 3 फरवरी की सुबह करीबन 8 बजे उसने दीपक नगर स्थित एसबीआई एटीएम से 4000 रुपए निकाले। इसके बाद दोबारा 10.10 बजे उसी एटीएम में रुपए निकालने पहुंचा तो उसके पीछे दो शख्स खड़े थे। दिनेश पाल ने दो हजार रुपए निकाले और इस दौरान उनका एटीएम फंस गया।
काफी निकालने के बाद भी एटीएम नहीं निकला। इस पर पीछे खडे व्यक्ति ने कहा कि एटीएम मशीन के उपर जो नंबर लिखा है उससे बात कर लो वह गार्ड का नंबर है। इसके बाद दिनेश पाल ने उक्त नंबर पर कॉल किया तो सामने वाले कहा कि आप पहले इंटर बटन दबा कर अपना पिन नंबर डालो जिससे आपका कार्ड निकालने का आप्शन आयेगा। फिर उसने वैसा ही किया। तब भी कार्ड मशीन से बाहर नहीं निकला। इसके बाद उसने फिर से उसी नंबर पर कॉल किया तो सामने वाले कहा कि 12.30 बजे एटीएम गाडी आएगी तो कार्ड मिल जाएगा। यह सुनने के बाद दिनेश पाल वहां से चला गया। बाद में जब वह फिर से एटीएम में अपना कार्ड लेने पहुंचा तो मशीन में कार्ड नहीं था और वह शख्स भी नहीं था।
यही नहीं एटीएम मशीन के ऊपर जो कथित गार्ड का नंबर लिखा हुआ स्टीकर लगा था वह भी नदारद था। इसके बाद खाता चेक करने पर 10,000 एवं 9400 रुपए निकाल लिए गए थे। सेक्टर 1 के भारतीय स्टेट बैंक शाखा में जाकर पता लगाने पर अधिकारियों ने बताया कि उक्त रुपए साइंस कालेज एटीएम से निकाले गए हैं। इसके बाद एएसआई को समझ में आ गया कि दोनों ने पूरी साजिश के तहत उसे फंसाया और उसके एटीएम से रुपए निकाल लिये। बैंक से एएसआई ने अपना एटीएम ब्लॉक कराया। अब इस मामले में पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है।
मशीन में छेड़छाड़ करने की आशंका:-
बीएसएफ के एएसआई से एटीएम फ्रॉड करने वालों ने मशीन में कुछ छेड़छाड़ की होगी, जिससे की रुपए निकलने के बाद कार्ड फंस गया। पहले से शातिर ने अपने दूसरे साथी का मोबाइल नंबर स्टीकर के माध्यम से मशीन पर चस्पा कर दिया था। कार्ड फंसने पर उसने एएसआई को उस नंबर पर कॉल करने कहा जो कि उसके ही साथी का हो सकता है। इसके बाद कॉलर के बताए अनुसार एटीएम पिन डाला, जिसे वहां खड़े शातिर ने देख लिया। इसके बाद भी कार्ड नहीं निकला। तब एटीएम गाड़ी आने पर कार्ड मिलने की बात कही गई। इसके बाद एएसआई वहां से गया तो शातिरों ने कार्ड निकाला और साइंस कॉलेज के पास वाले एटीएम से रुपए निकाल लिया।