देश-विदेश
कटनी में मनाया गया 1857 की क्रांति के प्रणेता राजा शंकर शाह और कुँवर रघुनाथ शाह का शौर्य दिवस
कटनी। 18.9.2025: 1857 की क्रांति के प्रणेता अमर शहीद राजा शंकर शाह और कुँवर रघुनाथ शाह की शहादत को नमन करते हुए ढीमरखेड़ा के मंगल भवन में शौर्य दिवस समारोह एवं सामाजिक समानता व भाईचारा सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में सामाजिक कार्यकर्ता, समाजसेवी और स्थानीय नागरिक उपस्थित रहे। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में अपना दल (एस) के राष्ट्रीय महासचिव श्री आर बी सिंह पटेल तथा प्रमुख वक्ताओं में इंजी. श्री सत्यप्रकाश कुरील राष्ट्रीय अध्यक्ष (एस.सी.एस.टी मंच) अपना दल (एस) एवं श्री अशोक विश्वकर्मा (उपाध्यक्ष, जिला पंचायत, कटनी) उपस्थित रहे। आयोजक डॉ. बी.के. पटेल, सुभाष पटेल, ऋषिराम पटेल, संतराम पटेल, विजय चौधरी, सुरेश कोल, अतुल चौधरी, ओमकार चौधरी, इन्द्रजीत लोधी व अन्य की अध्यक्षता में कार्यक्रम का शुभारंभ शहीदों के चित्र पर माल्यार्पण और सामाजिक एकता के संकल्प के साथ हुआ।
फ्लाईओवर से गिरा, फिर गाड़ी ने उड़ाया: दर्दनाक हादसे में व्यक्ति की मौत...
नई दिल्ली। पूर्वी दिल्ली के पांडव नगर इलाके में बुधवार देर रात हुए दर्दनाक हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक, 49 वर्षीय राकेश कुमार अग्रवाल, निवासी इंदिरापुरम (गाजियाबाद), फ्लाईओवर से गिरकर वाहन की चपेट में आ गए, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
यह घटना राष्ट्रीय राजमार्ग-24 पर मंगलम कट फ्लाईओवर के पास रात करीब 12 बजे हुई। पुलिस के अनुसार, घटनास्थल से एक कार और एक स्कूटर क्षतिग्रस्त हालत में मिले। हालांकि, पुलिस के पहुंचने से पहले ही घायलों को लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल भेजा जा चुका था, जहां डॉक्टरों ने राकेश को मृत घोषित कर दिया।
शिकायतकर्ता अमित कुमार, एक ऑटो चालक, ने बताया कि वह गाजीपुर की ओर जा रहा था, तभी उसने एक व्यक्ति को फ्लाईओवर से सर्विस रोड पर गिरते देखा। गंभीर रूप से घायल राकेश को राहगीरों की मदद से अस्पताल पहुंचाया गया।
प्रारंभिक जांच में पुलिस को आशंका है कि फ्लाईओवर पर किसी अज्ञात भारी वाहन ने पीड़ित को टक्कर मारी होगी, जिससे वे नीचे गिर गए। मामले में पांडव नगर थाने में बीएनएस की संबंधित धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
नेपाल की अंतरिम प्रधानमंत्री से PM मोदी ने की बात
नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेपाल की अंतरिम सरकार की प्रधानमंत्री सुशीला कार्की से फोन पर बातचीत की और हाल ही में हुई दुखद घटनाओं पर अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं। उन्होंने नेपाल में शांति और स्थिरता बहाल करने के लिए भारत के अटूट समर्थन का भरोसा दिलाया। साथ ही, उन्होंने नेपाल के राष्ट्रीय दिवस के मौके पर सुशीला कार्की और नेपाल के लोगों को अपनी शुभकामनाएं दीं। बता दें कि प्रधानमंत्री ने सुशीला कार्की को नेपाल की अंतरिम सरकार का प्रमुख चुने जाने पर पहले X पर पोस्ट करके बधाई दी थी।
प्रधानमंत्री ने फोन पर क्या बात की?
प्रधानमंत्री मोदी ने X पर पोस्ट करके कहा, 'नेपाल की अंतरिम सरकार की प्रधानमंत्री श्रीमती सुशीला कार्की के साथ एक आत्मीय बातचीत हुई। हाल ही में हुई दुखद जनहानि पर अपनी हार्दिक संवेदनाएं व्यक्त कीं और उनके शांति व स्थिरता बहाल करने के प्रयासों के लिए भारत के अटूट समर्थन को दोहराया। साथ ही, मैंने उन्हें और नेपाल के लोगों को उनके कल के राष्ट्रीय दिवस के लिए हार्दिक शुभकामनाएं दीं।' इससे पहले, पीएम मोदी ने सुशीला कार्की को नेपाल की अंतरिम प्रधानमंत्री के रूप में कार्यभार संभालने पर बधाई दी थी।
कार्नी के मंत्रिमंडल से क्रिस्टिया फ्रीलैंड ने दिया इस्तीफा
टोरंटो । क्रिस्टिया फ्रीलैंड ने प्रधानमंत्री मार्क कार्नी के मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया। फ्रीलैंड ने पिछले साल भी वित्त मंत्री पद से अचानक इस्तीफा दे दिया था, जिसके कारण जस्टिन ट्रूडो को कनाडा के प्रधानमंत्री पद से हटना पड़ा था।
फ्रीलैंड ने परिवहन और आंतरिक व्यापार मंत्री के पद से इस्तीफा देने की घोषणा करते हुए अपने पत्र में कहा कि वह अगला चुनाव नहीं लड़ेंगी। हालांकि, उन्होंने साफ किया कि वह परिवार के साथ समय बिताने के लिए राजनीति से पीछे नहीं हट रही हैं। उन्होंने लिखा, 'बहुत आभार और थोड़े दुख के साथ मैंने फैसला किया है कि आज मैं मंत्रिमंडल से इस्तीफा दूं और अपने जीवन का यह अध्याय समाप्त करूं।'
प्रधानमंत्री कार्नी ने घोषणा की कि फ्रीलैंड अब संसद सदस्य की भूमिका निभाने के साथ-साथ यूक्रेन के पुनर्निर्माण के लिए कनाडा की नई विशेष प्रतिनिधि होंगी। यह नया पद मंत्रिमंडल से बाहर का होगा। दरअसल, फ्रीलैंड इस साल मार्च में लिबरल पार्टी के नेतृत्व की दौड़ में कार्नी से हार गई थीं, लेकिन बाद में उनके मंत्रिमंडल में वापस आकर परिवहन और आंतरिक व्यापार मंत्री बन गईं।
फ्रीलैंड कभी जस्टिन ट्रूडो की सबसे ताकतवर मंत्री मानी जाती थीं। उन्होंने उप-प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री दोनों के रूप में कार्य किया, लेकिन पिछले साल दिसंबर में उनके अचानक इस्तीफे ने ट्रूडो को प्रधानमंत्री और पार्टी नेता पद छोड़ने पर मजबूर कर दिया। इसके बाद, फ्रीलैंड ने पार्टी नेतृत्व के लिए चुनाव लड़ा, लेकिन उन्हें केवल 8 फीसदी वोट मिले।
पीएम मोदी को वैश्विक नेताओं ने दी 75वें जन्मदिन पर बधाई
नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 75वें जन्मदिन पर विश्व के विभिन्न देशों के नेताओं और राजदूतों ने उन्हें हार्दिक शुभकामनाएं दीं। इन संदेशों में भारत के साथ द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने और वैश्विक साझेदारी को नई ऊंचाइयों तक ले जाने की इच्छा व्यक्त की गई।
न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया, इजरायल, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और रूस के प्रतिनिधियों ने सोशल मीडिया और आधिकारिक बयानों के माध्यम से पीएम मोदी के नेतृत्व की सराहना की।
न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक वीडियो संदेश साझा कर पीएम मोदी को बधाई दी। उन्होंने कहा, मेरे मित्र पीएम मोदी को नमस्कार। न्यूजीलैंड के सभी मित्रों की ओर से आपको 75वें जन्मदिन की बधाई। इस तरह की उपलब्धि आपके नेतृत्व की बुद्धिमत्ता को दर्शाती है, क्योंकि आप 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के लिए मार्गदर्शन करना चाहते हैं। मैं न्यूजीलैंड के भारत के साथ और अधिक साझेदारी करने के लिए उत्साहित हूं।
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने अपने वीडियो संदेश में कहा, मेरे मित्र प्रधानमंत्री मोदी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं। ऑस्ट्रेलिया को भारत के साथ इतनी गहरी दोस्ती पर गर्व है। हम ऑस्ट्रेलिया में भारतीय समुदाय के अविश्वसनीय योगदान के लिए हर दिन आभारी हैं। मैं जल्द ही आपसे मिलने की आशा करता हूं।
इजरायल के भारत राजदूत रूवेन आजार ने हिंदी और अंग्रेजी में संदेश देते हुए कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इजरायल और हमारे नई दिल्ली स्थित दूतावास की ओर से जन्मदिन की ढेरों शुभकामनाएं। भारत-इजरायल मित्रता और मजबूत हो।
इजरायल के पूर्व मिडवेस्ट इंडिया कौंसल जनरल कोबी शोशानी ने कहा, पीएम नरेंद्र मोदी को 75वें जन्मदिन की बधाई, जो 17 सितंबर 1950 को पैदा हुए, उसी दिन जब भारत ने इजरायल को मान्यता दी।
यूएई के भारत राजदूत अब्दुल नासिर अलशाली ने अपने संदेश में लिखा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं। आपके उत्तम स्वास्थ्य और निरंतर सफलता की कामना करता हूं। विश्वास है कि यूएई-भारत की साझेदारी नई ऊंचाइयों को छुएगी।
रूस के भारत राजदूत डेनिस अलीपोव ने 'एक्स' पर हिंदी में पोस्ट कर कहा, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके जन्मदिन पर हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं। रूस-भारत की दशकों पुरानी मैत्री को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में उनके अमूल्य योगदान के लिए हम आभारी हैं। कामना है कि देश और दुनिया की भलाई करने वाले हर काम में उनको सफलता मिलती रहे।
दिल्ली-मुंबई हाईकोर्ट और बिहार में बम धमकी से मचा हड़कंप...
ISIS मॉड्यूल से जोड़कर जांच में जुटी एजेंसियां
नई दिल्ली। शुक्रवार का दिन आमतौर पर लोगों के लिए वीकेंड की शुरुआत का सुकून लेकर आता है, लेकिन इस बार हालात बिल्कुल उलट रहे। देश की राजधानी दिल्ली, औद्योगिक राजधानी मुंबई और चुनावी राज्य बिहार इन तीनों जगहों पर बम धमकी की खबरों से अचानक अफरा-तफरी मच गई।
ISIS मॉड्यूल की गिरफ्तारी के बाद बढ़ा शक
हाल ही में सुरक्षा एजेंसियों ने देश के विभिन्न हिस्सों से आईएसआईएस के स्लीपर सेल से जुड़े 5 आतंकियों को गिरफ्तार किया था। जांच में सामने आया था कि ये आतंकी रासायनिक हथियार और आत्मघाती बम बनाने की साजिश में सक्रिय थे। ऐसे में शुक्रवार को आई धमकी को गंभीरता से लिया जा रहा है।
दिल्ली हाईकोर्ट को धमकी भरा ईमेल
पहली धमकी दिल्ली हाईकोर्ट को मिली। दोपहर को हाईकोर्ट प्रशासन के पास एक ईमेल आया, जिसमें लिखा गया था "पवित्र शुक्रवार के विस्फोटों के लिए पाकिस्तान और तमिलनाडु की मिलीभगत। न्यायाधीश कक्ष/अदालत परिसर में 3 बम रखे गए हैं। दोपहर 2 बजे तक खाली कर दें।"
ईमेल मिलते ही हड़कंप मच गया। दिल्ली पुलिस ने तुरंत बम निरोधक दस्ते, डॉग स्क्वॉड, फायर ब्रिगेड और एम्बुलेंस को मौके पर तैनात किया। पूरे हाईकोर्ट परिसर को खाली करा कर तलाशी अभियान शुरू किया गया। हालांकि, अब तक कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली है।
मुंबई हाईकोर्ट को भी धमकी
दिल्ली के बाद बॉम्बे हाईकोर्ट को भी इसी तरह का धमकी भरा ईमेल मिला। खबर मिलते ही पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां सक्रिय हो गईं। सभी न्यायाधीशों, वकीलों, कर्मचारियों और आगंतुकों को बाहर निकाल दिया गया। हाईकोर्ट परिसर की तलाशी के लिए बम निरोधक स्क्वॉड और डॉग स्क्वॉड तैनात हैं।
बिहार में पाकिस्तानी हैंडल से धमकी
इधर बिहार में भी स्थिति तनावपूर्ण हो गई। एक पाकिस्तानी इंटरनेट मीडिया हैंडल से पोस्ट कर धमकी दी गई कि "12 सितंबर 2025 की शाम 4 बजे बम विस्फोट करेंगे, यदि रोक सको तो रोक कर दिखाओ।"
इस धमकी के बाद बिहार पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने कई इलाकों को सील कर तलाशी शुरू कर दी। बम निरोधक दस्ते को अलर्ट कर दिया गया है।
जांच में जुटीं सुरक्षा एजेंसियां
अब तक दिल्ली, मुंबई और बिहार—तीनों जगहों पर हुई जांच में कोई विस्फोटक सामग्री नहीं मिली है। संभावना जताई जा रही है कि यह धमकी असामाजिक तत्वों की कारस्तानी हो सकती है। इसके पहले भी देशभर के कई स्कूलों और संस्थानों को इस तरह की फर्जी धमकियां मिल चुकी हैं।
फिर भी हाल की गिरफ्तारियों और ISIS मॉड्यूल की गतिविधियों को देखते हुए सुरक्षा एजेंसियां इसे हल्के में लेने को तैयार नहीं हैं। फिलहाल केंद्रीय एजेंसियां ईमेल और सोशल मीडिया पोस्ट के स्रोत का पता लगाने में जुट गई हैं।
सिक्किम में भूस्खलन की चपेट में आने से 4 की मौत
गंगटोक। सिक्किम के पश्चिमी हिस्से में यांगथांग विधानसभा क्षेत्र के तहत आने वाले अपर रिम्बी में गुरुवार रात को एक भीषण भूस्खलन ने काफी तबाही मचाई है।
इस हादसे में कम से कम 4 लोगों की जान चली गई, जबकि 3 लोग अभी भी लापता हैं। पुलिस के मुताबिक, भूस्खलन की चपेट में आने से 3 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी। इसके बाद पुलिस, स्थानीय लोगों और सशस्त्र सीमा बल (SSB) के जवानों ने मिलकर राहत और बचाव कार्य शुरू किया।
राधाकृष्णन ने ली उपराष्ट्रपति पद की शपथ
नई दिल्ली । सीपी राधाकृष्णन ने शुक्रवार को उपराष्ट्रपति पद की शपथ ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में 67 वर्षीय राधाकृष्णन को शपथ दिलाई। राजग उम्मीदवार राधाकृष्णन ने इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार पूर्व जस्टिस बी सुदर्शन रेड्डी को 152 मतों के अंतर से हराकर उपराष्ट्रपति पद का चुनाव जीत था। 21 जुलाई को जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफे के बाद 9 सितंबर को नए उपराष्ट्रपति के लिए चुनाव हुआ था।
इससे पहले उपराष्ट्रपति चुने जाने के बाद राधाकृष्णन ने महाराष्ट्र के राज्यपाल पद से इस्तीफा दे दिया था। गुरुवार को राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी बयान में यह जानकारी दी गई थी। राष्ट्रपति मुर्मू ने राधाकृष्णन के इस्तीफे के बाद गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत को महाराष्ट्र का अतिरिक्त प्रभार सौंपा है। देवव्रत अब दोनों राज्यों के राज्यपाल की जिम्मेदारी संभालेंगे।
बीएपीएस हिंदू मंदिर की सुंदरता देख अभिभूत हुए धर्मेंद्र प्रधान
अबू धाबी। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान अबू धाबी स्थित बीएपीएस हिंदू मंदिर के दौरे पर इसकी सुंदरता, रचनात्मकता और समावेशिता से अभिभूत हो गए। उन्होंने इस मंदिर को “असंभव चमत्कार” और “सभ्यता की उपलब्धि” बताते हुए बीएपीएस स्वामीनारायण संस्था के संतों की निस्वार्थ सेवा के प्रति गहरी श्रद्धा व्यक्त की।
केंद्रीय मंत्री प्रधान ने कहा कि यह मंदिर भारत के शाश्वत मूल्यों सौहार्द, शांति और आध्यात्मिकता का वैश्विक प्रतीक है। उन्होंने इसे न केवल अद्भुत शिल्पकला का नमूना बताया बल्कि असंख्य स्वयंसेवकों और भक्तों की सामूहिक भक्ति व त्याग का प्रतीक भी माना।
मंत्री ने इस भव्य धाम की सराहना करते हुए कहा कि यह अंतरधार्मिक संवाद और सांस्कृतिक एकता को बढ़ावा देता है तथा आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा।
धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि यह मंदिर हमेशा भारत के सांस्कृतिक गौरव और आध्यात्मिक शक्ति का प्रतीक रहेगा, जो विभिन्न राष्ट्रों के दिलों को जोड़ता है और दुनिया को आस्था व सेवा की अमर शक्ति की याद दिलाता है।
बता दें कि बीएपीएस हिंदू मंदिर, अबू धाबी, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की राजधानी में स्थित एक पारंपरिक हिंदू मंदिर है, जिसे बीएपीएस स्वामीनारायण संस्था ने निर्मित किया है।
यह भव्य मंदिर प्रमुख स्वामी महाराज (1921–2016) की प्रेरणा से साकार हुआ और 14 फरवरी 2024 को महंत स्वामी महाराज द्वारा प्रतिष्ठित किया गया। यह अबू धाबी का पहला पारंपरिक हिंदू मंदिर है, जो भारतीय संस्कृति और अध्यात्म का प्रतीक माना जाता है।
अमेरिका के इंफ्लूएंसर और ट्रंप के करीबी चार्ली किर्क की हत्या
वाशिंगटन। अमेरिका के कंजरवेटिव युवा नेता और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के करीबी सहयोगी चार्ली किर्क (31) की बुधवार को गोली मारकर हत्या कर दी गई। किर्क यूटा वैली यूनिवर्सिटी में एक कॉलेज कार्यक्रम में भाषण दे रहे थे, तभी उन पर हमला हुआ। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर उनके निधन की पुष्टि करते हुए दुख व्यक्त किया। यूटा के गवर्नर स्पेंसर कॉक्स ने इसे राजनीतिक हत्या करार दिया है।
भारत में देव भक्ति और देश भक्ति अलग नहीं : मोहन भागवत
नागपुर । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने कहा कि भारत में देव भक्ति और देशभक्ति अलग-अलग नहीं है। इनके लिए दो अलग-अलग शब्द हैं, लेकिन जो देवभक्त होता है, वह स्वाभाविक रूप से देशभक्त भी होता है, और जो देशभक्त होता है, ईश्वर उससे भी देवभक्ति करा लेते हैं। उन्होंने कहा कि अंतिम सत्य तक पहुंचने के 108 अलग-अलग मार्ग हैं, लेकिन सबको एक ही सत्य तक पहुंचना है।
अपने जन्मदिन (11 सितंबर) से ठीक एक दिन पूर्व नागपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में डॉ. मोहन भागवत ने कहा कि दुनिया में हर तरह का विकास हो रहा है, लेकिन इसके बाद भी लोगों के पास संतोष नहीं है। इसका कारण यह है कि उन्होंने विकास में सुख देखा, लेकिन अब यह अनुभव में आ रहा है कि केवल विकास से सुख नहीं आता। बल्कि दूसरों के लिए निःस्वार्थ भाव से कुछ करने से ही संतोष प्राप्त होता है।
सरसंघचालक ने कहा कि लोग मानते हैं कि राम ने उत्तर भारत को दक्षिण से जोड़ा। इसी तरह भगवान कृष्ण ने पूर्व को पश्चिम से जोड़ा। उन्होंने कहा कि, लेकिन भगवान शिव हर कण में विद्यमान हैं और वे हर कण को आपस में जोड़ते हैं। उन्होंने कहा कि इस दृष्टि से देखने से यह समझ आता है कि कोई पराया नहीं है। वर्तमान में लोगों के स्वरूप अलग-अलग दिख सकते हैें, लेकिन अंतिम रूप से सभी एक हैं और इसलिए आपस में एक दूसरे से संबंधित हैं।
भागवत ने कहा कि भारत हजारों साल से विद्यमान है। यहां तपस्या का महत्त्व है। जो व्यक्ति स्वयं को प्राप्त कर लेता है, उसे यह समझ आ जाता है कि कोई पराया नहीं है, और सबके लिए निःस्वार्थ भाव से सेवा करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मनुष्य अपने बच्चों की सेवा करते हैं। लेकिन इसके पीछे कोई कांट्रैक्ट नहीं होता कि वे बड़े होकर उनकी भी सेवा करेंगे। लेकिन बच्चे बाद में समझते हैं कि उन्हें भी अपने माता-पिता की सेवा करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि निःस्वार्थ भाव से की गई सेवा लोगों को एक दूसरे से जोड़ती है।
श्री श्री रविशंकर ने कहा कि डॉ. मोहन भागवत कर्मनिष्ठ और सेवा में समर्पित हैं। वे अपना पूरा समय देश-समाज के लिए देते हैं। उन्होंने कहा कि भागवत के मार्गदर्शन से करोड़ों लोग देशभक्ति और धर्म की स्थापना में लगे हैं। उन्होंने कहा कि आरएसएस पिछले सौ साल से देश की सनातन धरोहर को बचाने का काम कर रहा है, और यह कार्य आगे बढ़ते रहना चाहिए।
75 वर्ष के हुए मोहन भागवत
नई दिल्ली । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत गुरुवार 11 सितंबर 2025 को 75 वर्ष के हो गये। वह 16 वर्षों से अधिक समय से संघ के मार्गदर्शक और दार्शनिक के रूप में शीर्ष पर हैं। 11 सितंबर, 1950 को महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले में जन्मे मधुकर दत्तात्रेय देवरस, जिन्हें बालासाहेब के नाम से जाना जाता है और एमएस गोलवलकर के बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के तीसरे सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले प्रमुख हैं।
बालासाहेब आरएसएस के तीसरे सरसंघचालक थे जो 20 वर्षों से अधिक समय तक शीर्ष पर रहे। वहीं संघ के दूसरे सरसंघचालक गोलवलकर ने 32 वर्षों से अधिक समय तक हिंदुत्व संगठन का नेतृत्व किया। भागवत ने लगभग 50 वर्ष पहले आरएसएस के प्रचारक के रूप में काम करना शुरू किया था और मार्च 2009 में वह इसके सरसंघचालक बने। उनके पिता मधुकरराव भागवत भी एक प्रचारक थे। प्रचारक आरएसएस का पूर्णकालिक कार्यकर्ता होता है।
नेपाल में हालात बेकाबू: पीएम और कई मंत्रियों का इस्तीफा, संसद-सुप्रीम कोर्ट तक फूंके
काठमांडू । नेपाल में सरकारी भ्रष्टाचार के खिलाफ शुरू हुआ युवाओं का आंदोलन लगातार उग्र होता जा रहा है। मंगलवार को हालात उस समय बेकाबू हो गए जब प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली, राष्ट्रपति, कई मंत्रियों और शीर्ष नेताओं के सरकारी व निजी आवासों पर हमला कर तोड़फोड़ और आगजनी कर दी। हिंसा की आग इतनी तेजी से फैली कि संसद भवन, सिंह दरबार (प्रधानमंत्री और मंत्रियों के दफ्तर) और सुप्रीम कोर्ट तक इसकी चपेट में आ गए।
सरकार के खिलाफ यह गुस्सा उस वक्त और भड़क गया जब सुरक्षा बलों द्वारा गोली चलाने का आदेश देने वाले डीएसपी की भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी। पूर्व प्रधानमंत्री शेरबहादुर देउबा, उनकी पत्नी व विदेश मंत्री आरजू राणा देउबा और कई अन्य नेताओं को भी प्रदर्शनकारियों के गुस्से का सामना करना पड़ा।
नेताओं और परिवारों को बनाया निशाना
उग्र भीड़ ने पीएम ओली, राष्ट्रपति पौडेल और कई मंत्रियों के आवासों पर हमला, निजी घरों में तोड़फोड़ की। वहीं पूर्व प्रधानमंत्री शेरबहादुर देउबा और उनकी पत्नी व विदेश मंत्री आरजू राणा देउबा की घर में घुसकर पिटाई की गई। उग्र भीड़ ने पूर्व पीएम झालानाथ खनल की पत्नी राजलक्ष्मी चित्रकार को जिंदा जला दिया, जिनकी बाद में कीर्तिपुर बर्न अस्पताल में मौत हो गई। वित्त मंत्री विष्णु पौडेल को सड़कों पर दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया, जिसके वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए। पूर्व प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड, संचार मंत्री पृथ्वी सुब्बा गुरुंग और कांग्रेस महासचिव गगन थापा के आवासों पर भी हमला किया गया। राजधानी काठमांडू स्थित संसद भवन, सुप्रीम कोर्ट और सिंह दरबार को पूरी तरह जला दिया गया।
संवैधानिक संस्थानों और मीडिया पर हमला
संसद भवन, सुप्रीम कोर्ट, विशेष अदालत और सिंह दरबार (पीएम और मंत्रियों के दफ्तर) को प्रदर्शनकारियों ने आग के हवाले कर दिया। कांतिपुर टीवी की इमारत भी जला दी गई। कई बैंकों में लूटपाट, जगह-जगह टायर जलाकर सड़कें रोकी गईं।
जेलों पर हमला और कैदियों की रिहाई
धनगढ़ी और काठमांडू में प्रदर्शनकारियों ने जेलों पर हमला किया। करीब 1,500 कैदी नक्खू जेल से भाग निकले, जबकि धनगढ़ी जेल से भी सैकड़ों कैदी फरार हो गए। नक्खू जेल से भ्रष्टाचार के आरोप में बंद पूर्व उप प्रधानमंत्री और राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी अध्यक्ष रबि लामिछाने को छुड़ा लिया गया। जेल प्रशासन ने हालात बिगड़ने के बाद उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने से मना कर दिया, जिसके बाद उनकी पत्नी निकिता पौडेल उन्हें जेल से बाहर ले गईं। लामिछाने भी मौजूदा हालात में पीएम पद के दावेदार के रूप में देखे जा रहे हैं।
सोशल मीडिया बैन से भड़का आंदोलन
सरकार ने सोमवार को फेसबुक, यूट्यूब और अन्य 26 सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रतिबंध लगाया था। हालांकि देर रात प्रतिबंध हटा लिया गया, लेकिन तब तक हालात बिगड़ चुके थे। आंदोलनकारी “जेन-जी आंदोलन” के नाम से संगठित होकर लगातार आक्रामक होते गए।
बालेन शाह के पक्ष में माहौल
इस बीच काठमांडू के युवा मेयर बालेंद्र शाह (बालेन) नए प्रधानमंत्री के दावेदार के रूप में उभरे हैं। जनता का मानना है कि बालेन की बेदाग छवि और भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति उन्हें इस संकट से उबारने के लिए सबसे उपयुक्त बनाती है। खुद बालेन ने युवाओं से संयम बरतने और संसद भंग होने के बाद ही नई सरकार पर चर्चा करने की अपील की है।
नेपाल एक गहरे राजनीतिक और सामाजिक संकट में प्रवेश कर चुका है। ओली और मंत्रियों के इस्तीफे के बाद सत्ता का भविष्य अनिश्चित हो गया है। जनता की मांग है कि बेदाग और ईमानदार नेतृत्व ही देश को इस दौर से बाहर निकाल सकता है। आने वाले दिनों में यह देखना अहम होगा कि क्या संसद भंग होती है और क्या बालेन शाह जैसे नए चेहरे को जनता का समर्थन राजनीतिक सत्ता में तब्दील हो पाता है।
कर्नाटक में विधायक सतीश सैल गिरफ्तार
बेंगलुरु। कर्नाटक के कारवार निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस विधायक सतीश के. सैल को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों ने मंगलवार को बेंगलुरु में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। विधायक सतीश सैल की गिरफ्तारी उस समय हुई जब वह ईडी कार्यालय में एक पूछताछ में शामिल होने गए थे।
इससे पहले, ईडी ने 13 और 14 अगस्त को अवैध लौह अयस्क निर्यात के आरोपों के सिलसिले में कांग्रेस विधायक सतीश सैल के आवास पर छापेमारी की थी और अवैध संपत्ति, नकदी और आभूषण बरामद किए थे।
ईडी के अधिकारियों ने भारी मात्रा में नकदी और सोना जब्त किया। सतीश सैल की संपत्तियों को निशाना बनाकर कारवार, गोवा, मुंबई और दिल्ली में तलाशी अभियान चलाया गया। ईडी के अधिकारियों ने दस्तावेजों, सोने और नकदी को दो बक्सों में भर दिया।
विधायक सतीश सैल हाल के दिनों में केंद्रीय एजेंसियों द्वारा गिरफ्तार किए जाने वाले तीसरे कांग्रेस विधायक हैं। चित्रदुर्ग विधायक के.सी. वीरेंद्र और धारवाड़ ग्रामीण विधायक विनय कुलकर्णी अन्य दो विधायक हैं।
सूत्रों ने बताया कि विधायक सतीश सैल को मेडिकल परीक्षण के लिए ले जाया जाएगा और बाद में उन्हें न्यायाधीश के समक्ष पेश किया जाएगा। विधायक सतीश सैल की गिरफ्तारी के संबंध में अभी और जानकारी सामने आनी बाकी है।
26 अक्टूबर, 2024 को एक विशेष एमपी-एमएलए कोर्ट ने बेलेकेरी अवैध लौह अयस्क निर्यात मामले से जुड़े सभी छह मामलों में विधायक सतीश सैल को सात साल की कैद की सजा सुनाई। अदालत ने उन पर 44 करोड़ रुपए का जुर्माना भी लगाया था।
अस्पताल में महिला मरीज को बेहोशी की दवा देकर बलात्कार
तेलंगाना । करीमनगर जिले से बड़ी ही शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है। यहां एक निजी हॉस्पिटल में एडमिट एक महिला मरीज के साथ कथित तौर पर बलात्कार किया गया है। जानकारी के मुताबिक, महिला टाइफाइड और तेज बुखार की शिकायत लेकर अस्पताल में भर्ती हुई थी। यहां तीन दिन पहले उसके साथ रेप की घटना हुई। पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड का टेक्निशियन को गिरफ्तार किया है। आइए जानते हैं इस पूरी घटना के बारे में।
तेलंगाना के करीमनगर में तेलंगाना के करीमनगर में एक निजी अस्पताल में तीन दिन पहले एक महिला मरीज के साथ कथित तौर पर बलात्कार करने के आरोप में 24 वर्षीय आपातकालीन वार्ड टेक्निशियन को गिरफ्तार किया गया है। जानकारी के मुताबिक, आरोपी की पहचान महाराष्ट्र निवासी दक्षिणा मूर्ति के रूप में हुई है। आरोपी को फिलहाल न्यायिक हिरासत में रखा गया।
बेहोशी की दवा देकर मरीज से रेप
दरअसल, जगतियाल की रहने वाली 20 पीड़िता अस्पताल में टाइफाइड और तेज बुखार का इलाज करा रही थी। पुलिस की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, मूर्ति ने रविवार तड़के उसे कथित तौर पर बेहोशी की दवा दी। अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज में भी मूर्ति को आपातकालीन वार्ड में प्रवेश करते, पीड़ित के बिस्तर के पास जाते और पर्दे बंद करते हुए देखा गया है।
अब तक मामले में क्या कार्रवाई हुई?
पुलिस ने इस पूरी घटना को लेकर बताया है कि पीड़िता महिला का मेडिकल परीक्षण कराया गया है। अब मेडिकल जांच की रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। पुलिस की ओर से इस मामले में बीएनएस की धारा 64 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। मामले में आगे की जांच की जा रही है।
कुलगाम में लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकी ढेर
कुलगाम । भारतीय सेना की चिन्नार कॉर्प्स ने जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में चलाए गए 'ऑपरेशन गुड्डर' में दो खतरनाक लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों को मार गिराया है। सेना ने इस अभियान को बड़ी सफलता करार दिया है और कहा है कि घाटी को आतंकवाद से मुक्त करने का संकल्प जारी रहेगा।
सेना की ओर से मिली जानकारी के अनुसार, मारे गए आतंकवादियों की पहचान रहमान और आमिर अहमद डार के रूप में हुई है। रहमान पाकिस्तान का नागरिक और लश्कर-ए-तैयबा का सक्रिय सदस्य था और आमिर अहमद डार निवासी दरमदोरा, शोपियां, जम्मू-कश्मीर था। दोनों आतंकवादी लंबे समय से घाटी में आतंक फैलाने और युवाओं को भड़काने की साजिशों में शामिल थे।
ऑपरेशन के दौरान सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों के कब्जे से हथियार, गोला-बारूद और अन्य युद्ध सामग्री बरामद की है। बरामद सामान में आधुनिक राइफलें, मैगजीन, ग्रेनेड और संचार उपकरण शामिल हैं।
चिन्नार कॉर्प्स ने अपने आधिकारिक 'एक्स' पोस्ट में कहा, "यह ऑपरेशन दो कट्टर लश्कर-ए-तैयबा आतंकवादियों के खात्मे के साथ समाप्त हुआ, जिनकी पहचान पाकिस्तानी नागरिक रहमान और शोपियां के दारमदोरा निवासी आमिर अहमद डार के रूप में हुई है। साथ ही, हथियार, गोला-बारूद और अन्य युद्ध सामग्री भी बरामद की गई है।
सेना ने स्थानीय नागरिकों को भी सचेत किया है कि वे आतंकवादियों से दूर रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी सुरक्षा बलों को दें। सेना का मानना है कि स्थानीय लोगों के सहयोग से ही घाटी में स्थायी शांति संभव है।
सी.पी. राधाकृष्णन उपराष्ट्रपति निर्वाचित, पीएम मोदी ने मिलकर दी बधाई
नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति सी.पी. राधाकृष्णन से मुलाकात की और उन्हें जीत की बधाई दी। पीएम मोदी ने मुलाकात की तस्वीर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, थिरु सी.पी. राधाकृष्णन जी से मुलाकात की और उन्हें उपराष्ट्रपति चुनाव जीतने पर बधाई दी। इस दौरान भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय चिकित्सा एवं जनकल्याण मंत्री जे.पी. नड्डा के साथ अन्य केंद्रीय मंत्री भी मौजूद रहे।
इससे पहले पीएम मोदी ने एक अन्य पोस्ट में सी.पी. राधाकृष्णन के सामाजिक कार्यों की सराहना की थी। उन्होंने लिखा, थिरु सी.पी. राधाकृष्णन को 2025 के उपराष्ट्रपति चुनाव में विजयी होने पर बधाई। उनका जीवन सदैव समाज सेवा और गरीबों व वंचितों को सशक्त बनाने के लिए समर्पित रहा है। मुझे विश्वास है कि वे एक उत्कृष्ट उपराष्ट्रपति होंगे, जो हमारे संवैधानिक मूल्यों को सुदृढ़ करेंगे और संसदीय संवाद को आगे बढ़ाएंगे।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने भी एक्स पर मुलाकात की तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा, नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति थिरु सी.पी. राधाकृष्णन से मुलाकात की और उनकी शानदार जीत पर उन्हें बधाई दी।
इससे पहले किए एक अन्य पोस्ट में राजनाथ सिंह ने लिखा, अपने विशिष्ट सार्वजनिक जीवन में, उन्होंने विनम्रता, सत्यनिष्ठा और सेवा के प्रति गहरी प्रतिबद्धता का परिचय दिया है। उनका विशाल अनुभव, संवैधानिक एवं विधायी मामलों का गहन ज्ञान और जनता के साथ अटूट जुड़ाव उनकी नई भूमिका को और समृद्ध करेगा। मुझे विश्वास है कि उनके नेतृत्व में राज्यसभा नई ऊंचाइयों को छुएगी और हमारी संसदीय परंपराएं और सुदृढ़ होंगी। उनके सफल और प्रभावशाली कार्यकाल के लिए मेरी शुभकामनाएं।
बता दें कि एनडीए की ओर से समर्थित उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन देश के नए उपराष्ट्रपति चुन लिए गए हैं। उपराष्ट्रपति चुनाव में उन्हें 452 मत मिले। इस जीत के साथ ही वह देश के उपराष्ट्रपति पद के लिए चयनित हो गए हैं।
चुनाव आयोग के अनुसार, उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए कुल वोटर संख्या 788 थी। इसमें 7 पद रिक्त रहने के कारण प्रभावी वोटर संख्या 781 रही। मंगलवार को हुए मतदान में 768 सांसदों ने वोट डाला, जबकि 13 सदस्य अनुपस्थित रहे। अनुपस्थित रहने वालों में बीआरएस के 4, बीजद के 7, शिरोमणि अकाली दल के 1 और एक निर्दलीय सांसद शामिल थे।