संस्कृति
मेहंदी वाला घर की अभिनेत्री श्रुति आनंद कहती हैं, “मौली फिलहाल प्यार और कर्तव्य के बीच एक चौराहे पर खड़ी है”
मिथुन राशि कांग्रेस का कारक ग्रह बुध विरोधी भाव में मीन राशि पर छठवें स्थान में विराजमान, इसलिए उनके सरकार का जना विरोध के कारण छवि गिर चुका है
इस प्रश्न लग्न अनुसार तृतीया तिथि बुधवार भरणी नक्षत्र तृतीय चरण में प्रश्न होने के कारण लग्न सत्ता पक्ष और सप्तम विपक्ष भाव है। भारतीय जनता पार्टी धनु राशि है और कांग्रेस मिथुन राशि का कारक है। मिथुन राशि का स्वामी बुध विरोधी भाव में बैठा है जिस पर राहु सूर्य का ग्रहण योग बन रहा है अपने गुण एवं कार्यों से कांग्रेस की सरकार बदनाम हो चुकी है। ठीक वहीं पर धनु राशि का स्वामी गुरु सप्तम भाव में गज केसरी योग बन रहा है। धनु राशि का स्वामी जनता पार्टी है जो कि विपक्ष भाव में चंद्रमा के साथ सप्तमभावपर गजकेसरी योग बन रहा है। इससे यह पता चलता है कि भाजपा अपने कर्म एवं गुणो के कारण विरोधी छठवें भाव में बैठकर लग्न का स्वामी शुक्र अर्थात सत्ता पक्ष का कारक लग्न होता है। जो की उच्चस्थ मीन राशि में बैठा है। और वहां पर सूर्य बुध आदित्य योग बन रहा है। जबकि ठीक वहां पर मिथुन राशि कांग्रेस का कारक ग्रह बुध विरोधी भाव में मीन राशि पर छठवें स्थान में विराजमान है इसलिए कांग्रेस सरकार जना विरोध के कारण उसकी छवि गिर चुकी है। इस कारण छत्तीसगढ़ राज्य में भी कांग्रेस को बहुमत हासिल नहीं होंगे और ना यहां पर उनका जीत पाना संभव नहीं है फिर भी षष्ठ भाव में ग्रहण योग के कारण एकात-दो सीट कांग्रेस सरकार की आने की संभावना बनती है। लग्न चक्र अनुसार शुक्र के महादशा पर शनि का अंतर्दशा चल रहा है। यहां पर लग्न शुक्र भारतीय जनता पार्टी है। चूंकि लग्न सत्ता पक्ष होता है और शनि अंतर्दशा मंत्रणा भाव पर अर्थात पंचम भाव बुद्धि भाव भी है जिस पर मंगल विराजमान है इस कारण भी बीजेपी अपने संघर्ष संगठनात्मक बल के कारण भी बीजेपी पूर्ण बहुमत से विजय प्राप्त करेगा। भारत देश में केंद्र पर भी देखा जाए तो केवल 2 से 3 राज्यों को छोड़कर बाकी सभी जगह पर भाजपा अपना पूर्ण सत्ता कायम करेगी।भारतीय जनता पार्टी पूर्ण बहुमत से सरकार बना लेगी
नवरात्रि पर्व चिंतन आलेख : बेटी खाए देवी पाए
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होलिका दहन का त्योहार क्यों मनाया जाता है..... यहां जानिए इसकी पौराणिक कथा.....
दिवाली की तरह ही होली भी हिंदुओं का एक प्रमुख त्योहार है जो हर साल फाल्गुन पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। इस तिथि पर शाम के समय शुभ मुहूर्त में होलिका दहन की परंपरा निभाई जाती है तो वहीं इसके अगले दिन रंगवाली होली खेली जाती है। होलिका दहन के त्योहार को छोटी होली के नाम से भी जाना जाता है। इस साल ये त्योहार 24 मार्च को मनाया जाएगा। इस दिन भहवान नरसिंह की पूजा की जाती है। यहां जानिए होलिका दहन की कहानी।
होलिका दहन की कथा:-
होली का त्योहार मुख्य रूप से हिरणकश्यप, उसकी बहन होलिका और पुत्र प्रहलाद से संबंधित माना जाता है। कहते हैं धरती पर एक राजा हुआ करता था जिसका नाम था हिरण्यकश्यप। उसे अपनी शक्तियों का बेहद घमंड हो गया था। वो चाहता था कि उसकी प्रजा किसी देवता की नहीं बल्कि उसे ही पूजे। लेकिन हिरण्यकश्यप का खुद का पुत्र प्रह्लाद भगवान विष्णु का परम भक्त था। ये बात हिरण्यकश्यप को बिल्कुल भी अच्छी नहीं लग रही थी। हिरण्यकश्यप ने अपने पुत्र प्रह्लाद को समझाने की बहुत कोशिश की लेकिन प्रह्लाद ने अपने पिता की एक नहीं सुनी और वह भगवान विष्णु की भक्ति में लगा रहा। क्रोधित होकर हिरणकश्यप ने प्रह्लाद को यातनाएं देनी शुरु कर दी, लेकिन फिर भी प्रह्लाद ने भगवान विष्णु की भक्ति नहीं छोड़ी। तब हिरण्यकश्यप ने प्रह्लाद को जान से मारने की योजना बनाई जिसमें उसका साथ दिया उसकी बहन होलिका ने।
होलिका को अग्नि से न जलने का वरदान प्राप्त था। इसलिए होलिका प्रह्लाद को लेकर अग्नि में बैठ गयी। प्रहलाद इसके बाद भी निरंतर श्री हरि विष्णु भगवान की भक्ति से लगे रहे। परिणाम स्वरूप इस अग्नि में होलिका खुद जल कर राख हो गई और जबकि प्रहलाद का बाल भी बांका नहीं हुआ। कहते हैं इसी घटना की याद में होलिका दहन का त्योहार मनाए जाने की परंपरा शुरु हुई। होलिका दहन का यह शुभ पर्व इस बात का संदेश देता है कि भगवान सदैव अपने भक्तों की रक्षा करते हैं।
24 मार्च को होलिका दहन यहां जानें शुभ मुहूर्त, भद्रा का समय और इस दिन किए जानें वाले उपाय
होलिक दहन की पूजा सामग्री
होलिका दहन की पूजा सामग्री में बड़कुले, नारियल, गुलाल, घर की बनी गुजिया कच्चा सूती धागा, रोली, मौली, चंदन, हल्दी, कुमकुम, अक्षत, धूप, फूल, गाय के गोबर से बनी गुलरी, गेहूं की बालियां, बताशे, मिठाई, पूरियां, कलश, फल
होलिका दहन 2024 उपाय
- गेहूं की बाली अग्नि में अर्पित करने से मां लक्ष्मी की कृपा अपने भक्तों पर सदैव बनी रहती है.
- साथ ही घर में सुख-समृ्द्धि का वास होता है.
- होलिका की अग्नि में 7 गेहूं की बालियों की आहुति देनी चाहिए.
- 7 गेहूं की बालियों को अपने ऊपर से 7 बार घुमा लें. इसके बाद इन्हें होलिका की पवित्र अग्नि में डाल दें.
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होलिका दहन 2024 नजर के उपाय
- होलिका दहन की राख को माथे पर लगाने से बुरी नज़र से छुटकारा मिलता है
- ऑफिस घर दुकान की नजर उतार कर उसे होलिका में दहन करने से लाभ होता है.
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होलिका दहन 2024 शुभ योग
होलिका दहन होगा शुभ योगों के बीच 24 मार्च को सुबह 6:20 बजे से सुबह 11:21 बजे तक रवि योग रहेगा, जबकि सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 7:40 बजे से रात 12:35 बजे तक रहेगा. इसी दिन रात 8:34 बजे से वृद्धि योग शुरू होगा, जो अगली रात 9:30 बजे तक रहेगा.
होलिका दहन 2024 कपूर उपाय
होलिका दहन के दिन कपूर के उपाय से आपको मानसिक शांति मिलती और आपकी बहुत सी मुश्किलों का अंत होता है.
- होलिका दहन के दिन कपूर के साथ गुलाब की पंखुडियों को भी जलाएं.
- आपका स्वास्थ्य लंबे समय से खराब चल रहा है तो होलिका दहन के दिन नीम के 10 पत्ते, 6 लौंग और कपूर को अपने ऊपर से 5-7 बार फेंर कर होलिका की अग्नि में डाल दें.
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होलिका दहन 2024 भद्रा कब?
होलिका दहन के दिन भद्रा काल भद्रा पूँछ - शाम 6:33 से 7:53 वहीं भद्रा मुख - शाम 7:53 से 10:06 रहेगी. इस दौरान कौई भी शुभ कार्य या पूजन ना करें.
होलिका दहन 2024 भद्रा
होलिका दहन के दिन इस बात का खास ख्याल रखा जाता है कि होलिका दहन की पूजा के समय भद्रा काल ना हो. सभी शुभ कार्य भद्रा में करना वर्जित हैं.
परिचर्चा : होली जो हो ली पर भूले नहीं भूली
होली में रोती मुर्गी को हंसाएं
लघुकथा
मोक्षदा एकादशी भूल से न करें ये गलती, व्रत के फल से रह जाएंगे वंछित
मोक्षदा एकादशी बैकुंठ में स्थान दिलाने वाली और परिवार को हर कष्ट से मुक्ति दिलाने वाली मानी गई है. इस दिन व्रत और विष्णु जी की पूजा करने वालों के पितरों को मोक्ष मिलता है और वह तृप्त रहते हैं. मोक्षदा एकादशी का महामत्य स्वंय श्रीकृष्ण ने बताया था.
जो लोग मोक्षदा एकादशी का व्रत करते हैं उनका यश संसार में फैलता है. उनके कार्य में कोई अड़चने नहीं आती. वैवाहिक जीवन सुखमय रहता है. इस साल मोक्षदा एकादशी 22 दिसंबर 2023 को है. आइए जानते हैं मोक्षदा एकादशी पर क्या करें और क्या न करें.
मोक्षदा एकादशी पर जरुर करें 3 काम
करें ये 2 पाठ - मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की मोक्षदा एकादशी के दिन घर में विष्णु सहस्त्रनाम या गीता का पाठ करने वालों पर मां लक्ष्मी मेहरबान रहती है.इस दिन गीता जयंती भी मनाई जाती है. मान्यता है जो लोग आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं वह इस उपाय से मुक्ति पाते हैं. ये साल 2023 की आखिरी एकादशी होगी.
पूजा और मंत्र - मोक्षदा एकादशी के दिन सुबह स्नान के बाद विष्णु जी को हल्दी की गांठ चढ़ाएं और शाम को तुलसी में दीपक लगाकर ऊं नमो भगवते वासुदेवाय नम: मंत्र का जाप करें. कहते हैं इससे धन आगमन के रास्ते आसान हो जाते हैं और परिवार में खुशियां आती हैं.
दान - अन्न, धन, कंबल, गर्म कपड़े, गुड़, घी का दान मोक्षदा एकादशी पर जरुर करना चाहिए. इसके प्रभाव से जीवन में उन्नति होती है. व्यापार में चल रही परेशानियों का अंत होता है. नौकरी में प्रमोशन के योग बनते हैं.
व्रत न कर सकें करें ये उपाय - अगर किसी कारण से व्रत न कर पाएं तो मोक्षदा एकादशी की कथा जरुर सुनें, इससे व्रत करने के समान फल मिलता है.
मोक्षदा एकदाशी पर ये गलतियां भूलकर भी न करें
- मोक्षदा एकादशी के दिन तुलसी में जल अर्पित करने का पाप न करें. मान्यता है इस दिन तुलसी जी एकादशी का निर्जला व्रत करती है. ऐसे में उन्हें जल चढ़ाने पर पाप के भागी बनते हैं.
- एकादशी के दिन क्रोध, हिंसा, मन में किसी के लिए बुरे विचार न लाए. इससे मोक्षदा एकादशी व्रत के फल से वंछित रह जाएंगे.
- चावल न खाएं, नाखून-बाल काटना भी एकादशी के दिन वर्जित है. इससे दोष लगता है.
ग्रहों के राजा सूर्य ने किया धनु राशि में प्रवेश, देश-दुनिया समेत किन राशियों के लिए रहेगी शुभ
सूर्य वृश्चिक से निकलकर धनु राशि में प्रवेश करेंगे. धनु राशि के स्वामी बृहस्पति हैं. बृहस्पति देवताओं के गुरु हैं. ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों की चाल व उनके राशि परिवर्तन को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है. ज्योतिष के अनुसार जब भी कोई ग्रह किसी एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करता है तो वह सभी राशियों पर अच्छे-बुरे प्रभाव डालता है.
ग्रहों के राजा सूर्य ने 16 दिसंबर को धनु राशि में प्रवेश करेंगे और इसके बाद 15 जनवरी 2024 तक इसी राशि में रहेंगे. सूर्य गोचर का असर देश की आर्थिक और राजनैतिक स्थिति पर पड़ेगा. साथ ही सभी राशियां प्रभावित होंगी. सूर्य के धनु राशि में प्रवेश करते ही मौसम में भी बदलाव होंगे. देश में कुछ जगहों पर बारिश और बर्फबारी होने के भी योग बनेंगे.
देश के लिए रहेगी शुभ
धनु संक्रांति उपाय ( Dhanu Sankranti 2023 Upay)
जानते हैं सूर्य के धनु राशि में जाने पर राशियों पर क्या होगा प्रभाव-
- मेष (Aries)- सुख, शांति बनी रहेगी. कोई नुकसान की संभावना नहीं है.
- वृषभ (Taurus)- लाभ होगा. अचनाक कोई बड़ा काम हो सकता है. संतान की वजह से सुख मिलेगा.
- मिथुन (Gemini)- शत्रुओं को पराजित करेंगे. बेरोजगारों को रोजगार मिलेगा. लाभ मिलेगा.
- कर्क (Cancer)- जमीन-जायदाद से लाभ हो सकता है. कोर्ट से जुड़े मामलों में चिंता हो सकती है, लेकिन कुछ समय बाद मामला पक्ष में आ सकता है.
- सिंह (Leo)- आपके लिए सामन्य समय रहेगा. मनोरंजन और आंनद में समय बितेगा.
- कन्या (Virgo)- काम ठीक से कर पाएंगे. शत्रुओं को पराजित करेंगे.
- तुला (Libra)- नए काम की ओर मन लगेगा. संयमपूर्वक काम करेंगे तो बेहतर रहेगा.
- वृश्चिक (Scorpio)- सावधान रहने का समय है. अतिउत्साह की वजह से हानि हो सकती है. निवेश करने से सोच-विचार जरूर करें.
- धनु (Sagittarius)- अनावश्यक चिंता रहेगी. सरकारी कार्यों में सफलता मिलेगी.
- मकर (Capricorn)- कार्यों में सुधार होगा और नई योजनाओं पर विचार करेंगे.
- कुंभ (Aquarius)- वाहन सुख मिल सकता है. लेन-देन में सावधानी रखने का समय है.
- मीन (Pisces)- आशा के अनुसार काम नहीं कर पाएंगे. अनजाना डर बना रहेगा. शांति से काम करें.
सूर्य उपासना का सही समय क्या है, सर्दियों में सूर्य देव की पूजा का जानें धार्मिक और वैज्ञानिक महत्व
वैसे तो सूर्य की रोजाना पूजा करनी चाहिए लेकिन रविवार का दिन खास है. इसके अलावा सूर्य की पूजा का एक निर्धारित समय है, इसमें जल चढ़ाने पर ही लाभ मिलता है. जानें सूर्य पूजा का सही समय, महत्व
पौराणिक काल से ही सूर्य को देवता का दर्जा प्राप्त है. पंचदेवों में सूर्य ही एकमात्र ऐसे देवता हैं जो प्रत्यक्ष रूप से दिखाई देते हैं. कहते हैं जो रोज सूर्य देवता को जल चढ़ाते हैं उन्हें यश-पुण्य, सुख-सौभाग्य और प्रतिष्ठा की प्राप्ति होती है. हिंदू धर्म में व्रत का शुभारंभ भी सूर्योदय से ही मान्य होता है.
सूर्य को जल चढ़ाने का एक नियमित समय है तभी ये पूजा फलित होती है. आइए जानते हैं सूर्य उपासना का सही समय क्या है, सर्दियों में सूर्य देव की पूजा का जानें धार्मिक और वैज्ञानिक महत्व.
सूर्य को जल चढ़ाने का सही समय (Surya Arghya Time)
ऋग्वेद के अनुसार सूर्योदय होने के 1 घंटे के अंदर उन्हें अर्घ्य देना चाहिए, क्योंकि इस दौरान सूर्य देव शीतल स्वभाव में होते हैं. इस समय सूर्य की किरणें साधक को रोगों से मुक्ति दिलाती है और इसके साथ ही उसे कार्यों में सफलता , आत्म बल मे वृद्धि , राजकृपा का आशीर्वाद भी मिलता है. जब सूर्य की रौशनी तेज हो या चुभने लगे तब जल देने से कोई लाभ नहीं होता है , पूजा भी फलित नहीं होती.
सूर्य पूजा का धार्मिक महत्व (Surya Puja Religious Significance)
ज्योतिष के अनुसार, सूर्यदेव को अन्य सभी ग्रहों का राजा माना जाता है. प्राचीन काल से देखा जा सकता है कि सिर्फ मनुष्य ही नहीं देवता भी सूर्य की पूजा के बाद ही अपनी दिनचर्या आरंभ करते थे. लंका जाने से पहले भगवान श्रीराम ने भी सूर्य को जल चढ़ाकर पूजा की थी, भविष्य पुराण में श्रीकृष्ण ने अपने पुत्र को सूर्य पूजा का महत्व बताया है. श्रीकृष्ण के पुत्र सांब भी सूर्य की उपासना करके ही कुष्ठ रोग दूर कर पाए थे. सूर्य पूजा से कई ऋषियों को दिव्य ज्ञान प्राप्त हुआ है.
ज्योतिष में सूर्य पूजा का महत्व (Surya Puja Benefit in Jyotish)
ज्योतिष के अनुसार सूर्य को नवग्रहों में प्रथम ग्रह और पिता के भाव कर्म का स्वामी माना गया है. पिता-पुत्र के संबंधों में विशेष लाभ के लिए सूर्य साधना पुत्र को करनी चाहिए. सूर्यदेव की कृपा होने पर कुंडली में नकारात्मक प्रभाव देने वाले ग्रहों का प्रभाव कम हो जाता है. सूर्य को जल चढ़ाने से बिगड़े काम बन जाते हैं. नेतृत्व क्षमता में वृद्धि और राजसुख मिलने के योग बढ़ते हैं
- सूर्य पूजा का वैज्ञानिक महत्व
- सर्दियों में सूर्य देवता ग्यारह हजार रश्मियों के साथ तपकर सर्दी से राहत देते हैं. ऐसे में इस दौरान सूर्य देव की पूजा करने धर्म लाभ के साथ स्वास्थ लाभ भी मिलता है.
- शीत ऋतु में ठंड के कारण शरीर में विटामिन डी की कमी हो जाती है, जो हमें सूर्य की किरणों से मिलता है. ऐसे में जब सूर्य पूजा के दौरान उसकी किरणें शरीर पर पड़ती हैं तो त्वचा की बीमारियों का खतरा भी कम होता है और विटामिन डी की कमी भी पूरी हो जाती है. पाचन शक्ति भी बढ़ती है.
- सर्दी के मौसम में सूर्य को किए जाने वाले नमस्कार को सर्वांग व्यायाम कहा जाता है. इसे करने से अच्छी सेहत के साथ-साथ मानसिक शांति भी मिलती है.
अगहन के पहले गुरुवार को घर-घर हुई मां लक्ष्मी की पूजा
भिलाई । अगहन के पहले गुरूवार को घर-घर मां लक्ष्मी की पूजा हुई। महिलाओं ने सुबह स्नान कर मां लक्ष्मी की स्थापना की और पूजा-अर्चना कर आशीर्वाद लिया। भोर होने के पहले घर के प्रवेश द्वार पर दीप जलाए और पूजा कक्ष तक चांवल के घोल से अल्पना सजाकर मां लक्ष्मी का आह्वान किया।
धन और वैभव की देवी मां लक्ष्मी की विशेष पूजा अगहन महीने के गुरूवार को होती है। हिन्दू धर्मावलंबी इस त्यौहार को श्रद्घापूर्वक मनाते हैं। भिलाई - दुर्ग के शहरी क्षेत्रों के साथ आसपास के ग्रामीण इलाके में भी अगहन के पहले गुरुवार के लिए लोगों ने बुधवार की शाम ही घर के आंगन तथा पूजा कक्ष में चावल आटे के घोल से चौक बनाया। आज गुरूवार को अलसुबह हल्दी व आंवला का उबटन लगाकर स्नान के बाद शुभ मुहूर्त में आंवले की लकड़ी से निर्मित लक्ष्मी तथा विष्णु की स्थापना कर धूप.दीप एवं आंवला पत्ती से पूजा की गई। पूजा के बाद खीर पूड़ी व अन्य पारम्परिक व्यंजन का भोग लगाया और घर के सभी लोगों को प्रसाद वितरण किया गया। मान्यता के अनुसार इस पूजा के प्रसाद को घर के सदस्यों के अलावा बाहरी लोगों को नहीं दिया जाता। पुराणों में अगहन को वर्ष का सर्वश्रेष्ठ महीना माना गया है। इस दिन रुपए पैसे का लेनदेन नहीं किया जाता। ऐसी मान्यता है कि इस दिन रुपए पैसे के लेनदेन करने से लक्ष्मी रुष्ट हो जाती है।
आज का पंचाग, देखें तिथि, ग्रह, शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय
हिंदू कैलेंडर में पंचांग एक जरूरी हिस्सा होता है. यह महीने की तीस तिथियों और पांच अंगों (वार, योग, तिथि, नक्षत्र और करण) से मिलकर बनता है. दैनिक पंचांग में आपको शुभ समय, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदू माह और पहलू आदि के बारे में हर प्रकार की जानकारी प्रदान करता है. आइये जानते हैं 29 नवंबर 2023 का पंचाग...
सूर्योदय- 06:54 एएम
सूर्यास्त- 05:24 पीएम
वार- बुधवार
पक्ष- कृष्ण पक्ष
तिथि- द्वितीया, 01:56 पीएम तक
नक्षत्र- मृगशिरा, 01:59 पीएम तक
योग- साध्य, 08:55 पीएम तक
करण- गर, 01:56 पीएम तक
अशुभ मुहूर्त
दुष्टमुहूर्त 11:48:10 से 12:30:08 तक
कुलिक 11:48:10 से 12:30:08 तक
कंटक 15:59:58 से 16:41:56 तक
राहु काल 12:09:09 से 13:27:51 तक
कालवेला/अर्द्धयाम 07:36:23 से 08:18:21 तक
यमघण्ट 09:00:18 से 09:42:16 तक
यमगण्ड 08:13:06 से 09:31:47 तक
गुलिक काल 10:50:28 से 12:09:09 तक
शुभ मुहूर्त
अभिजीत: कोई नहीं
ग्रेगोरियन कैलेंडर के हिसाब से किसी महीने में 31 और किसी महीने में 1 दिन होते हैं. अगर हम हिंदू कैलेंडर की बात करें तो उसके हिसाब से हर माह में 1 दिन ही होते हैं, जिन्हें तिथि कहा जाता है. ये तिथियां दो पक्षों में होती हैं. इनमें से एक पक्ष को शुक्ल और एक पक्ष को कृष्ण कहा जाता है. ये 15-15 दिन के होते हैं. हिंदू कैलेंडर के हिसाब से इन तिथियों को प्रतिप्रदा, द्वितीया, तृतीया, चतुर्थी, पंचमी, षष्ठी, सप्तमी, अष्टमी, नवमी, दशमी, एकादशी, द्वादशी, त्रयोदशी और एक पक्ष की आखिरी तिथि को अमावस्या और दूसरे पक्ष की अंतिम तिथि को पूर्णिमा कहा जाता है. इन्हीं सब के आधार पर पंचांग बनता है.
शेयर बाजार में तेजी
नई दिल्ली । मंगलवार को बाजार बढ़त के साथ खुले, सेंसेक्स 33.53 अंकों की बढ़त के साथ 66,003.57 पर और निफ्टी 22.90 अंकों की उछाल के साथ 19,817.60 पर था।
सुबह के सत्र में निफ्टी बैंक 61.65 या 0.14 प्रतिशत की बढ़त के साथ 43,830.75 पर कारोबार कर रहा था। सेंसेक्स पैक से, अल्ट्राटेक सीमेंट, पावरग्रिड, टाटा स्टील, विप्रो और एक्सिस बैंक सुबह के सत्र में प्रमुख लाभ में थे। जबकि एमएंडएम, आईसीआईसीआई बैंक, रिलायंस, टेक महिंद्रा और टीसीएस प्रमुख नुकसान में थे।
आज के व्रत, त्यौहार: अमंगल का नाश करता है मंगलवार का व्रत
मंगलवार का दिन भगवान हनुमान की पूजा के लिए समर्पित है। हनुमान जी के भक्त मंगलवार का व्रत भगवान को खुश करने के लिए करते हैं। कलयुग के देवता कहे जाने वाले बजरंगबली की पूजा और उपासना करने से जीवन में खुशियां आती हैं। मंगलवार के दिन व्रत करने से भगवान हनुमान की कृपा पर बनी रहती है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में मंगल ग्रह कमजोर है, तो ऐसे में उसे मंगलवार का व्रत रखना चाहिए। इससे मंगल की कृपा मिलती है और कई तरह की बीमारियों से भी मुक्ति मिलती है। ये व्रत व्यक्ति के जीवन से संकटों को दूर करता है और साहस, सम्मान, बल और पुरुषार्थ बढ़ाता है। मंगलवार व्रत की विधि क्या है और इस व्रत से क्या लाभ मिलते हैं? आइए जानते हैं...
मंगलवार व्रत की विधि
यदि आप मंगलवार का व्रत करने की सोच रहे हैं तो इस व्रत को कम से कम 21 मंगलवार तक नियमित रूप से करना चाहिए। व्रत वाले दिन स्नान करके घर के ईशान कोण में किसी साफ जगह पर बैठकर हनुमान जी की मूर्ति या चित्र स्थापित करें। इस दिन लाल कपड़े पहने और हाथ में पानी ले कर व्रत का संकल्प करें।
हनुमान जी की मूर्ति या तस्वीर के सामने घी का दीपक जलाएं और भगवान पर फूल फूल चढ़ाएं। फिर मंगलवार व्रत कथा पढ़ें या सुनें। इसके बाद हनुमान चालीसा और सुंदर कांड का पाठ करें। भगवान को गुड़ चने का भोग लगाकर उनकी आरती करें। दिन में सिर्फ एक बार भोजन लें। अपने आचार-विचार शुद्ध रखें। शाम को हनुमान जी के सामने दीपक जलाकर आरती करें।
मंगलवार व्रत का उद्याप
21 मंगलवार तक व्रत रखने के बाद 22वें मंगलवार को विधि-विधान से हनुमान जी का पूजन करके उन्हें चोला चढ़ाएं। फिर 21 ब्राह्मणों को बुलाकर उन्हें भोजन कराएं और दान-दक्षिणा दें।
व्रत से लाभ
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, मंगलवार व्रत से हनुमान जी की कृपा बनी रहती है। ये व्रत सम्मान, बल और साहस को बढ़ाता है। होनहार और भाग्यशाली संतान प्राप्ति के लिए भी मंगलवार का व्रत बहुत लाभकारी है।
ये व्रत भूत-प्रेत, काली शक्तियों से बचा जा सकता है। साथ ही यदि आपकी कुंडली में मंगल कमजोर है और शुभ फल नहीं दे रहा है, तो मंगलवार का व्रत का पालन करना चाहिए। जिन लोगों पर मंगल की महादशा चल रही हो उन्हें इस व्रत से लाभ मिलता है।
"ऋषि पंचमी: पापों का नाश करने वाला व्रत और उसकी महत्वपूर्ण कथा"
ऋषि पंचमी हिन्दू पंचाग के अनुसार भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाई जाती है. ऋषि पंचमी को भाई पंचमी के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन सप्त ऋषि का आशीर्वाद प्राप्त करने और सुख शांति एवं समृद्धि की कामना से व्रत रखा जाता है. यह व्रत ऋषियों के प्रति श्रद्धा, समर्पण और सम्मान की भावना को प्रदर्शित करने का महत्वपूर्ण आधार बनता है. सप्तऋषि की विधि विधान से पूजा की जाती है. ऋषि पंचमी व्रत की कथा सुनी और सुनाई जाती है. ये व्रत पापों का नाश करने वाला व श्रेष्ठ फलदायी माना जाता है. ऋषि पंचमी के इस व्रत को करने से रजस्वला दोष भी मिट जाता है. माहवारी समाप्त हो जाने पर ऋषि पंचमी के व्रत का उद्यापन किया जाता है.
ऋषि पंचमी 2023 मुहूर्त
इस साल भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि 19 सितंबर 2023 दिन मंगलवार को दोपहर 01 बजकर 43 मिनट पर शुरू होगी और 20 सितंबर 2023 को दोपहर 02 बजकर 16 मिनट पर इसका समापन होगा. सप्त ऋषियों की पूजा करने का शुभ समय बुधवार को सुबह 11 बजकर 01 मिनट पर दोपहर 01 बजकर 28 मिनट तक है.
महिलाओं के लिए क्यों खास है ऋषि पंचमी ?
पौराणिक मान्यता के अनुसार स्त्रियों को रजस्वला में धार्मिक कार्य, घर के कार्य करने की मनाही होती है. ऐसे में इस दौरान अगर गलती से पूजा-पाठ की सामग्री को स्पर्श कर लें या फिर ऐसे धर्म-कर्म के काम में जाने-अनजाने कोई गलती हो जाए, तो इस व्रत के प्रभाव से स्त्रियां दोष मुक्ति हो जाती हैं. ये व्रत मासिक धर्म में हुई गलतियों के प्रायश्चित के रूप में किया जाता है. इसे हर वर्ग की महिला कर सकती है. कुछ स्त्रियां हरतालिका तीज से इस व्रत का पालन ऋषि पंचमी के दिन तक कराती हैं.
पूजा विधि
प्रातः स्नानादि से निवृत्त होकर शुद्ध वस्त्र धारण करें. घर के स्वच्छ स्थान पर हल्दी, कुमकुम, रोली आदि से चौकोर मंडल बनाकर उस पर सप्तऋषि की स्थापना करें. शुद्ध जल एवं पंचामृत से स्नान कराएं. चन्दन का टीका, पुष्प माला व पुष्प अर्पित कर यज्ञोपवीत (जनेऊ) पहनाएं.
श्वेताम्बरी वस्त्र अर्पित करें. शुद्ध फल, मिठाई आदि का भोग लगाएं. अगरबत्ती, धूप, दीप आदि जलाएं. पूर्ण भक्ति भाव से प्रणाम करें. साथ ही पूर्ण ब्रह्मचर्य व्रत का पालन किया जाता है.
ऋषि पंचमी की व्रतकथा
विदर्भ देश में उत्तंक नामक एक सदाचारी ब्राह्मण रहता था. उसकी पत्नी बड़ी पतिव्रता थी, जिसका नाम सुशीला था. उस ब्राह्मण के एक पुत्र और एक पुत्री थी. विवाह योग्य होने पर उसने समान कुलशील वर के साथ कन्या का विवाह कर दिया. दैवयोग से कुछ दिनों बाद वह विधवा हो गई. दुखी ब्राह्मण दम्पति कन्या सहित गंगा तट पर कुटिया बनाकर रहने लगे. एक दिन ब्राह्मण कन्या सो रही थी कि उसका शरीर कीड़ों से भर गया. कन्या ने सारी बात मां से कही. मां ने पति से सब कहते हुए पूछा- प्राणनाथ! मेरी साध्वी कन्या की यह गति होने का क्या कारण है?
उत्तंक ने समाधि द्वारा इस घटना का पता लगाकर बताया- पूर्व जन्म में भी यह कन्या ब्राह्मणी थी. इसने रजस्वला होते ही बर्तन छू दिए थे. इस जन्म में भी इसने लोगों की देखा-देखी ऋषि पंचमी का व्रत नहीं किया. इसलिए इसके शरीर में कीड़े पड़े हैं. यदि यह शुद्ध मन से अब भी ऋषि पंचमी का व्रत करें तो इसके सारे दुख दूर हो जाएंगे और अगले जन्म में अटल सौभाग्य प्राप्त करेगी. पिता की आज्ञा से पुत्री ने विधिपूर्वक ऋषि पंचमी का व्रत एवं पूजन किया. व्रत के प्रभाव से वह सारे दुखों से मुक्त हो गई. अगले जन्म में उसे अटल सौभाग्य सहित अक्षय सुखों का भोग मिला.
दैनिक राशिफल : बुधवार, 20 सितम्बर 2023
आज का राशिफल
मेष (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज के दिन आपके अंदर विलक्षण प्रतिभा देखने को मिलेगी। सामाजिक क्षेत्र पर आपके विचारों की प्रखरता भीड़ जोड़ने वाली रहेगी। अपनी बुद्धि चातुर्य से नए संबंध विकसित करेंगे निकट भविष्य में इनसे आर्थिक एवं अन्य व्यवहारिक लाभ अवश्य मिलेगा। समाज के उच्चप्रतिष्ठित लोगो से जान पहचान बनेगी। विरोधी भी आज आपकी प्रशंशा करेंगे। कार्य व्यवसाय मध्यान तक मंदा रहेगा इसके बाद अचानक गति आने से व्यस्तता बढ़ेगी। नौकरी अथवा व्यवसाय से जुड़ी महिलाये आज पुरुषों की अपेक्षा अधिक लाभ कमाएंगी परिजनों को भी उपहार एवं अन्य सुविधाएं प्रदान कर प्रसन्न रखेंगी। सेहत कुछ समय के लिए नरम रहेगी।
वृष (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज के दिन का प्रथम भाग मौन रहकर अथवा पूजा पाठ में बिताने से व्यर्थ के वाद विवाद से बच सकते है। कार्य क्षेत्र पर आज आपकी चुगली होने की संभावना है कोई भी अनैतिक कार्य करने से बचें। परिजनों की बेतुकी बयानबाजी मानसिक अशान्ति के साथ ही क्रोध करने पर मजबूर करेगी फिर भी आज आप विवेकी व्यवहार अपनायेंगे दोपहर से स्थिति आपके पक्ष में होने लगेगी। धन लाभ आशानुकूल नही होगा फिर भी खर्च निकल जाएंगे। नौकरी पेशा जातक आज बुद्धि बल से किसी जटिल कार्य को पूर्ण करने पर सम्मानित होंगे। पारिवारिक वातावरण में छूट पुट नोकझोंक लगी रहेगी महिलाओ के मन मे उदासी छाई रहेगी।
मिथुन (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आपको आज दिन के पूर्वार्द्ध में अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है बनते कार्यो में उलझन पड़ने से मन नकारात्मक भाव से ग्रस्त रहेगा। महिलाओ के हाथ कोई बड़ा नुकसान हो सकता है। मध्यान से परिस्थिति आपके अनुकूल होने लगेगी फिर भी आज चंचल मन लाभ से दूर ही रखेगा। व्यवसायी वर्ग दुविधा की स्थिति में रहने के कारण उचित निर्णय नही ले सकेंगे। जल्दबाजी में आज किसी से कोई वादा ना करें पूर्ण ना करने पर अपमानित हो सकते है। आज आपका ध्यान मनोरंजन की ओर ज्यादा रहेगा। अपने मजाकि व्यवहार से आस-पास का वातावरण हल्का बनाएंगे खर्च ना चाहते भी करना पड़ेगा। सेहत में सुधार अनुभव होगा।
कर्क (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज दिन के आरम्भ में आप कई योजनाएं बनाएंगे परन्तु आलस्य अथवा लापरवाही के कारण इनमे विलम्ब होगा फिर भी आज आप अपनी सोच-समझ से कार्य करते हुए लाभ के हकदार बनेंगे। कार्य क्षेत्र पर अधीनस्थों का सहयोग करेंगे बदले में आपको भी ऐसा ही व्यवहार मिलेगा। धन लाभ आज अकस्मात ही होगा। धन को लेकर आज कोई कार्य नही रुकेगा।महिलाये आज मनोकामना पूर्ति होने पर प्रसन्न रहेंगी लेकिन स्वभाव अन्य लोगो के कार्यो में नुक्स निकालने वाला रहेगा। घर मे शांति रहेगी। सेहत भी सामान्य बनी रहेगी।
सिंह (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज दिन के पूर्वार्ध को छोड़ शेष समय अशांति वाला रहेगा। दिन के आरम्भ में हास-परिहास के मूड में रहेंगे परिवार का वातावरण भी खुशहाल रहेगा लेकिन मध्यान के आस-पास किसी के द्वारा दुखद खबर मिलने की संभावना है। स्वयं अथवा परिजन की सेहत भी अचानक खराब होने से अतिरिक्त भाग-दौड़ करनी पड़ेगी। कार्य-व्यवसाय पर आज अधिक ध्यान नही दे पाएंगे जिससे लाभ भी सीमित मात्रा में ही होगा। महिला वर्ग भी आज किसी ना किसी कारण से मानसिक रूप से विचलित रहेंगी पल-पल में विचार बदलने के कारण ठोस निर्णय नही ले सकेंगे। धन के मामले में दिन आय की अपेक्षा खर्चीला अधिक रहेगा।
कन्या (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज दिन के आरम्भ से ही आप धन कमाने के लिये मन ही मन योजना बनाएंगे परन्तु सहयोग कम मिलने से इसे फलीभूत होने में देरी होगी फिर भी आज आपको धन कमाने के कई अवसर मिलेंगे इनका लाभ उठायें संध्या के समय अचानक से आर्थिक लाभ होगा। कार्य व्यवसाय पहले से बेहतर चलेगा उधारी में व्यवहारों में कमी आयेगी। शेयर अथवा अन्य जोखिम वाले कार्यो में आज किया गया निवेश भविष्य में लाभदायक सिद्ध होगा। पारिवारिक वातावरण मध्यान के बाद प्रसन्न चित बनेगा। निकटस्थ संबंधियों एवं पड़ोसियों से आत्मीय संबंध रहेंगे। भाई-बंधुओ से मतभेद होने पर बोल-चाल में कमी आ सकती है।
तुला (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज आप अपने द्वारा किए समस्त कार्यो से संतोषी रहेंगे। महिलाये इसके विपरीत जीवन मे कुछ ना कुछ कमी अनुभव करेंगी। आज आपकी समस्त दिनचार्य व्यवस्थित रहने पर भी लाभ के अवसर कम ही मिलेंगे। कार्य क्षेत्र पर आए अनुबंद हाथ लगेंगे परन्तु लापरवाही के कारण इनसे उचित लाभ नही उठा पाएंगे। मध्यान के समय किसी गलती के कारण आलोचना होगी फिर भी आज आपको कोई कुछ भी कहे जल्दी से बुरा नही मानेंगे। परिजन विशेष कर बुजुर्ग आपकी बेपरवाह प्रवृति से चिंतित रहेंगे। मन मे लंबी यात्रा की योजना बनेगी परन्तु अभी करना आर्थिक एवं शारीरिक स्थिति पर विपरीत प्रभाव डाल सकता है।
वृश्चिक (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज के दिन आपका आत्मविश्वास बढ़ा हुआ रहेगा जिस भी कार्य को करने का मन बनाएंगे उसे देर-अबेर पूरा करके ही मानेंगे। आर्थिक स्थिति भी आज उत्तम रहने से निर्णय तुरंत लेंगे जोखिम लेने से पीछे नही नही हटेंगे धन लाभ आशानुकूल नही फिर भी आवश्यकता से अधिक हो जाएगा। व्यवसाय में उन्नति होने से आज आपसे जलने वालो की संख्या में बढ़ोतरी होगी फिर भी आज आपको कोई किसी भी प्रकार की क्षति नही पहुचा सकेगा। महिलाये आज अन्य लोगो से अपनी एवं परिवार की बढ़ चढ़ कर प्रशंसा करेंगी सार्वजनिक क्षेत्र पर हास्य के पात्र भी बन सकते है। शारीरिक तंदुरुस्ती बनी रहेगी।
धनु (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज दिन के आरम्भ में आपके लापरवाह स्वभाव के चलते किसी महत्त्वपूर्ण कार्य मे।विलम्ब अथवा हानि हो सकती है। कार्य क्षेत्र पर भी आज किसी कारण से देरी होगी । मध्यान तक अधिक परिश्रम करना पड़ेगा इसका फल संध्या के समय सफलता के रूप में अवश्य मिल जाएगा। व्यवसाय में प्रतिस्पर्धा आज कम ही रहेगी लेकिन फिर भी आर्थिक कारणों से किसी ना किसी का मुंह ताकना पड़ेगा। सरकारी कार्य पूर्ण होते होते अंत समय मे किसी कमी के कारण लटक सकते है प्रयत्न करते रहेने पर शीघ्र ही सफलता मिलेगी। महिला वर्ग आज सर अथवा अन्य शारीरिक अंग में दर्द से परेशान रहेंगी फिर भी दैनिक कार्य समय पर कर लेंगी।
मकर (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज दिन का प्रथम भाग आपको सफलता एवं सम्मान दोनो दिलाएगा। पूर्व आयोजित कार्यो से धन लाभ होगा नए कार्यो में भी निवेश करेंगे। परन्तु मध्यान के बाद घरेलू अथवा कार्य क्षेत्र पर कलह क्लेश का सामना करना पडेगा। विरोधी प्रबल होने से स्वयं को बेबस अनुभव करेंगे। परिवार में आज आपके किसी गलत आचरण की पोल खुल सकती है किसी से बहस ना करें अन्यथा परिणाम गंभीर हो सकते है। आज आपके सरकारी उलझनों में भी फंसने की संभावना है। कार्य क्षेत्र पर प्रलोभन मिलेंगे इनसे भी दूरी बना कर रखें। महिलाये का स्वाभव आज अधिकांश समय उग्र रहेगा बात-बात पर बहस करेंगी। धन लाभ सामान्य से कम होगा। मौसमी बीमारी की आशंका है।
कुंभ (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज के दिन घरेलू एवं व्यावसायिक कार्य एक साथ आने से थोड़े परेशान होंगे लेकिन किसी का सहयोग मिलने से इससे निजात पा लेंगे कार्य क्षेत्र पर आपकी किसी कमी के कारण मान हानि हो सकती है। आज आप अधिकांश कार्य हानि-लाभ की परवाह किये बिना करेंगे। आर्थिक स्थिति सामान्य रहेगी फिर भी फिजूल खर्चो पर नियंत्रण ना रखा तो परेशानी में पड़ सकते है। परिवार के सदस्यों का जिद्दी व्यवहार परेशान करेगा लेकिन इसके पीछे आपका हिट ही छुपा हुआ रहेगा। महिलाये गृहस्थ को सम्भालने में दिन भर व्यस्त रहेंगी लंबी यात्रा की योजना आज साकार होगी इससे मानसिक शांति के साथ ही धन लाभ भी होगा।
मीन (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज भी दिन के आरम्भ में परिस्थिति पूर्ववत बनी रहेगी। सेहत भी साथ ना देने से कार्यो के प्रति उत्साह नही बनेगा। मध्यान तक स्थिति सामान्य होने लगेगी लेकिन आज व्यावसायिक कार्य मिलने पर भी स्थिति स्पष्ट ना होने से असमंजस में पड़े रहेंगे। आर्थिक लाभ के लिए किसी की सहायता अथवा खुशामद करनी पड़ेगी। महिलाये आज परिवार को आर्थिक एवं अन्य समस्याओं से उबारने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी लेकिन बाद में इसका गुणगान भी करेंगी। मित्र रिश्तेदारी में जाना पड़ सकता है। संध्या का समय दिन की अपेक्षा शांति से बिताएंगे। धन सम्बन्धित लेन-देन आज ना करें।
दैनिक राशिफल : मंगलवार, 19 सितम्बर 2023
आज का राशिफल
मेष (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज आप का दिन उत्तम रहेगा लेकिन आज आप अनजाने में किसी गलतफहमी के शिकार होंगे जिससे स्नेहीजन से तकरार होगी। कार्य-व्यवसाय के लिए आज दिन शुभ है भाग्य साथ देगा प्रत्येक कार्य में थोड़ी मेहनत करनी पड़ेगी लेकिन सफलता निश्चित मिलेगी। नौकरी वाले लोग आज कार्य भार बढ़ने से असहजता अनुभव करेंगे। कार्यो में कुछ गलती होने की आशंका है इसका दोष किसी अन्य के ऊपर मढने का प्रयास करेंगे। महिलाये आज वैसे तो शांति से अपने कार्य करेंगी लेकिन किसी की टोका-टाकी से परेशान होकर उग्र रूप भी धर सकती है। आर्थिक लाभ सामान्य से उत्तम रहेगा। सरकारी कार्य मे किसी की सहायता मिलने से आसानी होगी।
वृष (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज का दिन भी आपकी सुख सुविधा में बढ़ोतरी वाला है। परन्तु स्वभाव में लापरवाही भी रहने से इसका पूरा लाभ नही उठा पाएंगे। आर्थिक दृष्टिकोण से आज का दिन पिछले कुछ दिनों से बेहतर रहेगा। कार्य क्षेत्र से अतिरिक्त आय होगी। रुके हुए कार्य पूर्ण होने से भी धन के स्त्रोत्र बढ़ेंगे। सामाजिक गतिविधियों में पूरा समय ना दे पाने से लोगो से दूरी बन सकती है। संध्या का समय पूर्वनियोजित रहेगा पर्यटन पार्टी की योजना बनाई जाएगी। उत्तम भोजन के साथ गृहस्थ का सुख मिलेगा कुछ समय के लिये पति पत्नी में गरमा गरमी भी होने की सम्भावना है। सन्तानो के ऊपर खर्च करना पड़ेगा।
मिथुन (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज के दिन भी परिस्थिति लाभदायी बनी रहेगी लेकिन धन कमाने के लिए आपको बौद्धिक परिश्रम अधिक करना पड़ेगा। व्यवसाय में आज भूल कर भी किसी को।उधार ना दे डूबने की संभावना अधिक है।कार्य क्षेत्र से कुछ समय निकालकर मित्र परिवार के साथ मनोरंजन में व्यतीत करेंगे परन्तु आज दुर्व्यसनों से दूर रहना अति आवश्यक है शरीर के साथ मान हानि भी होने की संभावना है हालांकि आज परोपकार का शुभ फल भी मिलने की आशा है। कार्य क्षेत्र पर सहयोगियों की कमी होने के बाद भी संतोषजनक धन लाभ हो जाएगा। दाम्पत्य जीवन पहले से बेहतर रहेगा। सन्तानो की प्रगति से आत्मसंतोष होगा।
कर्क (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आपको आज का दिन शांत रहकर बिताने की सलाह है। अन्यथा सारा दिन संबंधियों से रूठने मनाने में ही व्यतीत हो जायेगा। घरेलू कलह विकराल रूप ले सकती है परिजनों की गलतियों को अनदेखा करने में ही आज भलाई है लेकिन आज किसी के आगे समर्पण भी ना करें । बुजुर्ग वर्ग भी आज आपकी विचारधारा के विपरीत सोच रखेंगे जिससे तालमेल बैठाने में मुश्किल होगी। कार्य क्षेत्र पर अन्य व्यक्ति आपकी लाचारी का फायदा उठा सकता है। थोड़ा धैर्य रख अच्छे समय की प्रतीक्षा करें। आर्थिक लाभ पाने के लिये ज्यादा परिश्रम करना पड़ेगा। महिलाओ से आवश्यकता अनुसार व्यवहार करें। लोभी प्रवृति नुकसान करा सकती है इससे बचें।
सिंह (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज का दिन आपको अवश्य धन लाभ करायेगा कारोबार व्यवसाय में अचानक बढ़ोतरी होगी लेकिन सहकर्मियों का विपरीत व्यवहार से क्रोध भी आयेगा। नौकरी पेशा जातक आज किसी ना किसी कारण अधिकारी वर्ग से परेशान रहेंगे। महिलाये आज गुप्त तरीके से धन संचय करेंगी सौंदर्य प्रसाधन एवं अन्य व्यक्तिगत कार्यो पर खर्च भी करेंगी। परिवार के प्रति अधिक भावनात्मक बनेंगे। आध्यात्म में रूचि होने पर भी समय नहीं दे पाएंगे। व्यसनों से दूर रहें। सरकारी कार्यो में उलझने बढ़ने से भाग-दौड़ व्यर्थ जायेगी। धन के लेन-देन सम्बंधित कार्य आज ना करें। बुजुर्गो की बात ना मानने पर बाद में पछताना पड़ेगा।
कन्या (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज के दिन आपकी दिनचार्य में उठापटक लगी रहेगी। आज जिस भी कार्य को करें बीच-बीच मे उसकी समीक्षा अवश्य करले गलत दिशा में जाने की संभावना है। आज आपमे व्यवहारिकता की कमी रहेगी जिससे किसी से काम निकालना मुश्किल होगा। आर्थिक विषय आज खास परेशान करेंगे। भागीदारी के कार्य में हानि होने की संभावना भी है। लंबी यात्रा लाभ की जगह खर्चीली रहेगी एवं इससे कोई विशेष प्रयोजन भी सिद्ध नहीं कर पाएंगे। आज किसी सरकारी उलझन में भी फंस सकते है। वाहन चलाते समय सावधानी रखें। सर्जरी अथवा अन्य महंगे इलाज अधिक विचार करने के बाद ही कराये।
तुला (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज के दिन आपको किसी परिचित से नई व्यवहारिक सीख मिलेगी। आपके मन में भी आज कुछ नया सीखने अथवा करने की भावना रहेगी। आर्थिक दृष्टिकोण से संतुष्टि रहेगी। कार्य क्षेत्र पर बिक्री बढने से धन की आमद बनेगी। व्यक्तित्व का विकास होने से सामाजिक छवि बेहतर बनेगी। परन्तु पारिवारिक समस्याओं के कारण मन अशांत रहेगा। घर में किसी विवाद के बढ़ने की सम्भवना है। मौन दर्शक बनकर रहने में ही भलाई है। सेहत में थोड़ा बहुत बदलाव आ सकता है। विपरीत लिंगीयो से किसी ग़लतफ़हमी के कारण मतभेद होंगे। धन से अधिक संबंधो को प्राथमिकता देने पर भी शांति नही मिलेगी।
वृश्चिक (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज का दिन भी आपको कुछ ना कुछ हानि ही करायेगा। परिवार अथवा कार्य क्षेत्र पर कोई दुखद घटना होने की संभावना है किसी भी प्रकार का जोखिम ना लें। आज धन बचाने की जगह अतिरिक्त खर्च होगा। पुरानी गलतियों या व्यवहार की कमी के कारण आज मन में ग्लानि रहेगी। सेहत भी आज विपरीत रहने से मन की बहुप्रतीक्षित इच्छा अधूरी रह सकती है पैतृक संपत्ति के कार्य उलझन बढ़ाएंगे। आज आप दूर की ना सोच नजदीकी लाभों से संतोष करने की वृति अपनायें। घरेलु वातावरण पहले ही अशान्त रहेगा बाहर भी किसी से धन या अन्य विषयों को लेकर बहस होने पर मानसिक अशांति रहेगी।
धनु (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज के दिन आप निश्चिन्त होकर दिनचार्य बिताएंगे। दिन का अधिकांश समय शांति से व्यतीत होगा। मानसिक रूप से दृढ़ रहेंगे। जिस भी कार्य को करने की ठानेंगे उसे हानि-लाभ की परवाह किये बिना पूर्ण करके छोड़ेंगे। आर्थिक स्थिति आज बेहतर रहेगी। स्वयं एवं घरेलू आवश्यकताओं की पूर्ति आसानी से कर लेंगे। कार्य व्यवसाय में विस्तार होने के साथ ही सम्मान भी मिलेगा। नौकरी वाले लोगो की पदोन्नति में आरही बाधा दूर होगी। सामाजिक दायरे में वृद्धि होने से अन्य आय के साधन बनेंगे। घर परिवार में आपकी आवश्यकता रहेगी। भाई-बहनों से मित्रवत सम्बन्ध रहेंगे। स्वार्थ सिद्धि की भावना से दूर रहेंगे।
मकर (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज भी दिन आपके अनुकूल रहेगा आज आपके साथ लंबे समय तक के लाभ के संबंध जुड़ेंगे। रोजगार के क्षेत्र में किये जा रहे प्रयास आज फलीभूत होने से आर्थिक समस्याओं का समाधान होगा। बेरोजगार व्यक्तियों को भी रोजगार मिलने की सम्भावना बनेगी। आज आपसे बहस में कोई नहीं जीत पायेगा। बड़बोलेपन के कारण महिलाओं के सम्मान में कमी होगी। दिन के उत्तरार्ध में कार्य भार बढ़ने से कमर अथवा अन्य अंगों में दर्द की शिकायत रहेगी। पारिवारिक वातावरण मिला जुला रहेगा। वाहन अथवा अन्य सुख के साधनों की खरीददारी कर सकते है। सामाजिक क्षेत्र पर योगदान देने से ख्याति बढ़ेगी।
कुंभ (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज का दिन आपके लिये मिश्रित फलदायक रहेगा। दिन के आरंभ थोड़े विलम्ब से होगा पूजा-पाठ के लिये समय निकालेंगे। कार्य क्षेत्र पर आज किसी बहुप्रतीक्षित योजना में विलंब होने से मन बेचैन होगा सहयोगी भी मनमानी करेंगे। आज लाभ पाने के लिये आपको स्वयं के सामर्थ्य कार्य करने पढ़ेंगे। आर्थिक रूप से दिन सामान्य रहेगा धन की आमद निर्वाह योग्य होगी लेकिन उधार के व्यवहार ना बढ़ाये परेशानी खड़ी हो सकती है। व्यावसायिक यात्रा आज ना करें। महिलाओ का व्यवहार रहस्यमय रहेगा। बाहर के लोग आपकी किसी कमजोरी का मजाक बनाएंगे। गृहस्थ जीवन मे संघर्ष अधिक रहेगा।
मीन (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज के दिन भी आपको अनचाहे हालातो का सामना करना पड़ेगा। जिस भी कार्य को करेंगे उसमे व्यवधान आएगा। आपके विचारों अथवा कार्य शैली का विरोध हो सकता है। महिलाये आज अधिक भावुक रहेंगी छोटी मोटी बातो को प्रतिष्ठा से जोड़ेंगी। शारीरिक परिश्रम की अपेक्षा दिमागी परिश्रम को ज्यादा महत्त्व देंगे इसमें सफल भी रहेंगे। गैस कब्ज अथवा स्वसन तंत्र सम्बंधित रोग होने से असहजता होगी। ज्यादा तले भुने खाने से परहेज करें। संतान की पढ़ाई को लेकर भी थोड़ी चिंता रहेगी। सरकारी कार्यो में भी विलम्ब होगा। सामाजिक क्षेत्र पर अधिक बोलने से बचें।