ये कैसा समाज? दलित दूल्हे को बग्गी पर बैठाना पड़ा महंगा, दबंगों ने दौड़ा-दौड़ाकर पीटा, गाड़ी में भी की तोड़फोड़
दमोह। दमोह के ग्रामीण अंचलों में आज भी जात-पात और छुआछूत का बोलबाला है। दलित दूल्हों को घोड़ी चढ़ने और बग्गी में बारात निकालने की मनाही है। इसी बीच गांव में एक दलित परिवार के दूल्हे को बग्गी में घुमाना महंगा पड़ गया। नाराज दबंगों ने दूल्हे और बारात से तो कुछ नहीं कहा, लेकिन घोड़े और बग्गी वाले युवकों की दौड़ा-दौड़ा कर जमकर धुनाई कर दी। पीड़ित युवक ने पुलिस से शिकायत की है। पुलिस ने घायल युवकों को पहले इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा फिर सुबह आकर रिपोर्ट करने की सलाह दी।
मामला जिले के देहात थाना अंतर्गत जबलपुर नाका पुलिस चौकी क्षेत्र के चौरई गांव का है। जहां एक दलित परिवार की शादी के दौरान दबंगों ने जमकर हंगामा किया। दरअसल, शादी में दूल्हे को घोड़े की बग्गी पर बैठाकर बारात निकाली गई, जो इलाके के ठाकुर समाज के दबंगों को नागवार गुजरी। बताया जा रहा है कि शादी से पहले ही दबंगों ने बग्गी वाले को धमकी दी थी कि दलित दूल्हे को बग्गी पर नहीं बैठाया जाए। हालांकि, कुछ स्थानीय नेताओं ने बग्गी मालिक को सुरक्षा का आश्वासन देकर बारात निकालने के लिए मना लिया। बारात शांति से निकल गई, लेकिन इसके बाद नाराज दबंगों ने घोड़े और बग्गी चलाने वाले युवकों को दौड़ा-दौड़ाकर बुरी तरह पीटा। साथ ही बग्गी में भी तोडफ़ोड़ की।
पिटाई से घायल युवक और उसके साथी किसी तरह जान बचाकर पुलिस चौकी पहुंचे और मामले की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने घायलों को इलाज के लिए पहले जिला अस्पताल भेजा। इसके बाद सुबह आकर रिपोर्ट दर्ज करने की बात कही। चौकी प्रभारी ने बताया कि घटना के सभी पहलुओं की जांच की जा रही है और तथ्यों के आधार पर आरोपियों पर कार्रवाई की जाएगी।