मनोज के लिए मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना बनी वरदान
दंतेवाड़ा। मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना युवाओं को रोजगार के लिए कौशल प्रदान करने की एक उत्कृष्ट पहल है। इस योजना के माध्यम से ने केवल विभिन्न कौशल ट्रेडों में निःशुल्क प्रशिक्षण सुविधा दी जाती है। साथ ही साथ प्लेसमेंट किए जाने और स्वरोजगार स्थापित करने के लिए मार्गदर्शन भी दिए जाते है। वर्तमान में इस योजना के माध्यम से हजारों युवाओं ने आत्मनिर्भर बनकर बेरोजगारी के कुचक्र से मुक्ति पाई है। मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना का मुख्य उद्देश्य यही है कि हर युवा को उसकी क्षमता और रुचि के अनुसार उचित प्रशिक्षण देकर उन्हें समाज का उत्पादक और सशक्त हिस्सा बनाया जाए। यह योजना वास्तव में बेरोजगार युवाओं के लिए एक वरदान बनकर उभरी है।
गीदम ब्लॉक अंतर्गत ग्राम बड़े सुरोखी के रहने वाले ’’मनोज यादव’’ भी ऐसे ही युवा है जो इंटरमीडिएट पास करके बेरोजगारी से जूझ रहे थे। इस संबंध में अपने अनुभव साझा करते हुए वे बताते है कि एक निर्धन कृषक परिवार से संबंधित रखते है पिता सामान्य कृषक है कृषि भूमि भी सामान्य है यही कारण है कि 12वीं के बाद उन पर कमाउ होने का दबाव था। 3 भाईयों मे 2 दो बड़े भाई छोटे मोटे रोजगार कर रहे थे। अतः उनके लिए भी यह जरूरी हो गया था कि परिवार की आय में अपना योगदान दें। इसी दौरान लाइवलीहुड कॉलेज कारली दंतेवाड़ा में आयोजित रोजगार मेला के माध्यम से लाइवलीहुड कॉलेज में मोटर ड्राइविंग निःशुल्क प्रशिक्षण की जानकारी मिली बिना। देर किए उन्होंने तुरन्त अपना र्फाम कॉलेज में सबमिट कर दिया। और वे तीन महीने के आवासीय प्रशिक्षण का हिस्सा बन गए।
प्रशिक्षण के दौरान उन्हें न केवल गाड़ी चलाने के तकनीकी कौशल सिखाए गए, बल्कि यातायात नियमों, ग्राहक सेवा, और सड़क सुरक्षा से संबंधित जानकारियां भी प्रदान की गईं। इसके साथ ही यात्रियों से बातचीत करने के सलीके, व्यवहार, के संबंध में भी बताया गया। इस तीन महीने के प्रशिक्षण से यह परिणाम निकला कि प्रशिक्षण पूर्ण होने के उपरांत दंतेवाड़ा मुख्यालय में ही टैक्सी कंपनी में निजी ड्राइविंग का काम मिल गया। जहां 7 हजार वेतन के साथ भत्ते भी दिए जाते हैं। आज मनोज टैक्सी चलाकर हर महीने एक स्थिर आय अर्जित कर रहे हैं। उन्होंने न केवल अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार किया है, बल्कि अपने परिवार को भी एक बेहतर जीवन प्रदान किया है। मनोज का कहना है कि उन्हें संतुष्टि है कि अब मैं अपने परिवार के आय में सहयोग कर पा रहा हूं। इसके अलावा सबसे बड़ी बात है कि अब मैं अपने घर वाले के ऊपर आश्रित नहीं रहता हूँ, इस प्रशिक्षण ने मेरी जिंदगी बदल दी। इसका पूरा श्रेय मैं अपने माता-पिता, प्रशिक्षक एवं संस्था के संचालक, मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना को देना चाहूंगा।