छत्तीसगढ़ / गौरेला पेंड्रा मरवाही

बिश्केक में फंसी गौरेला की आयशा, परिवार ने शासन से लगाई मदद की गुहार

 गौरेला: किर्गिस्तान में विदेशी छात्रों पर हमले हो रहें है जिसका खामियाजा वहां पढ़ रहे भारत के स्टूडेंट्सों को भी उठाना पड़ रहा है,मेडिकल की पढ़ाई के लिए बड़ी संख्या में पाकिस्तान, मिस्त्र और भारत के पढ़ने वाले स्टूडेंट्स वहां हो रहे हमलों के बाद असुरक्षित महसूस कर रहे है उन पर जान का खतरा बना हुआ है,स्थानीय लोगों और बाहर से पढ़ने आये छात्रों की लड़ाई और मारपीट का वीडियो वायरल होने से किर्गिस्तान देश के शहर बिश्केक का माहौल बिगड़ा और वहां हिंसा भड़क गई!

ऐसे में उन छात्रों में से एक छात्रा गौरेला सेनेटोरियम की रहने वाली है जिनका नाम है आयशा राय, आयशा किर्गिस्तान में MBBS की पढ़ाई करने  गयी हुई है, आयशा ने गौरेला में रह रहे अपने परिवार को वीडियो के जरिये बताया कि वहां के हालत अभी रहने लायक नही है भारतीय मूल के छात्रों को मारा जा रहा है,उनको वहां से घर से निकलने, खाने पीने और बाकी संसाधन नही मिल पा रहे है,उनकी जान को खतरा है, आयशा ने वीडियो के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री से मदद की गुहार लगाई है ताकि वे वहां से सुरक्षित अपने घर गौरेला आ सकें
इस बीच गौरेला में रह रहे आयशा के परिवार के सदस्यों ने भी स्थानीय स्तर पर कलेक्टर को इस बारे ज्ञापन दिया है,आयशा के परिजनों ने उम्मीद जताई है कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार जल्द ही इस मामले कदम उठाए ताकि वहां पढ़ने गए सारे बच्चे सकुशल अपने घर आ सके!
आयशा के परिवार ने चिंता जाहिर करते हुए बताया कि कल से अभी तक आयशा से सम्पर्क नही हो पाया जबकि उसकी कल रात 24 मई को वापसी की फ्लाइट की टिकट है!
 
उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने की परिवारजनों से बातचीत, 
उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने भी आयशा के परिवार के सदस्यों से बात कर उन्हें आश्वस्त किया है कि सरकार इस ओर लगातार प्रयास कर रही है, हम लगातार केंद्र सरकार के संपर्क में है, केंद्र और राज्य सरकार द्वारा बहुत जल्दी ही किर्गिस्तान में फंसे सभी बच्चों की सकुशल वापसी करा ली जाएंगी!

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