छत्तीसगढ़ / सूरजपुर
अनुभाग स्तरीय जनदर्शन में शामिल होकर पायें त्वरित निराकरण
सूरजपुर। अनुविभागीय कार्यालयों में आज से अनुभाग स्तरीय जनदर्शन का प्रारंभ हो गया है। कलेक्टर श्री एस. जयवर्धन के निर्देश के अनुपालन में जिले वासियों को उनके निकटतम स्थान पर उनकी समस्याओं का निदान मिले इस हेतु प्रत्येक सोमवार तय समय सीमा अंतर्गत अनुविभागीय कार्यालयों में अनुभाग स्तरीय जनदर्शन लगाये जा रहे हैं।
इस क्रम में आज सूरजपुर, प्रतापपुर, रामानुजनगर व भैयाथान समस्त स्थानों पर 12 से 02 बजे तय समय सारणी के अनुसार जनदर्शन का आयोजन किया गया। क्षेत्रवासियों ने अपने समस्याओं से संबंधित आवेदन प्रस्तुत किये, जिस पर सक्षम अधिकारी द्वारा अग्रिम कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी। सूरजपुर से 00, प्रतापपुर से 07, रामानुजनगर से 02 व भैयाथान से 00 आवेदन प्राप्त हुए।
23 जुलाई को प्लेसमेन्ट कैम्प का किया जाएगा आयोजन
सूरजपुर । जिला रोजगार एवं स्वरोजगार मार्गदर्शन केन्द्र के द्वारा 23 जुलाई को प्रातः 11 बजे से 03 बजे तक कार्यालय परिसर में प्लेसमेंट कैम्प का आयोजन किया जाना है। जिसमें निजी क्षेत्र के नियोजक एल.आई.सी जीवन बीमा निगम इंश्योरेंस कॉर्पोरेट लिमिटेड अंबिकापुर जिला सरगुजा के द्वारा पदों की भर्ती किया जाना है। जिसके अंतर्गत बीमा अभिकर्ता के 25 पद एवं बीमा सखी के 30 पदों की भर्ती किया जाना है।
जिसकी शैक्षणिक योग्यता 10वीं एवं 12वीं है, इच्छुक ऐसे आवेदक जो उपरोक्त योग्यता रखते हैं वे अपने साथ शैक्षणिक योग्यता की अंक सूची निवास, जाति रोजगार कार्यालय का पंजीयन कार्ड एवं आधार कार्ड के साथ पेन कार्ड, बैंक पास बुक, आदि की मूल प्रति एवं पासपोर्ट साईज की दो फोटो के साथ उक्त दिनांक को शिविर में उपस्थित होकर अवसर का लाभ उठा सकते है।
डिजिटल क्रॉप सर्वे प्रशिक्षण का किया गया आयोजन
सूरजपुर । डिजिटल क्रॉप सर्वे को लेकर आज लटोरी तहसील के पंचायत भवन में प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। इस प्रशिक्षण में पटवारी, राजस्व निरीक्षक, एसएडीओ, आरएईओ, कृषि विभाग, सचिव पंचायत विभाग उपस्थित रहे। प्रशिक्षण में बताया गया कि डिजिटल क्रॉप सर्वे एक आधुनिक प्रणाली है, जिसके माध्यम से फसलों की स्थिति, क्षेत्रफल, स्थान और आच्छादन की सटीक जानकारी डिजिटल रूप में एकत्र की जाती है.
यह प्रक्रिया किसानों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने, फसल बीमा पाने और आपदा की स्थिति में त्वरित सहायता सुनिश्चित करने में मददगार होगी। कर्मियों को प्रशिक्षण के उपरांत फसलों का फोटो खींचकर एग्री स्टेट एप्लीकेशन पर अपलोड करना है. इस सर्वे रिपोर्ट से फसलों के आच्छादन रिपोर्ट का सही आंकड़ा पता चल सकेगा।
सूरजपुर से बिहार जा रही कार नहर में गिरी, 10 वर्षीय बालक समेत तीन की मौत
सूरजपुर । छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले से बिहार जा रहे एक परिवार की कार नहर में गिर गई। हादसे में 10 वर्षीय बालक समेत तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो लोग किसी तरह बच निकले। घटना शनिवार तड़के रानी तालाब थाना क्षेत्र में हुई।
कार्यक्रम में शामिल होने जा रहा था परिवार
जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार को सूरजपुर जिले के बिश्रामपुर माइनर्स कॉलोनी निवासी रिटायर्ड कोलरीकर्मी प्रेमचंद सिंह का परिवार एक पारिवारिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बिहार के वैशाली, हाजीपुर, महुआ जा रहा था। कार में उनके पुत्र नंदन सिंह, मां निर्मला देवी, पत्नी नीतू सिंह, पुत्र अस्तित्व सिंह और पुत्री रिद्धी सिंह सवार थे।
ड्राइवर को आई झपकी, कार जा गिरी नहर में
कार नंदन सिंह खुद चला रहे थे। सुबह करीब 4 बजे नींद की झपकी लगने से कार अनियंत्रित होकर नहर में जा गिरी। स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची रानी तालाब थाना पुलिस ने जेसीबी की मदद से कार को बाहर निकाला।
तीन की मौके पर मौत, पिता ने बेटी को बचाया
इस हादसे में नंदन सिंह की मां निर्माला देवी, पत्नी नीतू सिंह और बेटा अस्तित्व सिंह की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि नंदन सिंह ने हिम्मत दिखाते हुए कार के अंदर से अपनी बेटी रिद्धी को निकालकर उसकी और अपनी जान बचाई।
विवाह वर्षगांठ के लिए जा रहे थे परिवार सहित
बताया गया कि नंदन सिंह की 50वीं सालगिरह पर बिहार में भव्य आयोजन रखा गया था। इसी में शामिल होने के लिए पूरा परिवार बिहार रवाना हुआ था, लेकिन रास्ते में दर्दनाक हादसे ने हंसते-खेलते परिवार को गहरे शोक में बदल दिया।
पुलिस ने शव परिजनों को सौंपे, अंतिम संस्कार संपन्न
पुलिस ने तीनों शवों का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है। आज पूरे गांव में गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार किया गया। घटना से सूरजपुर के बिश्रामपुर क्षेत्र में शोक की लहर है।
नहर में कार गिरने से 3 लोगों की मौत, दो की हालत नाजुक
सूरजपुर। जिले के विश्रामपुर से शादी की सालगिरह समारोह में शामिल होने बिहार गया एक परिवार भीषण सड़क हादसे का शिकार हो गया है। पटना जिले के रानी तालाब इलाके में उनकी कार अनियंत्रित होकर सोन नहर में गिर गई। इस दर्दनाक हादसे में एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई है। वहीं इस घटना में दो लोग गंभीर रूप से घायल हैं।
मिली जानकारी के अनुसार सभी मृतक विश्रामपुर के निवासी थे। घायलों में नंदन सिंह और उनकी बेटी शामिल हैं। जिनका इलाज अभी पटना एम्स में चल रहा है। बताया जा रहा है कि विश्रामपुर निवासी नंदन सिंह अपने परिवार के साथ कार से बिहार के वैशाली नगर जा रहे थे। जहां वे परिवार के शादी के सालगिरह समारोह में शामिल होने जा रहे थे।
रास्ते में पटना के रानी तालाब थाना क्षेत्र के सरैया गांव के पास अचानक कार बेकाबू हो गई और सोन नहर में जा गिरी। बताया जा रहा है कि गाड़ी चलाते समय नंदन सिंह को नींद आ गई, जिससे यह बड़ा हादसा हो गया। पुलिस और स्थानीय लोगों की मदद से सभी को नहर से बाहर निकालकर अस्पताल भेजा गया है। इस दौरान तीन लोगों की मौत हो गई। घटना से विश्रामपुर में भी शोक का माहौल है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
बालिकाओं को दिया गया आत्मरक्षा का प्रशिक्षण
शासकीय कन्या उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय भटगावं
सूरजरपुर। संचालनालय, महिला एवं बाल विकास विभाग रायपुर द्वारा प्राप्त निर्देश के अनुक्रम में कलेक्टर एस.जयवर्धन के निर्देशन एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी के मार्गदर्शन में विधानसभा क्षेत्र भटगांव अंतर्गत शासकीय कन्या उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय भटगावं में कक्षा 9 वीं से कक्षा 12 वीं तक के किशोरी बालिकाओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दिया गया एवं बच्चियों तथा महिलाओं की सुरक्षा से संबंधित कानूनो जैसे कन्या भ्रुण हत्या निषेध अधिनियम, बाल विवाह निषेध अधिनियम, पॉक्सो एक्ट, गुड-टच बैड-टच, घरेलू हिंसा अधिनियम एवं कार्यस्थल पर महिलाओं का लैगिंग उत्पीडन अधिनियम 2013 की जानकारी प्रदान की गई।
जिससे समाज में आमजनमानस को लिंग भेद वाली सोच को समाप्त करने तथा लड़की जन्म पर खुशियाँ मनाने के लिए प्रेरित किया गया तथा बाल विवाह मुक्त सूरजपुर बनाने हेतु शपथ भी दिलाया गया। साथ ही ब्रोसर का वितरण कर उन्हे अपनी सुरक्षा व समाज में पीड़ित बच्चियों व महिलाओं की सुरक्षा हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किए गए। सखी वन स्टॉप सेन्टर से संबंधित जानकारियां भी दी गई एवं टोल फ्री नम्बर 181, 1098, 112 के संबंध में बताया गया। जिसके माध्यम से कोई भी पीड़ित महिला अपनी शिकायत दर्ज करा सकती है, जिससे समय पर उस पीड़ित महिला की सहायता सुनिश्चित हो। इस अवसर पर बड़ी संख्या स्कुली बच्चे-बच्चियां, शिकक्षकगण एवं विभागीय कर्मचारी उपस्थित रहे।
गंगोटी, गणेशपुर, केतका में शिविर का आयोजन
धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान
सूरजपुर। भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के अंतर्गत सूरजपुर जिले के चिन्हित जनजातीय गांवों में व्यापक स्तर पर शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। इन शिविरों का उद्देश्य आदिवासी अंचलों में बुनियादी सुविधाएं, स्वास्थ्य, शिक्षा तथा आजीविका जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में आदिवासी समुदायों को लाभान्वित कर आत्मनिर्भर एवं सशक्त बनाना है।
कलेक्टर एस. जयवर्धन के निर्देशन में जिले के विभिन्न विकास खण्डों में अभियान अंतर्गत शिविरों का आयोजन नियमित रूप से किया जा रहा है। आज विकासखंड भैयाथान के ग्राम गंगोटी, कुर्रीडीह, कुसमुसी एवं सुन्दरपुर में शिविर लगाए गए। वहीं विकासखण्ड ओड़गी के ग्राम माड़र, भकुरा, भांडी, दवनसरा, दवना एवं टोमो में भी ग्रामीणों को योजनाओं की जानकारी दी गई तथा लाभ प्रदान किए गए।
विकासखण्ड प्रतापपुर के ग्राम गणेशपुर, मदननगर, धरमपुर, बगड़ा, पलढा, माडीडांड, कोटेया, गौरा, सिंघरा, मानपुर, गोटगावा में भी धरती आबा अभियान के तहत शिविर आयोजित कर जनजातीय समुदायों को लाभ पहुंचाया गया।
विकासखण्ड रामानुनगर के ग्राम धनेशपुर, कललपुर एवं गोविन्दपुर में भी ग्रामीणों को योजनाओं की जानकारी दी गई तथा लाभ प्रदान किए गए।
विकासखण्ड सूरजपुर के ग्राम भरतपुर, मानी, पोड़ी, जोबगा, लाछा, केतका, बेलटिकरी, लांची एवं गेतरा में भी शिविरों के माध्यम से योजनाओं की जानकारी और लाभार्थियों को सेवाएं प्रदान की गईं। धरती आबा अभियान के इन शिविरों में संबंधित विभागों के अधिकारी, जनप्रतिनिधि तथा ग्रामीणों की सक्रिय भागीदारी रही।
स्वास्थ्य केंद्रों में आयोजित हुआ प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान
सूरजपुर । कलेक्टर एस. जयवर्धन के निर्देशन एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के मार्गदर्शन में जिले के समस्त विकासखंड प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं जिला चिकित्सालय में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान का आयोजन किया गया। प्रधानमंत्री सुरक्षित अभियान भारत सरकार की एक अनूठी पहल है जिसके तहत प्रत्येक माह की 9 एवं 24 तारीख को सभी गर्भवती महिलाओं को व्यापक और गुणवता युक्त प्रसव पूर्व देखभाल प्रदान किया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य है कि प्रसव पूर्व जांच के दौरान देखभाल में गुणवता सुधारना प्रसव पूर्व देखभाल में निम्न सेवाएं प्रदाय की जाती है जैसे रक्त अल्पताए गर्भावस्था प्रेरित उच्च रक्तचाप गर्भावधि मधुमेह आदि का उचित प्रबंधन। उन गर्भवती महिलाओं को जो की किसी भी कारण से अपनी प्रसव पूर्व जांच नहीं करा पाई या उच्च जोखिम गर्भवती हैं।
उन्हें अतिरिक्त अवसर प्रदान करना इस अभियान के लहत गर्भवती महिलाओं को जिला चिकित्सालयए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंदो पर उनकी गर्भावस्था के दूसरी और तीसरी तिमाही के दौरान प्रसव पूर्व देखभाल सेवाओं को प्रदान किया जाता है इस दिन प्रसव पूर्व जांच सेवाएं विशेषज्ञ चिकित्सक एवं चिकित्सा अधिकारियों के द्वारा प्रदाय की जाती है। इस अभियान की शुरुआत करने का मुख्य उद्देश्य यह है कि यदि हर एक गर्भवती महिलाओं का चिकित्सा अधिकारी द्वारा परीक्षण एवं जांच उचित तरीके से की जाए तथा इस अभियान का उचित पालन किया जाए तौर हमारे देश में होने वाली मातृ मृत्यु की संख्या को कम करने में महत्वपूर्ण एवं निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं एसाथ ही इस दिन उच्च जोखिम वाले गर्भवती महिलाओं की पहचान एवं फॉलोअप करना अभियान के महत्वपूर्ण घटकों में से एक है।
आज के अभियान के दौरान जिले के जिला चिकित्सालय एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केदो में 502 गर्भवती महिलाओं का रजिस्ट्रेशन हुआ। जिसमें 87 उच्च जोखिम वाले गर्भवती महिलाएं चिन्हित की गई। जिसमें 158 महिलाओं का सोनोग्राफी की गई।
बड़सरा में दुकान सह सामुदायिक शौचालय बना आय का स्रोत
सूरजपुर । कलेक्टर सूरजपुर एस जयवर्धन के मार्गदर्शन में एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्रीमती कमलेश नंदिनी साहू के निर्देशन में स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के अंतर्गत सूरजपुर जिले की जनपद पंचायत भैयाथान की ग्राम पंचायत बडसरा में ओ.डी.एफ. स्थायित्व को बनाए रखने हेतु वित्तीय वर्ष 2023-24 में 4,50,000 की स्वीकृति प्रदान करते हुए सामुदायिक शौचालय निर्माण की पहल की गई।
बडसरा ग्राम की भौगोलिक स्थिति को दृष्टिगत रखते हुए, यह ग्राम एन.एच. 43 (मनेन्द्रगढ़-बनारस मार्ग) पर स्थित है, जो सूरजपुर मुख्यालय से मात्र 12 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस कारणवश चौक क्षेत्र में बड़ी संख्या में ट्रक, बस एवं अन्य वाहनों का ठहराव होता है, जिससे यात्रियों के लिए स्वच्छ प्रसाधन सुविधा की आवश्यकता महसूस की गई। इसी आवश्यकता की पूर्ति हेतु ग्राम में दुकान युक्त सामुदायिक शौचालय की स्वीकृति स्वच्छ भारत मिशन (ग्रा.) अंतर्गत दी गई।
निर्माण पूर्ण होने के उपरांत शौचालय के नियमित संचालन एवं रखरखाव की जिम्मेदारी ग्राम पंचायत द्वारा करण कुमार सिंह (उम्र 45 वर्ष) को सौंपी गई। प्रारंभिक चरण में संचालन में कठिनाइयाँ महसूस हुईं, किन्तु ग्राम पंचायत के सरपंच, सचिव एवं स्वच्छ भारत मिशन टीम के मार्गदर्शन एवं प्रेरणा से श्री सिंह द्वारा यह जिम्मेदारी प्रभावी ढंग से निभाई जाने लगी।
शौचालय तथा दूकान संचालन से संचालनकर्ता को नियमित रूप से दैनिक आय अर्जित हो रही है, जिससे श्री सिंह का परिवार आर्थिक रूप से सशक्त हुआ है। विगत सात माह में इस अतिरिक्त आय से पारिवारिक आर्थिक स्थिति में उल्लेखनीय सुधार देखा गया है। साथ ही, क्षेत्र में स्वच्छता बनी रहने से पर्यावरणीय लाभ भी प्राप्त हो रहे हैं एवं यात्रियों के लिए एक स्वच्छ विश्राम स्थल उपलब्ध हुआ है।
विशेष उल्लेखनीय है कि दुकान युक्त सामुदायिक शौचालय न केवल स्वच्छता की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है, बल्कि यह ग्रामीण स्तर पर आजीविका संवर्धन का एक सशक्त उदाहरण भी बन चुका है। संचालनकर्ता परिवार के लिए दुकान भी अतिरिक्त आय का सृजन कर रही है, जिससे ग्रामीण क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में सार्थक पहल देखी जा रही है।
यह पहल स्वच्छता, सुविधा और आजीविका के समावेशी विकास का आदर्श मॉडल प्रस्तुत करती है।
केन्द्र व राज्य के योजनाओं से ग्रामीण हो रहे रूबरू
धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान
सूरजपुर । भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के अंतर्गत सूरजपुर जिले के चिन्हित जनजातीय गांवों में व्यापक स्तर पर शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। इन शिविरों का उद्देश्य आदिवासी अंचलों में बुनियादी सुविधाएं, स्वास्थ्य, शिक्षा तथा आजीविका जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में आदिवासी समुदायों को लाभान्वित कर आत्मनिर्भर एवं सशक्त बनाना है।
कलेक्टर एस. जयवर्धन के निर्देशन में जिले के विभिन्न विकास खण्डों में अभियान अंतर्गत शिविरों का आयोजन नियमित रूप से किया जा रहा है। आज विकासखंड भैयाथान के ग्राम गंगौटी, कुर्रीडीह, कुसमुसी एवं सुंदरपुर में शिविर लगाए गए। वहीं विकासखण्ड ओड़गी के माडर, भकुरा, भांडी, दवनसरा, दवना एवं टोमो में भी ग्रामीणों को योजनाओं की जानकारी दी गई तथा लाभ प्रदान किए गए।
विकासखण्ड प्रतापपुर के ग्राम धरमपुर, भरदा, मदननगर, बगड़ा, पलढ़ा, माडीडांड, कोटेया, गौरा, गणेशपुर, सिंघरा, मानपुर, दलदली एवं गोटगावा में भी धरती आबा अभियान के तहत शिविर आयोजित कर जनजातीय समुदायों को लाभ पहुंचाया गया।
इसी क्रम में विकासखण्ड प्रेमनगर के ग्राम तारा, शिवनगर, मेण्ड्रा एवं कांटारोली और विकासखंड रामानुजनगर के ग्राम धनेशपुर, कमलपुर एवं गोविंदपुर में भी शिविरों का आयोजन किया गया।
विकासखण्ड सूरजपुर के ग्राम तुलसी, मोहनपुर, हरिपुर, मंजीरा, छत्तरपुर, रामेश्वरपुर एवं पोडिपा में भी शिविरों के माध्यम से योजनाओं की जानकारी और लाभार्थियों को सेवाएं प्रदान की गईं। धरती आबा अभियान के इन शिविरों में संबंधित विभागों के अधिकारी, जनप्रतिनिधि तथा ग्रामीणों की सक्रिय भागीदारी रही।
उल्लेखनीय है कि विगत दिवस शिविर कार्यक्रम में आधार कार्ड के 18, आयुष्मान कार्ड के 100, सिकल सेल परीक्षण के 108, टीकाकरण के 138, जनधन खातों के 00, जाति प्रमाण पत्र के 163, निवास प्रमाण पत्र के 159, राशन कार्ड के 147, मनरेगा जॉब कार्ड के 06, उज्ज्वला योजना अंतर्गत 01, किसान क्रेडिट कार्ड के 13, पीएम किसान सम्मान निधि के 82, पीएम मातृत्व वंदन योजना के 26, पीएम विश्वकर्मा 04, वृद्धावस्था पेंशन के 40, विधवा पेंशन के 15, दिव्यांग पेंशन के 01 हितग्राहियों को लाभान्वित किया गया। शिविर में कुल 1021 हितग्राहियों को विभिन्न योजनाओं का लाभ प्रदान किया गया।
फर्नीचर शोरूम में लगी आग, लाखों के नुक्सान का अंदाजा
सूरजपुर। सूरजपुर के NH43 पर स्थित ग्राम पंचायत पचिरा में गर्ग फर्नीचर शोरूम में बुधवार सुबह 10:08 बजे अचानक आग लग गई। आग की लपटों ने पूरे शोरूम को अपनी चपेट में ले लिया। स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस कंट्रोल रूम सूरजपुर को सूचित किया। पुलिस ने तत्काल दमकल वाहनों को घटनास्थल पर भेजा। दमकल कर्मियों ने मशक्कत के बाद आग बुझाई। इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई।
प्रारंभिक जांच में आग का कारण शॉर्ट सर्किट माना जा रहा है। हालांकि, इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी नहीं हुई है। आग की तेज लपटों से आसपास के दुकानदारों में दहशत फैल गई। आगजनी से हुए नुकसान का आकलन अभी तक नहीं हो पाया है। स्थानीय लोगों ने बढ़ते आगजनी के मामलों को देखते हुए प्रशासन से मांग की है। उनका कहना है कि सरकारी कार्यालयों और व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में अग्निशमन व्यवस्था को मजबूत किया जाए।
ग्राम पंचायत स्तर पर आयोजित हुआ बहुआयामी कृषक शिविर
सूरजपुर । कलेक्टर एस जयवर्धन के निर्देशानुसार विकसित कृषि संकल्प अभियान के अंतर्गत जिले के विभिन्न ग्राम पंचायतों में आज कृषक शिविरों का आयोजन दो पालियों में किया गया। इन शिविरों का उद्देश्य किसानों को वैज्ञानिक और आधुनिक कृषि पद्धतियों से अवगत कराना, उनकी समस्याओं का समाधान करना और नवीन तकनीकों के प्रति जागरूक करना रहा।
पूर्वांह में तीन स्थानों पर लगे शिविर :
प्रातःकालीन सत्र में जयनगर, मोहरसोप और बकिरमा में शिविर आयोजित किए गए।जयनगर शिविर में जयनगर, कुंजनगर, हर्राटिकरा, सतपता, शिविनंदनपुर, केशवनगर, कुरूवां, गोरखनाथपुर, परसापारा और तेलईकछार ग्रामों के कृषक शामिल हुए। मोहरसोप शिविर में मोहरसोप, कैलाशनगर, खैरा, करौटी-ए, महुली, रामगढ़, कछिया, उमझर, रसौंकी, खोहिर और कोल्हुआ ग्रामों के किसान पहुंचे और बकिरमा शिविर में बकिरमा, महेशपुर, हरिहरपुर, केदारपुर, लक्ष्मणपुर और रामेश्वरनगर ग्रामों के कृषक शामिल हुए।
अपरांह में आयोजित हुए तीन और शिविर :
दोपहर के सत्र में सिलफिली, छतरंग और महोरा में शिविर लगाए गए। सिलफिली शिविर में सिलफिली, कनकपुर, बीरपुर, शिवसागर, करमपुर, महावीरपुर, संजयनगर, आमगांव, पार्वतीपुर और नयनपुर के किसान उपस्थित रहे। छतरंग शिविर में छतरंग, घुईडीह, पालकेवरा और बड़वार ग्राम शामिल थे। महोरा शिविर में महोरा, कोटेया, विंध्याचल, सारसताल और बलदेवनगर ग्रामों के किसान पहुंचे।
इन शिविरों में विभागीय विशेषज्ञों से मिली महत्वपूर्ण जानकारी दी गई। कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन, मत्स्य विभाग के अधिकारियों के साथ कृषि वैज्ञानिक, कृषि सखी, कृषक मित्र, पशु सखी तथा प्रगतिशील कृषकों ने किसानों को मार्गदर्शन दिया। किसानों को मिलेट्स (मोटे अनाज) की खेती, फसल चक्र परिवर्तन, प्राकृतिक और जैविक खेती, उन्नत बीज और कृषि यंत्रों का उपयोग, जल संरक्षण, मूल्य संवर्धन, पशुपालन और उद्यानिकी से जुड़ी अत्यंत उपयोगी जानकारी दी गई।
जयनगर शिविर के दौरान कुरुवा के बिगानी बाई, केशवनगर के भवन सिंह, संतलाल, निरंजन और परसापारा के अमर साय व मुनेश्वर को 02-02 बोरी धान बीज का वितरण किया गया। इसके अलावा उद्यानिकी विभाग द्वारा आम और लीची के पौधे तथा कृषि विभाग द्वारा किसान क्रेडिट कार्ड भी वितरित किए गए।
इन शिविरों में किसानों ने खेती से जुड़ी समस्याएं साझा कीं और वैज्ञानिकों से उनके समाधान प्राप्त किए। साथ ही उन्होंने आधुनिक कृषि के नए तरीकों को अपनाने की भी पहल की। विकसित कृषि संकल्प अभियान के अंतर्गत इस तरह के शिविर किसानों को आत्मनिर्भर और आधुनिक कृषि के लिए प्रेरित कर रहे हैं।
कलेक्टर-एसएसपी ने ली राजस्व व पुलिस विभाग की संयुक्त बैठक
सूरजपुर । कलेक्टर एस.जयवर्धन एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रशांत कुमार ठाकुर ने सोमवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जिले में कानून व्यवस्था के संचालन एवं नियंत्रण के सम्बन्ध में राजस्व एवं पुलिस विभाग के अधिकारियों की संयुक्त बैठक ली। बैठक में कलेक्टर ने कहा कि जिले में शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए राजस्व एवं पुलिस विभाग को संयुक्त प्रयास करते हुए आपसी सामंजस्य के साथ कार्य करना सुनिश्चित करना है । उन्होंने कहा कि लोक शांति भंग करने वाली गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखें तथा आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करें। उन्होंने सभी अधिकारियों को सजगता एवं सतर्कता के साथ कार्य करने के निर्देश दिए।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रशांत कुमार ठाकुर ने बैठक में उपस्थित अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि तीन नए कानून- भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस), 2023, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस), 2023 और भारतीय साक्ष्य अधिनियम (बीएसए), 2023- ने क्रमशः भारतीय दंड संहिता (आईपीसी), दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) और भारतीय साक्ष्य अधिनियम की जगह ली है। इन नवीन कानून से सभी अधिकारी परिचित हो यह अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा नवीन कानून को लेकर कैलेण्डर आधारित प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा। उन्होंने उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित किया कि इन प्रशिक्षण दिवस में सभी संबंधित विभाग के अधिकारी और उनके अधीनस्थ, प्रशिक्षण प्राप्त करना सुनिश्चित करेंगे। बैठक में सभी संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर ने विस्तृत समीक्षा कर राजस्व अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा निर्देश
सूरजपुर । राजस्व विभाग की साप्ताहिक समीक्षात्मक बैठक जिला संयुक्त कार्यालय के सभा कक्ष में आहूत की गई। जिसमें कलेक्टर एस.जयवर्धन ने राजस्व प्रकरणों के निराकरण की स्थिति की विस्तृत समीक्षा कर आवश्यक दिशा निर्देश उपस्थित राजस्व अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि राजस्व संबंधी मामले आम नागरिकों के हितों से सीधे जुड़े होते हैं, इसलिए राजस्व प्रकरणों का निर्धारित समयावधि में उचित निराकरण किया जाना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने सभी पदाधिकारियों को उनके लॉग इन पासवर्ड को सुरक्षित रखने और स्वयं इस्तेमाल करने के निर्देश दिए, ताकि उसका कोई गलत इस्तेमाल न कर सके।उन्होंने स्पष्ट किया कि सभी अधिकारी प्राप्त आवेदनों की स्वयं से समीक्षा कर स्क्रूटनी करें और अधिक से अधिक प्राप्त आवेदनों की जांच कर उसका निष्पादन करें।
उन्होंने राजस्व विभाग के सभी अधिकारी-कर्मचारियों को राजस्व प्रकरणों के निराकरण हेतु पूरी संवेदनशीलता एवं तत्परता के साथ कार्यवाही करने के निर्देश दिए, ताकि निर्धारित समय-सीमा में राजस्व प्रकरणों का निराकरण सुनिश्चित किया जा सके।
बैठक में कलेक्टर ने तहसीलवार लंबित प्रकरणों की समीक्षा करते हुए राजस्व अधिकारियों को निर्धारित समयावधि में राजस्व प्रकरणों का अनिवार्य रूप से निराकरण करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने सीमांकन, बंदोबस्त, त्रुटि सुधार, भू-अभिलेख, भू-अर्जन प्रकरण, वन अधिकार पट्टा नामांतरण, बंटवारा, खाता विभाजन आदि सभी राजस्व प्रकरणों के निराकरण प्रगति की विस्तृत समीक्षा की। बैठक में अपर कलेक्टर जगन्नाथ वर्मा, सर्व एसडीएम, डिप्टी कलेक्टर चांदनी कंवर, तहसीलदार,नायब तहसीलदार व अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
समय सीमा बैठक में कलेक्टर ने विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की
सूरजपुर। कलेक्टर एस. जयवर्धन ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक ली एवं विभिन्न विभागों के लंबित प्रकरणों की गहन समीक्षा की। बैठक में कलेक्टर ने विभागवार समय सीमा के लंबित प्रकरणों एवं प्राप्त शिकायतों का विस्तार से समीक्षा करते हुए सभी संबंधित अधिकारियों को प्राथमिकता के साथ समय सीमा में निराकरण करने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने सुशासन तिहार अंतर्गत प्रकरणों के निराकरण को लेकर भी संबंधित अधिकारियों से चर्चा की और सभी प्रकरणों का निराकरण समय सीमा में करने के निर्देश दिए।
बैठक में जिला पंचायत सीईओ, अपर कलेक्टर, डिप्टी कलेक्टर, सर्व एस डी एम सहित एवं समस्त जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे। कलेक्टर जयवर्धन ने समय सीमा की समीक्षा के साथ विभागीय कार्यों की समीक्षा भी की। इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग अंतर्गत विभिन्न योजनाओं के प्रगति की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने कार्ययोजना अनुरूप कार्य में तेजी लाने के निर्देश सम्बंधित अधिकारियों को दिए। उन्होंने राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम, सिकल सेल एनीमिया, जन औषधि केंद्रों, सहित स्वास्थ्य विभाग की अन्य योजनाओं के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की। कलेक्टर जयवर्धन ने स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था की जानकारी ली और आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने दसवीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा में जिले के सभी विकासखंडों के प्रदर्शन की जानकारी प्राप्त की।
इस दौरान उन्होंने खराब प्रदर्शन करने वाले स्कूलों एवं प्राचार्य की जानकारी ली। खराब प्रदर्शन करने वाले प्राचार्य को कारण बताओं नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। साथ ही खराब प्रदर्शन एवं लापरवाही को लेकर विकासखंड शिक्षा अधिकारी पर भी सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिए। साथ ही जिले में अपार आई डी निर्माण की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने जिले के सभी छात्रावासों में सुविधाएं बेहतर करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। इस अवसर पर उन्होंने कृषि एवं संबंधित विभागों के अंतर्गत चल रही योजनाओं के संबंध में जानकारी ली और आवश्यक निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने जिले में धान उठाव की स्थिती की जानकारी ली।
उन्होंने आगामी खरीफ सीजन को देखते हुए खाद बीज वितरण बेहतर रूप में करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने जिले में निर्माण कार्य में लगी विभागों पी डब्लू डी, जल संसाधन और पी एच ई अंतर्गत योजनाओं की समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दिए हैं। इसके अलावा उन्होंने जल जीवन मिशन, जल शक्ति अभियान, सुरक्षित मातृत्व अभियान, वय वंदना योजना का जायजा लिया। उन्होंने आंगनबाड़ी की स्थिति, बच्चों में कुपोषण की स्थिति की जानकारी ली। आंगनबाड़ी केंद्रों में स्वच्छ पेय जल आपूर्ति, पोषण का स्तर और बेहतर करने के निर्देश दिए। खराब प्रदर्शन करने वाले आंगनवाड़ी केंद्रों की स्थिति बेहतर करने के निर्देश दिए। उन्होंने आंगनबाड़ी की स्थिति बेहतर करने नियमित मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए। साथ ही पोषण ट्रैकर ऐप में ऑनलाइन एंट्री शत प्रतिशत करना सुनिश्चित करें।
शत प्रतिशत हितग्राहियों का आधार कार्ड और आयुष्मान कार्ड बनवाने एवं अद्यतन करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने इसके लिए समाधान शिविरों के माध्यम से आधार कार्ड और आयुष्मान कार्ड अधिक से अधिक लोगों का निर्माण करने के निर्देश दिए। सहायक आयुक्त आदिवासी विभाग से चर्चा के दौरान उन्होंने आश्रमों और विद्यालयों में बच्चों को उपलब्ध कराए जा रहे सुविधाओं को और बेहतर करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने बच्चों की सुरक्षा के लिए आश्रमों एवम विद्यालयों में विशेष सावधानी बरतने के निर्देश दिए। प्रधानमंत्री आवास योजना की समीक्षा करते हुए सभी पात्र हितग्राहियों को प्रधानमंत्री आवास का लाभ प्रदान करवाने के निर्देश दिए। इसके अलावा उन्होंने राजस्व संबंधी सेवा को बेहतर करने के लिए राजस्व अधिकारियों को फील्ड में जाकर विजिट करने के दिए निर्देश।
सूरजपुर में ऑक्सीजन प्लांट घोटाला: पूर्व CMHO समेत कई पर आरोप, FIR दर्ज...
सूरजपुर। सूरजपुर जिले के स्वास्थ्य विभाग में एक बड़े ऑक्सीजन प्लांट घोटाले का खुलासा हुआ है, जिसने विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। कोरोना काल के दौरान लगाए गए 83 लाख रुपये के ऑक्सीजन प्लांट के भुगतान में भारी गड़बड़ी सामने आई है। आरोप है कि जिस फर्म ने काम किया, भुगतान किसी दूसरी फर्जी फर्म को कर दिया गया।
फर्जी फर्म को मिला 81 लाख से अधिक का भुगतान
शिकायतकर्ता जयंत चौधरी ने पुलिस में लिखित शिकायत दी है कि जिला अस्पताल सूरजपुर में ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना का कार्य उनकी फर्म यूनिक इंडिया कम्पनी (GST: 22AGNPC9076B1ZM) द्वारा किया गया था। लेकिन भुगतान किसी दूसरी फर्म – यूनिक इंडिया कम्पनी, दंतेवाड़ा (GST: 22ALNPB1746L2Z5) को कर दिया गया।
इस फर्जी फर्म को 5 जनवरी 2022 को ₹50 लाख और 31 जनवरी 2022 को ₹31.85 लाख, यानी कुल ₹81.85 लाख का भुगतान कर दिया गया।
पूर्व CMHO समेत कई कर्मचारियों पर मिलीभगत का आरोप
शिकायत में पूर्व मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी आर.एस. सिंह और उनके कार्यालय के कर्मचारियों पर मिलीभगत कर घोटाला करने का आरोप है। इस घोटाले को योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दिया गया, जहां नाम मिलती-जुलती दूसरी फर्म का उपयोग कर सरकारी राशि का दुरुपयोग किया गया।
जांच में जुटा प्रशासन
जिला स्वास्थ्य अधिकारी ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि उन्हें शिकायत मिली है और पुलिस जांच जारी है। उन्होंने कहा, “काम किसी और ने किया, भुगतान किसी और को किया गया – यह गंभीर मामला है। जांच के बाद ही कोई ठोस जानकारी दी जा सकेगी।”
FIR दर्ज, जांच जारी : पुलिस
एडिशनल एसपी संतोष महतो ने जानकारी दी कि मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है और जांच शुरू कर दी गई है। दस्तावेज़ों और बैंक ट्रांजेक्शन की गहनता से जांच की जा रही है।
कड़ी कार्रवाई का भरोसा : विधायक भूलन सिंह मरावी
घोटाले पर प्रतिक्रिया देते हुए स्थानीय विधायक भूलन सिंह मरावी ने कहा, “हमारी सरकार भ्रष्टाचार के मामलों में ज़ीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है। जिसने भी जनता के पैसे का दुरुपयोग किया है, उसे बख्शा नहीं जाएगा।”
सूरजपुर स्वास्थ्य विभाग में सामने आया यह घोटाला न केवल कोरोना काल में हुए ऑक्सीजन संकट की संवेदनशीलता पर सवाल खड़ा करता है, बल्कि सरकारी तंत्र में बैठे भ्रष्ट तत्त्वों की मिलीभगत का भी प्रमाण है। अब देखना होगा कि जांच किस दिशा में जाती है और दोषियों पर कब तक कार्रवाई होती है।
तहसील सूरजपुर और लटोरी में राजस्व सेवाओं का हुआ व्यापक निराकरण
सूरजपुर। कलेक्टर एस जयवर्धन के मार्गदर्शन एवं अनुविभागीय अधिकारी राजस्व श्रीमती शिवानी जायसवाल के निर्देशन में सुशासन तिहार 2025 के अंतर्गत जिले की तहसील सूरजपुर और लटोरी में राजस्व संबंधी मामलों में तीव्रता से कार्यवाही करते हुए व्यापक निराकरण किया गया है। तहसील सूरजपुर में सीमांकन के लिए प्राप्त 68 आवेदनों पर कार्यवाही पूर्ण की गई। फौती नामांतरण के 40, बंटवारे के 43 और सामान्य नामांतरण के 17 मामलों में सभी का ऑनलाइन प्रकरण दर्ज किया गया। कार्यवाही प्रारंभ की गई स त्रुटि सुधार के 32 मामलों में से व्यक्तिगत त्रुटियों का 100ः निराकरण किया गया एवं अन्य मामलों में आवश्यकतानुसार कार्यवाही की गई। पट्टा प्रदाय हेतु 34 प्रकरणों की मौका जांच कर आवश्यक कार्यवाही की गई। ऋण पुस्तिका के 74 आवेदनों पर पूर्ण निराकरण कर पुस्तिकाओं का वितरण किया गया।
अवैध कब्जा के 20 और पट्टा निरस्तीकरण के 9 आवेदनों पर आवश्यक जांच कर कार्यवाही की गई। नक्शा सुधार के 9 मामलों पर आवश्यक जांच कर कार्यवाही प्रारम्भ की गई स साथ ही प्रमाण पत्र निर्माण (जाति, जन्म, मृत्यु) के सभी 7 मामलों में प्रमाण पत्र जारी किए गए। इसके अतिरिक्त रिकॉर्ड दुरुस्ती, एफआरए, भूमि मांग (मुक्तिधाम, सड़क), मुआवजा, वोटर नामांकन, कोटवार नियुक्ति, नक्शा कटवाना जैसे कुल 79 मामलों का भी निराकरण किया गया। इसके अलावा तहसील लटोरी में फौती नामांतरण के 36 मामलों में सभी का ऑनलाइन पंजीयन किया गया।
ऋण पुस्तिका के 25 में से 12 लोगों को वितरण किया गया एवं शेष में कार्यवाही प्रक्रियाधीन है। बंटवारे के 8 और पट्टा मांग के 76 प्रकरणों में पंजीयन कर आवश्यक कार्यवाही की गई। सीमांकन के 32 में से 7 प्रकरणों में सीमांकन पूर्ण किया गया। त्रुटि सुधार के 18 मामलों का 100 प्रतिशत निराकरण किया गया। गौरतलब है कि सुशासन तिहार 2025 के अंतर्गत तहसीलों में राजस्व प्रकरणों को लेकर की गई त्वरित निराकरण की कार्यवाही से आमजन को राहत मिली है।