रामानुजगंज बलरामपुर जिले के तातापानी पुलिस चौकी अंतर्गत ग्राम विश्रामनगर में बीते रात बारिश से लबालब भरा हुआ करीब चार दशक पुराने लुती बांध के अचानक टूटने से नीचले इलाके में सैलाब आ गया। बांध के टूटने से आए सैलाब की चपेट मे आने से जहा चार लोगो की मौत हो गई वही तीन अब भी लापता हैं। इस घटना में कई जानवर बह गए वही धान और टमाटर की फसलें भी बर्बाद हो गई। बांध के निचले हिस्से में बने कई घर भी पानी की चपेट में आकर ढह गए इन घरों में रहने वाले लोगों को प्रशासन के तरफ से पंचायत भवन में शिफ्ट किया जा रहा है। आधा दर्जन से अधिक गांव के सैकड़ो लोग लापता लोगों की खोजबीन में लगे हैं। देर रात ही सूचना पर कलेक्टर और एसपी भी मौके पर पहुंचे। कलेक्टर राजेंद्र कुमार कटारा के मार्गदर्शन में पुलिस और राजस्व अमले के साथ साथ एनडीआरएफ की टीम भी राहत और बचाव में जुटी हुई है।
गौरतलब है कि बीती रात मूसलाधार बारिश के बाद 10 से 11 बजे के बीच बलरामपुर विकासखंड के ग्राम विश्रामनगर में 1981 में बना लुती डेम के 100 मिटर के करीब टूट जाने से
बांध के नीचे रह रहे 3 घरों के लोग बुरी तरह से इसके चपेट में आ गए जिससे रजनति पति गणेश उम्र 26 वर्ष, बतशिया पति रामवृक्ष उम्र 55 वर्ष की मौत हो गई। दोनों आपस में सास बहू थे। वही घर मालिक रामवृक्ष की एक बडी बहू और 3 बच्चे भी पानी में बह गए।
दोनो सास बहू का शव रात में ही बरामद कर लिया गया था। सुबह रजनति पति गणेश उम्र 30 वर्ष एवं प्रिया सजीवन उम्र 6 वर्ष का शव मिला। वही अन्य लापता लोगों की तलाश एनडीआरएफ की टीम के द्वारा की जारी है।
रामवृक्ष ने पेड़ के सहारे बचाई जान बांध के नीचे रहने वाले रामवृक्ष के बहू एवं पत्नी की बांध टूटने के बाद चपेट में आने से मौत हो गई वहीं इसके बहू के 3 बच्चे बह गए इस बीच रामवृक्ष भी बहने लगा करीब 300 मीटर बहने के बाद पेड़ से टिक कर रामवृक्ष ने अपनी जान बचाई।
7 माह के बच्ची सहीत 10 लोगों का बाल बाल बचा जान बांध के नीचे करीब 500 मीटर की दूरी पर कालीचरण टोप्पो उम्र 60 वर्ष का घर है घर में करीब 10 सदस्य थे रात्रि में पुरा परिवार जब सोया हुआ था तब घर में अचानक 6 फीट तक पानी घुस गया। घर के सदस्यों ने तैर कर बहुत मुश्किल से बाहर निकल कर अपनी जान बचाई वही कालीचरण बहते हुए पेड़ के सहारे टिक् कर जान बचा सका वही उसकी पत्नी फूलमनी टोप्पो उम्र 55 वर्ष पर दीवार गिर गया था जिसे रेस्क्यू कर बाहर निकाला गया।
दोनों हाथों से ऊपर उठाकर बचाई 7 माह की बच्ची की जान कालीचरण के घर में एकाएक करीब 6 फीट पानी आ गया था घर में करीब 10 सदस्य थे उसमें बंटू टोप्पो की 7 माह की बेटी भी थी जिसे दोनों हाथों से घर वालों ने ऊपर उठाकर किसी प्रकार से पानी से निकल कर उसकी भी जान बचाई।
दर्जनों गौ वंश सहित बही 50 से अधिक बकरियां अचानक आए त्रासदी में जीतन पिता बंधारी की 40 बकरियां एवं कालीचरण की 7 बकरियां सहित 50 से अधिक बकरीया बह गई। वही घरों में बंधे कुछ गौ वंश खूंटे में ही मृत पाई गई और कुछ बहाव में बह गई।
थोड़ा ऊपर बांध टूटता तो होती और बड़ी हानी
मंगलवार के शाम से ही बांध से पानी रिसना शुरू हो गया था एवं रात्रि 10 से 11 के बीच बांध टूट गया। बांध में करीब 500 मीटर एरिया में दरार आ गया था परंतु लघभग 100 मीटर में ही बांध टूटा। जिस हिस्से से बांध टूटा यदि उससे थोड़ा और ऊपर का हिस्सा टूटा होता तो बड़ी हानि हो सकती थी। क्योंकि ऊपर में और अधिक बसाहट है एवं फसल को भी अधिक नुकसान होता।
1982 में बना था बांध 173 हेक्टेयर भूमि होती थी सिंचित, बांध हुवा पूरा खाली, मछली मारने में जुटे लोग 1982 में बनकर तैयार हुआ यह बांध क्षेत्र वासियों के लिए वरदान के समान था इससे 173 हेक्टेयर के करीब भूमि सिंचित होती थी वही बांध टूटने के बाद बांध का पूरा पानी खाली हो गया है बांध से पानी निकलने के बाद बहुत सारे लोग पूरी रात मछली मारते रहे।
जल संसाधन विभाग की है घोर लापरवाही बृहस्पति पूर्व विधायक बृहस्पति सिंह भी मौके पर पहुंचे उन्होंने जल संसाधन विभाग की गंभीर लापरवाही से बांध टूटना बताया उन्होंने कहा कि जब ग्रामीणों ने पहले से विभाग को सूचना दी थी कि बांध की स्थिति जर्जर है एवं शाम से ही बांध से पानी का रिसना शुरू हो गया था तो उसके बाद भी विभाग के लोग मौके पर नहीं पहुंचे थे यदि उनके द्वारा पहले से मरम्मत कार्य करवा दिया गया रहता तो ऐसी स्थिति निर्मित नहीं होती।
मंत्री रामविचार नेताम ने रद्द किए सभी कार्यक्रम, घटनास्थल के लिए हुए रवाना घटना की जानकारी मिलते ही क्षेत्रीय विधायक और कैबिनेट मंत्री राम विचार नेताम ने प्रशासनिक अफसरों को राहत व बचाव कार्यों में तेजी लाने के निर्देश देते हुए अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर कोरबा से सीधे बलरामपुर के लिए रवाना हो गए हैं। वे मृतकों के परिजनों से मुलाकात कर ढांढस बंधाएंगे।