एल्युमीनियम उद्योग में तेजी से आगे आ रहे हैं युवा
2025-08-23 16:22:00
एल्युमीनियम उद्योग में तेजी से आगे आ रहे हैं युवा
भारत के एल्युमीनियम उद्योग में युवा कर्मचारियों का जोश और इनोवेशन वाकई सराहनीय है, जो कि तेजी से आगे आ रहे हैं। ऐसे में, अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस पर वेदांता एल्युमीनियम ने अपने युवा कर्मचारियों की ऊर्जा और मेहनत को सलाम किया। भारत की इस सबसे बड़ी एल्युमीनियम उत्पादक कंपनी में औसत उम्र सिर्फ 31 साल है, और 65% कर्मचारी 35 साल से कम उम्र के हैं। यही युवा उड़ीसा, छत्तीसगढ़ और आंध्र प्रदेश में कंपनी के काम और नई तकनीकों को आगे बढ़ा रहे हैं।
नई भर्तियों में 93% फ्रैश ग्रेजुएट्स या करियर की शुरुआत करने वाले युवा शामिल हैं। कंपनी ने वी-कैंपस, रोल मॉडल कैंपस माइंड्स और वी-अस्पायर जैसे प्रोग्राम्स शुरू किए हैं, जिससे युवा तकनीकी, नेतृत्व और डिजिटल कौशल सीखकर अपने काम में आगे बढ़ते हैं। 3x3x3 करियर फ्रेमवर्क और एआई-पॉवर्ड लर्निंग प्लेटफॉर्म्स से उन्हें कई तरह के काम सीखने और भविष्य के लिए तैयार होने का मौका मिलता है।
कंपनी में युवा कार्यबल की भूमिका पर रोशनी डालते हुए राजीव कुमार, सीईओ, वेदांता एल्युमीनियम ने कहा, "वेदांता एल्युमीनियम में हमारे युवा कर्मचारी हमारे बदलाव को बढ़ावा देने वाले मुख्य कारक हैं। हरित एल्युमीनियम समाधानों से लेकर एआई एवं डिजिटल तकनीकों को अपनाने तक, हमारे कर्मचारी स्थायी एवं आत्मनिर्भर भारत के लिए निर्माण को नया आयाम दे रहे हैं। वे नए दृष्टिकोण, डिजिटल ज्ञान के साथ हमारे संचालन एवं इनोवेशन के तरीके को बदल देते हैं। वे वेदांता 2.0 के पीछे मौजूद मुख्य बदलावकर्ता हैं, जिनके प्रयास एल्युमीनियम को ‘भविष्य के धातु’ के रूप में मजबूती से स्थापित कर रहे हैं।"
युवा टीमें एआई कमांड सेंटर्स और डिजिटल तकनीक से काम को स्मार्ट बना रही हैं। प्रोजेक्ट पंछी और नंद घर जैसी पहलें महिलाओं और बच्चों को सशक्त कर रही हैं। खेल प्रशिक्षण और डीएवी वेदांता इंटरनेशनल स्कूल भी युवाओं को आगे बढ़ने में मदद कर रहे हैं।
वित्तीय वर्ष 25 में 2.42 मिलियन टन उत्पादन के साथ, वेदांता एल्युमीनियम अब नवाचार, स्थायित्व और नेतृत्व का एक मजबूत नाम बन चुका है।