छत्तीसगढ़ / कांकेर
नगर निकायों में आरक्षण के लिए सहायक अधिकारी नियुक्त
कांकेर । नगरीय निकायों में आम निर्वाचन हेतु नगर पालिका (अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग एवं महिलाओं के लिये पदों का आरक्षण) नियम 1994 के तहत् पदों का आरक्षण की कार्यवाही करने के लिये कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी निलेश कुमार महादेव क्षीरसागर ने अधिकारियों को सहायक के रूप में नियुक्त किया है। इसके लिए उन्होंने आदेश जारी किया है। आदेश के अनुसार गुरुवार 19 दिसंबर को दोहपर 02 बजे अधिकारीगण आरक्षण स्थल कार्यालय जिला पंचायत के समा कक्ष में उपस्थित होकर विहित पदाधिकारी आरक्षण की कार्यवाही में सहयोग करेंगे।
नगर पालिका परिषद् कॉकेर के लिए अधिकारी अनुविभागीय अधिकारी (रा.) कांकेर अशोक कुमार मारबल के सहायक अधिकारी मुख्य नगर पालिका अधिकारी सोहेल कुमार को, नगर पंचायत भानुप्रतापपुर के अधिकारी अनुविभागीय अधिकारी (रा.) आस्था राजपूत के सहायक अधिकारी मुख्य नगर पंचायत अधिकारी भानुप्रतापपुर हेमंत कुमार नेताम, नगर पंचायत अंतागढ़ के अधिकारी अनुविभागीय अधिकारी (रा) अंतागढ़ राहुल रजक के सहायक अधिकारी मुख्य नगर पंचायत अधिकारी अंतागढ़ एच आर गोंदे, नगर पंचायत चारामा के अधिकारी अनुविभागीय अधिकारी (रा) नरेंद्र कुमार बंजारे के सहायक अधिकारी के तौर पर मुख्य नगर पंचायत अधिकारी चारामा दिलेश्वर सर्वा और नगर पंचायत पखांजूर के अधिकारी अनुविभागीय अधिकारियों (रा) पखांजूर अंजोर सिंह पैकरा के सहायक अधिकारी के रूप में मुख्य नगर पंचायत अधिकारी सुनील जैन को नियुक्त किया गया है।
ग्राम बेवरती में प्रकृति परीक्षण शिविर 18 दिसम्बर को
कांकेर। देश में गैर संक्रमण रोगों की रोकथाम और नियंत्रण हेतु आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति केन्द्रीय आयुष मंत्रालय के तत्वाधान में नवम आयुर्वेद दिवस के उपलक्ष्य में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश में ‘प्रकृति का परीक्षण’ अभियान का शुभारंभ किया है। यह अभियान संविधान दिवस 26 नवम्बर से प्रारंभ होकर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती 25 दिसम्बर तक संपन्न होगा।
जिला आयुष अधिकारी ने बताया कि इस अभियान का ध्येय वाक्य ‘संकल्प स्वास्थ्य का आधार’ आयुर्वेद को रखा गया है। इस अभियान के तहत देश भर की आयुर्वेद विधा से जुड़े शिक्षक, चिकित्सक, छात्र बतौर स्वयंसेवक, वालेंटियर एवं 18 से अधिक आयु वाले नागरिकों का मोबाइल एप्लीकेशन के जरिए ऑनलाइन प्रकृति परीक्षण किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अभियान के तहत कलेक्टर निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर के निर्देशानुसार जिले के समस्त विभाग, कॉलेज, हॉस्टल, संस्था एवं अन्य विभागों में टीम चिकित्सक के माध्यम से प्रकृति परीक्षण कराया जा रहा है। साथ ही सभी नागरिकों से अनुरोध किया है कि अधिक से अधिक नागरिक अपना प्रकृति परीक्षण कराकर अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहें। इसके माध्यम से स्वयं की प्रकृति वात, वित, कफ की जानकारी प्राप्त हो सकेगी। साथ ही समय-समय पर स्वास्थ्य लाभ हेतु महत्वपूर्ण जानकारी मोबाइल के माध्यम से दी जाएगी। उन्होंने बताया कि आयुष मंत्रालय से संबंधित को मोबाइल में प्रकृति स्वास्थ्य प्रमाण-पत्र दिया जाता है। आयुष अधिकारी ने बताया कि कांकेर विकासखण्ड के ग्राम बेवरती में बुधवार 18 दिसम्बर को ग्राम पंचायत के सचिवालय में प्रकृति परीक्षण स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया जाएगा।
कांकेर में बारूदी सुरंग विस्फोट, बीएसएफ जवान घाय
कांकेर । छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में बारूदी सुरंग को निष्क्रिय करने के दौरान सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) का एक जवान घायल हो गया। घटना रविवार सुबह करीब 9:30 बजे हेटारकसा गांव की सड़क पर पानीडोबीर कैंप के पास हुई।
पुलिस अधीक्षक इंदिरा कल्याण एलेसेला ने बताया कि सुरक्षाबलों का एक दल नक्सल विरोधी अभियान पर रवाना हुआ था। अभियान के दौरान पानीडोबीर कैंप के पास दल को बारूदी सुरंग की जानकारी मिली। सुरक्षाबलों ने तत्काल कार्रवाई करते हुए सुरंग को निष्क्रिय करने का प्रयास किया, लेकिन इस प्रक्रिया के दौरान विस्फोट हो गया।
विस्फोट में बीएसएफ जवान बी. ईश्वर राव के हाथ और चेहरे पर मामूली चोटें आईं। घायल जवान का प्राथमिक उपचार किया गया और उसे बेहतर इलाज के लिए अस्पताल ले जाया जा रहा है।
पुलिस ने क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ा दी है और घटना की विस्तृत जांच शुरू कर दी है। नक्सली गतिविधियों पर कड़ी नजर रखते हुए सुरक्षाबलों द्वारा इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी है।
छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक धरोहर को विश्व मंच पर प्रस्तुत करने के लिए कांकेर जिले से 8 युवाओं का चयन किया गया है
हेरिटेज फेस्ट 2024 में छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक धरोहर बिखरेगी
कांकेर जिले की मिलेगी एक और राष्ट्रीय स्तर की सौगात
कांकेर। छत्तीसगढ़ राज्य में मत्स्य पालन के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर एक बार फिर से गौरवपूर्ण उपलब्धि हासिल करने जा रहा है। कांकेर जिले को मत्स्य पालन के क्षेत्र में देश में “बेस्ट इनलैंड डिस्ट्रिक्ट अवार्ड“ के लिए चुना गया है। कांकेर जिले को यह राष्ट्रीय अवॉर्ड 21 नवंबर को विश्व मात्स्यिकीय दिवस के अवसर पर मिलेगा। केंद्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन, डेयरी एवं पंचायतीराज मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह द्वारा नई दिल्ली के चाणक्यपुरी स्थित सुषमा स्वराज भवन में आयोजित कार्यक्रम यह सम्मान प्रदान किया जाएगा। कार्यक्रम में केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन, डेयरी एवं पंचायतीराज राज्य मंत्री प्रोफेसर एस.पी. सिंह बघेल एवं जॉर्ज कुरियन भी उपस्थित होंगे।
प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कांकेर जिले को देश का बेस्ट इनलैंड डिस्ट्रिक्ट अवार्ड के लिए चयन होने पर प्रसन्नता जताई है। उन्होंने इस गौरवपूर्ण उपलब्धि के लिए जिला कांकेर सहित राज्य के सभी मत्स्य कृषकों एवं मछलीपालन विभाग के अधिकारियों को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। मुख्यमंत्री ने कहा है कि छत्तीसगढ़ लैंड लॉक प्रदेश होने के बावजूद भी मत्स्य पालन के क्षेत्र में देश में अग्रणी स्थान पर है। मछली बीज उत्पादन में छत्तीसगढ़ देश में छठवें स्थान पर हैं। यह उपलब्धि प्रदेश के मत्स्य कृषकों की कड़ी मेहनत और लगन का परिणाम है। छत्तीसगढ़ मछली बीज उत्पादन के मामले में न सिर्फ पूरी तरह से आत्मनिर्भर है, बल्कि पड़ोसी राज्यों को भी मछली बीज निर्यात कर रहा है। कलेक्टर नीलेश महादेव क्षीरसागर ने भी इस उपलब्धि के लिए के जिले के मत्स्यपालकों और विभाग के अधिकारी को बधाई दी है।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में कुल 1,29,039 जल स्त्रोत उपलब्ध है, जिसका जल क्षेत्र 2.032 लाख हेक्टेयर है, जिनमें 96 प्रतिशत में किसी न किसी रूप में मत्स्य पालन हो रहा है। 3571 कि.मी का नदीय जलक्षेत्र भी उपलब्ध है। सघन मत्स्य पालन हेतु अतिरिक्त जलक्षेत्र निर्मित किया जा रहा है. अब तक कुल 6783 हेक्टर जलक्षेत्र निर्मित हो चुका है। एक समय था जब छत्तीसगढ़ मत्स्य बीज के लिए पश्चिम बंगाल राज्य पर निर्भर था। कुल 82 नवीन हैचरी निर्मित कर 115 हैचरियों के माध्यम से 546 करोड़ मत्स्य बीज का प्रति वर्ष उत्पादन होने से राज्य न सिर्फ आत्मनिर्भर हुआ अपितु अन्य राज्यों को भी मत्स्य बीज निर्यात कर रहा है।
छत्तीसगढ़ में वर्तमान में प्रति वर्ष 7.30 लाख टन मत्स्य उत्पादन हो रहा है। राज्य अन्तर्देशीय मत्स्य उत्पादन में देश में 8वें स्थान पर है। राज्य में अतिरिक्त मत्स्य उत्पादन हेतु जलाशयों एवं बंद खदानों में अब तक 9551 केज, 415 बायोफ्लॉक, 06 आर.ए.एस. एवं 253 बॉयोफलॉक पॉण्ड स्थापित किए गए हैं। रायपुर, दुर्ग बिलासपुर एवं जांजगीर में थोक मत्स्य बाजार की स्थापना की गई। प्रदेश के मत्स्य पालकों का एन.एफ.डी.पी. योजना अंतर्गत पंजीयन किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ राज्य के मत्स्य पालकों को किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से बैंक से ऋण की सुविधा प्रदान की जा रही है। पात्रतानुसार मत्स्य कृषकों को एक प्रतिशत से लेकर तीन प्रतिशत ब्याज पर अल्प अवधि ऋण भी दिया जा रहा है।
सहायक संचालक मछलीपालन ने बताया कि कांकेर जिला पूरे छत्तीसगढ़ में मछली पालन के क्षेत्र में एक विशिष्ट स्थान रखता है। जिले में वर्तमान में सर्वाधिक 32 मत्स्य बीज हैचरी संचालित है जिनमें 33402 लाख स्पॉन तथा 13139 लाख स्टेंडर्ड फाई मत्स्य बीज उत्पादन करते हुए छत्तीसगढ़ के अन्य जिलों के साथ-साथ अन्य राज्यों जैसे मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, उड़ीसा, बिहार, झारखण्ड एवं उत्तरप्रदेश में निर्यात किया जाता है। उन्होंने बताया कि जिले में कुल 30562 जल निकायों जलक्षेत्र 12137 हेक्टेयर में लगभग 15998 मत्स्य कृषकों के द्वारा सक्रिय रूप से मछली पालन का कार्य करते हुए कुल 84766 मेट्रिक टन मछली का उत्पादन किया जा रहा है, जो छत्तीसगढ़ में सर्वाधिक है। जिले के दुधावा जलाशय में 228 केज स्थापित है जिसमें 651 टन का अतिरिक्त मत्स्योपादन लिया जा रहा है। मछली पालन एवं संम्बद्ध गतिविधियों से जिले के कृषकों द्वारा प्रतिवर्ष लगभग 500 करोड़ का व्यवसाय किया जा रहा है। उक्त पुरस्कार मिलने से कांकेर जिले के मत्स्य कृषकों का उत्साहवर्धन होगा एवं वे और अधिक उन्नत तरीके से मछली पालन का कार्य करने के लिए प्रेरित होंगे।
ग्राम जवरतरा में अवैध रूप से धान भण्डारण, 100 बोरा धान जब्त
उत्तर बस्तर कांकेर। खरीफ विपणन वर्ष से 2024- 25 के तहत राज्य सरकार द्वारा किसानों से धान खरीदने के साथ ही अवैध रूप से धान का परिवहन, भंडारण और विक्रय करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। कलेक्टर निलेश कुमार महादेव क्षीरसागर के निर्देशानुसार जिले में धान के अवैध रूप से परिवहन, भण्डारण, विक्रय करने वालों पर संयुक्त जांच दलों के द्वारा सतत् निगरानी रखी जा रही है। इसी क्रम में आज उड़नदस्ता दल चारामा द्वारा धान का अवैध परिवहन, भण्डारण के स्थानों पर कार्यवाही करते हुए कुल 100 कट्टा (लगभग 40 क्विंटल) धान जब्त कर इसमें संलिप्त लोगों के विरूद्ध मंडी अधिनियम 1972 की धारा 19 और धारा 02 (1) के तहत नियमानुसार कार्यवाही की गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार चारामा तहसील अंतर्गत ग्राम बरगरी एवं जवरतरा में राईस मिलरों व ट्रेडर्स के संस्थानों के गोदामों में निरीक्षण किया गया। राईस मिल के गोदामों से किसी प्रकार का अवैध भण्डारण नहीं पाया गया। इसी दौरान ग्राम जवरतरा की फर्म सिन्हा ट्रेडर्स प्रो. लखन लाल सिन्हा के गोदाम निरीक्षण में 100 बोरी 40 क्विंटल धान अवैध रूप से भंडारित पाया गया, जिसे जब्त कर मण्डी अधिनियम के तहत प्रकरण तैयार कर नियमानुसार कार्यवाही की गई। जांच दल में भारसाधक अधिकारी प्रमिला मंडावी, मंडी सचिव शकुंतला ओझा, फूड इंस्पेक्टर आरती यादव तथा मण्डी कर्मचारी शिशुपाल साहू शामिल थे।
जनसमस्या निवारण शिविर में ग्रामीणों से मिले 124 आवेदन
66 का मौके पर किया गया निराकरण
उत्तर बस्तर कांकेर। कलेक्टर निलेश कुमार महादेव क्षीरसागर के निर्देशानुसार जिला स्तरीय जनसमस्या निवारण शिविर का आयोजन आज भानुप्रतापपुर विकासखण्ड के ग्राम पंचायत साल्हे में किया गया, जहां ग्रामीणों ने अपनी विभिन्न मांगों एवं समस्याओं को लेकर कुल 124 आवेदन प्रस्तुत किए। इनमें से 66 का शिविर स्थल में ही निराकरण किया गया। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी हरेश मंडावी ने संबंधित विभाग के शेष आवेदनों को निराकृत कर आवेदनकर्ता को सूचित करने के लिए निर्देशित किया। इस अवसर पर शिविर में जिला स्तरीय अधिकारियों ने स्टॉल लगाकर विभागीय योजनाओं की जानकारी ग्रामीणों को दी।
जिला पंचायत के अध्यक्ष हेमन्त ध्रुव ने शिविर मे उपस्थित ग्रामीणजनों से योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ लेने की अपील की। शिविर में सर्वाधिक 43 आवेदन पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, राजस्व विभाग को 20, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग को 12, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के 09, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के 08, लोक निर्माण विभाग और क्रेडा के 06-06 आवेदन प्राप्त हुए। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग के स्टॉल में ग्रामीणों ने अपना स्वास्थ्य परीक्षण कराकर आवश्यकतानुसार निःशुल्क औषधि प्राप्त की। इसके अलावा अन्य विभागों के द्वारा विभागीय योजनाओं की जानकारी दी गई तथा पात्रतानुसार उनका लाभ लेने की अपील की।
शिविर में राजस्व विभाग द्वारा 02 किसान किताब एवं एक वन अधिकार मान्यता पत्र ऋण पुस्तिका, खाद्य विभाग द्वारा 06 राशन कार्ड, कृषि विभाग द्वारा राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन योजना अंतर्गत 12 किसानों को दलहन, मसूर बीज मिनीकिट एवं ग्रीष्मकालीन धान के बदले मक्का योजना के तहत 06 किसानों को मिनिकिट वितरण किया गया। इस अवसर पर जनपद पंचायत भानुप्रतापपुर के उपाध्यक्ष सुनाराम तेता, जनपद सदस्य जीवराखन सलाम, रामबाई गोटा, प्रतिमा यदू तथा संबंधित ग्राम पंचायत के सरपंच, पंच और विभागीय अधिकारी सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणजन मौजूद थे।
कांकेर से गांजे की तस्करी कर मुंबई ले जा रहे आरोपी गिरफ्तार
भिलाई। कांकेर से अशोक लिलेण्ड बडे वाहन में गांजा रखकर मुंबई महाराष्ट्र में खपाने ले जा रहे आरोपी को दुर्ग पुलिस के अंजोरा पुलिस व काईम ब्रांच ने संयुक्त कार्यवाही करते हुए गिरफ्तार कर आरोपी से दो लाख कीमत का 18 किलो गांजा, आठ लाख कीमत की एक चार पहिया वाहन, 7400 रूपये नगदी, दस हजार कीमत की एक मोबाईल कुल जुमला 10,17,400 रूपये जप्त किया गया है। अंजोरा क्षेत्र के महमरा जालबांधा रोड में आधी रात को की गई नाकाबंदी के दौरान आरोपी मादक पदार्थ गांजा सहित पकड़ा गया।
आरोपी ने बताया कि पहले वह बडे रूप में गांजा की तस्करी करता था लेकिन पकडाने के कारण वह अब पकडा न सके इसलिए वह अब कम मात्रा में गांजा की तस्करी कर रहा है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दुर्ग शहर अभिषेक झा ने बताया कि एक युद्ध नशे के विरूद्ध संकल्प अभियान चलाकर जिले में पूर्ण रूप से अवैध नशाबंदी करने के तहत कार्यवाही जारी है। इसी तारतम्य में 11 नवंबर को मुखबीर से सूचना प्राप्त हुई कि, वाहन अशोक लिलेण्ड बड़ा दोस्त क्र एमएच 43 सीई 5609 में अवैध रूप गांजा बिक्री करने हेतु वाहन में रखकर कांकेर से बालोद होते हुए जालबांधा के रास्तें मुंबई महाराष्ट्र जाने वाला है।
सूचना विश्वसनीय होने पर काईम ब्रांच प्रभारी निरीक्षक तापेश्वर नेताम, चौकी प्रभारी अंजोरा रामनारायण सिंह ध्रुव के नेतृत्व में टीम गठित कर संभावित रास्ता ग्राम महमरा जालबांधा रोड चुन्नी लाल निषाद के घर के सामने पहुंचकर संदेही वाहन अशोक लिलेण्ड बड़ा वाहन क्रमांक एमएच 43 सीई 5609 को नाकाबंदी कर पकड़ा गया। पूछताछ करने पर चालक द्वारा अपना नाम अब्दुल रसीद अली पिता शिक अली उम्र 61 वर्ष साकिन शांताक्रुज एयर इंण्डिया कॉलोनी चर्च के पीछे आशीकली की चाल मुबई 29 थाना अकोला हॉल सांई सागर बीएलडीजी न्यू मिल रोड कुर्ला वेस्ट ग्रेटर मुंबई का रहने वाला बताया तथा अपने वाहन अशोक लिलेण्ड में बोरी मे गांजा होना जिसे पैसो के लालच मे बिक्री करने हेतु मुंबई ले जाना बताया।
जिसकी विधिवत तलाशी की गई जिसके वाहन में कुल 17.820 किग्रा जुमला कीमती 2 लाख रुपये का गांजा आरोपी से नगद 7400/- रू0 व 01 नग रियलमी कंम्पनी की नार्जी मोबाईल कीमती 10000 रुपये तथा आरोपी का डाईविंग लायसेंस जुमला कीमती 10,17,400 रूपये प्राप्त हुआ जिसे विधिवत जप्त कर आरोपी को 12 नवंबर को गिरफ्तार किया गया है। जिसे रिमांड पर न्यायालय पेश किया गया है। इस कार्यवाही में चौकी अंजोरा से सउनि रेमन साहू, प्र.आर. मुकेश गावड़े, आर. बृजमोहन सिंह, सुरेश साहू, राजकिरण ठाकुर, ऋषि यादव तथा एसीसीयू से सउनि पूर्ण बहादुर सिंह, आरक्षक जुगनू सिंह, अनूप शर्मा, शहबाज खान की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
कांकेर में जंगलराज: भालू-तेंदुआ के बाद अब घूम रहा गजदल...
कांकेर। कांकेर जिला नक्सल घटनाओं को लेकर तो चर्चा में रहता ही है, लेकिन अब एक दूसरे कारण से भी जिला चर्चे में है। रोजाना वन्य प्राणियों की आबादी वाले इलाके में घुसने से दहशत का माहौल बना हुआ है। भालुओं ने आस- पास के इलाकों में इसी तरह की दहशत फैलाई है। वहीं तेंदुए भी समय समय पर अपनी मौजूदगी दर्ज कराते रहते हैं। वहीं अब दुधावा क्षेत्र के साईंमुंडा गांव के पास 35 हाथियों का झुंड आ धमका है।
कांकेर शहर और आस- पास के इलाके पहाड़ियों से घिरे हुए है। जहां बड़ी संख्या में भालू और तेंदुए की मौजूदगी है। बीती रात अमोड़ा गांव में 5 भालू राशन दुकान में घुस गए। तीन दिन पहले भी यहां दो भालू घुसे थे। आए दिन इलाके में वन्य जीवों की मूवमेंट से लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है।
वहीं दुधावा क्षेत्र के साईंमुंडा गांव के पास 35 हाथियों का झुंड आ धमका है। वन्य प्राणियों की इस आमद से लोगों में दहशत का माहौल है। वहीं वन विभाग सिर्फ कार्यवाही करने भालुओं और तेंदुओं को पकड़ने का दम भर रहा है। अब तक मैदानी कार्यवाही शून्य है। जिसके कारण लोगों में दहशत कम होने का नाम नहीं ले रहा है। भालू उदय नगर और राम नगर में दो लोगों पर हमला भी कर चुका है। बीते 1 माह में 5 अलग- अलग इलाकों में अजगर पकड़े जा चुके हैं।
रिहायशी इलाके की ओर आ रहे वन्यप्राणी
पिछले महीने जिला मुख्यालय से महज 5 किमी दूर 5 तेंदुओं का झुंड देखा गया था जो अभी भी इसी इलाके में मौजूद है। वन विभाग के अनुसार इस इलाके में 8 तेंदुए हैं। वहीं दुधावा क्षेत्र से लगे एक गांव में तेंदुए तीन बच्चों पर हमला कर चुका है। जिसमें एक की मौत भी हो गई थी जबकि 2 बच्चे घायल हुए थे। बीते सप्ताह गढ़िया पहाड़ में तेंदुआ नजर आया था। भालू यहां रोजाना देखे जा रहे है।
‘14 नवम्बर से पूर्व धान खरीदी की सभी आवश्यक तैयारियां पूर्ण करें’ : कलेक्टर
उत्तर बस्तर कांकेर। कलेक्टर निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर की अध्यक्षता में आज साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक आयोजित की गई, जिसमें उन्हांने सभी लाइन डिपार्टमेंट के अधिकारियों को निर्देशित किया कि जितने भी निर्माण कार्य अधूरे अथवा अपूर्ण हैं, उन्हें आगमा 4-5 माह में गुणवत्ता के साथ पूर्ण करें। कलेक्टर ने राज्य शासन की महत्वाकांक्षी नियद नेल्लानार योजना के क्रियान्वयन की समीक्षा करते हुए कहा कि क्लस्टर ग्राम पानीडोबीर सहित चयनित सभी गांवों में शासन की योजनाएं की पहुंच सुनिश्चित हो, इसके लिए सभी संबंधित अधिकारी गंभीरता से ध्यान दें।
कलेक्टोरेट सभाकक्ष के आज सुबह 10.30 बजे से आयोजित समय-सीमा की बैठक में कलेक्टर ने जिले में मोबाइल टॉवर की स्थापना के लिए सर्वे स्तर तक का कार्य अग्रिम रूप से पूरा करने के निर्देश सभी अनुविभागीय अधिकारियों को दिए। साथ ही वन अधिकार अधिनियम के तहत वितरित पट्टों की ऑनलाइन एंट्री का कार्य भी जल्द करने के लिए सभी एसडीएम को निर्देशित किया। इसी तरह राज्य शासन के निर्देशानुसार आगामी 14 नवम्बर से धान खरीदी कार्य प्रारंभ होने से पूर्व सभी आवश्यक तैयारियां पूर्ण करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने आवश्यकतानुसार बारदाने की उपलब्धता, स्टेकिंग, तारपोलिन, भण्डारण एवं परिवहन सहित धान उपार्जन केन्द्रों में सुरक्षात्मक उपाय सुनिश्चित करने के निर्देश खाद्य अधिकारी, विपणन अधिकारी, नान प्रबंधक तथा नोडल अधिकारी सहकारिता को दिए।
बस्तर ओलम्पिक-2024 की जिले में प्रगति की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने आगामी 21 से 23 नवम्बर तक आयोजित होने वाले जिला स्तरीय ओलम्पिक में भाग लेने वाले प्रतिभागियों के लिए सभी जरूरी इंतजाम सुनिश्चित करने के निर्देश खेल अधिकारी को दिए। इसके लिए एसडीएम कांकेर को आवश्यक समन्वय करते हुए प्रतिभागियों को बेहतर सुविधा मुहैया कराने के भी निर्देश कलेक्टर ने दिए। इसी तरह आगामी शुक्रवार 15 नवम्बर को राष्ट्रीय जनजातीय गौरव दिवस के आयोजन के लिए सभी तैयारियां समय पूर्व सुनिश्चित करने के निर्देश सहायक आयुक्त आदिवासी विकास को दिए।
बैठक में कलेक्टर क्षीरसागर ने नियद नेल्लानार योजना की समीक्षा करते हुए कहा कि यह राज्य शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता वाली योजना है, जिसके क्रियान्वयन के लिए अधिकारियों को गंभीरता दिखाएं। उन्होंने कहा कि गत 08 नवम्बर को राज्य शासन के उच्चाधिकारियों की टीम ने जिले के प्रवास एवं समीक्षा बैठक के दौरान ग्रामीणों द्वारा स्वास्थ्य विभाग के मैदानी अमले के अनुपस्थित रहने की शिकायत की गई। कलेक्टर ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देशित किया कि सभी स्वास्थ्य कर्मी निर्धारित शेड्यूल के अनुसार अपनी ड्यूटी पर अनिवार्यतः मौजूद रहें, यह सुनिश्चित करें।
इसके अलावा कलेक्टर ने अनुभागवार एवं विभागवार लंबित प्रकरणों की समीक्षा करते हुए निर्धारित समय-सीमा में निराकृत करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। साथ ही प्रधानमंत्री आवास योजना, मनरेगा, ओडीएफ प्लस मॉडल विलेज, लखपति दीदी, जल जीवन मिशन, पीएम श्री, पोषण पुनर्वास केन्द्र सहित विभिन्न योजनाओं की समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों कों आवश्यक निर्देश दिए। इस अवसर पर डीएफओ हेमचंद पहारे, एडीएम एस. अहिरवार, बी.एस. उईके, जिला पंचायत के सीईओ हरेश मंडावी, अपर कलेक्टर जितेन्द्र कुर्रे सहित सभी अनुविभागीय अधिकारी और जिला स्तरीय अधिकारीगण उपस्थित थे।
राज्योत्सव में उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारी व विभाग हुए सम्मानित :
बैठक के दौरान कलेक्टर निलेश क्षीरसागर ने छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में 05 नवम्बर को नरहरदेव शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के खेल परिसर में आयोजित राज्योत्सव-2024 में बेहतर ढंग से दायित्व निर्वहन करने वाले अधिकारियों तथा विभागीय योजनाओं पर आधारित प्रदर्शनी लगाने वाले 21 विभागों के अधिकारियों को प्रतीक चिन्ह, शॉल एवं श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया। इनमें डीएफओ कांकेर आलोक वाजपेयी, एडीएम एस. अहिरवार, बी.एस. उईके, जिला पंचायत के सीईओ हरेश मंडावी, अपर कलेक्टर जितेन्द्र कुर्रे, एसडीएम कांकेर अशोक मारबल सहित पंचायत एवं ग्रामीण विकास, स्कूल शिक्षा, कौशल विकास, वन, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, पशु पालन, नगरीय प्रशासन, पुलिस, कृषि, जल संसाधन, रेशम, स्वास्थ्य, जनसम्पर्क, आदिवासी विकास, समाज कल्याण, लोक सेवा केन्द्र, महिला एवं बाल विकास तथा नियद नेल्लानार योजना पर आधारित (लोक निर्माण, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, सेतु निगम) प्रदर्शनी शामिल थी।
कांकेर कोर्ट में भालू की एंट्री से मचा हड़कंप, किचन का दरवाजा तोड़ पी गया तेल फिर झाड़ियों में किया आराम
कांकेर। छत्तीसगढ़ के कांकेर जिला मुख्यालय में एक अनोखी घटना हुई, जब यहां कोर्ट परिसर में एक भालू घुस आया। इसके बाद भालू कोर्ट परिसर की रसोई में घुस आया और उसने सीधे दरवाजा तोड़ते हुए अंदर एंट्री मारी।
जैसे ही उसे किचन में रखा तेल दिखा, उसने उसे गटक लिया। शायद भालू को यह “ब्रेकफास्ट” थोड़ा हैवी लगा होगा, इसलिए तेल पीने के बाद उसने आराम फरमाने के लिए शासकीय वकील के दफ्तर के पीछे झाड़ियों में अपना बिस्तर जमा लिया और सो गया।
कोर्ट परिसर में भालू मिलने से हड़कंप
घटना सुबह लगभग पांच बजे की है। इस घटना की सूचना मिलते ही कोर्ट परिसर के कर्मचारियों में हड़कंप गया। इसके बाद कर्मचारियों ने वन विभाग को सूचित किया। वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और भालू को खोजने में लग गई।
थोड़ी ही देर बाद, कोर्ट के कर्मचारियों ने देखा कि भालू न्यायालय परिसर की खिड़की के बाहर झाड़ियों में आराम कर रहा है। इस नजारे को देखकर कोर्ट परिसर में हलचल मच गई, कर्मचारी और अन्य लोग भालू को देखने के लिए पहुंचने लगे। कई लोगों ने भालू की तस्वीरें और वीडियो भी बनाए।
कोर्ट परिसर के पास झाड़ियों में छिपा रहा भालू
वन विभाग की टीम ने पूरे दिन भालू पर नजर रखी और शाम होने का इंतजार किया ताकि उसे सुरक्षित रूप से जंगल में छोड़ा जा सके। वन विभाग ने बताया कि इस घटना में दो भालू परिसर में घुसे थे, जिनमें से एक वापस जंगल में भाग गया जबकि दूसरा भालू कोर्ट परिसर के पास की झाड़ियों में छिपा रहा।
वन विभाग की टीम ने कोर्ट परिसर में भालू की हर गतिविधि पर नजर बनाए रखी ताकि किसी प्रकार की अप्रिय घटना न हो। इस घटना से स्थानीय लोगों में डर का माहौल देखने को मिला। वन विभाग ने भालू को पकड़कर सुरक्षित रूप से जंगल में भेज दिया गया।
सड़क पर घूमते नजर आया तेंदुआ
कांकेर में यह पहली घटना नहीं है जब रिहायशी इलाके में जंगली जानवर घुस आए हो। इससे पहले भी तेंदुआ, हाथी, भालू जैसे जंगली जानवर रिहायशी इलाके में दहशत देखी गई है। कांकेर जिले में कुछ दिन पहले एक बार फिर तेंदुआ सड़कों पर घूमते हुए दिखाई दिया।
हमारे ग्राम कोकपुर में 1 फरवरी से 7 फरवरी तक शिव महापुराण कथा
कांकेर -शिव महापुराण कोकपुर कथा स्थल पर बोर पानी जांच हेतु पंडित भूषण शर्मा मालगांव के कर कमल से पानी जांच किया गया
हमारे ग्राम कोकपुर में 1 फरवरी से 7 फरवरी तक शिव महापुराण कथा पंडित प्रदीप मिश्रा सीहोर वाले के मुखारविंद से होना है जिसके निमंत्रण हेतु गांव के आदिशक्ति मां देवी शीतला को निमंत्रण देने गए थे जिसमें शीतला के पुजारी टुगे नेताम और शीतला समिति के सदस्य दयालु राम सेन हरकराम जैन ,मायाराम ठाकुर , भाग बली ,कोडपी, प्रेमलाल जैन, तीरथ राम जैन आदि गांव के सदस्य उपस्थित हुए.
शिव महापुराण कथा स्थल पर एमपी से पंडाल वाले आए थे
आज ग्राम कोकपुर में शिव महापुराण कथा स्थल पर एमपी से पंडाल वाले आए थे जिसमें कथा स्थल का निरीक्षण किया
शासन की योजनाओं की पहुंच अंतिम पंक्ति के अंतिम व्यक्ति तक सुनिश्चित हो : सांसद
जिला स्तरीय राज्योत्सव 2024 में विभागीय योजनाओं पर आधारित प्रदर्शनी लगाई गई
उत्तर बस्तर कांकेर। छत्तीसगढ़ राज्य के 24वें स्थापना वर्ष के उपलक्ष्य में आज जिला स्तरीय राज्योत्सव 2024 का आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न विभागों द्वारा राज्य एवं केन्द्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं की जानकारी प्रदर्शनी के माध्यम से दी गई। कार्यक्रम का शुभारंभ कांकेर लोकसभा क्षेत्र के सांसद भोजराज नाग और कांकेर विधायक आशाराम नेताम के द्वारा किया गया। अतिथियों ने प्रत्येक स्टॉल में जाकर विभागीय योजनाओं पर आधारित प्रदर्शनी का अवलोकन किया तथा शासन की रीति और नीति को जन-जन तक पहुंचाने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
नरहरदेव शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के खेल मैदान में आयोजित राज्योत्सव 2024 में मुख्य अतिथि के आसंदी से संबोधित करते हुए सांसद श्री नाग ने कहा कि नवोदित छत्तीसगढ़ राज्य आज 24 साल का युवा हो चुका है और इतने कम समय में विकास के अनेक सोपान प्रदेश में तय किए हैं। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगुवाई में तथा प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में प्रदेश सतत विकास कर रहा है और गांव, गरीब, किसान, जवान और महिलाओं के लिए बेहतर कार्य किए जा रहे हैं। उन्हांने आगे कहा कि शासन की मंशानुरूप योजनाओं का लाभ अंतिम पंक्ति पर मौजूद अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे, तभी इसकी सार्थकता सिद्ध होगी। विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित कांकेर विधायक श्री नेताम ने अपने उद्बोधन में कहा कि प्रदेश के मुखिया श्री साय के नेतृत्व में सरकार लगातार हर क्षेत्र में सकारात्मक कार्य कर रही है। सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा, पेयजल, कृषि, वन, आदिवासी विकास, महिला सशक्तिकरण, रोजगार सहित विभिन्न क्षेत्रों में विकास के कार्य हो रहे हैं। इन 24 वर्षों में छत्तीसगढ़, देश के अग्रणी राज्यों में शामिल हो चुका है। उन्होंने उपस्थितजनों को राज्योत्सव की बधाई देते हुए आगे कहा कि मोदी की गारंटी एवं ‘हमने बनाया है, हम भी संवारेंगे’ के लक्ष्य की ओर प्रदेश सरकार नित नए अवसर उपलब्ध करा रही है। इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री नाग एवं विशिष्ट अतिथि कांकेर विधायक श्री नेताम के द्वारा शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय हाटकोंदल (विकासखंड दुर्गूकोंदल) के विद्यार्थी कुमेश्वर भूआर्य का चयन आईआईआईटी नया रायपुर में डाटा साइंस इंजीनियरिंग में प्रवेश मिलने पर उन्हें सीएसआई मद से प्रवेश शुल्क के तौर पर 01 लाख 27 हजार 150 रुपए का चेक प्रदान कर उनकी उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए बधाई दी।
इसके पश्चात अतिथियों के द्वारा विभिन्न विभागों द्वारा लगाई गई विभागीय प्रदर्शनी का अवलोकन किया गया। इनमें पंचायत एवं ग्रामीण विकास, स्कूल शिक्षा विभाग, विधिक सेवा प्राधिकरण, कौशल विकास, वन, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, नगरीय निकाय, पशुधन विकास, मछली पालन, कृषि, उद्यानिकी, क्रेडा, जल संसाधन, खादी ग्रामोद्योग, रेशम, स्वास्थ्य एवं आयुर्वेद, लीड बैंक, जनसम्पर्क, आदिवासी विकास, समाज कल्याण, लोक निर्माण एवं सेतु निगम, महिला एवं बाल विकास तथा पुलिस विभाग की विभागीय प्रदर्शनी सम्मिलित थीं। इस दौरान मंच से सांस्कृतिक कार्यक्रमों की आकर्षक रंगारंग प्रस्तुति देर शाम तक जारी रही। इस अवसर पर एसएसपी इंदिरा कल्याण एलेसेला, डीएफओ आलोक वाजपेयी, अपर कलेक्टर एस.अहिरवार एवं बी.एस. उईके सहित पूर्व विधायक सुमित्रा मारकोले, मछुआ विकास बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष भरत मटियारा एवं वरिष्ठ नागरिकगण मौजूद रहे।
धर्मांतरण नक्सलवाद से भी बड़ा खतरा : पं धीरेन्द्र शास्त्री
कांकेर। बागेश्वर धाम सरकार के पंडित धीरेन्द्र शास्त्री ने रविवार को छत्तीसगढ़ के कांकेर में धर्मांतरण को लेकर एक बड़ा बयान दिया। उन्होंने इसे नक्सलवाद से भी बड़ा खतरा बताया। धीरेन्द्र शास्त्री के अनुसार, "नक्सलवाद सिर्फ व्यक्ति विशेष को प्रभावित करता है, लेकिन धर्मांतरण पूरे समाज को निशाना बनाता है। इसे रोकना बेहद जरूरी है।" पंडित शास्त्री ने यह भी कहा कि वे धर्मांतरण के खिलाफ देशभर में पदयात्रा करेंगे, ताकि लोगों को इसके खतरों के बारे में जागरूक किया जा सके। इसके साथ ही उन्होंने जल्द ही बस्तर और जशपुर में कथावाचन करने की योजना की भी घोषणा की है।
पंडित शास्त्री ने पत्रकारों से बात करते हुए छत्तीसगढ़ के दूरस्थ इलाकों में धर्मांतरण के मुद्दे पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा, "इन क्षेत्रों में भोले-भाले आदिवासियों को लालच देकर धर्म परिवर्तन कराया गया है।" उन्होंने यह भी कहा कि जहां दूसरे धर्मों में एकजुटता है, वहीं हिंदू समाज में एकजुटता की कमी है। इसी एकजुटता को स्थापित करने के लिए वे प्रयासरत हैं।
उन्होंने मिशनरी स्कूलों में बच्चों को भेजने की बजाय गुरुकुल शिक्षा पद्धति को अपनाने की बात पर भी जोर दिया। शास्त्री के मुताबिक, “हमारे बच्चों को भारतीय संस्कृति और संस्कारों के आधार पर शिक्षा मिलनी चाहिए।”
11 परिवारों की घर वापसी
पंडित धीरेन्द्र शास्त्री के कार्यक्रम के दौरान 11 परिवारों ने मिशनरी धर्म छोड़कर हिंदू धर्म में वापसी की। उन्होंने कांकेर में अपने पुराने संबंधों का जिक्र करते हुए कहा कि वे पहले भी यहां आ चुके हैं और यहां की भुनेश्वरी मां के दरबार से उनका पुराना नाता रहा है।
उत्तर बस्तर कांकेर : 21 फरवरी को 08 गांवों में समाधान शिविर
त्तर बस्तर कांकेर, 20 फरवरी 2024
जिला प्रशासन द्वारा आम नागरिकों को शासन की योजनाओं का शत-प्रतिशत लाभ पहुंचाने के लिए जिले के ग्राम पंचायतों में चयनित क्लस्टरवार समाधान शिविर का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 21 फरवरी को अंतागढ़ विकासखंड के ग्राम करमरी, चारामा विकासखण्ड के ग्राम हल्बा और जेपरा, कांकेर विकासखण्ड के ग्राम पेटोली और बागोडार, कोयलीबेड़ा विकासखण्ड के ग्राम उदनपुर तथा नरहरपुर विकासखण्ड के ग्राम सुरही और बुदेली में समाधान शिविर का आयोजन किया जाएगा।
निम्न परफॉरमेंस वाले स्कूलों की सूची तैयार करें : कलेक्टर
उत्तर बस्तर कांकेर। कलेक्टर निलेश कुमार महादेव क्षीरसागर की अध्यक्षता में गत दिवस राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत् जिला स्तरीय मूलभूत साक्षरता एवं संख्यात्मक विकास परियोजना प्रबंधन इकाई समिति (डीपीएमयू-एफएलएन) के सदस्यों की बैठक मंगलवार 17 सितम्बर को जिला कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित की गई।
कलेक्टर ने बैठक में राज्य से प्राप्त एफएलएन जिला रिपोर्ट कार्ड एवं लक्ष्य निर्धारण के अनुरूप इस वर्ष लक्ष्य प्राप्ति हेतु कार्य किये जाने के निर्देश जिला शिक्षा अधिकारी को दिए। उन्होंने अगस्त 2024 तक बच्चों की क्षमता में विकास आंकलन करने के निर्देश दिए। इसके अलावा जिले में ऐसी शाला जिसमें बच्चों का परफॉर्मेंस (प्रदर्शन) कम अंकित हुआ है, की सूची तैयार करने के लिए जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया, जिससे उनकी समीक्षा निचले स्तर से की जा सके।
कलेक्टोरेट सभाकक्ष में मंगलवार दोपहर को आयोजित बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी अशोक कुमार पटेल एवं जिला मिशन समन्वयक रवि प्रकाश मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि जिला स्तरीय डीपीएमयू एफएलएन के सदस्यों को उनके दायित्वों से अवगत कराने, बच्चों में समग्र विकास हेतु शारीरिक-भौतिक, संज्ञानात्मक, सामाजिक भावनात्मक, रचनात्मक एवं भाषीय कौशलों जैसे क्षेत्र पर विकास की आवश्यकता है। इस कार्यक्रम के द्वारा कक्षा पहली, दूसरी और तीसरी के अध्ययनरत बच्चों में भाषायी एवं गणित विषय पर दक्षता प्राप्त किया जाना है।