छत्तीसगढ़ / कोंडागांव
जिला स्तरीय ‘बस्तर पंडुम’ का भव्य शुभारंभ
कोंडागांव । जिला स्तरीय ‘बस्तर पंडुम’ प्रतियोगिता का भव्य शुभारंभ वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री केदार कश्यप के मुख्य आतिथ्य में आज कोंडागांव के ऑडिटोरियम में हुआ। इस आयोजन में जिले के पांचों विकासखंडों से आए लोक कलाकारों ने अपनी शानदार प्रस्तुतियों ने मंच पर जनजातीय संस्कृति को जीवंत बना दिया।
मुख्य अतिथि वन मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि बस्तर की जीवनशैली में जनजातीय गीत-संगीत, नृत्य और खानपान अनूठी पहचान है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में इस विलुप्त होती लोकसंस्कृति को ‘बस्तर पंडुम’ के माध्यम से संरक्षित करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की नीतियों के चलते छत्तीसगढ़ नक्सलवाद से मुक्ति की ओर बढ़ रहा है, जिससे विकास के नए द्वार खुलेंगे और बस्तर की समृद्ध संस्कृति को देश-दुनिया में पहचान मिलेगी।
वन मंत्री श्री कश्यप ने कहा कि बस्तर के कोदो, कुटकी और रागी जैसे पोषक अनाजों को अब राष्ट्रीय स्तर पर अपनाया जा रहा है। उन्होंने विश्वास जताया कि ‘बस्तर पंडुम’ नई पीढ़ी को अपनी समृद्ध संस्कृति को समझने और अपनाने का अवसर देगा।
कलेक्टर कुणाल दुदावत ने जानकारी दी कि जिला स्तरीय आयोजन में विकासखंड स्तर पर चुने गए आठ विधाओं के विजेता प्रतिभागी शामिल हुए हैं। यहां से चयनित प्रतिभागी संभाग स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की इस पहल से बस्तर की संस्कृति को नई पहचान मिल रही है।
नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष नरपति पटेल ने कहा कि बस्तर पण्डुम के माध्यम से हमारी संस्कृति को संरक्षित करने की पहल राज्य शासन द्वारा किया जा रहा है। इससे बस्तर की लोक संस्कृति को नई पहचान के साथ सम्मान भी मिलेगा। पूर्व विधायक सेवकराम नेताम ने भी इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के प्रयास से यह आयोजन बस्तर की लोक संस्कृति के संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
इस अवसर पर जनजातीय व्यंजनों, शिल्पकला, पारंपरिक आभूषण और वेशभूषा का भव्य प्रदर्शन किया गया। वन मंत्री श्री कश्यप ने विभिन्न स्टालों का अवलोकन किया और बस्तर के पारंपरिक व्यंजनों का स्वाद भी लिया। उन्होंने तीखुर और अमारी शरबत का आनंद लिया, जबकि कलेक्टर श्री दुदावत ने भी विभिन्न जनजातीय व्यंजनों का स्वाद चखा।
बस्तर पण्डुम के पारंपरिक व्यंजन स्टॉल में कुमड़ा बड़ी, बोहार भाजी, जीरा भाजी, हरवा, उड़द, कांदा, कोलयारी भाजी, इत्ता पुल्ला (आमट साग), जिमी कांदा, डांग कांदा सहित पेय पदार्थों में सल्फी, तीखुर येर, जीरा गुंडा, अमारी शरबत, गोर्रा जावा (मड़िया पेज) एवं अन्य जनजातीय पेय पदार्थों का प्रदर्शन किया गया। इसी प्रकार पारंपरिक आभूषण विधा में बस्तर के पारंपरिक आभूषणों जैसे सुता, बंधा, रुपया माला, खिनवा, डोरा, कलंगी, कौड़ी माला, पुतरी, करधन, बाहुटा, ढार, लुरकी, ऐठी, मुंदरी, फूली, पटा, बिछिया आदि का प्रदर्शन किया गया।
इस अवसर पर जिला पंचायत के उपाध्यक्ष हीरासिंह नेताम, नगर पालिका के उपाध्यक्ष जसकेतु उसेंडी, दीपेश अरोरा सहित स्थानीय जनप्रतिनिधिगण और आदिवासी समाज के प्रमुखजन उपस्थित थे।
जिला स्तरीय बस्तर पंडुम 27-28 को
कोंडागांव । प्रदेश सरकार द्वारा बस्तर की विशिष्ट जनजातीय कला एवं संस्कृति को पुनर्जीवित करने तथा समुचित सम्मान दिलाने के उद्देश्य से बस्तर पंडुम उत्सव का भव्य आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में ‘‘बस्तर पण्डुम’’ का जिला स्तरीय प्रतियोगिता कार्यक्रम का आयोजन 27 मार्च 2025 एवं 28 मार्च 2025 को स्थानीय आडिटोरियम में होगा, जिसमें जनजातीय बाहुल्य बस्तर संभाग के स्थानीय कला एवं सांस्कृतिक परम्परा लोककला, शिल्प कला, तीज-त्यौहार, खान-पान, बोली-भाषा, रीति-रिवाज, वेशभूषा, आभूषण, वाद्ययंत्र, पारम्परिक नृत्य, गीत-संगीत, नाट्य, व्यंजन, पेय पदार्थों के मूल स्वरूप के संरक्षण, संवर्धन एवं कला समूहों के सतत् विकास तथा जनजातीय कलाकारों को प्रोत्साहित एवं सम्मानित किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की मंशा के अनुरूप बस्तर पंडुम के माध्यम से बस्तर संभाग की समृद्ध लोककला, रीति-रिवाज, पारंपरिक जीवनशैली और सांस्कृतिक विरासत को संजोने और नई पीढ़ी तक पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। यह महोत्सव न केवल बस्तर के प्रतिभाशाली कलाकारों को एक मंच प्रदाय करेगा, बल्कि उनकी कला को नई पहचान भी मिलेगी।
लंजोड़ा में नया ट्रांसफार्मर लगने से किसानों को मिली ओवरलोड से राहत
कोंडागांव । जिले में विद्युत आपूर्ति को सुचारू बनाने के उद्देश्य से शुक्रवार को 33/11 केवी विद्युत उपकेंद्र लंजोड़ा में 3.15 एमवीए से क्षमता वृद्धि कर 5 एमवीए का नया पावर ट्रांसफार्मर स्थापित किया गया है। इससे कई गांवों के किसानों को ओवरलोड की समस्या से राहत मिलेगी।
सीएसईबी कोंडागांव के कार्यपालन अभियंता ने बताया कि नए ट्रांसफार्मर की स्थापना से 11 केवी लंजोड़ा टाउन फीडर, जैतपुरी फीडर, जुगानी फीडर और बड़ेडोगर फीडर के अंतर्गत आने वाले गांवों लंजोड़ा, भानपुरी, जैतपुरी, कोसागांव, कबोगा, हिर्री, बालोण्ड, मांझीबोरण्ड, सल्फीपदर और केरावाही इत्यादि गांव के किसानों को ओवर लोड से निजात मिलेगी, जिससे उन्हें खेतों में निर्बाध सिंचाई में मदद मिलेगी। उल्लेखनीय है कि कलेक्टर श्री कुणाल दुदावत के निर्देशानुसार जिले में विद्युत व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण के लिए लगातार कार्य किया जा रहा है। साथ ही बिजली संबंधी शिकायतों के निराकरण के लिए भी प्रयास जारी है। विभिन्न क्षेत्रों में लो वोल्टेज की समस्या को दूर करने के लिये विद्युत विभाग के द्वारा लगातार ट्रांसफार्मर में शंट कैपेसिटर भी लगाए जा रहे हैं।
कलेक्टर ने नए सब स्टेशन की भूमि आबंटन प्रक्रिया को एक सप्ताह में पूरा करने के दिए निर्देश, शीघ्र शुरू होगा कार्य
कलेक्टर श्री दुदावत ने जिले में 33/11 केवी के नए विद्युत उपकेंद्रों की लोहरा पारा, पिपरा एवं लांझोड़ा रांधना की स्थापना के लिए भूमि आबंटन की प्रकिया को एक सप्ताह में पूरा करने के निर्देश दिए हैं। भूमि आवंटन प्रक्रिया पूर्ण होते ही सब स्टेशन निर्माण कार्य शीघ्र आरंभ होगा। इसके स्थापित होने से जिले की विद्युत आपूर्ति व्यवस्था और अधिक सुदृढ़ होगी, जिससे नागरिकों को बिजली संबंधी समस्याओं से राहत मिलेगी।
विद्युत विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार पीपरा सब स्टेशन के बनने से बहीगांव, पीपरा, मस्सुकोकड़ी, आंवराभाटा, छिंदीडीही, पावारास, चिखला डीही, खरगांव, खुटपदर, डोंगरीपारा, अमोड़ा और शिकागांव को लाभ मिलेगा और लंजोड़ा सब स्टेशन बनने से भानपुरी, हिर्री, सोड़मा, सिरसीकलार, भूमका के ग्रामीणों को लाभ मिलेगा। इसी प्रकार लोहार पारा सब स्टेशन बनने से कोंडागांव गांव शहर में ओवरलोड से निजात मिलेगी, साथ ही बोलबाला, चिखलपुट्टी, दूधगांव, कोकोडी, जरेबेंदरी गांव सहित विभिन्न गांव के ग्रामीणों को राहत मिलेगी।
उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम, मूल्यांकन परीक्षा 23 को
कोण्डागांव । उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम अंतर्गत भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग तथा राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान नई दिल्ली की संयुक्त तत्वाधान में राष्ट्रव्यापी बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मक ज्ञान मूल्यांकन परीक्षा का आयोजन 23 मार्च 2025 रविवार को आयोजित किया जायेगा। कलेक्टर कुणाल दुदावत के मार्गदर्शन में परीक्षा की तैयारी पूर्ण कर ली गई है। यह परीक्षा सुबह 10 बजे से शाम 05 बजे तक संचालित होगा। शिक्षार्थी सुविधानुसार उक्त समय के भीतर आकलन परीक्षा में सम्मिलित हो सकेगा। जिला परियोजना अधिकारी समग्र शिक्षा ने बताया कि उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के अन्तर्गत जिले में परीक्षार्थियों के सुविधा अनुसार नजदीक के प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालयों के 362 केन्द्र बनाये गये हैं, जिसमें 7600 परीक्षार्थी इस परीक्षा में सम्मिलित होंगे। उल्लेखनीय है कि उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम अंतर्गत 15 वर्ष से अधिक ऐसे शिक्षार्थियों को सम्मिलित किया गया है जो शिक्षा की मुख्य धारा में सम्मिलित नहीं है। उक्त शिक्षार्थियों को स्वयंसेवकों द्वारा उल्लास प्रवेशिका के सात अध्याय का अध्यापन कार्य 200 घण्टों में पूर्ण कराया जाता है।
शिक्षार्थियों को प्रश्न पत्र हल करने के लिए 03 घण्टे का समय दिया जावेगा। प्रश्न पत्र के 03 भाग है, पहला भाग पढ़ना, दूसरा लिखना, तीसरा गणित प्रत्येक भाग 50 अंकों का होगा। प्रत्येक भाग में न्यूनतम 20 अंक प्राप्त करने वाले सफल माने जाएंगे। सफल परीक्षार्थियों को राष्ट्रीय मुक्त विद्यालय के द्वारा प्रमाण पत्र प्रदाय किया जावेगा। परीक्षा के सफल संचालन हेतु विकासखण्ड एवं जिले स्तर पर कन्ट्रोल रूम की स्थापना की गई है। परीक्षा तिथि को परीक्षा केन्द्रों के मॉनीटरिंग हेतु जिला एवं विकासखण्ड स्तर पर अधिकारियों एवं कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। सभी परीक्षा केन्द्रों हेतु केन्द्राध्यक्ष सह पर्यवेक्षक सह मूल्यांकनकर्ता नियुक्त कर लिया गया है। परीक्षा पूर्व प्रचार-प्रसार हेतु वातावरण निर्माण की कार्यवाही जैसे- नारा लेखन, मुनादी की जा रही है। परीक्षा केन्द्र में शिक्षार्थियों के लिए पेयजल, बैठक एवं अन्य समुचित व्यवस्था के लिए स्थानीय स्तर पर किये जाने हेतु विकासखण्ड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं।
प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना के लिए 31 तक आवेदन
कोण्डागांव। बेरोजगार युवाओं को कौशल विकास और रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए सरकार द्वारा प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना शुरू की गई है। इस योजना के अंतर्गत शासकीय पीलीटेक्निक कोडागांव में 31 मार्च तक प्रातः 11 बजे से शाम 5 बजे तक रजिस्ट्रेशन शिविर आयोजित किया जा रहा है। इच्छुक अभ्यर्थी इस शिविर में उपस्थित होकर निःशुल्क पंजीकरण व आवेदन कर सकते हैं।
भारत सरकार प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना 2025 युवा उम्मीदवारों के लिए बहुमूल्य कार्य अनुभव प्राप्त करने का एक अवसर है, जिसके तहत् भारत सरकार के कार्पाेरेट कार्य मंत्रालय की वेबसाईट http://www.pminternship.mca.gov.in/ पर 31 मार्च 2025 तक आवेदन किया जा सकता है। आवेदक की न्यूनतम आयु 21 वर्ष एवं अधिकतम आयु 24 वर्ष निर्धारित है, जिसके लिए शैक्षणिक योग्यता 10वीं, 12वीं, आईटीआई, पॉलिटेक्निक डिप्लोमा या स्नातक है। उम्मीदवार किसी भी पूर्णकालिक रोजगार या शैक्षिक कार्यक्रम में शामिल नहीं होना चाहिए एवं उसके पारिवारिक की आय वित्तीय वर्ष 2024-25 में 8 लाख से कम होनी चाहिए और उसके परिवार का कोई भी सदस्य स्थायी सरकारी पद पर नहीं होना चाहिए।
पशिक्षु अवधि 12 माह एवं स्टाइपेंड 5 हजार रुपए प्रति माह देय होगा एवं 600 रूपये की राशि का वन टाईम ग्रांट प्राप्त होगा। आवेदक अपना पंजीयन इंटरनेट के माध्यम से स्वंय कर सकते है या किसी इंटरनेट कैफे, सी.एस.सी., इंस्टीट्यूट के माध्यम से करवा सकते है। अधिक जानकारी के लिये कार्यालयीन समय में जिला रोजगार एवं स्वरोजगार मार्गदर्शन केन्द्र एवं मॉडल करियर सेण्टर कोण्डागांव से सम्पर्क कर सकते है।
पी.पी.टी. प्रवेश परीक्षा, आवेदन प्रक्रिया प्रारंभ
कोंडागांव । तकनीकी शिक्षा निदेशालय, छत्तीसगढ़ द्वारा आयोजित पी- पॉलीटेक्निक रेस्ट (PPT) 2025 के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है। इस प्रवेश परीक्षा के माध्यम से शासकीय पॉलीटेक्निक, कोंडागांव एवं प्रदेश के विभिन्न पॉलीटेक्निक संस्थानों में प्रवेश मिलेगा। ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि 11 अप्रैल 2025 (शुक्रवार) शाम 5:00 बजे तक है। त्रुटि सुधार हेतु अवधि 12 अप्रैल 2025 से 14 अप्रैल 2025, संभावित परीक्षा तिथि 17 मई 2025 और प्रवेश पत्र जारी करने की तिथि 22 अप्रैल 2025 (मंगलवार) निर्धारित है। परीक्षा आवेदन प्रक्रिया को सरल एवं सुगम बनाने के लिए शासकीय पॉलीटेक्निक, कोंडागांव अभ्यर्थियों को परीक्षा फॉर्म भरने में आवश्यक सहयोग प्रदान किया जा रहा है। जिन अभ्यर्थियों को ऑनलाइन आवेदन करने में कठिनाई हो रही है, वे शासकीय पॉलीटेक्निक, कोंडागांव में सहायता प्राप्त कर सकते हैं।
राज्य शासन के आदेशानुसार छत्तीसगढ़ के स्थायी निवासी अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग (गैर-क्रीमी लेयर) के अभ्यर्थियों को किसी भी प्रकार का परीक्षा शुल्क नहीं देना होगा।
अभ्यर्थी विस्तृत जानकारी एवं आवेदन हेतु छत्तीसगढ़ व्यापम की आधिकारिक वेबसाइट vyapam.ogstate.gov.in पर विजिट कर सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए योगेश सालेचाः 7587429656, कुलभूषण साहू: 9040712423, मोक्षधर मेश्राम 8839152812, हिमांशु देवांगन 6263701293 को संपर्क कर सकते हैं।
पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति के लिए आवेदन 26 मार्च तक
कोंडागांव । छत्तीसगढ़ राज्य के अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों के लिए 2024-25 सत्र में ऑनलाइन पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति के आईलाइन आवेदन आमंत्रित की गई है। यह छात्रवृत्ति कक्षा 12वीं से उच्चतर के लिए उपलब्ध है। इच्छुक विद्यार्थी 19 मार्च से 26 मार्च 2025 तक ऑनलाइन पंजीयन करा सकते हैं।
सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग ने जानकारी देते हुए बताया कि राज्य शासन के निर्देशानुसार शासकीय और अशासकीय महाविद्यालयों, विश्वविद्यालयों, इंजीनियरिंग कॉलेजों, मेडिकल कॉलेजों, नर्सिंग कॉलेजों, पॉलिटेक्निक एवं आई.टी.आई. के प्राचार्यों और छात्रवृत्ति प्रभारी द्वारा ऑनलाइन पंजीकरण, स्वीकृति और वितरण की प्रक्रिया http://postmatric-scholarship.cg.nic.in/ पर की जा रही है। विद्यार्थियों द्वारा ऑनलाइन आवेदन (नवीन व नवीनीकरण) के लिए अंतिम तिथि 26 मार्च 2025, ड्राफ्ट प्रोपोजल लॉक करने की तिथि 28 मार्च 2025 और सेक्शन ऑर्डर लॉक करने की अंतिम तिथि 30 मार्च 2025 निर्धारित की गई है।
उन्होंने बताया कि निर्धारित तिथि के बाद पोर्टल बंद कर दिया जाएगा और छात्रवृत्ति संबंधी कोई भी प्रक्रिया संपन्न नहीं की जा सकेगी। यदि संबंधित संस्थाओं के विद्यार्थी इस अवधि के भीतर आवेदन नहीं करते हैं, तो वे छात्रवृत्ति से वंचित रह सकते हैं और इसके लिए संस्था प्रमुख जिम्मेदार होंगे। विद्यार्थियों से आग्रह किया गया है कि वे समय पर सभी आवश्यक प्रक्रियाएँ पूरी करें, ताकि वे छात्रवृत्ति का लाभ उठा सकें।
उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के अंतर्गत 23 मार्च को होगी परीक्षा
कोण्डागांव। उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के अंतर्गत राष्ट्रव्यापी महापरीक्षा अभियान का आयोजन 23 मार्च 2025, रविवार को किया जाएगा। यह परीक्षा सुबह 10:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक संचालित होगी। इस अभियान के सफल क्रियान्वयन हेतु कलेक्टर कुणाल दुदावत के मार्गदर्शन एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अविनाश भोई के नेतृत्व में तैयारियां जोरों पर हैं। इसी कड़ी में सोमवार को अभियान की तैयारियों को लेकर कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में समीक्षा बैठक हुई।
बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी एवं जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण की सदस्य सचिव भारती प्रधान ने महापरीक्षा अभियान की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए विकासखण्ड शिक्षा अधिकारियों व परियोजना अधिकारियों को विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए। उन्होंने बताया कि उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के तहत कोंडागांव जिले में 40,000 परीक्षार्थियों को साक्षर बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने समाज के सभी वर्गों से अपील की कि वे साक्षरता केंद्रों में पढ़ने-लिखने वाले शिक्षार्थियों को परीक्षा में शामिल होने हेतु प्रोत्साहित करें।
जिला परियोजना अधिकारी वेणुगोपाल राव ने अभियान की मॉनिटरिंग, प्रचार-प्रसार, नामांकन, पंजीकरण और डेटा कम्प्यूटरीकरण की जिम्मेदारी तय की। वहीं, जिला स्त्रोत सदस्य हिमांशु सिन्हा ने पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से अभियान से जुड़े अधिकारियों को प्रशिक्षित किया।
इस महापरीक्षा में 15 वर्ष से अधिक उम्र के ऐसे शिक्षार्थियों को सम्मिलित कराया जा रहा है, जो शिक्षा की मुख्य धारा से कटे हुए या जो प्रांरभ से ही शाला त्यागी थे। इनके अलावा ऐसे नवसाक्षर जिन्होंने साक्षरता कक्षा में उल्लास प्रवेशिका के 200 घंटे की पढ़ाई पूरी कर ली है, उन्हें इस महापरीक्षा अभियान में सम्मिलित कराया जा रहा है। शिक्षार्थियों को प्रश्न पत्र हल करने के लिए 03 घंटे का समय दिया जायेगा। प्रश्न पत्र तीन भाग में है पहला भाग - पढ़ना, दूसरा- लिखना, तीसरा- गणित। प्रत्येक भाग 50 अंको का होगा, जिसमें प्रत्येक भाग में न्यूनतम 20 अंक प्राप्त करने वाले ही सफल माने जाएंगे।
निगरानी के लिए कंट्रोल रूम की स्थापना :
सभी विकासखण्ड परियोजना अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि वे अपने विकासखण्डों के चिन्हांकित ग्राम पंचायत व वार्ड के प्रधान पाठकों व शिक्षकों की बैठक लेकर परीक्षा पूर्व की तैयारी अवश्य पूर्ण कर लें। प्रत्येक विकासखण्ड में कंट्रोल रूम स्थापित किया जाएगा, जो परीक्षा के दौरान समय-समय पर रिपोर्टिंग करेगा। जिला स्तर पर कंट्रोल रूम प्रभारी यश तुरकर मो. 9479189089 एवं हिमांशु सिन्हा मो. 881510561 होंगे।
बैठक में बीपीओ दवल सिंह पोटाई, कंवल सिंह पोया, माखन राम कोमरा, विकास ध्रुव, सखाराम वटी, जोगेंद्र पोयाम, देव साईं सलामी, तुलसीदास नेताम, राजेंद्र साहनी, रविंद्र कुमार तुरकर, कवल साय, कुलदीप और रूपेंद्र साहू सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
जन सुविधा के लिए चार नई उचित मूल्य की दुकानें होंगी संचालित
कोण्डागांव। जन सुविधा के लिए कोण्डागांव अनुविभाग में चार नई शासकी उचित मूल्य के दुकानों की स्वीकृति मिली है। इसके अंतर्गत तहसील कोण्डागांव के ग्राम पंचायत मसोरा के आश्रित पारा छुईडोडा और कुम्हारपारा में नई उचित मूल्य दुकानों का संचालन किया जाएगा। इसके साथ ही ग्राम पंचायत कोकोड़ी के आश्रित पारा खुटडौंबरा तथा तहसील माकड़ी के अन्तर्गत ग्राम पंचायत पीढ़ापाल के आश्रित ग्राम अरंगुला में हितग्राहियों की सुविधा को दृष्टिगत रखते हुए नवीन शासकीय उचित मूल्य दुकानों का संचालन किया जाएगा।
अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) द्वारा दुकानों के आबंटन के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। इच्छुक एजेंसी व समिति 17 मार्च 2025 तक कार्यालयीन समय में कार्यालय अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) कोण्डागांव में आवेदन पत्र जमा कर सकते हैं। आवेदन पत्रों के परीक्षणोपरांत संबंधित एजेंसी, संस्था, समूह को उचित मूल्य दुकान आबंटन की कार्यवाही की जाएगी।
नवीन दुकान आबंटन के लिए एजेंसी ग्राम पंचायत, महिला स्व सहायता समूह, प्राथमिक सहकारी साख समितियों, लैम्प्स समितियां, वन सुरक्षा समितियां, भूतपूर्व सैनिकों द्वारा गठित सहकारी समितियां एवं अन्य सहकारी समितियों जो छत्तीसगढ़ सहकारिता अनिधिनियम 1960 अथवा छत्तीसगढ़ स्वायत्त सहकारी अधिनियम-1999 के तहत् पंजीकृत हो) एजेन्सियों का कार्यक्षेत्र उक्त संबंधित ग्राम पंचायत का होना अनिवार्य है, वे अपना आवेदन पत्र कार्यालय अनुविभागीय अधिकारी (रा.) कोण्डागांव में प्रस्तुत कर सकते हैं।
जिला पंचायत के नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों का प्रथम सम्मेलन आयोजित
कोण्डागांव । त्रिस्तरीय पंचायत निर्वाचन-2025 के अंतर्गत जिला पंचायत कोण्डागांव के नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों का प्रथम सम्मेलन आज जिला पंचायत के सभाकक्ष में संपन्न हुआ।
इस अवसर पर जिला पंचायत की नव-निर्वाचित अध्यक्ष रीता शोरी, उपाध्यक्ष हीरा सिंह नेताम तथा सभी सदस्यों ने अपने दायित्वों का पूर्ण निष्ठा एवं जिम्मेदारी के साथ निर्वहन करने की प्रतिज्ञा ली ।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अध्यक्ष रीता शोरी और उपाध्यक्ष हीरा सिंह नेताम ने सभी नवनिर्वाचित सदस्यों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने विश्वास जताया कि वे जनता की अपेक्षाओं पर खरे उतरेंगे और अपने-अपने क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देंगे।
इस अवसर पर नगर पालिका परिषद कोंडागांव उपाध्यक्ष जसकेतु उसेंडी, दीपेश अरोरा, मनोज जैन, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अविनाश भोई, उप संचालक पंचायत बलराम मोरे सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं अधिकारीगण उपस्थित थे।
14 मार्च को होली पर शुष्क दिवस घोषित
कोण्डागांव । कलेक्टर कुणाल दुदावत के द्वारा छत्तीसगढ़ आबकारी अधिनियम 1915 एवं उसके अधीन बनाये गये नियमों के तहत् छत्तीसगढ़ आबकारी देशी एवं विदेशी मदिरा की फुटकर बिक्री के अनुज्ञापनों के व्यवस्थापन नियम 2018 एवं आबकारी आयुक्त छत्तीसगढ़ के आदेशानुसार 14 मार्च को ‘होली‘ के अवसर पर ‘शुष्क दिवस‘ घोषित किया गया है।
इसके अंतर्गत 14 मार्च को ‘होली‘ के अवसर पर जिले के समस्त देशी सीएस 2 (घघ), विदेशी मदिरा दुकान एफएल 1 (घघ) एवं एफएल 7 सैनिक केन्टीन फुटकर पूर्णतः बंद रखा जायेगा तथा अवैध शराब बिक्री, धारण परिवहन आदि पर समुचित कार्यवाही की जायेगी।
मेला स्थल की दुकानों में अनियमितता पर कार्रवाई
कोण्डागांव । कलेक्टर कुणाल दुदावत के निर्देशानुसार कोंडागांव वार्षिक मेला में होटलों एवं खाद्य पदार्थों की स्वच्छता का परीक्षण किए जाने हेतु पूर्व वर्ष की भांति इस वर्ष भी दल का गठन किया गया है। इस दल द्वारा मेला अवधि में दुकानों का लगातार निरीक्षण किया जा रहा है।
इसी क्रम में शुक्रवार को संयुक्त टीम ने मेला स्थल की कई दुकानों में पहुंचकर खाद्य सामग्रियों का गहन परीक्षण किया। इस दौरान मेले में दुकानदारों द्वारा विभिन्न नियमों का उल्लंघन करने, खाद्य सुरक्षा मानकों का पालन न करना और प्रतिबंधित प्लास्टिक का उपयोग जैसे अनियमितताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई और जुर्माना लगाया गया।
मुख्य नगर पालिका अधिकारी दिनेश डे और खाद्य सुरक्षा अधिकारी दीपक कुमार देवांगन सहित अन्य अधिकारियों की संयुक्त कार्रवाई में कुल 27 दुकानदारों पर 10,700 रुपए का जुर्माना लगाया गया। जिला प्रशासन ने यह कदम मेले की व्यवस्था को बेहतर बनाने और जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाया है।
रीता शोरी जिला पंचायत अध्यक्ष और हीरा सिंह नेताम उपाध्यक्ष निर्वाचित
कोंडागांव । त्रिस्तरीय पंचायत आम निर्वाचन-2025 के अंतर्गत जिला पंचायत कोंडागांव के अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष पद हेतु निर्वाचन कार्यक्रम शुक्रवार को जिला पंचायत के सभाकक्ष में सम्पन्न हुआ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला पंचायत के सभी 12 निर्वाचित सदस्यों में से अध्यक्ष पद हेतु श्रीमती चरणतीन राजेश नेताम और श्रीमती रीता शोरी ने नामांकन फॉर्म भरा, जिसमें सभी सदस्यों के द्वारा किए गए वोट के आधार पर श्रीमती रीता शोरी को 07 और श्रीमती चरणतीन नेताम को 05 वोट प्राप्त हुए। इस प्रकार श्रीमती रीता शोरी को बहुमत के आधार पर जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए निर्वाचित मानते हुए उन्हें प्रमाण-पत्र प्रदाय किया गया। इसी प्रकार जिला पंचायत उपाध्यक्ष पद हेतु 05 अभ्यर्थियों ने नामांकन फॉर्म भरा था, जिसमें 03 अभ्यर्थियों का फॉर्म विधि मान्य नहीं पाए गए, वहीं रामचरण सोरी और हीरासिंह नेताम का नामांकन विधि मान्य पाया गया। मतदान के उपरांत हीरा सिंह नेताम को 07 और रामचरण सोरी को 05 वोट प्राप्त हुए। इस प्रकार हीरा सिंह नेताम को बहुमत के आधार पर उपाध्यक्ष पद हेतु उन्हें प्रमाण-पत्र दिया गया। उक्त निर्वाचन प्रक्रिया पीठासीन अधिकारी चित्रकांत चार्ली ठाकुर तथा सहायक पीठासीन अधिकारी एवं उप संचालक पंचायत बलराम मोरे की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ।
केंद्रीय राज्य मंत्री सोमन्ना ने किया कोंडागांव जिले का दौरा
शिल्प नगरी में शिल्पकारों से की भेंट, बेलमेटल बनाने की प्रक्रिया को देखा
कोंडागांव । केंद्रीय राज्य मंत्री रेल एवं जल शक्ति भारत सरकार व्ही. सोमन्ना ने कोंडागांव जिले के विभिन्न क्षेत्रों का दौरा कर शासकीय योजनाओं के हितग्राहियों से चर्चा की। केंद्रीय मंत्री ने सबसे पहले आयुष्मान आरोग्य मंदिर बम्हनी का दौरा कर निरीक्षण किया और अस्पताल में दवाइयों की उपलब्धता की जानकारी ली। साथ चिकित्सकों को निर्देशित किया कि दवाईयों की एक्सपायरी डेट की जांच करते रहे और समुचित उपयोग सुनिश्चित करें। उन्होंने वहां आयुष्मान भारत योजना के हितग्राहियों से चर्चा कर उनका अनुभव जाना। इस दौरान उन्होंने गर्भवती महिलाओं को पोषण टोकरी का वितरण किया।
इसके पश्चात उन्होंने नारियल विकास बोर्ड कोपाबेड़ा में उद्यानिकी विभाग द्वारा आयोजित किसानों से चर्चा कार्यक्रम में शामिल हुए और केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित किसानों से रुबरु हुए।
उन्होंने कहा कि कोंडागांव जिले को आकांक्षी जिले से ऊपर ले जाने योजनाबद्ध तरीके से कार्य किया जाएगा। उन्होंने जिले के कोकोनट बोर्ड में नारियल के वृक्षों को देखकर प्रसन्नता जताई और सराहना की। इस अवसर पर केंद्रीय राज्य मंत्री सहित अतिथियों ने नारियल के पौधे का रोपण किया।
बस्तर विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष एवं विधायक लता उसेंडी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा देश के पिछड़े जिलों के विकास के लिए आकांक्षी जिला कार्यक्रम की शुरुआत की गई है, जिसमें कोंडागांव जिला भी शामिल है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार इस बात पर जोर देते हैं कि हर किसान का आय दोगुना हो। किसान सम्मान निधि सहित किसानों के लिए अन्य कल्याणकारी योजनाएं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में संचालित हो रहा है। उनके द्वारा हमारी बहनों को लखपति दीदी बनाने की दिशा में लगातार प्रयास किया जा रहा है।
शिल्पनगरी में शिल्पकारों से की भेंट
केंद्रीय राज्य मंत्री सोमन्ना ने कोंडागांव में शबरी एंपोरियम में पहुंचकर बस्तर की संस्कृति पर आधारित कलाकृतियों को देखा और इसकी सराहना की। इसके बाद उन्होंने बेलमेटल सहित विभिन्न विद्याओं में कलाकृति बना रहे शिल्पकारों से भेंट की। साथ प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के हितग्राहियों से भी चर्चा की। इस अवसर पर कलेक्टर कुणाल दुदावत, पुलिस अधीक्षक वाय अक्षय सहित अन्य अधिकारीगण एवं प्रगतिशील किसान भी उपस्थित रहे।
केंद्रीय राज्य मंत्री सोमन्ना ने की आकांक्षी जिला कार्यक्रम की प्रगति की समीक्षा
कोण्डागांव । केंद्रीय राज्य मंत्री, रेल और जल शक्ति मंत्रालय, भारत सरकार, एवं आकांक्षी जिला प्रभारी व्ही. सोमन्ना ने 4 मार्च को कोंडागांव जिला कार्यालय के सभाकक्ष में विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की और आकांक्षी जिला कार्यक्रम के तहत जिले की प्रगति की विस्तृत समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्धारित इंडीकेटर पर शतप्रतिशत उपलब्धि हासिल करने के लिए निर्देशित किया।
केंद्रीय राज्य मंत्री ने आकांक्षी जिला कार्यक्रम के तहत शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, महिला एवं बाल विकास, कौशल विकास सहित विभिन्न विभागों द्वारा संचालित योजनाओं के क्रियान्वयन की जानकारी ली और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने ‘विकसित भारत’ की संकल्पना की है, जिसे पूरा करने के लिए सभी को एकजुट होकर काम करना होगा। साथ ही कोंडागांव को आकांक्षी जिला कार्यक्रम से ऊपर उठाने के लिए सभी निर्धारित इंडिकेटर्स पर पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य करने की आवश्यकता है।
उन्होंने जिले में किसान क्रेडिट कार्ड और प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत शतप्रतिशत किसानों को लाभान्वित करने पर जिला प्रशासन को शुभकामनाएं दी। प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना को लागू करते हुए सभी जरूरतमंदों को लाभान्वित करने की दिशा में कदम उठाने की बात की। साथ ही, लो वोल्टेज की समस्या का समाधान करने के लिए आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए।
केंद्रीय राज्य मंत्री ने प्रधानमंत्री दिव्यांगजनों के आत्मसम्मान और स्वाभिमान को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है और संवेदनशीलता दिव्यांगजनों के कल्याण के लिए कार्य कर रहे हैं। समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिले के सभी दिव्यांगजनों को शासन की योजनाओं का लाभ दिलाएं। उन्होंने जल जीवन मिशन की प्रगति पर भी चर्चा की और संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि इस मिशन के क्रियान्वयन में कोई लापरवाही न हो। प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना, अटल पेंशन योजना, जनधन योजना का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करते हुए जिले के जरूरतमंदों को लाभान्वित करने की दिशा में अधिकारियों को निर्देशित किया। स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा करते हुए उन्होंने प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्रों की संख्या बढ़ाने की बात की, ताकि गरीब परिवारों को दवाइयों के खर्च में राहत मिल सके।
इस अवसर पर बस्तर सांसद महेश कश्यप, कांकेर सांसद भोजराज नाग और बस्तर विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष लता उसेण्डी ने भी जिले की विभिन्न मुद्दों पर केंद्रीय राज्य मंत्री का ध्यान आकृष्ट कराया और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। बैठक में कलेक्टर कुणाल दुदावत ने आकांक्षी जिला कार्यक्रम के तहत जिले की प्रगति की विस्तृत जानकारी दी। इस मौके पर पुलिस अधीक्षक वाय अक्षय कुमार, रेलवे मंत्रालय के अधिकारी सहित अन्य विभागीय अधिकारीगण उपस्थित थे।
मर्दापाल के मड़ई मेला में शामिल हुए वन मंत्री कश्यप
कोंडागांव । वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री केदार कश्यप 1 मार्च को कोंडागांव जिले के ग्राम मर्दापाल में आयोजित पारंपरिक भंगाराम माता मावली माघ मड़ई मेला में शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने भंगाराम मंदिर में पूजा-अर्चना कर क्षेत्रवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की।
इस अवसर पर मंत्री कश्यप ने ग्रामवासियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मेला-मड़ई छत्तीसगढ़ की समृद्ध परंपरा और संस्कृति की पहचान है। यह आयोजन न केवल आपसी मेल-मिलाप का अवसर प्रदान करता है, बल्कि युवा पीढ़ी को अपनी संस्कृति को समझने और उससे जुड़ने का भी मौका देता है। इस दौरान ग्रामीणों सहित आयोजन समिति के पदाधिकारीगण, स्थानीय जनप्रतिनिधि कार्यक्रम में शामिल हुए।
मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत 150 जोड़़े परिणय सूत्र में बंधे
कोण्डागांव। महिला-बाल विकास विभाग द्वारा संचालित मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत 1 मार्च को कोण्डागांव के डी.एन.के. कॉलोनी ग्राउंड में एक सामूहिक विवाह कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में 150 जोड़े परिणय सूत्र में बंधकर दाम्पत्य जीवन की शुरूआत की।
कार्यक्रम में बस्तर विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष एवं कोंडागांव विधायक लता उसेंडी और अन्य जनप्रतिनिधियों ने नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद दिया। विधायक उसेंडी ने नवदंपत्तियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि कोई भी गरीब परिवार अपनी बेटी के विवाह के लिए आर्थिक दबाव महसूस न करे।शासन हर एक गरीब परिवार के बेटियों के साथ खड़ा है, और इसी उद्देश्य के साथ मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना की शुरुआत की गई थी। उन्होंने कहा कि यह योजना गरीब परिवारों को शादी के खर्चों से राहत प्रदान करती है, ताकि माता-पिता को कर्ज लेने की आवश्यकता न पडे़ और परिवार आर्थिक संकट में न फंसे। उन्होंने इस आयोजन को लेकर मुख्यमंत्री साय और महिला एवं बाल विकास मंत्री राजवाड़े को धन्यवाद दिया।
पूर्व विधायक सेवकराम नेताम ने बताया कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना का शुभारंभ का मुख्य उद्देश्य गरीब परिवारों की बेटियों के विवाह में मदद करना था। उन्होंने इस योजना की सराहना करते हुए कहा कि इस योजना से गरीब परिवारों के शादी के खर्चों की चिंता दूर हुई है। उन्होंने सभी नवविवाहितों को बधाई दी और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
विवाह के बाद सभी जोड़ों को विवाह प्रमाण पत्र प्रदान किया गया और सभी जोड़े को मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत कन्या के नाम से 35 हजार रुपये का चेक प्रदान किया गया। कार्यक्रम वैदिक रीति-रिवाजों और अनुष्ठानों के साथ गायत्री समाज के प्रतिनिधियों द्वारा संपन्न कराया गया। नवदंपत्तियों के परिजनों ने भी इस कार्यक्रम में उत्साहपूर्वक भाग लिया।
इस मौके पर नगर पालिका अध्यक्ष नरपति पटेल, दीपेश अरोरा, जिला पंचायत सीईओ अविनाश भोई, एडीएम चित्रकांत चार्ली ठाकुर, एसडीएम अजय उरांव और महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी भी मौजूद रहे।
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा महिलाओं के कल्याण के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही है। इन्ही योजनाओं में से एक है मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना। इस योजना के तहत सरकार द्वारा उन परिवारों को सहायता प्रदान किया जाता है जो आर्थिक रूप से कमजोर होते हैं। ऐसे परिवार की बेटियों को इस योजना का लाभ देते हुए सहायता राशि प्रदान करती है। मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना कमजोर, आर्थिक परिस्थितियों वाले परिवारों की बेटियों के हाथ पीले कर माता-पिता के आर्थिक बोझ को कम कर रही है, जिनके घर में बेटियां होती है, उनके माता-पिता को बेटी की शादी योग्य उम्र होते ही चिंता सताने लगती है। ऐसे में मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना से माता-पिता के आर्थिक बोझ को कम कर उनकी चिंता दूर कर रही है।