कोंडागांव । कलेक्टर कुणाल दुदावत ने आज महिला एवं बाल विकास विभाग के योजनाओं का जिले में क्रियान्वयन की विस्तृत समीक्षा की। कलेक्टर ने इस दौरान सभी विभागीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों को निर्देशित किया कि महतारी वंदन योजना, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना और नोनी सुरक्षा योजना शासन की प्राथमिकता की योजनाएं हैं। इसके बेहतर क्रियान्वयन के लिए सभी गंभीरता के साथ कार्य करें और महिलाओं एवं बच्चों को समुचित लाभ दिलाएं।
कलेक्टर ने सबसे पहले आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं के रिक्त पदों पर भर्ती की स्थिति की जानकारी ली और निर्देशित किया कि रिक्त पदों पर नियमानुसार भर्ती प्रक्रिया पूर्ण करें। कोई भी पद रिक्त होने की स्थिति में सात दिवस के भीतर विज्ञापन जारी करें और दो माह के भीतर भर्ती की प्रक्रिया पूर्ण करें। उन्होंने महतारी वंदन योजना अंतर्गत जिले में हितग्राहियों का सत्यापन गंभीरता के साथ करने के निर्देश दिए और कहा कि किसी भी अवांछित हितग्राही के खाते में राशि नहीं जाना चाहिए। इसमें किसी भी प्रकार की चूक होने पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
कलेक्टर ने कहा कि प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में जिले की स्थिति अच्छी है, लेकिन अभी इसके अंतर्गत और कार्य करना है। उन्होंने एएनसी पंजीयन के बाद हितग्राही को योजना का लाभ दिलाने के निर्देश दिए। नोनी सुरक्षा योजना की समीक्षा करते हुए कहा कि जिले में इस योजना के क्रियान्वयन पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। बालिकाओं का शत-प्रतिशत पंजीयन कराएं।
सुकन्या योजना का शत प्रतिशत लाभ पहुंचाएं :
कलेक्टर ने सुकन्या योजना से संबंधित संपूर्ण जानकारी एवं लाभ के बारे में अधिक से अधिक लोगों को जागरूक करने के निर्देश जिला कार्यक्रम अधिकारी को दते हुए कहा कि बालिकाओं के कल्याण के लिए शासन की सामाजिक सुरक्षा योजना है। इससे उनकी शिक्षा और विवाह एवं अन्य वित्तीय आवश्यकता को पूरा करने में कारगर है। यह योजना बालिकाओं के बेहतर एवं सुरक्षित भविष्य के लिए आवश्यक है। उन्होंने सभी विभागीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों से सुकन्या योजना के अंतर्गत अधिक से अधिक पंजीयन कराते हुए मिशन मोड में कार्य करने के निर्देश दिए।
पोषण ट्रेकर एप से बच्चों के सेहत की नियमित निगरानी करें :
कलेक्टर ने पोषण ट्रेकर पोर्टल में एंट्री की जानकारी लेते हुए कहा कि सभी आंगनबाड़ीवार कुपोषण की स्थिति की नियमित निगरानी करें और स्थिति सुधार नहीं होने पर स्वयं आंगनबाड़ी में जाकर पोषण आहार की व्यवस्था एवं आवश्यक एंट्री सुनिश्चित कराएं। उन्होंने एनआरसी में कुपोषित बच्चों को भर्ती हेतु भेजने और उनका नियमित फॉलोअप लेने के भी निर्देश दिए।
सभी शासकीय सेवक बनें निक्षय मित्र :
कलेक्टर ने बताया कि टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत टीबी मरीजों के इलाज में सामाजिक सहभागिता सुनिश्चित करने निक्षय मित्र की पहल शुरू की गई है। इसके अंतर्गत आप सभी अपने सामाजिक दायित्वों का निवर्हन करते हुए निक्षय मित्र बनकर टीबी मरीजों के इलाज में सहायता कर सकते हैं।
बैठक में कलेक्टर ने सभी शासकीय सेवकों से दोपहिया वाहन चलाते समय अनिवार्य रूप से हेलमेट का उपयोग करने की अपील की।
इस मौके पर कलेक्टर ने जिला बाल कल्याण एवं संरक्षण समिति की भी बैठक ली और समिति के कार्यों की विस्तृत जानकारी ली। कलेक्टर ने कहा कि पूरे जिले में नशा मुक्ति अभियान चलाया जा रहा है। इसकेे तहत आप सभी भी सक्रिय होकर इस अभियान में सहभागिता दें और अपने-अपने गांव में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन और रैली निकालकर नशे के दुष्प्रभाव के प्रति लोगों को जागरूक करें।
उन्होंने बाल विवाह के रोकथाम के लिए किए जा रहे प्रयासों की भी जानकारी ली और इस अभियान में सभी विभागों की सहभागिता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने इस संबंध में अधिक से अधिक प्रचार प्रसार कर लोगों को जागरूक करने हेतु निर्देशित किया।
इस अवसर पर जिला पंचायत के सीईओ अविनाश भोई, महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी अवनी कुमार बिसवाल, सचिव विधिक सेवा प्राधिकरण, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी, जिला बाल संरक्षण अधिकारी सहित सभी सीडीपीओ, सुपरवाईजर उपस्थित थे।