छत्तीसगढ़ / कोरबा
बरपाली, जवाली, और सिंघिया में समाधान शिविर 26 को
कोरबा। सुशासन तिहार 2025 के तृतीय चरण अन्तर्गत 26 मई सोमवार को विकासखंड करतला के ग्राम बरपाली कलस्टर अंतर्गत समिल्लित ग्राम पंचायत बरपाली, भैंसामुड़ा, ढनढनी, गुमिया, जोगीपाली(क), कनकी, कथरीमाल, सलिहाभाठा, सण्डेल और सरगबुंदिया के लिए हायर सेकेण्डरी स्कूल बरपाली में समाधान शिविर का आयोजन होगा। इसी तरह विकासखंड कटघोरा के ग्राम जवाली कलस्टर अंतर्गत सम्मिलित ग्राम पंचायत देवरी, सिंघाली, विजयपुर, जवाली, कसईपाली, चाकाबुड़ा, कोलिहामुड़ा और देवगांव के लिए हाईस्कूल प्रांगण जवाली और विकासखंड पोंड़ीउपरोड़ा के ग्राम सिंघिया कलस्टर अंतर्गत ग्राम पंचायत सिंघिया, लखनपुर, सुतर्रा, कोरबी सिं., कापूबहरा, मल्दा, नगोईबछेरा, बिंझरा, भांवर और बरतराई हेतु शासकीय हाईस्कूल सिंघिया में समाधान शिविर का आयोजन किया जायेगा।
जल जीवन एवं स्वच्छता मिशन की बैठक आज
कोरबा । कलेक्टर अजीत वसंत की अध्यक्षता में जल जीवन एवं स्वच्छता मिशन जिला कोरबा की बैठक 23 मई को शाम 05 बजे कलेक्टोरेट सभाकक्ष कोरबा में आहूत की गई है। सर्व संबंधितों को अनिवार्य रूप से बैठक में उपस्थित होने कहा गया है।
सियान सदन में वृहद स्वास्थ्य शिविर 30 को
कोरबा । कलेक्टर अजीत वसंत के मार्गदर्शन में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.एस.एन.केशरी के नेतृत्व में वयोवृद्ध देखभाल कार्यक्रम के अंतर्गत 30 मई को सियान सदन कोरबा में वृहद स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया जायेगा। इस शिविर में 60 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्तियों तथा पेंशनर्स का विशेषज्ञ चिकित्सकों (मेडिसिन, नेत्र, नाक, कान, गला रोग, अस्थि रोग, स्त्री रोग विशेषज्ञ, दंत चिकित्सक, फिजियोथेरेपिस्ट, मानसिक रोग विशेषज्ञ आयुर्वेद चिकित्सक) के द्वारा निःशुल्क परामर्श एवं गुणवत्ता पूर्ण उपचार प्रदान किया जायेगा। निःशुल्क दवाएं जायेगी तथा स्वस्थ्य जीवन शैला, व्यायाम, योग के संबंध में विशेषज्ञ सलाह दी जायेगी। आवश्यकता पड़ने पर सहायक उपकरण जैसे वाकर, स्टीक, हियरिंग एड, व्हील चेयर समाज कल्याण विभाग द्वारा वितरित किये जायेंगे इस स्वास्थ्य शिविर में वय वंदन कार्ड, आभा आईडी भी बनाया जायेगा।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि 01 मई से 31 मई तक राष्ट्रीय वयोवृद्ध स्वास्थ्य देखभाल कार्यक्रम के तहत नगरपालिक निगम, पंचायत विभाग, समाज कल्याण विभाग, तथा आयुष विभाग के सहयोग से जिले के शहरी तथा ग्रामीण सामुदायिक स्वास्थ्य केंद, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में विभिन्न तिथियों विभिन्न बिमारियों की स्क्रीनिंग हेतु शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें 60 वर्ष से अधिक उम्र के वयोवृद्ध व्यक्तियों का शत प्रतिशत स्क्रीनिंग कर बिमारियों या परेशानियों को चिन्हित कर उपचार तथा सहायक उपकरण प्रदान किया गया है। जांच में विभिन्न बिमारियों से ग्रस्त मरीजों का निःशुल्क उपचार किया गया एवं उन्हें निःशुल्क दवाईयॉं दी गई। डॉ.केशरी ने बताया कि वृद्धावस्था जीवन की एक कठिन अवस्था होता है। सामान्य रूप से 60 वर्ष के बाद शारीरिक शक्ति कम होने लगती है। रोगग्रस्त होने का खतरा बढ़ जाता है। इसमें आंखों की रोशनी कम होना, सुनाई कम देना, डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, आंख कमजोर होना, नाक, कान, गला से संबंधित परेशानी, गठिया, हृदय रोग, पार्किंसन्स, मनोभ्रम जैसी बिमारी शामिल है। इसके बचाव के लिए बुजुर्गों को योग प्राणायाम व उचित खानपान सहित नियमित अंतराल पर स्वास्थ्य जांच जरूरी होता है।
गुरमा, पोंड़ीउपरोड़ा और बतरा में समाधान शिविर
कोरबा । सुशासन तिहार 2025 के तृतीय चरण अन्तर्गत 23 मई शुक्रवार को विकासखंड कोरबा के ग्राम गुरमा कलस्टर अंतर्गत समिल्लित ग्राम पंचायत गुरमा, चिर्रा, लबेद, सिमकेंदा, श्यांग, गिरारी, बासीन, फुलसरी, कोल्गा, सोल्वां और अमलडीहा हेतु गुरमा में बाजार के पास समाधान शिविर आयोजित की जायेगी। इसी तरह विकासखंड पोंड़ीउपरोड़ा के ग्राम पोंड़ीउपरोड़ा कलस्टर अंतर्गत सम्मिलित ग्राम पंचायत पोंड़ीउपरोड़ा, कोनकोना, बांगो, तानाखार, रामपुर ता., बांझीबन, घरीपखना, गुडरूमुड़ा और दर्राभाठा हेतु मरखी माता के पास पोंड़ीउपरोड़ा और विकासखंड पाली के ग्राम बतरा कलस्टर अंतर्गत ग्राम पंचायत बतरा, कर्रानवापारा, कोडार, शिवपुर, सिल्ली, निरधी, परसदा़ और पोलमी हेतु ग्राम पंचायत भवन परिसर बतरा में समाधान शिविर का आयोजन किया जायेगा।
रायपुर-अंबिकापुर हाईवे पर रफ्तार का कहर, दो हाइवा वाहन भिड़े
कोरबा । रायपुर-अंबिकापुर हाइवे पर शुक्रवार को दो हाइवा वाहनों के बीच भीषण हादसा हुआ. छुरी से बिलासपुर जा रही हाइवा सड़क किनारे खड़ी दूसरी हाइवा से टकरा गई. हादसे में घायल चालक अनीश पटेल केबिन के अंदर फंस गया, जिसे गैस कटर की मदद से बाहर निकाला गया।
जानकारी के मुताबिक, घटना सुबह तकरीबन 5 बजे के आसपास की बताई जा रही है. राखड़ से लोड ट्रेलर छुरी से बिलासपुर की ओर जा रही थी. इसी दौरान वह सड़क किनारे खड़ी हाइवा से जा भिड़ी. हादसे में ट्रेलर के आगे का हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया. वाहन चालक केबिन के भीतर ही फंस गया. वाहन चालक को चोटें आई है।
दुर्घटना के बाद सड़क पर वाहनों की लंबी कतार लगने से सड़क जाम हो गया. सूचना मिलते ही जिला प्रशासन की टीम और पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया. कैबिन में फंसे चालक को गैस कटर की मदद से बाहर निकाला गया।
मछुआ सहकारी समितियों एवं समूहों की बैठक आयोजित
कोरबा। अध्यक्ष छत्तीसगढ़ मछुआरा कल्याण बोर्ड भरत मटियारा की अध्यक्षता में आज कोरबा जिले के मछुआ सहकारी समितियों एवं समूहों की बैठक जिला पंचायत के सभाकक्ष में आयोजित की गई। बैठक में कोरबा जिले के समितियों एवं समूहों के 200 से अधिक सदस्य उपस्थित हुए।
अध्यक्ष श्री मटियारा द्वारा उपस्थित मछुआरों से मछली पालन से मछुआरों की आय में वृद्धि के लिए उनसे सुझाव एवं होने वाली कठिनाई के संबंध में सीधी चर्चा की गई। उन्होंने मछुआ सहकारी समितियों एवं समूहों को मछुआरों के कल्याण के लिए शासन द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का लाभ लेने के लिए कहा ताकि आय में वृद्धि एवं जीवन स्तर में सुधार आये। श्री मटियारा ने बैठक में उपस्थित सदस्यों द्वारा की गई मांग एवं सुझाव के संबंध में शासन स्तर से आवश्यक कार्यवाही के लिए आश्वासन दिया। उन्होंने इस क्षेत्र में आगे बढने के लिए निरंतर एक जुट होकर प्रयास करने की बात कही।
बैठक में क्रांति कुमार बघेल सहायक संचालक, रामचरण कोर्राम, श्रीमती कुसुमलता कैवर्त, श्रीमती मंजु ठाकुर, श्रीमती पूनम कैवर्त, लक्ष्मीनारायण कैवर्त, श्रीमती कीर्तन कंवर, श्रीमती इन्दिरा बरेठ, विजय ध्रुव, अशोक जलतारे उपस्थित थे।
स्वास्थ्य मंत्री एक दिवसीय प्रवास पर पहुंचे कोरबा
कटघोरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का किया निरीक्षण
कोरबा । छत्तीसगढ़ शासन के लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल आज एक दिवसीय प्रवास पर कोरबा पहुंचे। प्रवास के दौरान उन्होंने कटघोरा स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का औचक निरीक्षण किया। मंत्री श्री जायसवाल ने अस्पताल परिसर का गहन निरीक्षण करते हुए मरीजों की समस्याएं नजदीक से जानीं और मौके पर उपस्थित चिकित्सक,अधिकारियों को आवश्यक दिशा- निर्देश दिए।
उन्होंने विशेष रूप से अस्पताल में गर्मी के मौसम को ध्यान में रखते हुए भर्ती मरीजों को राहत पहुंचाने के लिए वार्डों में एयर कंडीशनर की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने यह भी निर्देशित किया कि किसी भी मरीज को गर्मी या अन्य सुविधाओं के अभाव में कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए।
निरीक्षण के दौरान मंत्री श्री जायसवाल ने बताया कि कटघोरा सीएचसी को अब 50 बेड से बढ़ाकर 100 बेड के आधुनिक अस्पताल में परिवर्तित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए आवश्यक बजट स्वीकृत हो चुका है और विस्तृत परियोजना प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है। जैसे ही वित्तीय स्वीकृति प्राप्त होगी, निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा। अस्पताल को जिला अस्पताल की तर्ज पर विकसित किया जाएगा, जिससे यहां के मरीजों को बेहतर और समग्र स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें। उन्होंने कहा कि इस अपग्रेडेशन से न केवल कटघोरा,बल्कि आसपास के ग्रामीण अंचलोंकृजैसे कि पसान,पाली आदि के लोगों को भी लाभ मिलेगा। उन्होंने स्थानीय नागरिकों से मुलाकात कर उनकी स्वास्थ्य सेवाओं से संबंधित समस्याएं और सुझाव भी सुने। निरीक्षण के दौरान मंत्री ने अस्पताल भवन की मरम्मत, परिसर की साफ-सफाई, पेयजल की नियमित आपूर्ति तथा आवश्यक दवाओं की उपलब्धता की भी स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने सभी चिकित्सकों, स्टाफ नर्सों व कर्मचारियों को निर्देशित किया कि मरीजों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो और सभी सेवाएं समयबद्ध व संवेदनशील तरीके से उपलब्ध कराई जाएं।
इस अवसर पर जनप्रतिनिधि, स्वास्थ्य विभाग के सचिव अमित कटारिया, कलेक्टर अजीत वसंत, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. केशरी सहित अधिकारी एवं स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी उपस्थित थे।
अवैध उत्खनन रोकने के लिए सख्त कार्यवाही करें : कलेक्टर
टास्क फोर्स समिति की बैठक में कलेक्टर ने दिए निर्देश
कोरबा । जिले में अवैध उत्खनन कार्य को रोकने के लिए कलेक्टर अजीत कुमार वसंत ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में टास्क फोर्स समिति की बैठक लेकर संबंधित अधिकारियों को सख्त निर्देश जारी किए। उन्होंने कहा कि राजस्व और पुलिस विभाग समन्वित रूप से कार्रवाई करें और खनन क्षेत्रों में सक्रिय अपराधिक प्रवृत्ति के लोगों को चिन्हित कर उनके विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जाए, ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके। बैठक में कलेक्टर ने विभिन्न विभागों को समन्वय के साथ कार्य करने को कहा। उन्होंने कहा कि खनिज विभाग, राजस्व विभाग, परिवहन विभाग, वन विभाग और पर्यावरण विभाग मिलकर जिले में खनिजों के अवैध उत्खनन,परिवहन और भण्डारण की जांच करें और कार्रवाई करें।
कलेक्टर ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि पर्यावरण प्रदूषण रोकने एवं आम नागरिकों की सुविधा की दृष्टि से राखड़ परिवहन करने वाले वाहनों में राखड़ को त्रिपाल,तारपोलिन,पन्नी से ढक कर ही नियमानुसार परिवहन किया किया जाए।खनिज विभाग से प्राप्त आवेदनों की स्थल जांच रिपोर्ट समय-सीमा में राजस्व और वन विभाग द्वारा भेजी जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि एसईसीएल की खदानों से कोयला निकासी वाहन क्षमता के अनुसार हो, साथ ही डम्प क्षेत्रों में कोयला चोरी पर केन्द्रीय सुरक्षा बल और एसईसीएल प्रबंधन मिलकर प्रभावी नियंत्रण रखें। कलेक्टर ने निर्देशित किया कि निर्माण एजेंसियों को रॉयल्टी क्लीयरेंस प्रमाणपत्र के बिना भुगतान न किया जाए। निर्माणाधीन कार्यों में प्रयोग होने वाली खनिज की संभावित मात्रा की जानकारी संबंधित विभागों से प्राप्त की जाए। कोयला परिवहन हेतु प्रतिबंधित सड़कों पर भारी वाहनों की आवाजाही पर पूर्ण निगरानी रखी जाए। खनिज परिवहन में लगे वाहनों के ड्राइवरों की आयु और वैध लाइसेंस की जांच कर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि अवैध गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जिले में कानून व्यवस्था और पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के लिए सभी संबंधित विभागों को कड़ी और संयुक्त कार्रवाई करनी होगी।
बैठक में सीईओ जिला पंचायत दिनेश कुमार नाग,अपर कलेक्टर अनुपम तिवारी, मनोज कुमार बंजारे,सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान, 479 ग्रामों का हुआ चयन
कोरबा । भारत सरकार जनजातीय कार्य मंत्रालय नई दिल्ली द्वारा ’’धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान’’ का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 02 अक्टूबर 2024 को किया गया था। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य जनजातीय गांवों तथा आकांक्षी जिलों मे निवासरत् जनजातीय परिवारों का सामाजिक तथा आर्थिक स्थिति में उत्तरोत्तर सुधार करना है, ताकि जनजातीय परिवारों का त्वरित गति से विकास सुनिश्चित किया जा सके। इसमें सामुदायिक अधोसंरचना में सुधार के साथ-साथ सामाजिक और आर्थिक स्तर में उन्नयन व प्रत्येक परिवारों को सभी शासकीय योजनाओं का लाभ मिल सके। इस अभियान में 17 मंत्रालयों द्वारा क्रियान्वित किए जाने वाले 25 हस्तक्षेप शामिल है। भारत सरकार जनजातीय कार्य मंत्रालय नई दिल्ली द्वारा कोरबा जिला अंतर्गत ’’धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान’’ के तहत् कुल 479 ग्रामों का चयन किया गया है, जिसमें विकासखंड कोरबा के 122 ग्राम, विकास खण्ड कटघोरा के 28 ग्राम, विकास खण्ड करतला के 60 ग्राम, विकास खण्ड पाली के 73 एवं विकासखंड पोंड़ी उपरोड़ा के 196 ग्राम शामिल हैं। इन 479 ग्रामों के कल्याण एवं संवर्धन के लिए अजीत वसंत कलेक्टर कोरबा के मार्गदर्शन एवं निर्देशानुसार कार्ययोजना बनाई जा रही है।
सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्रीकांत कसेर के द्वारा बताया गया कि जिले में निवासरत जनजातीय वर्ग के लोगो के उत्थान हेतु विभिन्न विभागों द्वारा धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के अंतर्गत भारत सरकार की विभिन्न योजनाओं के माध्यम से बुनयादी ढांचे, स्वास्थ्य, शिक्षा, आजीविका, आंगनबाड़ी, आवास इत्यादि गैप की पहचान कर अंतराल को भरना है ताकि अभिसरण और संतृप्तिकरण के माध्यम से आदिवासी क्षेत्रों और समुदायों का समग्र और सतत् विकास सुनिश्चित किया जा सके।
इस अभियान के माध्यम से ग्राम स्तर एवं कलस्टर स्तर के शिविरों के माध्यम से दीर्घकालिक एवं तात्कालिक गतिविधियों के अंतर्गत आधार कार्ड, राशन कार्ड, आयुष्मान कार्ड, जाति प्रमाण पत्र, किसान क्रेडिट कार्ड, पीएम- किसान सम्मान निधि, जन-धन खाता, बीमा कवरेज, सामाजिक सुरक्षा (वृद्धावस्था पेंशन, विधवा पेंशन, दिव्यांग पेंशन), रोजगार और आजीविका योजनाएं (एमजीएनआरईजीए, पीएम विश्वकर्मा, मुद्रा ऋण), महिला एवं बाल कल्याण (पीएमएमवीवाई, आईसीडीएस लाभ, टीकाकरण) जनजातीय परिवारों को पक्का घर, गांवों में सड़क, बिजली, पानी, मोबाईल मेडिकल यूनिट््स, आवासीय विद्यालयों व छात्रावास/आश्रमों के उन्नयन तथा कौशल विकास और रोजगार के अवसर की उपलब्धता इत्यादि गतिविधियों के माध्यम से जनजातीय बाहुल्य ग्रामों को संतृप्तिकरण किया जाना है।
इस योजना के सफल क्रियान्वयन हेतु 15 जून से 30 जून 2025 तक धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान जागरूकता और लाभ संतृप्ति शिविर का आयोजन जिलें में संचालित किया जायेगा। ग्रामीणों से अपील की गई है कि उक्त शिविरां में अधिक से अधिक संख्या में पहुंचकर शासकीय योजनाओं का लाभ लें।
बच्चों के अस्थाई संरक्षण के लिये इच्छुक भावी अभिभावक कर सकते हैं आवेदन
कोरबा । जिले में संचालित किशोर न्याय (बालकों की देखरेख और संरक्षण) अधिनियम अंतर्गत पंजीकृत बाल देखरेख संस्थाओं में निवासरत देखरेख और संरक्षण की आवश्यकता वाले बालकों को किशोर न्याय (बालकों की देखरेख और संरक्षण) अधिनियम तथा मॉडल गाइड लाइन फॉर फॉस्टर केयर के प्रावधानानुसार अस्थाई संरक्षण में दिये जाने हेतु फास्टर केयर में भारतीय दम्पति आवेदन कर सकते है।
फास्टर केयर परिवार का दायित्व होगा कि वह बालक को समुचित भोजन, वस्त्र, आश्रय, शिक्षा/उच्च शिक्षा, देखभाल एवं संरक्षण, आवश्यकतानुसार सभी प्रकार की चिकित्सा/उपचार, आयु एवं रूचि अनुसार व्यवसायिक प्रशिक्षण, बालक की विकास संबंधी आवश्यकताओं, की पूर्ति, बालक की शोषण, दुर्व्यवहार, हानि, उपेक्षा से सुरक्षा तथा बालक एवं उसके जैविक परिवार की निजता का सम्मान करें। इसके साथ ही फास्टर केयर मार्गदर्शिका में उल्लेखित सभी दायित्व एवं शर्तों तथा बालक कल्याण समिति एवं जिला बाल संरक्षण ईकाई के निर्देशों का पालन अनिवार्य होगा।
ऐसे भारतीय दंपति जो देखरेख और संरक्षण की आवश्यकता वाले बालकों को अस्थाई रूप से संरक्षण में लेना चाहते है, वे कार्यालय जिला बाल संरक्षण इकाई, महिला एवं बाल विकास विभाग, नया जिला परिवहन कार्यालय के पास, तहसील रोड, जिला- कोरबा (छ.ग.) में संपर्क कर निर्धारित प्रपत्र में आवेदन कर सकते है। आवेदन के पश्चात् उक्त अधिनियम एवं गाइड लाइन के प्रकाश में गृह अध्ययन प्रतिवेदन तथा स्पान्सरशिप एवं फास्टर केयर अनुमोदन समिति की अनुशंसा के आधार पर जिले की बालक कल्याण समिति द्वारा देखरेख एवं संरक्षण हेतु बालक, संबंधित दंपति को फास्टर केयर में दिया जा सकेगा।
किशोरी बालिका योजना के प्रचार-प्रसार रथ को किया गया रवाना
कोरबा । कलेक्टर अजीत वसंत के मार्गदर्शन में कोरबा जिले में सक्षम आंगनबाड़ी और पोषण 2.0 के तहत् किशोरी बालिका योजना के प्रचार -प्रसार हेतु महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा तैयार किये गये प्रचार-प्रसार रथ को कार्यालय कलेक्टर परिसर से गतव्य के लिये हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. पवन सिंह, सभापति महिला एवं बाल विकास विभाग श्रीमती माया रूपेश कवंर, महिला एवं बाल विकास विभाग की कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती रेनू प्रकाश, जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी गजेन्द्र देव सिंह, परियोजना अधिकारी बाल विकास परियोजना, कोरबा (श.) बजंरग प्रसाद साण्डेय, परियोजना अधिकारी बाल विकास परियोजना पाली अन्वेश दीवान, जनप्रतिनिधि, विभागीय अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित रहे।
जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती रेनू प्रकाश ने बताया कि प्रचार-प्रसार रथ जिले के सभी विकासखण्ड अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों में 2 माह भ्रमण कर समस्त हितग्राहियों को सक्षम आंगनबाड़ी और पोषण 2.0 के तहत् किशोरी बालिका योजना के संबंध में एलईडी चलचित्र व विडियो के माध्यम से आवश्यक जानकारी प्रदान कर लोगों को जागरूक करने का कार्य करेगी। जिससे लोगो में सक्षम आंगनबाड़ी और पोषण 2.0 के तहत् किशोरी बालिका योजना के संबंध में समझ विकसित होगी।
पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति के लिए ऑनलाइन आवेदन
कोरबा । जिले में संचालित समस्त शासकीय, अशासकीय महाविद्यालयों, मेडिकल कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज, पॉलिटेक्निक, नर्सिंग कॉलेज, आईटीआई एवं डाईट आदि के प्राचार्य, संस्था प्रमुख, छात्रवृत्ति प्रभारी एवं संस्थान में अध्ययनरत् अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के ऐसे विद्यार्थी जो राज्य शासन द्वारा संचालित पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति की पात्रता रखते है उन्हे सूचित किया गया है कि शिक्षा सत्र 2025-26 के लिए ऑनलाइन पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति (कक्षा 12वीं से उच्चतर) के पंजीयन, स्वीकृति एवं वितरण कार्यवाही वेबसाइटhttp://postmatric-scholarsip.cg.nic.in पर ऑनलाईन की जा रही है।
सहायक आयुक्त आदिवासी विकास कोरबा ने बताया कि राज्य शासन द्वारा वर्ष 2025-26 छात्रवृत्ति हेतु ऑनलाइन आवेदन, प्रस्ताव एवं स्वीकृति हेतु तिथि निर्धारित कर दी गई है। नवीनीकरण हेतु विद्यार्थियों द्वारा आनलाइन आवेदन प्राप्ति तिथि क्रमशः 31 मई तक, 31 अगस्त तक एवं 30 नवंबर 2025 तक निर्धारित की गई है। नवीन हेतु विद्यार्थियों द्वारा आनलाइन आवेदन प्राप्ति तिथि 31 अगस्त, 30 सितंबर एवं 30 नवंबर 2025 निर्धारित है।
सहायक आयुक्त ने बताया कि निर्धारित तिथियों के पश्चात् शिक्षा सत्र 2025-26 की पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति ऑनलाईन आवेदन हेतु पोर्टल बंद कर दिया जायेगा एवं ड्राफ्ट प्रपोजल लॉक एवं सेक्शन ऑर्डर लॉक करने का अवसर भी प्रदान नहीं किया जाएगा। निर्धारित तिथि तक कार्यवाही पूर्ण नहीं करने पर यदि संबंधित संस्थाओं के विद्यार्थी छात्रवृत्ति से वंचित रह जाते हैं तो इसके लिए संस्था प्रमुख स्वतः जिम्मेदार होंगे। छात्रवृत्ति का भुगतान पीएफएमएस के माध्यम से किया जा रहा है। इस हेतु सभी विद्यार्थी ऑनलाइन आवेदन करते समय एक्टिव बचत खाता एवं आधार सीडेड बैंक खाता नंबर की प्रविष्टि करना सुनिश्चित करें। अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों को एनएसपी पोर्टल से ओटीआर (वन टाईम रजिस्ट्रेशन) प्राप्त करना आवश्यक है। इस हेतु राज्य छात्रवृत्ति पोर्टल में प्रदाय निर्देशों का अवलोकन किया जा सकता है। वर्ष 2025-26 में नवीन संस्था के संस्था प्रमुख एवं संस्था के छात्रवृत्ति प्रभारी का बायोमैट्रिक-एथेंटिकेशन किया जाना आवश्यक है।
रामपुर में समाधान शिविर 22 को
कोरबा । सुशासन तिहार 2025 के तृतीय चरण अन्तर्गत 22 मई गुरूवार को विकासखंड करतला के ग्राम रामपुर कलस्टर अंतर्गत सम्मिलित ग्राम पंचायत रामपुर,बरकोन्हा, बेहरचुंवा, चैनपुर, घिनारा, जोगीपाली (रा), केराकछार, केरवाद्वारी, खुंटाकुडा, नवापारा चै., नोनदरहा, सेन्द्रीपाली और ग्राम पंचायत सुवरलोट हेतु हायर सेकेण्डरी स्कूल रामपुर में समाधान शिविर आयोजित की जायेगी।
लेखन एवं अन्य सामग्री क्रय हेतु निविदा
कोरबा । कार्यालय कलेक्टर कोरबा की ओर से निर्माताओं और उनके अधिकृत विक्रेताओं से वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिये स्टेशनरी, लेखन सामाग्री, कम्प्यूटर सामाग्री तथा अन्य सामाग्री बाजार दर पर क्रय करने मोहरबंद निविदाएं आमंत्रित की गई है। निविदा की नियम व शर्तें, स्टेशनरी एवं लेखन सामग्री की सूची तथा निविदा प्रपत्र जिला कार्यालय के स्टेशनरी शाखा से कार्यालयीन समय पर प्राप्त किये जा सकते हैं। निविदा फार्म प्रदाय की अंतिम तिथि 03 जून 2025 दोपहर तीन बजे तक, निविदा जमा करने की अंतिम तिथि 04 जून दोपहर तीन बजे तक है और निविदा 04 जून 2025 को अपरांह 4 बजे खोली जायेगी।
विकसित भारत 2047 की संकल्पना को साकार करने में चिकित्सा क्षेत्र निभाए अहम भूमिका : स्वास्थ्य मंत्री
मेडिकल कॉलेज को निजी संस्थानों से बेहतर बनाने के निर्देश
कोरबा । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “विकसित भारत 2047 “ की परिकल्पना को साकार करने हेतु स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े सभी अधिकारियों और कर्मचारियों से इस महाअभियान में अपनी महत्वपूर्ण भागीदारी सुनिश्चित करने का आह्वान किया। यह विचार उन्होंने आज कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित स्व. बिसाहू दास महंत स्मृति शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय, कोरबा की स्वशासी समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए व्यक्त किए।
बैठक में मेडिकल कॉलेज के संपूर्ण ढांचे, कार्यप्रणाली और सेवाओं को और अधिक सुदृढ़ और सशक्त बनाने के विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत चर्चा की गई। मंत्री श्री जायसवाल ने निर्देश दिए कि शासकीय मेडिकल कॉलेज एवं चिकित्सालयों को इस प्रकार सुसज्जित किया जाए कि वे निजी स्वास्थ्य संस्थानों से अधिक बेहतर और भरोसेमंद विकल्प के रूप में उभरें। उन्होंने कहा कि संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देना, ओपीडी व आईपीडी में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य परामर्श की व्यवस्था सुनिश्चित करना, और मरीजों के साथ संवेदनशीलता के साथ व्यवहार करना चिकित्सा संस्थानों की पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। स्वास्थ्य मंत्री ने डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ से कहा, “आपके कार्य और सेवा की गुणवत्ता इस प्रकार की होनी चाहिए कि स्वयं आप एक ब्रांड बन जाएं। आम जनता को आपके कार्य से न सिर्फ चिकित्सा सेवा मिले, बल्कि उन्हें सम्मान और संवेदना का भी अनुभव हो।“
बैठक के दौरान स्वास्थ्य विभाग के सचिव अमित कटारिया ने मेडिकल कॉलेज में स्टाफ की भर्ती प्रक्रिया, आधार आधारित उपस्थिति प्रणाली, सेवा की पुष्टि और समग्र प्रबंधन व्यवस्था को प्रभावी ढंग से लागू करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इन व्यवस्थाओं से संस्थान की पारदर्शिता और जवाबदेही में वृद्धि होगी।
’जनहित में डीएमएफ का बेहतर उपयोग’
बैठक में कलेक्टर अजीत वसंत ने जिला खनिज संस्थान न्यास मद से चिकित्सा क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों की जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि डीएमएफ का प्रयोग जनहितकारी चिकित्सा अधोसंरचना के विकास, उपकरणों की उपलब्धता और सेवाओं के विस्तार में किया जा रहा है।
मेडिकल कॉलेज के पदेन सदस्य सचिव डॉ. के. के सहारे ने पिछली स्वशासी समिति बैठक के पालन प्रतिवेदन का वचन किया। स्वशासी समिति द्वारा पिछली बैठकों में पारित कार्यों को अनुमोदन प्रदान किया गया और प्रबंधन संबंधी महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। इसमें स्किल लैब की स्थापना, ऑन कॉल ड्यूटी एवं कार्यालयीन कार्य हेतु हल्के वाहन की खरीदी, तथा वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए प्रस्तावित बजट पर विचार शामिल था।
’संवेदनशीलता हो चिकित्सकीय सेवा की आत्मा’
स्वास्थ्य मंत्री ने अंत में समस्त डॉक्टरों, नर्सों एवं मेडिकल स्टाफ को निर्देशित किया कि वे अपने व्यवहार में मानवीयता, संवेदनशीलता और सेवा भाव को सर्वोपरि रखें। उन्होंने कहा कि चिकित्सा सेवा केवल एक पेशा नहीं, बल्कि एक सेवा धर्म है, जिसे समर्पण और करुणा के साथ निभाया जाना चाहिए।
इस महत्वपूर्ण बैठक में वाणिज्य, उद्योग एवं श्रम मंत्री लखनलाल देवांगन, कटघोरा विधायक प्रेमचंद पटेल, जनप्रतिनिधि,सीईओ जिला पंचायत दिनेश कुमार नाग, डॉ. यू . एस पैकरा,अधीक्षक डॉ. गोपाल सिंह कंवर, सीएमएचओ डॉ. केसरी, एवं अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
समापन में मंत्री जायसवाल ने भरोसा जताया कि राज्य सरकार के मार्गदर्शन में कोरबा मेडिकल कॉलेज आने वाले वर्षों में चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में एक अनुकरणीय मॉडल के रूप में उभरेगा।
अजगरबहार में समाधान शिविर 20 को
कोरबा । सुशासन तिहार 2025 के तृतीय चरण अन्तर्गत 20 मई मंगलवार को विकासखंड कोरबा के ग्राम अजगरबहार कलस्टर अंतर्गत सम्मिलित ग्राम पंचायत अजगरबहार, माखूरपानी, धनगांव, कछार, तिलाईडांड, सोनगुढ़ा, सोनपुरी, चुईया, जामबहार, बेला और दोंदरो हेतु हाईस्कूल भवन अजगरबहार में समाधान शिविर आयोजित किया जाएगा।
वयोवृद्ध स्वास्थ्य शिविर 21 को
कोरबा। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि माह मई में जिले के विभिन्न स्वास्थ्य केन्द्रों में स्वास्थ्य शिविर का आयोजन कर वयोवृद्ध लोगो का निःशुल्क स्वास्थ्य जॉंच एवं दवाईयों का वितरण किया जा रहा है। इसी कड़ी में 21 मई बुधवार को कोरबा ब्लाक के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र श्यांग, करतला ब्लाक के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कोथारी, कटघोरा ब्लाक के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रंजना, पोंड़ीउपरोड़ा ब्लाक के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पोंड़ीउपरोड़ा, पाली ब्लाक के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र उतरदा तथा शहरी क्षेत्र में यूपीएचसी ढोढ़ीपारा और कटाईनार में वयोवृद्ध स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया जायेगा।