छत्तीसगढ़ / कोरबा
बीमार पति के इलाज में रंगीन बाई उपयोग कर रही महतारी वंदन की राशि
महतारी वंदन योजना का लाभ मिलने से महिलाओं में उत्साह, प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के प्रति जता रही आभार
कोरबा। प्रदेश की महिलाओं को सशक्त बनाने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार के मुखिया मुख्यमंत्री विष्णु देव साय द्वारा सराहनीय पहल करते हुए महतारी वंदन योजना लागू किया गया है। इस योजना का लाभ मिलने से जिले की महिलाएं बहुत ही उत्साहित है और अपने सुरक्षित भविष्य के प्रति पूरी तरह से निश्चित नजर आ रही हैं।
महतारी वंदन योजना से लाभान्वित कोरबा शहरी क्षेत्र के पंप हाउस निवासी रंगीन बाई ने बताया कि प्रदेश सरकार महिलाओं को सशक्त व आत्मनिर्भर बनाने हेतु इस योजना के माध्यम से उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान कर रही है। उन्होंने उत्साहपूर्वक बताया कि यह बहुत खुशी की बात है कि महिलाओं के हित में छत्तीसगढ़ शासन द्वारा सराहनीय योजना संचालित की गई है। जिसका लाभ आर्थिक रूप से कमजोर परिवार की महिलाओं को मिल रहा है। योजना के तहत मिलने वाली राशि का उपयोग महिलाएं अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति सहित विभिन्न कार्यों के लिए कर रही हैं। पिछले तीन माह से उसे भी योजना का लाभ मिल रहा है।
हितग्राही रंगीन बाई ने बताया कि वह नगर निगम द्वारा तुलसी नगर में संचालित एसएलआरएम सेंटर में स्वच्छता दीदी के रूप में कार्य करती हैं। पति श्री भुजबल लकवाग्रस्त हैं ऐसे में परिवार चलाने की जिम्मेदारी उसके ऊपर ही है। कम आय में घरेलू आवश्यकताओं की पूर्ति एवं पति के इलाज का खर्च उठाने में परेशानी होती है। जो कुछ कमाती है वह घरेलू खर्च और बीमार पति के इलाज में ही चला जाता है। लेकिन अब जब से महतारी वंदन योजना लागू हुई है उसे भी हर माह एक-एक हजार रुपए मिल रहा है। इससे उसे बड़ी राहत मिल रही है। महतारी वंदन की राशि का उपयोग वह अपने बीमार पति के लिए दवाइयां खरीदने में उपयोग कर रही है, घर की अन्य जरूरत को भी पूरा कर रहीं हैं। रंगीन बाई ने खुशी जताते हुए कहा कि उसे अब अपने पति के ईलाज व दवाइयों के लिए उसे फिक्र करने की जरूरत नहीं पड़ रही है। उसने इस कल्याणकारी योजना को प्रारंभ करने के लिए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के प्रति आभार व्यक्त करते हुए उन्हें धन्यवाद ज्ञापित किया है।
निःशुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा बच्चों का मौलिक अधिकार : सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण
कोरबा। सत्येन्द्र कुमार साहू, प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कोरबा के निर्देशानुसार 12 जून 2024 को विश्व बाल श्रम निषेध दिवस के अवसर पर श्रम कल्याण केन्द्र, (जूनियर क्लब) सी.एस.ई.बी. कॉलोनी दर्री कोरबा में विधिक जागरूकता का कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कोरबा डिंपल के द्वारा बाल श्रम निषेध दिवस मनाये जाने के संबंध में जानकारी प्रदान करते हुए बताया गया कि वर्ष 1973 में अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन अभिसमय संख्या 138 बाल मजदूरी को 15 वर्ष से कम उम्र के किसी व्यक्ति द्वारा किये गये किसी आर्थिक गतिविधियों का उल्लेख करता है। बालकों के मौलिक अधिकार के संबंध में जानकारी देते हुए कहा गया कि संविधान में 6 वर्ष से 14 वर्ष तक के सभी बच्चों के लिए निःशुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा उपलब्ध कराया जाने के संबंध में प्रावधान किया गया है। निःशुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा हेतु बच्चों का अधिकार अधिनियम 2009, 06 से 14 वर्ष तक के बच्चों के लिए निःशुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा का प्रावधान करता है।
भारतीय संविधान के अनुच्छेद 24 में कारखाने आदि में बच्चों को काम पर लगाये जाने का निषेध किये जाने के संबंध में बताया गया कि 14 वर्ष से कम उम्र के किसी भी बच्चे को कारखाने, खदान में अथवा अन्य जोखिम भरे रोजगार में कार्य करने हेतु नियुक्त नहीं किया जाएगा। संविधान में प्रावधानित राज्य द्वारा अपनाई जाने वाली नीति निर्देशक सिद्धांत के अंतर्गत मजदूरों, पुरुषों एवं महिलाओं तथा कम उम्र के बच्चों को स्वास्थ्य तथा शक्ति का दुरुपयोग न हो तथा आर्थिक आवश्यकताओं से मजबूर होकर नागरिक ऐसे व्यवसायों में प्रवेश करने के लिये विवश न हों। जो उनकी उम्र एवं शक्ति के अनुकूल नहीं है, तथा बच्चों को स्वस्थ तरीके से तथा स्वतंत्र परिस्थितियों में गरिमा के साथ विकास के लिये अवसर एवं सुविधाएं दी जाएं, तथा शोषण से बचपन एवं युवावस्था की रक्षा किए जाने का दायित्व राज्य को सुनिश्चित किया जाना है। जिसके संबंध में राज्य द्वारा समय-समय पर बच्चों के संबंध में कानून में संशोधन किया जाता रहा है। मौलिक दायित्व संबंधी संविधान उल्लेख करता है कि भारत के प्रत्येक नागरिक जो माता-पिता अथवा अभिभावक का दायित्व है कि वह 6 से 14 वर्ष की आयु के सभी बच्चों को शिक्षा के लिये अवसर प्रदान करें। बाल श्रम प्रतिषेध एवं विनियमन 1986 में अधिसूचित खतरनाक क्षेत्रों में नियोजन पूर्णतः प्रतिबंधित है। उदाहरण के लिये बीड़ी बनाना, सीमेंट कारखानों में सीमेंट बनाना, फटाखे या बारूद बनाना, एवं सिंलाई जैसे खतरनाक क्षेत्रो में बाल श्रमिक नियोजित किये जाने पर दोषी नियोजक को सजा का प्रावधान है। बच्चों का किशोर न्याय (देखभाल और संरक्षण) अधिनियम 2002 के संक्षिप्त जानकारी दी गई।
राजेश कुमार आदिले, सहायक श्रम आयुक्त कोरबा के द्वारा बाल श्रम के प्रावधानों को विधिवत् पालन कराए जाने के संबंध में अवगत कराते हुए कहा कहा कि 14 साल के नीचे के बच्चों को घातक कारखाने/प्लांटों में कार्य ना कराने तथा उन पर भी निगरानी बरती जाने के संबंध में अवगत कराया गया।
संदीप बिसेन के द्वारा किशोर न्याय अधिनियम के अंतर्गत बच्चों के अधिकारों, उनकी देखभाल व संरक्षण पर आवश्यक कार्यवाही करते हुये, पालक को बच्चों पर विशेष ध्यान दिए जाने के संबंध में जानकारी दी गई। महिला बाल विकास विभाग की हेल्पलाइन नंबर 1098 में आवश्यक परिस्थिति से निःशुल्क कॉल किए जाने के संबंध में जानकारी प्रदान की गई। श्री फिरत राम साहू, वार्ड पार्षद के द्वारा बाल श्रम अंतर्गत मोहल्ले में पृथक से शिविर लगाए जाने के संबंध में पुनः विधिक जागरूकता शिविर लगाये जाने के संबंध में आग्रह किया गया है। श्रम विभाग अंतर्गत योजनाओं का क्रियान्वयन व आवश्यक प्रचार-प्रसार किये जाने के संबंध में जानकारी दी गई। मंच का संचालन श्रम निरीक्षक सुरेश कुर्रे द्वारा किया गया। उक्त अवसर श्रम निरीक्षण बी.पी. साहू, पैरालीगल वॉलिंटियर्स श्रीमती विजय लक्ष्मी सोनी, नारायण कैवर्त एवं अहमद खान के द्वारा विधिक सेवा योजनाओं के संबंध में पम्पलेट का वितरण किया गया।
नीति आयोग दिल्ली की टीम ने आकांक्षी विकासखण्डों का किया दौरा
कोरबा। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के मार्गदर्शन में नीति आयोग दिल्ली से शिवम मिश्रा (यंग प्रोफेशनल) द्वारा आकांक्षी ब्लॉक पोड़ीउपरोड़ा एवं कोरबा जनपद में चल रहे आकांक्षी विकासखण्ड कार्यक्रम की समीक्षा की गई। समीक्षा के दौरान शिक्षा, स्वास्थ्य-कुपोषण, कृषि, पशुपालन से संबंधित सूचकों पर विस्तार से चर्चा की गई एवं संबंधित विभागों से समन्वय कर कमियों को यथाशीघ्र दूर करने के निर्देश दिए गए। बैठक में अरविंद लकड़ा रूर्बन विशेषज्ञ, ब्लॉक फेलो तथा पिरामल फाउन्डेशन के अधिकारी उपस्थित रहे।
बैठक उपरांत टीम के द्वारा ग्राम पंचायत दोंदरो का दौरा किया गया, जहां महिला स्व-सहायता समूहों, बैंक सखी इत्यादि की उपस्थिति में समूहों द्वारा बनाये जा रहे उत्पादों, बाजार की उपलब्धि, आय-व्यय एवं इससे संबंधित चुनौतियों और समस्याओं पर चर्चा की गई तथा समस्याओं के निराकरण के सुझाव दिए गए।
इसके पश्चात् विकासखण्ड कोरबा के गढ़उपरोड़ा आयुष्मान आरोग्य मंदिर का निरीक्षण किया गया, इस दौरान वहां उपस्थित सी.एच.ओ. एवं आर.एच.ओ. के साथ संस्थागत प्रसव, प्रसव पूर्व देखभाल, गर्भवती महिलाओं के नियमित जांच एवं टी.बी. इत्यादि की अद्यतन जानकारी से टीम को अवगत कराया गया। इसके साथ ही गर्भवती महिला के घर जाकर उचित पोषण-बच्चे के स्वास्थ्य की जानकारी दी गई।
जमानत पर रिहा होते ही हत्या के आरोपी ने गवाह पर किया टांगी से हमला,
कोरबा। हत्या के मामले जेल से जमानत पर छूटकर अपने घर पहुंचे आरोपी ने मुख्य गवाह को जान से मारने के इरादे से उसके ऊपर टांग से हमला किया. इस घटना में गवाह की जान बाल-बाल बच गई, जिसे उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है.
मामला लेमरु थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पेंड्राडीह का है. पांच साल पहले आंतूराम ने एक भिखारी की हत्या कर दी थी. मामले में छोटकाराम व उसका पुत्र मुख्य गवाह था. इस मामले में आरोपी जेल में था.
शिक्षा की दिशा में किए जा रहे प्रयासों से बालिकाओं को लाभ के साथ-साथ आत्मविश्वास भी बढ़ा : उद्योग मंत्री श्री देवांगन
गोपालपुर स्थित स्वामी आत्मानंद शासकीय उत्कृष्ट अंग्रेजी विद्यालय में छात्रों को साइकिल वितरण कार्यक्रम में शामिल हुए मंत्री श्री देवांगन
रायपुर : विष्णु देव सरकार में बालिकाओं को शिक्षा के प्रति जागरूक करने और उन्हें स्कूल जाने के लिए प्रोत्साहित करने का काम कर रही है। “ग्रामीण इलाकों में शिक्षा की दिशा में किए जा रहे प्रयासों का सीधा फायदा बालिकाओं को मिल रहा है, और इससे उनका आत्मविश्वास भी बढ़ा है। उक्त बातें वाणिज्य उद्योग और श्रम मंत्री श्री लखन लाल देवांगन ने स्वामी आत्मानंद शासकीय उत्कृष्ट अंग्रेजी विद्यालय, गोपालपुर में मुख्यमंत्री सरस्वती साइकिल योजना के वितरण कार्यक्रम के दौरान कही।
मंत्री श्री देवांगन ने कहा की कक्षा 9 वीं में अध्ययनरत छात्राओं को कहा कि पैदल आने जाने की समस्या से निजात दिलाने के लिए मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने सरस्वती साइकिल योजना के तहत साइकिल वितरण का निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। मुख्यमंत्री की संवेदनशीलता का ही परिणाम है कि आज ग्रामीण क्षेत्र की छात्राएं साइकिल से स्कूल आना-जाना कर नियमित अध्ययन कर आगे बढ़ रही हैं। मंत्री श्री देवांगन ने कहा कि हमारी सरकार बेटियों को निःशुल्क पाठ्यपुस्तक, गणवेश प्रदान कर रही है, जिससे बेटियां पढ़-लिखकर अपने परिवार के साथ क्षेत्र का नाम रोशन करते हुए आगे बढ़े।
मंत्री श्री देवांगन ने कहा की सरस्वती साइकिल योजना की शुरुआत वर्ष 2004-2005 में डॉ. रमन सरकार के कार्यकाल में की गई थी, और तब से अब तक लाखों बालिकाओं को इस योजना के तहत साइकिल वितरित की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि शिक्षा ही समाज के विकास की नींव होती है और इस योजना के माध्यम से बालिकाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास किया जा रहा है। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में बालिकाओं की स्कूल छोड़ने की दर में भी कमी आई है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने बालिकाओं को शिक्षा के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए यह पहल की है, ताकि वे आसानी से स्कूल पहुंच सकें और उनकी शिक्षा में बाधा न आए। यह योजना न केवल उनकी शिक्षा को आगे बढ़ाने में मदद करती है, बल्कि उन्हें स्वावलंबी बनाने का एक प्रयास भी है।
मंत्री श्री देवांगन ने कहा कि कोरबा जिले के सभी शासकीय स्कूलों के मरम्मत के लिए डीएमएफ से राशि स्वीकृत की जा चुकी है। स्कूलों में नाश्ते की भी शुरुवात हो चुकी है। स्कूलों की सभी बुनियादी सुविधाएं अच्छे ढंग से उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है।
इस अवसर पर वार्ड क्रमांक 16 के पार्षद नरेंद्र देवांगन, पार्षद पुष्पा कंवर, दर्री मंडल अध्यक्ष ईश्वर साहू, शाला प्रबंधन समिति के अध्यक्ष रतिचंद देवांगन, मनोज यादव, मुकुंद सिंह कंवर स्कूल की प्राचार्य सीमा भारद्वाज समेत अधिक संख्या में शिक्षक और अभिभावक भी उपस्थित रहे।
राशनकार्ड नवीनीकरण की समय सीमा 31 अक्टूबर तक बढ़ी
कोरबा। खाद्य विभाग ने सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत प्रचलित अंत्योदय, प्राथमिकता, निराश्रित, निःशक्तजन एवं सामान्य (एपीएल) श्रेणी परिवार के
राशनकार्डो के नवीनीकरण के लिए समय-सीमा में 31 अक्टूबर तक वृद्धि कर दी है। राशन कार्ड नवीनीकरण हेतु राशन कार्ड में दर्ज सदस्यों में से किसी भी एक सदस्य
का ई-केवाईसी होना अनिवार्य है। राशन कार्ड नवीनीकरण हेतु जन सुविधा को ध्यान में रखते हुए खाद्य विभाग द्वारा एंड्राइड मोबाइल एप्प के माध्यम से घर बैठे
आनलाइन आवेदन करने की सुविधा प्रदान की गई है। खाद्य विभाग के विभागीय वेबसाइट से राशनकार्ड नवीनीकरण के लिए एंड्राइड मोबाइल एप्प (हितग्राही द्वारा)
व गूगल प्ले स्टोर से सीजी खाद्य ऐप को डाउनलोड कर राशन कार्ड का नवीनीकरण किया जा सकता है।जिन राशन कार्डधारियों को मोबाइल एप्प के माध्यम से
आवेदन करने में असुविधा हो रही है उनके द्वारा शासकीय उचित मूल्य की दुकान के मोबाइल एप्प के माध्यम से राशन कार्ड नवीनीकरण कराया जा सकता है। जिले
में 12 सितंबर की स्थिति में कुल 3,35,936 में से 3,14,788 राशन कार्ड का नवीनीकरण पूर्ण हो गया है। 21,148 राशनकार्डों का नवीनीकरण किया जाना शेष है।
कुसमुंडा जीएम कार्यालय के मुख्य द्वार का तालाबंदी कर किया प्रदर्शन
कोरबा। लंबित प्रकरणों का निराकरण कर सभी खातेदारों को रोजगार देने की मांग को लेकर भू-विस्थापितों ने एसईसीएल कुसमुंडा मुख्यालय के मुख्य द्वार को बंद कर प्रदर्शन किया। पांच घंटे तक चले आंदोलन के बाद प्रबंधन ने लिखित में आश्वासन दिया कि 14 सितंबर को बिलासपुर मुख्यालय के अधिकारियों के साथ बैठक कर समस्या का निराकरण का किया जाएगा। आंदोलन की वजह से कोई भी अधिकारी- कर्मचारी कार्यालय के अंदर नहीं जा सका और कामकाज प्रभावित रहा।
एसईसीएल कुसमुंडा क्षेत्र के भू विस्थापितों ने छत्तीसगढ़ किसान सभा की अगुवाई में भू-विस्थापितों ने आंदोलन किया। मुख्य द्वार में ताला लगाए जाने से कर्मियों के प्रवेश करने में दिक्कत हुई। इससे अधिकारियों और सुरक्षा कर्मियों के साथ भू-विस्थापितों की नोकझोंक भी हुई। 1045 दिन से कुसमुंडा मुख्यालय के सामने भू विस्थापित रोजगार एकता संघ के बेनर तले छत्तीसगढ़ किसान सभा के सहयोग से जमीन के बदले रोजगार की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। इस बीच कई बार खदान बंद के साथ वार्ता भी हुई।
आंदोलन के बाद सभाकक्ष में हुई बैठक में किसान सभा के प्रदेश संयुक्त सचिव प्रशांत झा ने कहा की सभी भू- विस्थापित जिनकी जमीन एसईसीएल ने अधिग्रहण किया है उन सभी खाते पर भू- विस्थापितों को स्थाई रोजगार देना होगा।
रोजगार के संबंध में एसईसीएल के मेन पावर और एलएंडआर के महाप्रबंधक के साथ बैठक में चर्चा कर निराकरण करने का आश्वासन कुसमुंडा महाप्रबंधक राजीव सिंह ने दिया। सकारात्मक चर्चा के बाद आंदोलन समाप्त किया गया।
प्रदर्शन में किसान सभा के प्रदेश अध्यक्ष जवाहर सिंह कंवर, बृजमोहन, अमृत बाई, अनिल बिंझवार, रघुनंदन, नरेश, कृष्ण कुमार,होरीलाल, सुमेंद्र सिंह, अनिरुद्ध, हरिशरण, विजय, जितेंद्र, गणेश, मानिक दास के साथ बड़ी संख्या में भू- विस्थापित उपस्थित रहे।
सड़क पर शव रखकर तीन घंटे चक्का जाम, मुआवजा की मांग
कोरबा। सड़क दुर्घटना में मृत व्यक्ति की शव को जिला मेडिकल कालेज अस्पताल के सामने बीच सड़क में रख कर पर स्वजनों ने चक्का जाम कर दिया। दस लाख मुआवजा और नौकरी की मांग को लेकर स्वजन तीन घंटे तक सड़क में बैठे रहे। पुलिस व जिला प्रशासन के अधिकारियों ने मांग पूरा करने का आश्वासन दिया तब जाकर आवागमन बहाल हुई।
शहर में सड़क दुर्घटना का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। घटना मंगलवार शाम चार बजे की है। जिला अस्पताल में आयुष्मान विभाग में संविदा आपरेटर के पद पर कार्यरत कांशीराम 26 वर्ष काम करने के बाद अपने घर पंडरीपानी जा रहा था। इस दौरान विपरीत दिशा से आ रही ट्रक ने उस ठोकर मार दिया दिया। जिससे उसकी घटना स्थल पर ही मौत हो गई।
नाराज स्वजनों ने घटना के दूसरे दोपहर एक बजे अस्पताल के सामने शव कर रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। चक्का जाम किए जाने से पीजी कालेज से कोसाबाड़ी मार्ग बाधित रहा। लोगाें को तानसेन चौक से तहसील कार्यालय मार्ग होते हुए आवागमन करना पड़ा। स्वजनों का कहना था कि मार्ग में भारी वाहनों के संचालन के अनुरूप सड़क का निर्माण किए बगैर अनुमति दी गई है।
आवागमन करने वाले राहगीर असुरक्षित हैंं। मृतक कांशीराम अपने घर का पालनहार था। उसकी मौत के बाद स्वजनों के लिए जीने का सहारा छिन गया है। नौकरी और 10 लाख रूपये मुआवजे की मांग पर अड़े स्वजनाें को मौके पर उपस्थित सीएसपी भूषण एक्का व तहसीलदार सत्यपाल राय ने समझाईस दी और मांग पूरा करने का आश्वासन दिया, तब कहीं जाकर लोगों ने आवागमन बहाल किया।
पखवाड़े भर पहले भी हो चुकी है दो की मौत
शहर से लगे सड़कों मे आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं। पखवाड़े भर पहले शराब पीकर वाहन चला रहे युवक ने कार की चपेट में दो बाइक सवारों को ले लिया। इससे दो लोगाें की मौत हो गई, वहीं एक घायल हो गया। सार्वजनिक स्थलों से लगे मार्ग में स्पीड ब्रेकर नहीं होने की वजह से दुर्घटनाएं हो रही हैं। शाम होते ही सड़क में वाहनों का दबाव सड़कों में बढ़ जाता है।
ऐतिहासिक महत्व के ग्राम कुदुरमाल में हो समुचित विकास : ज्योत्सना महंत
कोरबा। कोरबा लोकसभा क्षेत्र की सांसद ज्योत्सना चरणदास महंत ने उरगा में धार्मिक स्थल पहुंचकर कबीरपंथी सद्गुरुओं की समाधि में पहुंचकर नमन् करते हुए पूजा-अर्चना की। सांसद ने कुदुरमाल को विकसित करने की दिशा में प्रदेश सरकार से पहल करने की मांग की। कबीर पंथियों के ऐतिहासिक महत्व व प्रमुख धार्मिक स्थल कुदुरमाल पहुंचकर कबीर साहब के प्रथम वंशाचार्य समर्थ पुरुष मुक्तामणीनाम साहेब, तृतीय वंशाचार्य कुलपतनाम साहेब व गुरू गोस्वामी कालीदास साहेब की समाधि में पहुंचकर चादर चढ़ा चरण पादुका भेंट कर नमन् करते हुए आशीर्वाद मांगा। समाधि स्थल पहुंचकर सांसद ज्योत्सना महंत व पुत्र सूरज महंत, पीसीसी के संयुक्त महासचिव हरीश परसाई, श्रीमती ऊषा तिवारी, पोषक दास महंत, अजीत दास महंत, दर्शन मानिकपुरी, किरण चौरसिया सहित बड़ी संख्या में लोगों ने उपस्थिति दर्ज करा कर आरती में शामिल हुए और कुदुरमाल में स्थित प्राचीन हवेली और सन्तों के निवास पहुंचकर भेंट की। इस अवसर पर ट्रस्ट के सदस्य भारत वैभव शर्मा ने सांसद को बताया कि कुदुरमाल के विकास के लिए शासन स्तर पर व्यापक प्रयास किए जाने की आवश्यकता है, जिस पर सांसद ने सहमति जताते हुए कबीर साहब की ऐतिहासिक महत्व का क्षेत्र कुदुरमाल के विकास के लिए शासन स्तर पर जो भी प्रयास होंगे, उन्हें वे पूरी जिम्मेदारी से निभाएंगे। सांसद ने कहा कि दामाखेड़ा के महान संत व हम सबके गुरू प्रकाश मुनि नाम साहेब का निरंतर उन्हें आशीर्वाद मिलता रहा है, सांसद ने इस अवसर पर उपस्थित पुजारियों व ग्रामवासियों से साहेब बंदगी कर विदा लिया।
ऐतिहासिक महत्व के ग्राम कुदुरमाल में हो समुचित विकास : ज्योत्सना महंत
कबीर साहेब की समाधि में पहुंची कोरबा सांसद
कोरबा लोकसभा क्षेत्र की सांसद ज्योत्सना चरणदास महंत ने उरगा में धार्मिक स्थल पहुंचकर कबीरपंथी सद्गुरुओं की समाधि में पहुंचकर नमन् करते हुए पूजा-अर्चना की। सांसद ने कुदुरमाल को विकसित करने की दिशा में प्रदेश सरकार से पहल करने की मांग की। कबीर पंथियों के ऐतिहासिक महत्व व प्रमुख धार्मिक स्थल कुदुरमाल पहुंचकर कबीर साहब के प्रथम वंशाचार्य समर्थ पुरुष मुक्तामणीनाम साहेब, तृतीय वंशाचार्य कुलपतनाम साहेब व गुरू गोस्वामी कालीदास साहेब की समाधि में पहुंचकर चादर चढ़ा चरण पादुका भेंट कर नमन् करते हुए आशीर्वाद मांगा।
सौतेले पिता ने शराब के नशे में की 4 वर्षीय बेटे की हत्या, गिरफ्तार
कोरबा। कोरबा जिले के पहरी पारा इलाके में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक सौतेले पिता ने अपने चार साल के बेटे की हत्या कर दी। पुलिस ने जानकारी मिलते ही आरोपी पिता को गिरफ्तार कर लिया है। यह घटना उरगा थाना क्षेत्र की है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, आरोपी का नाम मंजीत कुर्रे है, जो पहरी पारा का निवासी है। बताया जा रहा है कि मंजीत ने कुछ महीने पहले रामशिला नामक महिला से प्रेम विवाह किया था और वह उसे और उसके बेटे को अपने घर में रखता था। मंजीत अक्सर अपनी पत्नी से बच्चे को दादा-दादी के पास छोड़ने की मांग करता था, जिसके कारण उनके बीच अक्सर झगड़े होते रहते थे।
घटना शनिवार रात की है जब मंजीत शराब के नशे में घर पहुंचा। उसने अपनी पत्नी से कहा, "तेरी जान है बेटा," और इसी बात पर विवाद शुरू हो गया। गुस्से में आकर मंजीत ने अपनी पत्नी को एक कमरे में बंद कर दिया और फिर बाहर खेल रहे चार साल के बेटे बिहान को पटक-पटक कर मार डाला।
घटना के बाद पुलिस को सूचना दी गई, जिसके बाद तुरंत कार्रवाई करते हुए पुलिस ने आरोपी मंजीत कुर्रे को गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है।
इस घटना ने इलाके में सनसनी फैला दी है, और लोगों में आक्रोश व्याप्त है।
निःशुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा बच्चों का मौलिक अधिकार : सचिव
कोरबा । सत्येन्द्र कुमार साहू, प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कोरबा के मार्गदर्शन एवं निर्देशानुसार दिनांक 12 जून 2024 को विश्व बाल श्रम निषेध दिवस के अवसर पर श्रम कल्याण केन्द्र, (जुनियर क्लब) सी.एस.ई.बी. कॉलोनी दर्री कोरबा में विधिक जागरूकता का कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कु. डिम्पल सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कोरबा के द्वारा बाल श्रम निषेध दिवस मनाये जाने के संबंध में जानकारी प्रदान करते हुये बताया गया कि वर्ष 1973 में अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन अभिसमय संख्या 138 बाल मजदूरी को 15 वर्ष से कम उम्र के किसी व्यक्ति द्वारा किये गये किसी आर्थिक गतिविधियों का उल्लेख करता है। बालकों के मौलिक अधिकार के संबंध में जानकारी देते हुये कहा गया कि संविधान में 6 वर्ष से 14 वर्ष तक के सभी बच्चों के लिये निःशुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा उपलब्ध कराया जाने के संबंध में प्रावधानिक किया गया है।
निःशुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा हेतु बच्चों का अधिकार अधिनियम 2009, छै से चौदह वर्ष तक के बच्चों के लिये निःशुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा का प्रावधान करता है। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 24 में कारखाने आदि में बच्चों को काम पर लगाये जाने का निषेध किये जाने के संबंध में बताया गया कि 14 वर्ष से कम उम्र के किसी भी बच्चे को कारखाने, खदान में अथवा अन्य जोखिम भरे रोजगार में कार्य करने हेतु नियुक्त नहीं किया जावेगा। संविधान में प्रावधानित राज्य द्वारा अपनाई जाने वाली नीति निर्देशक सिद्धांत के अंतर्गत मजदूरों, पुरूषों एवं महिलाओं तथा कम उम्र के बच्चों को स्वास्थ्य तथा शक्ति का दुरूपयोग न हो तथा आर्थिक आवश्यकताओं से मजबूर होकर नागरिक ऐसे व्यवसायों में प्रवेश करने के लिये विवश न हों।
जो उनकी उम्र एवं शक्ति के अनुकुल नहीं है, तथा बच्चों को स्वस्थ तरीके से तथा स्वतंत्र परिस्थितियों में गरिमा के साथ विकास के लिये अवसर एवं सुविधाऐं दी जायें, तथा शोषण से बचपन एवं युवावस्था की रक्षा किये जाने का दायित्व राज्य को सुनिश्चित किया जाना है। जिसके संबंध में राज्य द्वारा समय -समय पर बच्चों के संबंध में कानून मंे संशोधन किया जाता रहा है। मौलिक दायित्व संबंधी संविधान उल्लेख करता है कि भारत के प्रत्येक नागरिक जो माता-पिता अथवा अभिभावक का दायित्व है कि वह 6 से 14 वर्ष की आयु के सभी बच्चों को शिक्षा के लिये अवसर प्रदान करें। बाल श्रम प्रतिषेध एवं विनियमन 1986 में अधिसूचित खतरनाक क्षेत्रों में नियोजन पूर्णतः प्रतिबंधित है। उदाहरण के लिये बीड़ी बनाना, सीमेंट कारखानों में सीमेंट बनाना, फटाखे या बारूद बनाना, एवं सिंलाई जैसे खतरनाक क्षेत्रो में बाल श्रमिक नियोजित किये जाने पर दोषी नियोजक को सजा का प्रावधान है। बच्चों का किशोर न्याय(देखभाल और संरक्षण) अधिनियम 2002 के संक्षिप्त जानकारी दी गई।
राजेश कुमार आदिले, सहायक श्रम आयुक्त कोरबा के द्वारा बाल श्रम के प्रावधानों को विधिवत पालन कराए जाने के संबंध में अवगत कराते हुये कहा कहा कि 14 साल के नीचे के बच्चों को घातक कारखाने/प्लांटों में कार्य ना कराने तथा उन पर भी निगरानी बरती जाने के संबंध में अवगत कराया गया। संदीप बिसेन के द्वारा किशोर न्याय अधिनियम के अंतर्गत बच्चों के अधिकारों, उनकी देखभाल व संरक्षण पर आवश्यक र्कावाही करते हुये, पालक को बच्चों पर विशेष ध्यान दिए जाने के संबंध में जानकारी दी गई। महिला बाल विकास विभाग की हेल्पलाईन नंबर 1098में आवयक परिस्थिति से निःशुल्क कॉल किए जाने के संबंध में जानकारी प्रदान की गई।
फिरत राम साहू, वार्ड पार्षद के द्वारा बाल श्रम अंतर्गत मोहल्ले में पृथक से शिविर लगाए जाने के संबंध में पुनः विधिक जागरूकता शिविर लगाये जाने के संबंध में आग्रह किया गया है। श्रम विभाग अंतर्गत योजनाओं का क्रियान्वयन व आवश्यक प्रचार-प्रसार किये जाने के संबंध में जानकारी दी गई। मंच का संचालन श्रम निरीक्षक सुरेश कुर्रे द्वारा किया गया। उक्त अवसर श्रम निरीक्षण बी.पी. साहू, पैरालीगल वॉलीण्टियर्स विजय लक्ष्मी सोनी, नारायण केवर्त एवं अहमद खान के द्वारा विधिक सेवा योजनाओं के संबंध में पाम्पलेट का वितरण किया गया।
जिले में कानून व्यवस्था के लिए प्रभारी कलेक्टर ने ली बैठक
कोरबा । आयुक्त नगर निगम एवं प्रभारी कलेक्टर प्रतिष्ठा ममगाई ने बुधवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जिले में कानून व्यवस्था को लेकर पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने जिले में कानून व्यवस्था कायम रखने अधिकारियों के लिए आवश्यक निर्देश दिए।
बैठक में प्रभारी कलेक्टर ने निर्देश दिए कि जिले में बिना अनुमति के धरना प्रदर्शन, रैली-जुलूस आदि ना किए जाएं। असामाजिक गतिविधियों पर पुलिस एवं प्रशासन की पैनी नजर रखी जाए। उन्होंने कहा कि पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी आपसी समन्वय एवं तालमेल से सौहार्दपूर्ण वातावरण में स्थानीय समस्याओं धार्मिक मुद्दों आदि को गंभीरता से सुलझाएं। उन्होंने निर्देश दिए कि अनुविभागीय अधिकारी एवं एसडीओपी आपसी समन्वय से सामाजिक प्रतिनिधियों की बैठक लेकर सौहार्द्रपूर्ण माहौल में स्थानीय मुद्दों का निराकरण करें, कहीं पर भी संवाद शून्यता नहीं होना चाहिए।
बैठक में आईपीएस अधिकारी रविंद्र मीणा, एडिशनल एसपी यूबीएस चौहान, नेहा वर्मा, अपर कलेक्टर दिनेश कुमार नाग, अनुपम तिवारी, डिप्टी कलेक्टर विकास चौधरी, डीएसपी बी. मिंझ, प्रतिभा मरकाम, एसडीएम कटघोरा सरोज महिलांगे, तहसीलदार राहुल देव पाण्डेय आदि उपस्थित थे।
पीईटी व पीपीएचटी प्रवेश परीक्षा, उड़नदस्ता नियुक्त
कोरबा । व्यापमं द्वारा आयोजित पीईटी व पीपीएचटी प्रवेश परीक्षा 13 जून 2024 दिन गुरूवार को दो पालियों में आयोजित होगी। परीक्षा केंद्रों के आकस्मिक निरीक्षण हेतु उड़नदस्ता दल नियुक्ति की गई है, जिसके अंतर्गत सहायक सांख्यिकी अधिकारी कोरबा एम. आर. डहरिया, व्याख्याता शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कुदुरमाल टी. डी. टोण्डे तथा व्याख्याता सेजेस गोपालपुर ललिता पटेल को उड़नदस्ता नियुक्त किया गया है।
उक्त परीक्षा के लिए कलेक्टर कार्यालय कोरबा के कक्ष क्रमांक 06 वरिष्ठ लिपिक या परीक्षा शाखा में अस्थायी कंट्रोल रूम स्थापित कर अधिकारी-कर्मचारियों की ड्यूटी परीक्षा दिवस को प्रातः 9 बजे से परीक्षा समाप्ति तक के लिए लगाई गई है। जिसके अंतर्गत सहायक ग्रेड-02 कृष्ण गोपाल कंवर जिला कार्यालय कोरबा तथा भृत्य ज्योति वेंकटेश्वरलू जिला कार्यालय कोरबा की ड्यूटी निर्धारित की गई है।
शांति समिति की बैठक 14 को
कोरबा । जिले में ईद-उल-जुहा (बकरीद) पर्व शांतिपूर्वक मनाए जाने हेतु जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक 14 जून 2024 दिन शुक्रवार को शाम 04 बजे कलेक्ट्रेट सभा कक्ष में आयोजित की गई है। बैठक में संबंधित अधिकारी-कर्मचारियों/सदस्यों को उपस्थित होने हेतु कहा गया है।
नशामुक्त भारत अभियान के तहत ली गई शपथ
कोरबा । जिला पंचायत कार्यालय में सोमवार को नशामुक्त भारत अभियान के तहत जिला पंचायत के अधिकारी कर्मचारियों ने विकसित भारत का मंत्र, भारत हो नशे से स्वतंत्र- नशा मुक्त भारत बनाने की शपथ ली। कर्मचारियों ने स्वयं नशामुक्त रहने एवं अपने परिवार, दोस्तों और समुदाय को भी नशामुक्ति हेतु प्रोत्साहित करने, नशे की दवाओं के हानिकारक प्रभावों और नशामुक्त जीवन के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने की प्रतिज्ञा लेकर एक स्वस्थ मजबूत और अधिक समृद्ध राष्ट्र को बढ़ावा देने वाले नशा मुक्त भारत के दृष्टिकोण में योगदान देने की शपथ ली।
ईंट उठाने वाले हाथों में है अब चाक, नौकरी से बदलेगी पहाड़ी कोरवा की तकदीर
नौकरी के साथ ही पहाड़ी कोरवा सागर की सज गई नई उम्मीदें
पहले रोजी-मजदूरी करता था, अब शिक्षक के रूप में निभा रहे जिम्मेदारी
रायपुर : पहाड़ी कोरबा सागर कुछ माह पहले तक एक मजदूर था। हाथ में कुछ काम नहीं होने की वजह से वह गाँव में एक ठेकेदार के पास जाकर ईंट ढोने का काम किया करता था। इससे उन्हें जी भर के परिश्रम करनी पड़ती थी और पैसे भी कम मिलते थे। घर में माता-पिता की जिम्मेदारी उठाने और अपना खर्च निकालने के लिए सागर को यह काम हर हाल में तब भी करना पड़ता था जब कभी उसे शारीरिक थकावट महसूस होती थी। वह चाहकर भी ऐसी नौकरी नहीं कर पा रहा था, जिससे उसका ईंट ढोने के कार्य से पीछा छूटे।
विशेष पिछड़ी जनजाति के पहाड़ी कोरवा सागर के लिए रोजी-रोटी की व्यवस्था एक बड़ी चुनौती बन गई थी, क्योंकि उनके हाथों को हर दिन काम मिल जाए यह भी जरूरी नहीं था। इसी बीच मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के निर्देश पर जिला प्रशासन द्वारा जब जिले के विशेष पिछड़ी जनजाति वर्ग के योग्य बेरोजगार युवकों को नौकरी देने की शुरुआत की गई तो पहाड़ी कोरवा सागर ने भी अपना आवेदन जमा किया। पहाड़ी कोरवा सागर के दस्तावेजों की जाँच के पश्चात उसका चयन कर लिया गया। विषम परिस्थितियों में रहकर गरीबी के बीच मजदूरी करने वाला पहाड़ी कोरवा सागर के हाथ से अब कोई ईंट नहीं उठता बल्कि इन्हीं परिश्रमी हाथों को चाक और किताबों का साथ मिल गया है। पहाड़ी कोरवा सागर अब प्राथमिक शाला के विद्यार्थियों को शिक्षा देकर आगे बढ़ने का संदेश दे रहा है।
कोरबा ब्लॉक के ग्राम चीतापाली में पदस्थ पहाड़ी कोरवा सागर ने बहुत संघर्षों से बारहवीं पास किया। इस बीच कोई काम नहीं होने की वजह से वह अपने पिता की तरह मजदूरी का काम करने लगा। जंगल से निकलकर पहले पढ़ाई फिर मजदूरी करना और घर का खर्च उठाना यह सब उसके संघर्षमय जीवन की कहानी थी। सागर ने बताया कि पिताजी सहित उनके परिवार के अधिकांश सदस्य बहुत गरीब है और उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था कि वह बारहवीं तक की पढ़ाई कर पायेगा। सागर ने बताया कि 2022 में 12वीं पास करने के बाद उन्हें मजदूरी करनी पड़ती थी। इस बीच ट्रैक्टर में ईंट उठाकर डालने और उसे ढो कर उतारने का काम करना पड़ता था। इस बीच शरीर में दर्द होने के बाद भी काम करना पड़ता था। सागर ने बताया कि उन्हें यकीन नहीं होता कि वह शिक्षक बन गया है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के निर्देश पर जिला प्रशासन द्वारा हम पहाड़ी कोरवाओं को नौकरी देकर बहुत बड़ा उपकार किया गया है। उन्होंने बताया कि नौकरी लगने से घर-परिवार से लेकर रिश्तेदारों और समाज में खुशी का वातावरण है। पहाड़ी कोरवा सागर का कहना है कि अब उसकी पूरी दिनचर्या बदल गयी है। स्कूल में पढ़ाने के साथ ही बहुत कुछ सीखने को भी मिल रहा है जो आने वाले समय में अपने बच्चों को सिखाने के काम आएंगे। स्कूल में टाइम के अनुसार उन्हें पढ़ाना होता है। इस कार्य से उसे बहुत खुशी महसूस हो रही है। वह कहता है कि नौकरी भले ही उन्हें डीएमएफ से मानदेय आधार पर मिली है लेकिन यह उसकी खुशियों की वह सीढ़ी है जिससे आने वाले कल का नया भविष्य तैयार हो पायेगा और आर्थिक स्थिति भी मजबूत बन पाएगी।
नीलकंठ कंपनी ने किया बेरोजगार, प्रभावित मिले सांसद से
कोरबा। एसईसीएल कुसमुंडा क्षेत्र में आऊटसोर्सिंग पर काम कर रही नीलकंठ कंपनी के द्वारा मनमानी करते हुए अनेक कामगारों को बेरोजगार कर दिया गया है। रोजगार छिनने से लोग परेशान हैं। उन्होंने नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत और सांसद ज्योत्सना चरणदास महंत से भेंट कर समस्या बताई। साथ ही यथास्थिति बहाल कराने की मांग की।
बेरोजगारों ने नेता द्वय को एक ज्ञापन सौंपा जिसमें बताया गया कि वे सभी ड्राइवर व ऑपरेटर के तौर पर कुसमुंडा माईंस में काम करते रहे हैं। नीलकंठ कंपनी में उनका नियोजन हुआ था, जिसने अपना काम बंद कर हमें बाहर कर दिया है। इससे ठेका कर्मी बेकार हो गए हैं। उनके परिवार का पालन-पोषण करने में दिक्कत हो रही है। प्रभावितों ने बताया है कि कुसमुंडा खदान में नीलकंठ कंपनी का 9 वर्ष का नया टेंडर हुआ है इसलिए उन्हें कुसमुंडा खदान में इस कंपनी में नियोजित कराने के लिए आवश्यक कार्रवाई किया जाए। नेता द्वय से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपने के दौरान रूपेश कुमार रंजन सागर, सिरजू दास, रामकुमार चन्द्रा, जयकिशन दास, संजय यादव, विजय कैवर्त, लाल सिंह, शोभनाथ, आशुतोष सिंह, संतोष यादव शामिल थे।