छत्तीसगढ़ / महासमुंद
महिला सशक्तिकरण की मिसालः शेर ग्राम की सुआ महिला समूह ने तारजाली निर्माण को आजीविका का साधन बनाया
महासमुंद : महासमुंद विकासखंड के ग्रामीण अंचल की महिलाएं स्वसहायता समूह से जुड़कर सामाजिक एवं आर्थिक उत्थान की मिसाल कायम कर रही है। बिहान योजना से जुड़ी महिलायें विभिन्न आजीविका को अपने रोजगार का साधन बना रही है। ग्राम पंचायत शेर की सुआ महिला स्वसहायता समूह की महिलायें तार जाली का निर्माण कर खेत-खलिहानों व बागड़ काम में आने वाली विभिन्न प्रकार की लोहे के तार की जाली का निर्माण कर रही। बिहान योजना से जुड़ी महिलायें विभिन्न आजीविका को अपने रोजगार का साधन बना रही है।
स्व सहायता समूह की महिलाओं के जज्बे के आगे अब लोहा भी नतमस्तक होता प्रतीत होता है। जब महिलाएं अपने कोमल हाथों से अपनी और परिवार की अच्छी परवरिश आजीविका के रूप में फेंसिंग तार जाली का निर्माण कर रही है। इस समूह के द्वारा अब तक 3000 बंडल तार जाली का निर्माण कर लिया गया है, जिसको सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थाओं में विक्रय कर लगभग 6 लाख का आय प्राप्त कर चुकी है।
समूह की अध्यक्ष श्रीमती दिव्या नायक बताती है कि समूह में जुड़ने से पहले किसी दूसरे के यहां तार जाली बनाने का कार्य करने जाती थी। तक़रीबन तीन साल पहले बिहान अंतर्गत समूह से जुड़ने हेतु प्रेरित किया गया और समूह से जुड़ कर महिलाएं कैसे आत्मनिर्भर बन सकती है कैसे खुद का स्वयं व्यवसाय कर सकती है सबकी जानकारी मिली। हम सब 11 महिलाएं मिलकर, सुआ महिला स्व सहायता समूह का गठन किया। गठन उपरांत समूह को आरएफ की राशि 15000 रुपये अनुदान के रूप में प्रदाय किया गया साथ ही 2 लाख का ऋण भी समूह को प्रदाय किया गया। अन्य के यहां से तारजाली कार्य सीखने के बाद स्वयं का तार जाली बनाने का काम शुरू किया। प्राप्त ऋण से मशीन और संबंधित सामग्री खरीदी और उत्पादन करना शुरू किया। बिहान योजना से मिले सहयोग की वजह से आज हम सब बहने आत्मनिर्भर बने है।
मालूम हो कि स्व सहायता समूह की महिलाएं अक्सर सामुदायिक आर्थिक विकास के लिए साथ मिलकर काम करती हैं। समूह के माध्यम से महिलाएं संयुक्त रूप से धन जुटा सकती हैं, लोन ले सकती हैं, और व्यापारिक क्रियाओं में शामिल हो सकती हैं। इसके अलावा, इन समूहों में महिलाएं आपस में ज्ञान और अनुभव साझा कर सकती हैं, जिससे उनका विकास होता है और उन्हें सामाजिक समरसता की दिशा में भी मदद मिलती है।
ये महिलाएं विभिन्न काम करके अपने परिवारों को पालने और अपने जीवनस्तर में सुधार करने का संघर्ष कर अपनी क़िस्मत बदल रही है और समाज में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। इस तरह के महिला समूहों की साहस, संघर्ष, और सफलता को प्रकट करती हैं, और अन्य महिलाओं को समृद्धि की ओर बढ़ने में मदद करती हैं। इन समूहों में महिलाएं साथियों के साथ आर्थिक संगठन और विकास के लिए आगे आ रही है।
अवैध उत्खनन करते दो चैन माउंटेन मशीन जप्त
महासमुंद। कलेक्टर विनय कुमार लंगेह के निर्देश पर खनिज विभाग द्वारा आज सिरपुर क्षेत्र में रेत के अवैध उत्खनन परिवहन की शिकायत पर कार्यवाही करते हुए ग्राम खड़सा में रेत के अवैध उत्खनन में लिप्त चैन माउंटेन मशीन टाटा हिताची को नदी क्षेत्र से जप्त किया गया। वहीं सिरपुर क्षेत्र में खनिज विभाग की टीम द्वारा कार्यवाही करते हुए ग्राम केडियाडीही के नदी क्षेत्र से एक चैन माउंटेन लोडर मशीन को जप्त किया गया। अवैध उत्खनन कर्ताओं द्वारा मशीन को नदी क्षेत्र में उत्खनन के पश्चात उत्खनन क्षेत्र से दूर छुपाया गया था जिसमें जांच दल द्वारा चैन मुंडे के निशान को देख कर मशीनों का पता लगाया गया। सभी मशीनों को जप्त कर थाना तुमगांव की अभिरक्षा में सुपुर्द किया गया।
ज्ञात हो कि रेत के अवैध उत्खनन तथा परिवहन की शिकायत पर खनिज विभाग एवं राजस्व विभाग के दल ने 23 से 25 अक्टूबर तक रात्रि गश्त करते हुए सिरपुर क्षेत्र से 09 हाईवा वाहनों के विरुद्ध अवैध परिवहन का प्रकरण दर्ज किया गया था।
'हर घर जल' का सफल मॉडल बना हरदा ग्राम
महासमुंद : महासमुंद जिले के दूरस्थ वनांचल क्षेत्र में स्थित हरदा गांव में पीने के पानी की समस्या लंबे समय से ग्रामीणों के लिए चुनौती बनी हुई थी। लेकिन जल जीवन मिशन के तहत किए गए विशेष प्रयासों से आज हरदा गांव को “हर घर जल“ गांव के रूप में घोषित कर दिया गया है। यह सफलता न केवल गांव के विकास की निशानी है, बल्कि ग्रामीणों के जीवन में एक नया अध्याय भी है।
पहले ग्रामीणों को पीने के पानी के लिए दूर-दराज के जलस्रोतों से पानी लाना पड़ता था। महिलाओं को रोज़ाना लंबी दूरी तय करनी पड़ती थी, जिससे उनका समय और ऊर्जा नष्ट होती थी। जल स्रोत सीमित होने और सुविधाएं न होने के कारण कई बार ग्रामीणों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था। कार्यपालन अभियंता श्री देव प्रकाश वर्मा के मार्गदर्शन में हरदा में घर-घर तक पानी पहुंचाने के लिए नल कनेक्शन बिछाने का कार्य तेजी से पूरा किया गया। वनांचल क्षेत्र होने के कारण पाइप लाइन बिछाने में चुनौतियां जरूर आईं, लेकिन अधिकारियों और पंचायत के समर्पण ने इस कार्य को सफलतापूर्वक संपन्न किया।
गांव में सभी घरों तक नल कनेक्शन पूरा होने के बाद ग्राम पंचायत हरदा में “हर घर जल उत्सव“ मनाया गया। इस कार्यक्रम में सरपंच मोंगरा बाई जगत और सचिव अमर सिंह सिदार ने इस उपलब्धि की जानकारी ग्रामीणों के साथ साझा की। अब गांव के हर घर में पाइपलाइन के माध्यम से शुद्ध पेयजल पहुंचाया जा रहा है। इस योजना से पानी की कमी की समस्या पूरी तरह खत्म हो गई है, जिससे ग्रामीणों की जीवनशैली में सकारात्मक बदलाव आया है।
योजना के संचालन के लिए ग्राम जल एवं स्वच्छता समिति का गठन किया गया है, जिसे अब पानी की आपूर्ति की पूरी जिम्मेदारी सौंपी गई है। ठेकेदार से संचालन की जिम्मेदारी पंचायत को सौंपते हुए गांव के पंप ऑपरेटर का चयन भी किया गया है। पंप ऑपरेटर के मानदेय और रखरखाव के लिए प्रति घर 40 रुपये का मासिक शुल्क तय किया गया है।
इस अवसर पर सरपंच, सचिव, मितानिन दीदियों, जिला समन्वयक, और ग्रामीणों ने उत्सव के रूप में जल की इस उपलब्धि का जश्न मनाया। सभी ने मिलकर यह सुनिश्चित करने का संकल्प लिया कि गांव में पानी की आपूर्ति निरंतर बनी रहे और भविष्य में किसी को जल संकट का सामना न करना पड़े। हरदा गांव अब “हर घर जल“ का सफल मॉडल बन गया है, जहां हर घर में पीने का साफ पानी उपलब्ध है। इस परियोजना ने गांव के जीवन को खुशहाल बना दिया है। महिलाओं को अब पानी के लिए लंबी दूरी तय नहीं करनी पड़ती, और उनके समय की बचत से वे अन्य गतिविधियों में अधिक योगदान दे रही हैं।
6 दोपहिया वाहन चोरी करने वाले 2 शातिर चोर गिरफ्तार
महासमुंद। जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्र से पुलिस ने 2 चोरों से 6 बाइक बरामद की है। दोनों महासमुंद और रायपुर में चोरी की वारदात को अंजाम देते थे। ग्राम पारसमणी निवासी हिमसागर दास ने 12 अक्टूबर की शाम दूर्गा पूजा करने गया था। जब वह लौटा तो बाइक गायब थी आसपास खोजबीन की लेकिन बाइक कही नहीं मिली।
पीड़ित ने 13 अक्टूबर को साकरा थाना पहुंचकर चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराई। सांकरा पुलिस को 20 अक्टूबर को मुखबिर से सूचना मिली कि दो
संदिग्ध व्यक्ति बाइक में सवार होकर पिथौरा से बसना की ओर जा रहे हैं।
आरोपियों को पुलिस ने नाकेबंदी कर रोका और मोटरसाइकिल के संबंध में पूछताछ की। संदेहियों ने किसी प्रकार का दस्तावेज नहीं होना बताया।
बाइक में पिथौरा थाना क्षेत्र के गोपालपुर निवासी चमन कंवर पिता नित्यानंद कंवर (19), भोजराज बारिहा पिता राजकुमार बारिहा ( 22 ) सवार थे। पुलिस टीम शंका के आधार पर पूछताछ की, आरोपियों ने दशहरा के दिन दुर्गा पंडाल के सामने से बाइक चोरी करना बताया।
दोनों आरोपियों ने कड़ाई से पूछताछ करने पर साकरा, सरायपाली, तुमगांव और रायपुर से भी बाइक चोरी करना स्वीकार किया। पुलिस दोनों के पास से 6 बाइक बरामद की है।
बैठक में कलेक्टर ने की धान खरीदी की तैयारियों की समीक्षा
राज्योत्सव 5 नवम्बर को मनाया जाएगा
महासमुंद। कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने मंगलवार सुबह 10 बजे से समय सीमा की बैठक लेकर विभिन्न विभागीय योजनाओं और कार्यक्रमों के क्रियान्वयन की समीक्षा की। उन्होंने धान खरीदी की सभी आवश्यक तैयारियां पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 की समर्थन मूल्य पर धान खरीदी हेतु सभी उपार्जन केंद्रों पर सभी ज़रूरी व्यवस्थाएँ समय रहते पूरी कर ली जाए। बैठक में सीईओ जिला पंचायत एस. आलोक, वनमंडलाधिकारी पंकज राजपूत, अपर कलेक्टर रवि कुमार साहू एवं जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद थे।
उन्होंने मुख्यमंत्री जनदर्शन, कलेक्टर जन चौपाल, जन शिकायत और अन्य प्राप्त पत्रों की निराकरण के लिए संबंधित विभाग के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। कलेक्टर लंगेह ने कहा कि पात्र छूटे हुए लोगों का आयुष्मान कार्ड आवश्यक शिविर लगाकर बनाएं। ताकि हर जरूरतमंद व्यक्ति इस योजना का लाभ उठा सके। साथ ही उन्होंने कहा कि राशन कार्ड नवीनीकरण और ई-केवाईसी के लिए भी जनपद के सीईओ खाद्य विभाग के साथ मिलकर विशेष कार्रवाई करें। कलेक्टर ने अधिकारियों को स्कूल, आंगनबाड़ी, छात्रावासों का नियमित निरीक्षण कर रिपोर्ट देने के निर्देश भी दिए है। कलेक्टर ने ज़िले के सभी एसडीएम को पटाखा विक्रय स्थलों पर समुचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए। एसडीएम एवं खाद्य औषधि प्रसाशन के अधिकारियों को आगामी त्यौहार को ध्यान में रखते हुए खाद्य प्रतिष्ठानों की जाचं एवं सतत निगरानी करने के निर्देश दिए है।
बैठक में खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में समर्थन मूल्य पर धान एवं मक्का खरीदी हेतु किसान पंजीयन के संबंध में व्यापक समीक्षा की गई। बैठक में कलेक्टर ने कहा कि खरीफ विपणन 2024-25 में समर्थन मूल्य पर धान और मक्का की खरीदी के लिए किसानों का पंजीयन एक जुलाई से चल रहा है, जो 31 अक्टूबर तक चलेगा। पंजीयन के लिए सभी किसान अपने क्षेत्र के ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी, सहकारी समिति प्रबंधक से संपर्क कर नया पंजीयन करा सकते हैं।
उन्होंने कैरी फारवर्ड हेतु एकीकृत किसान पोर्टल में छुटे हुए कृषकों के पंजीयन करने के लिए एसडीएम एवं नोडल अधिकारी को एक सप्ताह के भीतर निराकरण करने के निर्देश दिये। अनुविभागीय अधिकारियों को फसल बीमा प्रयोग एवं प्रत्येक ग्राम के औसत उत्पादकता के आधार पर जिले के औसत धान उत्पादन की जानकारी तैयार कर उपलब्ध कराने को कहा। साथ ही ग्रामवार पड़त भूमि का सत्यापन कराने, धान के अतिरिक्त लगाये गये अन्य फसल की जानकारी का प्रमाण पत्र पटवारियों से 25 अक्टूबर तक लेने को कहा। जिले में गिरदावरी रिपोर्ट के आधार पर आगामी धान खरीदी की तैयारियां करने के निर्देश दिये। उन्होंने ऐसे कृषकों की जानकारी उपलब्ध कराने को कहा जो किसान विगत वर्षो में समर्थन मूल्य में धान बिक्री नहीं किए है यदि चालू सीजन में धान विक्रय के लिए पंजीयन करते है तो इसकी जानकारी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व एवं तहसीलदार को देने को कहा।
बैठक में कृषकों के पंजीकृत रकबा का एप्प के माध्यम से पटवारियों एवं कृषि विभाग के ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों द्वारा रेण्डम सत्यापन करने को कहा गया। जिसे तहसील स्तर पर 5 प्रतिशत कुल पंजीकृत रकबा का, 5 प्रतिशत जिला स्तर पर और दो प्रतिशत राज्य स्तर के अधिकारियों द्वारा किया जायेगा। इसके लिए सत्यापन दल का गठन करने के निर्देश दिये। जिला स्तर पर भी जांच दल का गठन एवं उनका प्रशिक्षण कराने के निर्देश दिये। कलेक्टर लंगेह ने शासन द्वारा जिले के संवेदनशील धान खरीदी केन्द्रों के अतिरिक्त ऐसे समस्त केन्द्रों के पहचान करने को कहा, जहां विगत वर्ष 1 प्रतिशत की अधिक की कमी या धान के निराकरण में कठिनाई हुई हो। इस दौरान गत खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में जिन धान उपार्जन केन्द्र को संवेदनशील श्रेणी में रखा गया था। उन केन्द्रों में विशेष निगरानी रखने के निर्देश दिये। उन्होंने सीमावर्ती क्षेत्र के लिए विशेष जांच दल का गठन करने एवं गत वर्ष अनुसार 16 चेकपोस्ट में रोस्टरवार अधिकारी-कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाएगी। उन्होंने धान के रख-रखाव के लिए उपार्जन केन्द्रां में मानक स्टेकिंग और ड्रेनेज मटेरियल की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। उन्होंने धान की सम्भावित अवैध बिक्री और परिवहन पर भी अभी से सतर्क रहने और तैयारी करने के निर्देश दिए हैं।
बैठक में कलेक्टर ने कहा कि धान समर्थन मूल्य पर विक्रय करने हेतु एकीकृत किसान पोर्टल पर पंजीयन कराना अनिवार्य होगा। विगत खरीफ वर्ष 2023-24 में पंजीकृत किसानों को आगामी खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 के लिए पंजीकृत माना जाएगा एवं इसके लिए विगत खरीफ वर्ष 2023-24 में पंजीकृत किसानों की दर्ज भूमि एवं धान के रकबे एवं खसरे को राजस्व विभाग के माध्यम से अद्यतन करा लिया जाए।
बैठक में कलेक्टर ने जिले में 05 नवम्बर को राज्योत्सव की तैयारी के संबंध में भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि जिले में राज्योत्सव गरिमापूर्ण ढंग से मनाया जाएगा जिसके लिए अधिकारी दिए गए जिम्मेदारियों का निर्वहन गंभीरता से करें। उन्होंने पीएम जनमन, नशा मुक्ति अभियान, प्रधानमंत्री आवास योजना, आगामी रबी फसल की तैयारी के संबंध में भी समीक्षा की। कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि जिले में चल रहे विकास कार्यों और जनकल्याणकारी योजनाओं को प्राथमिकता के साथ क्रियान्वित करें तथा निगरानी करते रहें ताकि सभी वर्गों के लोगों को योजनाओं का लाभ समय पर मिल सके।
सांकरा क्षेत्र में दो अवैध क्लीनिक सील
महासमुंद। अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) के नेतृत्व में राजस्व और स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त टीम ने क्षेत्र का आकस्मिक दौरा करते हुए दो अवैध रूप से संचालित क्लीनिकों को सील कर दिया। इन क्लीनिकों का संचालन बिना वैध दस्तावेज और उचित अनुमति के किया जा रहा था।
इस दौरान टीम ने ’’चन्द्रहास क्लीनिक’’ और ’’बंगाली क्लीनिक’’ का निरीक्षण किया, जहां कई प्रकार की अनियमितताएं पाई गई। क्लीनिकों के पास आवश्यक लाइसेंस और पंजीकरण नहीं थे। संयुक्त टीम ने दोनों क्लीनिकों में उपलब्ध दवाइयां, चिकित्सा उपकरण और उपचार सामग्री को तत्काल जप्त कर लिया।
अनुविभागीय अधिकारी ने बताया कि ’’अवैध रूप से संचालित चिकित्सा केंद्रों’’ पर नकेल कसने के लिए इसी प्रकार की सख्त कार्रवाई आगे भी की जाएगी। ताकि आम जन को गुणवत्तापूर्ण और सुरक्षित स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें।
पीएम जनमन आवास योजना से सीमा को मिला सुरक्षित आश्रय
महासमुंद। पीएम जन-मन योजना अंतर्गत प्रधानमंत्री आवास योजना लोगों के जीवन में खुशियों की सौगात लेकर आई है। प्रधानमंत्री आवास योजना के माध्यम से समाज के कमजोर वर्गों को आज अपना खुद का मकान मिल रहा है। इसी कड़ी में ग्राम सालहेभाटा की निवासी श्रीमती मीना कमार का परिवार वर्षों से एक पक्के घर का सपना देख रहा थ।
श्रीमती सीमा ने बताया कि वे पति रमेश कमार, सास और दो छोटे बच्चों के साथ एक कच्चे मकान में रह रही थीं। इस मकान में हर मौसम की मार ने उनके जीवन को बेहद कठिन बना दिया था। उनके पति मजदूरी करके परिवार का पालन-पोषण कर रहे है, लेकिन आर्थिक तंगी के चलते वे कभी पक्का मकान बनवाने का सपना पूरा नहीं कर सके। सीमा का हमेशा से सपना था कि उनका भी एक पक्का और सुरक्षित घर हो, जहां वह अपने परिवार के साथ सुकून से रह सकें। एक दिन उनके पति को प्रधानमंत्री आवास योजना के बारे में जानकारी मिली, जिसके तहत बेघर और कच्चे मकानों में रहने वालों को पक्के मकान दिए जा रहे थे। उन्होंने तुरंत आवेदन किया। सर्वेक्षण के बाद अधिकारियों ने उनके परिवार को इस योजना के लिए पात्र पाया, और जल्द ही उनके खाते में आवास निर्माण के लिए धनराशि स्थानांतरित कर दी गई। सीमा ने अपने सपने को हकीकत में बदलने के लिए खुद निर्माण कार्य में योगदान दिया और मजदूरी भी की। उन्होंने बताया कि, “पहले तो ये सब मुझे एक सपने जैसा लगता था, लेकिन अब हमारा पूरा परिवार पक्के मकान में सुरक्षित और खुशी से रह रहा है।
प्रधानमंत्री आवास योजना के साथ ही प्रधानमंत्री जनमन योजना के तहत उनके परिवार के सभी सदस्यों के आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड और बैंक खाते भी बनाए गए। बैंक खाता खोलने से परिवार को आर्थिक प्रबंधन में सुविधा मिली, और अब वे छोटी-छोटी बचत कर अपने बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए योजनाएं बना रहे हैं। इस योजना ने केवल उन्हें एक घर नहीं दिया, बल्कि आत्मनिर्भरता की दिशा में भी प्रेरित किया है। सीमा कमार ने प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री साय का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह योजना उनके परिवार के लिए एक वरदान साबित हुई है।
कलेक्टर ने ली जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक
महासमुंद। कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जिला स्तरीय टास्क फोर्स समिति की बैठक का आयोजन किया। इस बैठक में बाल श्रम (निषेध और नियमन) के लिए किए गए कार्यों की जानकारी ली गई।
कलेक्टर ने सभी सदस्यों और स्वयंसेवी संस्थाओं को निर्देशित किया कि वे समन्वय स्थापित कर प्रतिमाह बालक और कुमार श्रम (प्रतिषेध और विनियमन) नियम 2017 की धारा 17 सी(2) के तहत संयुक्त निरीक्षण की कार्रवाई करें। उन्होंने बताया कि ऐसे बच्चों की जानकारी, जो एक माह से विद्यालय में अनुपस्थित हैं, जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा जिला नोडल अधिकारी श्रम विभाग को उपलब्ध कराई जाएगी। इन चिन्हांकित बच्चों को सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत औपचारिक प्राथमिक शिक्षा प्रदान करने के लिए शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 की धारा 4 के तहत उचित आयु वर्ग की औपचारिक शालाओं में प्रवेश दिया जाएगा। कलेक्टर ने होटल, ढाबों और औद्योगिक संस्थानों में सतत निरीक्षण करने के निर्देश भी दिए हैं।
जिला स्तरीय टास्क फोर्स के नोडल अधिकारी डी.एन. पात्र ने बताया कि समिति के माध्यम से संयुक्त टीम द्वारा 1 से 30 जून 2024 तक 09 एवं 1 से 30 अगस्त 2024 तक 23 संस्थानों में निरीक्षण कार्रवाई किया गया तथा 26 संस्थानों को धारा 12 अंतर्गत उल्लंघन पाए जाने पर नोटिस जारी किया गया है। बैठक में टास्क फोर्स के सदस्य मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत एस. आलोक, अपर कलेक्टर रवि कुमार साहू, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पी. कुदेशिया, जिला शिक्षा अधिकारी मोहन राव सावंत, जिला कार्यक्रम अधिकारी समीर पाण्डेय, श्रम पदाधिकारी डी.एन. पात्र एवं संचालक निदान सेवा परिषद सुरेश शुक्ला सहित अन्य जिला अधिकारी उपस्थित थे।
जन चौपाल में मिले 47 आवेदन, कलेक्टर ने दिए निराकरण के निर्देश
महासमुंद। जिला कार्यालय में हर मंगलवार को आयोजित जन चौपाल में जिले के दूरस्थ क्षेत्रों से पहुंचे लोगों ने कलेक्टर विनय कुमार लंगेह से एक-एक कर मुलाकात की और उनके समक्ष अपनी मांगे व समस्याएं रखी। जन चौपाल में आज अलग-अलग समस्याओं के निराकरण हेतु कुल 47 आवेदन प्राप्त हुए। कलेक्टर ने प्रकरणों के अनुसार संबंधित अधिकारियों को आवेदन प्रेषित करते हुए यथाशीघ्र नियमानुसार निराकरण के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही उन्होंने महत्वपूर्ण प्रकरणों को समय सीमा में दर्ज कर आवश्यक कार्यवाही हेतु संबंधित अधिकारी को प्रेषित किया। जनसुनवाई में वनमंडलाधिकारी पंकज राजपूत, जिला पंचायत सीईओ एस. आलोक, अपर कलेक्टर रवि कुमार साहू सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
जन चौपाल में महासमुंद सिरगिड़ी के जीवराखन साहू ने पेंशन दिलाने, तुमगांव के मनोहर यादव ने आर्थिक सहायता राशि के लिए, पिथौरा परसदा की गंधर्वी यादव ने नया राशन कार्ड बनवाने, बागबाहरा के भगतराम यादव ने राजस्व अभिलेख में आवेदक का नाम दर्ज कराने, लालपुर के लुमन ध्रुव ने अनुकम्पा नियुक्ति के लिए तथा बसना बनडबरी के जामबाई बिंझवार ने त्रुटि सुधार के लिए कलेक्टर को आवेदन सौंपे। इसी तरह आवेदकों द्वारा प्रधानमंत्री आवास, राशन कार्ड, जाति प्रमाण पत्र, अतिक्रमण हटाने एवं अन्य योजनाओं से संबंधित आवेदन कलेक्टर को सौंपे गए। कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को मांग एवं समस्याओं से संबंधित प्राप्त आवेदनों का नियमानुसार तत्काल निराकरण के निर्देश दिए।
उल्लेखनीय है कि कलेक्टर की निगरानी एवं देखरेख में प्राथमिकता से जन चौपाल में प्राप्त आवेदनों का निराकरण किया जा रहा है। जन चौपाल में दूरस्थ क्षेत्रों से अपनी समस्या लेकर पहुंचने वाले अनेक आवेदकों से कलेक्टर ने कहा कि जिला मुख्यालय आने से पूर्व एक बार संबंधित क्षेत्र के एसडीएम, जनपद सीईओ और तहसीलदार को अपना आवेदन अवश्य दें। वहां कार्यवाही नहीं होने पर कलेक्टर जनचौपाल में आएं, ताकि आवागमन में व्यर्थ पैसे और समय बर्बाद न करना पड़े।
बुधराम की दिव्यांगता से नहीं, आत्मनिर्भरता से बनी पहचान
महासमुंद। महासमुंद ज़िले के लखनपुर, झलप निवासी बुधराम साहू, जो 70 प्रतिशत अस्थि बाधित हैं। उन्होंने अपनी दिव्यांगता को कभी अपने सपनों की राह में रोड़ा नहीं बनने दिया। उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत और समर्पण से न केवल अपने परिवार का भरण-पोषण किया बल्कि एक सफल व्यवसायी के रूप में भी अपनी पहचान बनाई।
साहू की प्रेरणादायक यात्रा तब शुरू हुई जब समाज कल्याण विभाग ने उन्हें मोटराइज्ड ट्राइसाइकिल प्रदान की। इस ट्राइसाइकिल ने उनके जीवन में नया मोड़ लाया, जिससे उन्हें आस-पास के गांवों में साग-सब्जी, मशरूम, इमली चॉकलेट जैसी चीजें बेचकर अपनी आजीविका शुरू करने का अवसर मिला। यह ट्राइसाइकिल उनकी स्वतंत्रता का प्रतीक बन गई और उनके जीवन को गतिशील एवं आर्थिक रूप से सुदृढ़ बनाया।
वर्तमान में, साहू 40 बत्तख और 80 देशी मुर्गियों का पालन कर रहे हैं। उनकी मुर्गियाँ प्रतिदिन अंडे देते हैं, चूजों में परिवर्तित उन्हें अतिरिक्त आमदनी प्राप्त होती है। बुधराम साहू ने यह साबित कर दिया है कि दिव्यांगता कभी भी सफलता की राह में बाधा नहीं बन सकती।
बुधराम ने बताया कि समाज कल्याण विभाग द्वारा, उन्हें मुर्गी पालन व्यवसाय के लिए 95 हजार रुपए का ऋण प्रदान किया गया। उन्होंने इस अवसर का भरपूर लाभ उठाया और धीरे-धीरे अपने मुर्गी पालन व्यवसाय को सफलतापूर्वक विकसित किया। उनकी कड़ी मेहनत का परिणाम यह रहा कि वे हर महीने लगभग 15 हजार रुपए की आमदनी करने लगे। उन्होंने अपने ऋण की पूरी राशि समय से पहले ब्याज सहित चुका दी, जिसके फलस्वरूप सरकार ने ब्याज की राशि उन्हें सब्सिडी के रूप में वापस कर दी।
कलेक्टर लंगेह ने शूटिंग खिलाड़ी मेघा तिवारी की उपलब्धियों पर दी बधाई
महासमुंद। कलेक्टर विनय कुमार लंगेह से आज कलेक्ट्रेट कार्यालय में शूटिंग खिलाड़ी मेघा तिवारी ने मुलाकात की। कलेक्टर ने उनकी उपलब्धियों पर बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। मेघा तिवारी ने हाल ही में महासमुंद में सम्पन्न हुए ’27वें ऑल इंडिया फॉरेस्ट स्पोर्ट्स मीट’ में शानदार प्रदर्शन करते हुए दो पदक जीते। उन्होंने ’प्रोन 50 मीटर महिला ओपन राइफल शूटिंग’ में ’गोल्ड मेडल’ तथा ’एवीएम राइफल शूटिंग 50 मीटर महिला ओपन’ में ’सिल्वर मेडल’ हासिल किया।
इससे पहले, मेघा तिवारी ने 26वें ऑल इंडिया फॉरेस्ट स्पोर्ट्स मीट 2023 में जो पंचकुला हरियाणा में आयोजित हुआ था, राइफल शूटिंग में ’एक गोल्ड’ और ’एक सिल्वर मेडल’ जीती थी। उनके इस उत्कृष्ट प्रदर्शन से क्षेत्र का गौरव बढ़ा है। कलेक्टर ने उनकी उपलब्धियों की सराहना करते हुए भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन की सराहना करते हुए भविष्य में जिले का नाम रोशन करने कड़ी मेहनत करने के लिए प्रेरित किया। इसके पूर्व अभी हाल ही में पेरिस ओलम्पिक में शूटिंग में दो पदक जीतने वाली मनु भाकर से बारनवापारा प्रवास के दौरान मुलाकात कर उनसे जरूरी मार्गदर्शन भी लिए। ओलम्पिक विजेता कु. मनु भाकर ने भी कु. मेघा की हौसला आफजाई करते हुए निरंतर कड़ी मेहनत और अभ्यास करने के सुझाव दिए। कु. मेघा ने बताया कि उन्हें बचपन से ही शूटिंग का शौक था । वे लगातार राज्य और राष्ट्रीय स्तर के प्रतियोगिताओं में शामिल हो रही है। इसका श्रेय उन्होंने अपने पिता सुरेश तिवारी, परिवारजनों और कोच एवं साथी खिलाड़ियों को दिए हैं।
कलेक्टर श्री लंगेह ने शूटिंग खिलाड़ी मेघा तिवारी की उपलब्धियों पर दी बधाई
निरंतर कड़ी मेहनत और अभ्यास के लिए हौसला आफजाई की
कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह से आज कलेक्ट्रेट कार्यालय में शूटिंग खिलाड़ी कु. मेघा तिवारी ने मुलाकात की। कलेक्टर ने उनकी उपलब्धियों पर बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। मेघा तिवारी ने हाल ही में महासमुंद में सम्पन्न हुए ’27वें ऑल इंडिया फॉरेस्ट स्पोर्ट्स मीट’ में शानदार प्रदर्शन करते हुए दो पदक जीते। उन्होंने ’प्रोन 50 मीटर महिला ओपन राइफल शूटिंग’ में ’गोल्ड मेडल’ तथा ’एवीएम राइफल शूटिंग 50 मीटर महिला ओपन’ में ’सिल्वर मेडल’ हासिल किया।
इससे पहले, कु. मेघा तिवारी ने 26वें ऑल इंडिया फॉरेस्ट स्पोर्ट्स मीट 2023 में जो पंचकुला हरियाणा में आयोजित हुआ था, राइफल शूटिंग में ’एक गोल्ड’ और ’एक सिल्वर मेडल’ जीती थी। उनके इस उत्कृष्ट प्रदर्शन से क्षेत्र का गौरव बढ़ा है। कलेक्टर ने उनकी उपलब्धियों की सराहना करते हुए भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन की सराहना करते हुए भविष्य में जिले का नाम रोशन करने कड़ी मेहनत करने के लिए प्रेरित किया। इसके पूर्व अभी हाल ही में पेरिस ओलम्पिक में शूटिंग में दो पदक जीतने वाली मनु भाकर से बारनवापारा प्रवास के दौरान मुलाकात कर उनसे जरूरी मार्गदर्शन भी लिए। ओलम्पिक विजेता कु. मनु भाकर ने भी कु. मेघा की हौसला आफजाई करते हुए निरंतर कड़ी मेहनत और अभ्यास करने के सुझाव दिए। कु. मेघा ने बताया कि उन्हें बचपन से ही शूटिंग का शौक था । वे लगातार राज्य और राष्ट्रीय स्तर के प्रतियोगिताओं में शामिल हो रही है। इसका श्रेय उन्होंने अपने पिता श्री सुरेश तिवारी, परिवारजनों और कोच एवं साथी खिलाड़ियों को दिए हैं।
एसडीएम ने की अवैध रेत डंपिंग पर कारवाई
महासमुंद। सरायपाली एसडीएम नम्रता चौबे ने बिना अनुमति के डंप किये गए रेत के भंडारण पर आज जप्ती की कारवाई की है। सरायपाली के ग्राम चट्टी गिरोला मे चंदन अग्रवाल द्वारा निजी जमीन पर 14 घन मीटर के हिसाब से 12 ढेर अर्थात 168 घन मीटर रेत का भण्डारण किया गया था। जिसे एसडीएम द्वारा औचक निरीक्षण के दौरान पंचनामा कर जप्त की गई। साथ ही उसी स्थान से एक हाइवा मे रेत का परिवहन करते हुए भी पाया गया,जिसे जप्त कर सिंघोड़ा थाना मे अभिरक्षा मे रखा गया है। इस दौरान नायब तहसीलदार श्री हरी प्रसाद भोई भी मौजूद थे। ज्ञात है की जिले मे कलेक्टर विनय लंगेह के निर्देश पर अवैध रेत उत्तखनन, परिवहन और भण्डारण पर सतत कारवाई की जा रही है।
बागबाहरा जनपद पंचायत में कौशल पखवाड़ा का आयोजन
महासमुंद । विभिन्न रोजगार व स्वरोजगारोन्मुखी विषयों में निशुल्क आवासीय कौशल प्रशिक्षण देने जाने के लिए "कौशल पखवाड़ा" का आयोजन 14 से 30 अक्टूबर तक ब्लॉक व ग्राम पंचायत स्तर पर किया जा रहा है। इसके तहत आज जनपद पंचायत बागबाहरा द्वारा आज कौशल पखवाड़ा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के दौरान प्रशिक्षण प्राप्त करने के इच्छुक हितग्राहियों के लिए विभिन्न विभागों द्वारा स्टाल लगाए गए थे। जिसमें प्रशिक्षण से संबंध विभाग,जनपद, स्व सहायता समूहो , श्रम विभाग आदि शामिल थे।
प्रशिक्षण के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाने और उन्हें रोजगार के नए अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से इस पखवाड़े का आयोजन किया गया। स्टालों के माध्यम से इच्छुक व्यक्तियों को विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों की जानकारी दी गई और मौके पर ही आवेदन भराए गए। इन प्रशिक्षण कार्यक्रमों द्वारा ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को स्वरोजगार और कौशल विकास के क्षेत्र में मदद करना है।कार्यक्रम के दौरान अतिथियों द्वारा चयनित स्वयं सहायता समूहों को चेक वितरण कर सम्मानित किया गया। यह चेक उन समूहों को उनके सफल कार्यों और भविष्य की योजनाओं के लिए प्रोत्साहन स्वरूप प्रदान किए गए। इस अवसर पर जनपद पंचायत के अधिकारी, जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित थे।
कौशल पखवाड़ा के तहत युवाओं और महिलाओं को मुख्य रूप से लक्षित किया गया, ताकि उन्हें विभिन्न क्षेत्रों में कुशल बनाया जा सके और वे आत्मनिर्भर बन सकें। पखवाड़े के आयोजन का उद्देश्य था कि ग्रामीण युवाओं को स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर मिलें और उन्हें बड़े शहरों की ओर पलायन करने की आवश्यकता न हो।
सामान्य प्रशासन समिति की बैठक 21 को
महासमुंद। सामान्य प्रशासन समिति की बैठक जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती उषा पटेल की अध्यक्षता में 21 अक्टूबर को दोपहर 12 बजे जिला पंचायत के सभाकक्ष में रखी गई है। बैठक में शिक्षा विभाग, कृषि विभाग, पीडब्ल्यूडी. विभाग, वन विभाग, समाज कल्याण विभाग से संबंधित एवं अन्य विषयों पर चर्चा की जाएगी। सर्व संबंधितों को बैठक में जानकारी के साथ उपस्थित होने कहा गया है।
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना से सुपोषित हुआ कान्हा
महासमुंद जिले में 11 हजार माताओं को 4 करोड़ की सहायता
महासमुंद। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना केंद्र शासन द्वारा गर्भवती एवं शिशुवती महिलाओं को अपने और अपने बच्चे की स्वास्थ्य की देखभाल और इस अवस्था में मजदूरी राशि की भरपाई हो पाए इस उद्देश्य से यह योजना प्रारंभ की गई है। कलेक्टर विनय लंगेह के मार्गदर्शन और जिला कार्यक्रम अधिकारी समीर पांडे के नेतृत्व में समस्त पात्र महिलाओं का विशेष अभियान चलाकर योजना से लाभान्वित किया जा रहा है।
जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी अजय साहू ने बताया कि योजना में अब तक प्रथम प्रसव वाले पंजीकृत 8534 में से 7050 लाभान्वित तथा द्वितीय प्रसव बालिका के रूप में पंजीकृत 3180 में से 2756 बालिकाओं को लाभान्वित किया गया है। इस प्रकार जिले में कुल 11 हजार 557 माताओं को कुल राशि 4 करोड़ 11 लाख 88 हजार रुपए की राशि का भुगतान किया जा चुका है। इस योजना से प्राप्त राशि का उपयोग माताएं स्वस्थ्य एवं निरोगी बच्चे जन्म ले इस हेतु कर रहे है।
एकीकृत बाल विकास परियोजना पिथौरा के ग्राम राजा डेरा की रहने वाली रोशनी यादव के जीवन में एक महत्वपूर्ण बदलाव तब आया, जब उसने पहली बार गर्भवती होने का सुखद अनुभव पाया। इस नए सफर को आसान और सुरक्षित बनाने में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता नूरा ठाकुर’ और प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की अहम भूमिका रही। गर्भवती होने के बाद, नूरा ठाकुर ने रोशनी का आंगनवाड़ी में पंजीकरण किया और सभी स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराईं। गर्भावस्था के दौरान ज़रूरी ’’टीकाकरण’’ सुनिश्चित किया गया, जिससे वह स्वस्थ बनी रहें। जब नूरा ने रोशनी को बताया कि पहली बार गर्भवती होने पर वह ’’प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना’’ की पात्र हैं, तो रोशनी ने तुरंत आवेदन कर दिया। कुछ ही दिनों में योजना के तहत 3,000 रुपए की पहली किस्त उनके ’’बैंक खाते’’ में जमा हो गई।
आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ने रोशनी को सलाह दी कि वह इस राशि से पोषण पेटी तैयार करें, जिसमें चना, गुड़, तिल, फल्लीदाना, और फल जैसे पौष्टिक आहार शामिल हों। रोजाना इन चीजों का सेवन करने से रोशनी का हीमोग्लोबिन स्तर 11 ग्राम हो गया, जिससे वह गर्भावस्था के दौरान हमेशा ऊर्जावान और स्वस्थ रहीं। नौ महीने बाद, रोशनी ने नॉर्मल डिलीवरी के जरिए 3 किलो 700 ग्राम के स्वस्थ बच्चे कान्हा को जन्म दिया। माँ और बच्चा दोनों स्वस्थ थे, और यह उनके सही पोषण और समय पर की गई देखभाल का नतीजा था। बच्चे के साढ़े तीन माह का टीकाकरण पूरा होने के बाद, रोशनी को प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की दूसरी किस्त’’ के रूप में 2,000 रुपए और मिले। इस राशि के सही उपयोग को सुनिश्चित करने के लिए परियोजना अधिकारी पिथौरा और पर्यवेक्षक ने रोशनी के घर जाकर उसे फिर से पोषण पेटी तैयार करने के लिए प्रेरित किया। पोषण पेटी और नियमित स्वास्थ्य सेवाओं का फायदा उठाते हुए, आज रोशनी और उसका बेटा दोनों ही स्वस्थ और निरोगी हैं।
स्व सहायता समूह की महिलाएं कर रहीं फैंसी स्टोर्स का संचालन
महासमुंद। पिथौरा ब्लॉक के ग्राम लामीडीह की महिलाओं ने अपने दृढ़ संकल्प और परिश्रम से एक नई सफलता की इबारत लिखी है। एकीकृत बाल विकास परियोजना पिथौरा के अंतर्गत “दुर्गा महिला स्व सहायता समूह“ को छत्तीसगढ़ महिला कोष से फैंसी स्टोर्स के संचालन हेतु 2 लाख रुपये का ऋण प्रदान किया गया। इस समूह में कुल 11 सदस्य हैं, जो सामूहिक रूप से दुकान का संचालन करते हैं।
समूह की सचिव श्रीमती चित्ररेखा चंद्राकर, जो शिक्षित हैं, समूह के लेन-देन और हिसाब-किताब का प्रबंधन करती हैं। समूह की अध्यक्ष, श्रीमती शीतला गौतम के नेतृत्व में, समूह ने “दुर्गा फैंसी स्टोर्स“ की स्थापना की, जो अब ग्रामीण क्षेत्र की एक महत्वपूर्ण दुकान बन चुकी है। प्रतिदिन दुकान की बिक्री लगभग 500 से 600 रुपये होती है। समूह के सदस्य हर सप्ताह बैठक लेकर बिक्री और खर्चों का हिसाब-किताब करते हैं। हर तीन महीने में सामग्री की लागत निकालने के बाद 50 प्रतिशत लाभांश समूह के सभी सदस्यों में बांटा जाता है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हो रहा है।
दुकान के माध्यम से समूह न केवल आत्मनिर्भर बन रहा है, बल्कि स्थानीय समुदाय भी रोज़मर्रा की आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध करा रहा है। समूह की नियमित रूप से जमा की गई किश्तों ने उनके व्यवसाय को सफल बनाया है। यह कहानी उन सभी ग्रामीण महिलाओं के लिए प्रेरणा बन गई है जो आत्मनिर्भरता की राह पर आगे बढ़ना चाहती हैं।