छत्तीसगढ़ / महासमुंद
सड़क सुरक्षा - जीवन रक्षा विषय पर विकासखण्ड स्तरीय वाद-विवाद प्रतियोगिता सम्पन्न
महासमुंद, 27 अगस्त 2025
सड़क सुरक्षा - जीवन रक्षा विषय पर विकासखण्ड स्तरीय वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन बागबाहरा में गरिमामय ढंग से सम्पन्न हुआ। प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने सड़क सुरक्षा के महत्व पर तार्किक एवं प्रभावशाली विचार प्रस्तुत किए। इस प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए सेजेस कोमाखान समूह ने प्रथम, सेजेस बागबाहरा ने द्वितीय तथा हायर सेकंडरी स्कूल बकमा घुंचापाली ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
कार्यक्रम में अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) बागबाहरा श्री उमेश कुमार साहू ने अपने उद्बोधन में कहा कि सड़क दुर्घटनाएँ केवल आँकड़े नहीं हैं, बल्कि प्रत्येक दुर्घटना किसी परिवार के सपनों का टूटना और जीवन की पीड़ा है। भारत में सड़क सुरक्षा एक गंभीर चुनौती है और इसका समाधान तभी संभव है जब हर नागरिक स्वयं जिम्मेदारी लेते हुए यातायात नियमों का पालन करे। हेलमेट, सीट बेल्ट, ट्रैफिक सिग्नल और गति सीमा केवल औपचारिकताएँ नहीं, बल्कि जीवन रक्षा के कवच हैं। युवा पीढ़ी को आगे आकर समाज में जागरूकता फैलानी होगी और स्वयं उदाहरण प्रस्तुत करना होगा। आज की प्रतियोगिता में छात्रों ने जिस गंभीरता से अपने विचार रखे, वह दर्शाता है कि हमारी नई पीढ़ी परिवर्तन लाने के लिए तैयार है।
थाना प्रभारी श्री नितेश सिंह ने कहा कि पुलिस का उद्देश्य चालान काटना नहीं, बल्कि लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। हम चाहते हैं कि हर नागरिक सड़क पर स्वयं अनुशासित रहे। हेलमेट और सीट बेल्ट जीवन के रक्षक कवच हैं, जिन्हें किसी भी परिस्थिति में नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। सड़क सुरक्षा नियमों का पालन स्वयं करना और दूसरों को प्रेरित करना हर नागरिक की जिम्मेदारी है। छोटे-छोटे कदम ही बड़ी दुर्घटनाओं को रोक सकते हैं। इस अवसर पर तहसीलदार श्री हरीशकान्त ध्रुव, विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी श्री के.के. वर्मा, तथा सहायक विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी श्री रामता डे भी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में नोडल अधिकारी हीरा सिंह नायक, प्राचार्य सेजेस कोमाखान तथा शिक्षक गण विजय शर्मा, देवानन्द वेदव्यास, मनीष अवसरिया, भूपेंद्र निराला, गेंदलाल यादव, हीरेन्द्र देवांगन, निर्णायक अजय अग्रवाल, मन्नू कुर्रे, हरीश चौहान, कुमत राम ध्रुव, नितिन जैन हीरेन्द्र उपाध्याय सहित विभिन्न विद्यालयों के शिक्षकों ने सक्रिय सहभागिता निभाई। निर्णायक मंडल द्वारा निष्पक्ष निर्णय देकर विजेता विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम का वातावरण उत्साह, प्रेरणा और जागरूकता से परिपूर्ण रहा। कार्यक्रम में उपस्थित जनों ने संकल्प लिया कि सड़क सुरक्षा ही जीवन रक्षा है और इसे अपने जीवन का अनिवार्य हिस्सा बनाएँगे।
सराईपाली में भू-माफिया की दबंगई, पुरखों के जंगल को JCB से रौंदा
महासमुंद। जिले के सराईपाली में प्रशासनिक संरक्षण या चूक भू-माफिया के हौसले इतने बुलंद हैं कि उन्होंने निजी जमीन की आड़ में उस ऐतिहासिक वन भूमि पर ही जेसीबी चलवा दी, जो सौ साल से 'बड़ेझाड़ का जंगल' के नाम से सरकारी दस्तावेजों में दर्ज है। खुलेआम हो रही इस लूट का जब ग्राम के एक आम नागरिक ने पर्दाफाश किया, तब जाकर कुंभकर्णी नींद में सोए प्रशासन ने आनन-फानन में कार्रवाई का दिखावा करते हुए काम पर रोक लगाई है।
यह सनसनीखेज मामला पैकिन गांव का है, जहां परसदा निवासी पूर्णोबाई पटेल (प्रदीप पटेल) ने खरीदी गई जमीन के बहाने सरकारी रास्ते और चारागाह को समतल करना शुरू कर दिया। जब दबंगई और रसूख के सामने जागरूक ग्रामीणों के साथ लिंगराज दास एवं युवाओं ने इस लूट के खिलाफ आवाज उठाने का साहस दिखाया और तहसीलदार के दफ्तर में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत जब अफसरों की मेज पर पहुंची और धूल फांक रही थी तब पुरानी फाइलों को खंगाला गया, तो जो सच सामने आया, और प्रमुखता से खबर प्रकाशित किया गया जिसके बाद सच्चाई सबके सामने आई कि 1929-30 के मिसल बंदोबस्त में विवादित भूमि (खसरा क्र. 606, 610) 'बड़ेझाड़ का जंगल' थी और 1955-56 में 'अमराई बाग'। यह है कि जो भूमि ब्रिटिश हुकूमत से लेकर आजाद भारत के शुरुआती दौर तक जंगल और बाग के रूप में दर्ज थी, वह आखिर भू-माफिया के हाथों में कैसे पहुंच गई।
आन फानन में जांच आदेश
क्या राजस्व विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत से यह पूरा खेल खेला गया मामले के तूल पकड़ते और ऐतिहासिक दस्तावेज सामने आने के बाद, प्रशासन ने अपनी लाज बचाने के लिए 18 अगस्त को स्थगन आदेश जारी किया और 20 अगस्त को एक जांच टीम गठित कर दी। अब 1 सितंबर की तारीख महज एक पेशी नहीं, बल्कि प्रशासन की नीयत और रसूखदारों के गठजोड़ के खिलाफ उसकी कार्रवाई की अग्निपरीक्षा है। देखना यह है कि जांच की लीपापोती होती है या फिर इस 'जंगल' के लुटेरों पर कानून का शिकंजा कसता है।
आदि सेवा केन्द्रों की स्थापना की जाएगी
महासमुंद। जनजातीय कार्य मंत्रालय भारत सरकार द्वारा जनजातीय बाहुल्य ग्रामों में शासन की योजनाओं को अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने हेतु “आदि कर्मयोगी” नामक नई पहल की गई है।
इस अभियान के अंतर्गत जिले से चयनित 6 अधिकारियों ने राज्य स्तरीय प्रशिक्षण प्राप्त कर जिला मास्टर ट्रेनर का सम्मान हासिल किया है।
आज जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में किया गया। जिसमें अभियान की विस्तृत और उद्देश्यों के संबंध में जानकारी दी गई।
कलेक्टर विनय कुमार लंगेह की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यशाला में आदिवासी विकास विभाग द्वारा बताया गया कि प्रधानमंत्री जनजातीय न्याय महाअभियान (पीएम जनमन) और धरती आबा जनजातीय उत्कर्ष अभियान संचालित किए जा रहे हैं। जिले में निवासरत विशेष पिछड़ी जनजाति (कमार) के लिए 9 अलग अलग मंत्रालयों के 11 प्रकार के कार्यों से संतृप्ति का कार्य किया जा रहा है। जनमन योजना अंतर्गत जिले में विशेष पिछड़ी जनजाति कमार के 77 बसाहटों के 940 परिवारों (3306 जनसंख्या) को आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड, राशन कार्ड, बैंक खाता, जाति प्रमाणपत्र जैसे जरूरी दस्तावेज उपलब्ध कराए जा रहे हैं। साथ ही सामुदायिक उत्थान हेतु प्रधानमंत्री आवास, स्वच्छ पेयजल, बिजली और सड़क जैसी मूलभूत सुविधाओं का भी विकास किया जा रहा है। वहीं धरती आबा अभियान अंतर्गत जिले के 308 जनजातीय बाहुल्य ग्रामों में 17 मंत्रालयों की 25 योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ हेमंत नंदनवार, अपर कलेक्टर सचिन भूतड़ा, रवि कुमार साहू सहित जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद थे।
पूर्व में जिला प्रशासन द्वारा शिविरों के माध्यम से योजनाओं का लाभ पहुंचाने का प्रयास किया जाता था, लेकिन अपेक्षित परिणाम न मिलने पर अब इस कार्यशैली को आदि कर्मयोगी अभियान के रूप में नई दिशा दी गई है। इसमें विकास कार्यों को तीन स्तर पर आगे बढ़ाया जाएगा। जिसमें पहला आदि कर्मयोगी तैयार करना। इनमें राज्य, जिला एवं ब्लॉक स्तर पर प्रशिक्षित मास्टर ट्रेनर तैयार किए जाएंगे।
दूसरे क्रम में आदि सहयोगी की टीम बनाई जाएगी। जिसमें शिक्षक, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, चिकित्सक, युवा नेता, सामाजिक मुखिया आदि जो ग्राम स्तर पर योजना क्रियान्वयन में सहयोग करेंगे। तीसरे क्रम में आदि साथी, वे हितग्राही जिन्हें योजनाओं का सीधा लाभ दिया जाना है। कलेक्टर ने सभी विभागों को सौंपे गए दायित्वों का निर्वहन निर्देशानुसार करने कहा है। उन्होंने बताया कि ग्राम स्तर पर वालंटियर्स की नियुक्ति की जाएगी। तथा आदि सेवा केन्द्रों की स्थापना भी की जाएगी। उन्होंने सभी जनपद सीईओ को इस दिशा में आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
हाल ही में भोपाल में राज्य स्तरीय प्रशिक्षण एवं रायपुर में 11 से 14 अगस्त तक कार्यशाला का आयोजन किया गया था।
इसमें महासमुंद जिले से आदिवासी विकास विभाग से अधीक्षक निलेश खांडे, महिला एवं बाल विकास से परियोजना अधिकारी मनीषा साहू, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग से सहायक अभियंता किशोर साहू, वन विभाग से एसडीओ गोविंद सिंह, पंचायत विभाग से अशोक यादव एवं स्वास्थ्य विभाग से ग्रीस ध्रुव ने भाग लेकर जिला मास्टर ट्रेनर के रूप में प्रशिक्षण प्राप्त किया।
इन मास्टर ट्रेनरों ने बताया कि अब सभी विभाग मिलकर अभिसरण के तहत योजनाओं को हितग्राही मूलक बनाते हुए कार्य करेंगे। साथ ही वे प्रति सप्ताह कम से कम एक ग्राम में ग्रामीणों के साथ बैठक कर ग्राम की आवश्यकताओं के अनुरूप विकास की रूपरेखा तैयार करेंगे।
कलेक्टर श्री लंगेह ने कलेक्ट्रेट में किया ध्वजारोहण
कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह ने आज 79 वें स्वतंत्रता दिवस पर जिला कार्यालय कलेक्ट्रेट परिसर में ध्वजारोहण किया। कलेक्टर ने उपस्थित अधिकारी-कर्मचारियों को 79 वें स्वतंत्रता दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर कलेक्टर श्री लंगेह ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस हमारे राष्ट्रीय कर्तव्यों की याद दिलाने का दिन है। आज़ादी हमें अनेक बलिदानों और संघर्षों के बाद मिली है, और इसे बनाए रखना तथा देश को आगे बढ़ाना हम सबकी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि राष्ट्र की प्रगति तभी संभव है जब हम ईमानदारी, निष्ठा और एकजुटता के साथ कार्य करें।
कलेक्टर श्री लंगेह ने अपने शासकीय आवास पर भी ध्वजारोहण कर राष्ट्रीय ध्वज को सलामी दी। इस अवसर पर अपर कलेक्टर श्री सचिन भूतड़ा, श्री रवि कुमार साहू, डिप्टी कलेक्टर श्री आशीष कर्मा सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी-कर्मचारी एवं डाईट के छात्र-छात्राएं मौजूद थे।
महासमुंद में सांसद श्रीमती रूपकुमारी चौधरी ने किया ध्वजारोहण
मुख्यमंत्री के जनता के नाम संदेश का किया वाचन
उत्कृष्ट कार्य करने वाले 116 अधिकारी-कर्मचारी पुरस्कृत
सांस्कृतिक कार्यक्रम ने बिखेरी छटा
रायपुर 15 अगस्त 2025
महासमुंद जिले में 15 अगस्त 2025 (स्वतंत्रता दिवस) पूरे हर्षोल्लास एवं गरिमामय वातावरण में मनाया गया। देश की आजादी के 78 वर्ष पूरा होने के साथ ही 79 वें स्वतंत्रता दिवस जिला मुख्यालय के मिनी स्टेडियम में मनाया गया। समारोह के मुख्य अतिथि महासमुंद सांसद श्रीमती रूपकुमारी चौधरी ने ध्वजारोहण कर परेड की सलामी ली। इस अवसर पर कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह और पुलिस अधीक्षक श्री आशुतोष सिंह मंच पर मौजूद थे।
मुख्य अतिथि सांसद श्रीमती रूपकुमारी चौधरी ने कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक के साथ परेड का निरीक्षण किया। परेड कमांडर रक्षित निरीक्षक दीप्ति कश्यप के नेतृत्व में 20 वीं वाहिनी छ.ग. सशस्त्र पुलिस बल, जिला पुलिस बल, नगर सेना महिला प्लाटून, वन विभाग, सीनियर एवं जूनियर डिवीजन एन.सी.सी, एन.एस.एस महाविद्यालय एवं विद्यालय, स्काउट, गाइड, रेडक्रॉस की कुल 11 टुकड़ियों ने सलामी दी। मुख्य अतिथि सांसद श्रीमती चौधरी द्वारा मुख्यमंत्री का जनता के नाम संदेश का वाचन किया गया एवं हर्ष के प्रतीक रंग-बिरंगे गुब्बारे आकाश में छोड़े गए। तत्पश्चात प्लाटूनों द्वारा मार्च पास्ट एवं सलामी दी गई। मुख्य अतिथि द्वारा परेड कमाण्डर एवं प्लाटून कमाण्डर का परिचय लिया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्रीमती चौधरी ने जिले में निवासरत 19 शहीद के परिजनों को शॉल एवं श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया। इसके अलावा उत्कृष्ट कार्य करने वाले 116 शासकीय अधिकारी-कर्मचारियों सहित पुलिस के अधिकारी-कर्मचारी को प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
समारोह में 14 विद्यालयों के 840 विद्यार्थियों ने योग विधा का उत्कृष्ट प्रदर्शन किया गया। साथ ही छत्तीसगढ़ राज्य की संस्कृति और परम्परा तथा देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। स्कूली छात्र-छात्राओं द्वारा रंग-बिरंगे पोशाकों में सुंदर और मनमोहक प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम में 6 शालाओं के लगभग 640 बच्चों ने छत्तीसगढ़ी एवं हिन्दी के देशभक्ति गीतों की शानदार संगीतमयी प्रस्तुति से सबका मन मोह लिया। सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रथम स्थान महर्षि विद्या मंदिर मचेवा, द्वितीय स्थान शासकीय डी.एम.एस. उच्चतर माध्यमिक विद्यालय महासुंद एवं तृतीय स्थान न्यू होलीफेथ महासमुंद ने प्राप्त किया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि सांसद श्रीमती चौधरी ने परेड में उत्कृष्ट मार्च पास्ट करने वाले टुकड़ियों को सम्मानित किया। इनमें सशस्त्र बल समूह में प्रथम स्थान 20वीं वाहिनी सशस्त्र पुलिस बल, द्वितीय स्थान जिला पुलिस बल, तृतीय स्थान पर नगर सेना महिला प्लाटून रहा। इसी तरह परेड गैर सशस्त्र बल समूह में प्रथम स्थान पर वन विभाग, द्वितीय सीनियर डिवीजन एनसीसी एवं तृतीय जूनियर डिवीजन एनसीसी रहा। परेड कनिष्ठ में प्रथम स्काउट, द्वितीय गाइड एवं तृतीय स्थान एन.सी.सी आत्मानंद विद्यालय को प्रशस्ति पत्र एवं मेडल देकर सम्मानित किया गया। इसके अलावा परेड कमांडर रक्षित निरीक्षक दीप्ति कश्यप एवं सहायक उप निरीक्षक साइना अम्बिलकर को भी सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर मुख्य मंच में विधायक श्री योगेश्वर राजू सिन्हा, पूर्व राज्यमंत्री श्री पूनम चंद्राकर, पूर्व विधायक डॉ. विमल चोपड़ा, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मोंगरा पटेल, छ.ग. बीज नगम के अध्यक्ष श्री चंद्रहास चंद्राकर, नगर पालिका अध्यक्ष श्री निखिलकांत साहू, उपाध्यक्ष श्री देवीचंद राठी, स्काउट गाइड संघ के अध्यक्ष श्री येतराम साहू, बास्केट बाल संघ के जिलाध्यक्ष श्री प्रदीप चंद्राकर सहित पार्षदगण एवं स्थानीय जनप्रतिनिधि, सीईओ जिला पंचायत श्री हेमंत नंदनवार, वनमण्डलाधिकारी श्री मयंक पांडेय, अपर कलेक्टर श्री सचिन भूतड़ा, रवि कुमार साहू तथा गणमान्य नागरिक सहित अधिकारी-कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में स्कूली छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
स्वतंत्रता, तिरंगा एवं स्वच्छता दौड़ में उमड़ा देशभक्ति का जज्बा
कलेक्टर सहित जनप्रतिनिधियों ने लगाई दौड़
कलेक्टर ने दिलाई स्वच्छता की शपथ, तिरंगे के सम्मान में दौड़े 900 से अधिक प्रतिभागी
महासमुंद, 14 अगस्त 2025
स्वतंत्रता दिवस के पूर्व 14 अगस्त को जिला प्रशासन एवं खेल एवं युवा कल्याण विभाग महासमुंद के संयुक्त तत्वावधान में बुधवार सुबह मिनी स्टेडियम महासमुंद से स्वतंत्रता दौड़/तिरंगा दौड़ एवं स्वच्छता दौड़ का भव्य आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह, नगर पालिका उपाध्यक्ष श्री देवीचंद राठी एवं श्री येतराम साहू ने हरी झंडी दिखाकर किया। दौड़ में स्कूली बच्चों, युवाओं, बुजुर्गों, जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों-कर्मचारियों, सामाजिक संगठनों, खेल संघ, एनसीसी, स्काउट एंड गाइड, एनएसएस, रेड क्रॉस, पुलिस बल, वन विभाग और मीडिया प्रतिनिधियों सहित 900 से अधिक प्रतिभागियों ने हाथों में तिरंगा लेकर उत्साहपूर्वक भाग लिया। तिरंगा दौड़ मिनी स्टेडियम से प्रारंभ होकर बरोंडा चौक, शास्त्री चौक, सतबहनीया चौक, गांधी चौक, नेहरू चौक होते हुए पुनः मिनी स्टेडियम में संपन्न हुई, जहां प्रतिभागियों ने देशभक्ति के नारों से वातावरण को गुंजायमान कर दिया।
इस अवसर पर कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह ने कहा कि तिरंगा हमारी एकता, अखंडता और बलिदान का प्रतीक है। आज की यह दौड़ केवल खेल का आयोजन नहीं, बल्कि हमारे दिलों में देश के प्रति सम्मान और स्वच्छता के संकल्प को मजबूत करने का एक प्रयास है।
स्काउट गाइड संघ के जिलाध्यक्ष श्री येतराम साहू ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस केवल उत्सव का अवसर नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका निभाने का संकल्प लेने का दिन है। तिरंगा दौड़ ने नगर में देशभक्ति की अलख जगा दी है। दौड़ के समापन पर कलेक्टर श्री लंगेह ने सभी प्रतिभागियों को स्वच्छता की शपथ दिलाई। आयोजन को सफल बनाने में वन, शिक्षा, पुलिस, स्वास्थ्य, पीएचई, नगर पालिका, खेल संघ, एनसीसी, स्काउट एंड गाइड एवं विभिन्न विभागों का सहयोग रहा।
कार्यक्रम में पार्षद श्री मनीष शर्मा, श्री पीयूष साहू, श्री महेंद्र सिक्का, श्री आनंद साहू, श्री राहुल चंद्राकर, श्री पंकज चंद्राकर, सीईओ जिला पंचायत श्री हेमंत रमेश नंदनवार, अपर कलेक्टर श्री सचिन भूतड़ा, एसडीएम श्री हरिशंकर पैकरा, जिला शिक्षा अधिकारी श्री विजय कुमार लहरे, डीएमसी श्री रेखराज शर्मा सहित गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। इस आयोजन में श्रीमती अंजली बरमाल, हिना ढालेन, सेवन दास मानिकपुरी, भीषम माण्डले, अंजनी साहू, छन्नू साहू, इमरान अली, सोनिया बांधे, लता वैष्णव, तुलेंद्र सागर का विशेष सहयोग रहा। मंच संचालन हिरेंद्र साहू ने किया एवं आभार प्रदर्शन खेल अधिकारी श्री मनोज धृतलहरे ने किया।
सामान्य प्रशासन समिति एवं सामान्य सभा की बैठक 21 अगस्त को
महासमुंद, 14 अगस्त 2025
जिला पंचायत महासमुंद की सामान्य प्रशासन समिति एवं सामान्य सभा की बैठक 21 अगस्त 2025 को दोपहर 01:00 बजे जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मोंगरा पटेल की अध्यक्षता में जिला पंचायत सभाकक्ष में आयोजित किया जाएगा। उक्त बैठक का एजेंडा यथावत रहेगा। सभी संबंधित विभागों को निर्देशित किया गया है कि वे बैठक में अपने विभाग की अद्यतन जानकारी के साथ अनिवार्य रूप से उपस्थित रहें।
कलेक्टर ने दिलाई स्वच्छता की शपथ, तिरंगे के सम्मान में दौड़े 900 से अधिक प्रतिभागी
महासमुंद। स्वतंत्रता दिवस के पूर्व 14 अगस्त को जिला प्रशासन एवं खेल एवं युवा कल्याण विभाग महासमुंद के संयुक्त तत्वावधान में बुधवार सुबह मिनी स्टेडियम महासमुंद से स्वतंत्रता दौड़/तिरंगा दौड़ एवं स्वच्छता दौड़ का भव्य आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ कलेक्टर विनय कुमार लंगेह, नगर पालिका उपाध्यक्ष देवीचंद राठी एवं येतराम साहू ने हरी झंडी दिखाकर किया। दौड़ में स्कूली बच्चों, युवाओं, बुजुर्गों, जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों-कर्मचारियों, सामाजिक संगठनों, खेल संघ, एनसीसी, स्काउट एंड गाइड, एनएसएस, रेड क्रॉस, पुलिस बल, वन विभाग और मीडिया प्रतिनिधियों सहित 900 से अधिक प्रतिभागियों ने हाथों में तिरंगा लेकर उत्साहपूर्वक भाग लिया। तिरंगा दौड़ मिनी स्टेडियम से प्रारंभ होकर बरोंडा चौक, शास्त्री चौक, सतबहनीया चौक, गांधी चौक, नेहरू चौक होते हुए पुनः मिनी स्टेडियम में संपन्न हुई, जहां प्रतिभागियों ने देशभक्ति के नारों से वातावरण को गुंजायमान कर दिया।
इस अवसर पर कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने कहा कि तिरंगा हमारी एकता, अखंडता और बलिदान का प्रतीक है। आज की यह दौड़ केवल खेल का आयोजन नहीं, बल्कि हमारे दिलों में देश के प्रति सम्मान और स्वच्छता के संकल्प को मजबूत करने का एक प्रयास है।
स्काउट गाइड संघ के जिलाध्यक्ष येतराम साहू ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस केवल उत्सव का अवसर नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका निभाने का संकल्प लेने का दिन है। तिरंगा दौड़ ने नगर में देशभक्ति की अलख जगा दी है। दौड़ के समापन पर कलेक्टर लंगेह ने सभी प्रतिभागियों को स्वच्छता की शपथ दिलाई। आयोजन को सफल बनाने में वन, शिक्षा, पुलिस, स्वास्थ्य, पीएचई, नगर पालिका, खेल संघ, एनसीसी, स्काउट एंड गाइड एवं विभिन्न विभागों का सहयोग रहा।
कार्यक्रम में पार्षद मनीष शर्मा, पीयूष साहू, महेंद्र सिक्का, आनंद साहू, राहुल चंद्राकर, पंकज चंद्राकर, सीईओ जिला पंचायत हेमंत रमेश नंदनवार, अपर कलेक्टर सचिन भूतड़ा, एसडीएम हरिशंकर पैकरा, जिला शिक्षा अधिकारी विजय कुमार लहरे, डीएमसी रेखराज शर्मा सहित गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। इस आयोजन में श्रीमती अंजली बरमाल, हिना ढालेन, सेवन दास मानिकपुरी, भीषम माण्डले, अंजनी साहू, छन्नू साहू, इमरान अली, सोनिया बांधे, लता वैष्णव, तुलेंद्र सागर का विशेष सहयोग रहा। मंच संचालन हिरेंद्र साहू ने किया एवं आभार प्रदर्शन खेल अधिकारी मनोज धृतलहरे ने किया।
हर घर तिरंगा, हर घर स्वच्छता का उत्सव स्वच्छता के संग विशेष ग्राम सभा का आयोजन
महासमुंद। कलेक्टर विनय कुमार लंगेह के निर्देशानुसार “हर घर तिरंगा, हर घर स्वच्छता का उत्सव, स्वच्छता के संग” अभियान के अंतर्गत 13 अगस्त 2025 को जिले के सभी जनपद पंचायतों के अधीनस्थ ग्राम पंचायतों में विशेष ग्राम सभाओं का आयोजन किया जाएगा।
इस विशेष ग्राम सभा में ग्रामीणों के समक्ष स्वच्छता के विभिन्न घटकों पर विस्तृत चर्चा की जाएगी और आवश्यक निर्णय लिए जाएंगे। बैठक में सिंगल यूज़ प्लास्टिक प्रतिबंध, यूज़र चार्ज कलेक्शन, सूखा कचरा स्वच्छाग्राही दीदियों को सौंपना तथा 15वें वित्त आयोग से नियमानुसार मानदेय प्रदान करने जैसे विषयों पर सभा आयोजित की जाएगी।
कलेक्टर ने निर्देश दिए हैं कि सभी ग्राम पंचायतें 13 अगस्त को यह विशेष ग्राम सभा अनिवार्य रूप से आयोजित करें और इसकी शेड्यूलिंग, एजेंडा तथा अन्य गतिविधियों की एंट्री “वाइब्रेंट ग्राम” पोर्टल http://vibrantgram.cgstate.gov.in में समय पर सुनिश्चित करें।
सिंदूर पार्क कार्यक्रम गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज, मुख्यमंत्री ने दी बधाई
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने ‘एक पेड़ मां के नाम’ किया देव वृक्ष रुद्राक्ष का पौधरोपण
महासमुंद। बसना विकासखंड के ग्राम दुर्गापाली में आज एक पेड़ मां के नाम एवं चरण पादुका वितरण कार्यक्रम का आयोजन बड़े उत्साह के साथ किया गया। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने यहां देव वृक्ष रुद्राक्ष का पौधरोपण किया एवं 50 तेंदूपत्ता हितग्राहियों को चरण पादुका वितरण किया। उन्होंने अपनी माता जी श्रीमती जसमनी देवी के नाम से वृक्षारोपण किया। इस अवसर पर राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा, जगदलपुर विधायक किरण सिंह देव, उत्तर रायपुर विधानसभा के विधायक पुरंदर मिश्रा, बसना विधायक संपत अग्रवाल, सरायपाली विधायक श्रीमती चातुरी नंद, अजय जामवाल,रायपुर नगर निगम की अध्यक्ष मिनल चौबे, छत्तीसगढ़ बीज निगम के अध्यक्ष चंद्रहास चंद्राकर, महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती सरला कोसरिया, येतराम साहू, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मोंगरा पटेल, नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती सरस्वती मिलो पटेल, पूर्व सांसद चुन्नीलाल साहू, पूर्व राज्य मंत्री पूनम चंद्राकर, कलेक्टर विनय लंगेह, पुलिस अधीक्षक आशुतोष सिंह, मंडलाधिकारी मयंक पांडेय, जिला अधिकारी व जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में ग्रामीण जन उपस्थित थे।
दुर्गापाली स्थित सिंदूर पार्क में आयोजित पौधरोपण कार्यक्रम ने एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। शहीदों की स्मृति में सवा दो एकड़ भूमि पर 501 पौधे लगाने की अनूठी संकल्प को गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में स्थान मिला है। इस अवसर पर आयोजित समारोह में गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को इस आशय का प्रमाण पत्र प्रदान किया।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इस उपलब्धि पर सभी को बधाई देते हुए कहा कि आज का यह कार्यक्रम पर्यावरण संरक्षण, मातृत्व सम्मान और शहीदों की स्मृति तीनों का संगम है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में ऑपरेशन सिंदूर जैसे अभियानों ने समाज में नई ऊर्जा और सुरक्षा का संदेश दिया है। मुख्यमंत्री ने 22 अप्रैल 2025 को तीर्थाटन के दौरान शहीद हुए दिनेश मिरानी के बलिदान को नमन किया और कहा कि उनकी स्मृति में किए जा रहे कार्य आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देंगे। इस अवसर पर उनकी शहीद पत्नी नेहा अग्रवाल का सम्मान किया गया।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में रायपुर उत्तर विधायक पुरंदर मिश्रा द्वारा सिंदूर पार्क की स्थापना पर उन्हें विशेष बधाई दी। उन्होंने पुरंदर मिश्रा के जीवन संघर्ष का उल्लेख करते हुए कहा कि कम उम्र में पिता के निधन के बाद भी उनकी माता के आशीर्वाद और प्रेरणा से उन्होंने शिक्षा हासिल कर समाज सेवा में अपना योगदान दिया। मुख्यमंत्री ने अपनी जीवन गाथा भी बताई और कहा कि पिता के निधन के बाद मा ही के आशीर्वाद से आज यह मुकाम हासिल हुआ है।उन्होंने कहा माँ में असीम शक्ति है, इसलिए हम सभी जहाँ भी हों, अपनी माँ के नाम पर एक पेड़ अवश्य लगाएँ। उन्हांने ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह पहल न केवल पर्यावरण संरक्षण की दिशा में सार्थक कदम है, बल्कि मातृत्व के सम्मान और भावनात्मक जुड़ाव का भी प्रतीक है। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम के अंतर्गत 251 सिंदूर के पौधे रोपे जा रहे हैं, यह सिंदूर पार्क ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता का प्रतीक है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि महासमुंद जिले में वर्ष 2025-26 में अब तक 2 लाख 62 हजार पौधे लगाए गए हैं और कुल 8 लाख पौधारोपण का लक्ष्य पूरा हो चुका है। साथ ही 1 लाख 5 हजार पौधों का निःशुल्क वितरण भी किया गया है। उन्होंने कहा कि तेंदूपत्ता संग्राहकों को लाभ पहुँचाने का कार्य पुनः शुरू किया गया है। मुख्यमंत्री साय ने छत्तीसगढ़ शासन की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। कार्यक्रम में ‘चरण पादुका’ योजना के अंतर्गत 50 हितग्राहियों को लाभान्वित किया गया। इस अवसर पर महिलाओं को चरण पादुका पहनाया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह योजना वनोपज संग्रहकर्ताओं के स्वास्थ्य और सुविधा के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, जिससे वे सुरक्षित और सहज तरीके से अपने कार्य कर सकें।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री साय ने देवी माँ मंगला कुंद्रा दाई मंदिर परिसर में 25 लाख रुपये की लागत से सामुदायिक भवन का निर्माण एवं दुर्गापाली हाई स्कूल का नाम पंडित त्रिलोचन प्रसाद मिश्रा के नाम पर रखे जाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि कॉलेज निर्माण की मांग को अवश्य पूरा किया जाएगा।
उत्तर रायपुर विधानसभा के विधायक पुरंदर मिश्रा के पैतृक ग्राम दुर्गापाली जिन्होंने सिंदूर पार्क की स्थापना हेतु पहल किया। उन्होंने कहा कि ग्राम दुर्गापाली में हो रहा यह कार्यक्रम पूरे क्षेत्र के लिए प्रेरणास्रोत है। आज का यह अवसर मेरे लिए अत्यंत हर्ष और गर्व का विषय है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा सांसद आवासों के लोकार्पण के साथ ही यहाँ सिंदूर पार्क में वृक्षारोपण करना हम सभी के लिए प्रेरणादायक क्षण है। आज सवा दो एकड़ भूमि में शहीदों की स्मृति में 501 पौधे लगाए जाने का संकल्प लिया गया है। इसी क्रम में आज 251 पौधों का रोपण किया गया है, जो भविष्य में इस अंचल की हरियाली और स्वच्छ पर्यावरण का प्रतीक बनेंगे। मेरे लिए यह क्षण और भी भावुक है, क्योंकि आज मैंने अपनी माँ के नाम पर पौधा लगाया है। यह पौधा केवल एक पेड़ नहीं, बल्कि उनके स्नेह, संस्कार और जीवन मूल्यों का प्रतीक है।
उन्होंने कहा कि हमारे अंचल में शिक्षा का स्तर अभी भी अपेक्षाकृत कमजोर है। यहाँ के आदिवासी एवं पिछड़े वर्ग के बच्चे प्रतिभाशाली हैं, लेकिन संसाधनों के अभाव में उन्हें आगे बढ़ने में कठिनाई होती है। उन्होंने महाविद्यालय की आवश्यकता पर विशेष बल दिया। उन्होंने क्षेत्रवासियों को आग्रह करते हुए कहा कि हम सब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का हाथ मजबूत करें, उनके आत्मनिर्भर भारत के संकल्प में अपनी सक्रिय भागीदारी दें, और पर्यावरण संरक्षण, शिक्षा और विकास के पथ पर आगे बढ़ें। उन्होंने ग्रामीणों से पौधों की नियमित देखभाल कर उन्हें संरक्षित रखने का आह्वान किया।
कार्यक्रम में पहलगाम में शहीद हुए शहीद दिनेश मिरानी की पत्नी श्रीमती नेहा अग्रवाल एवं सुपुत्र शौर्य को मंच पर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में ग्रामीण, जनप्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता तथा छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। पौधरोपण के बाद सभी ने ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान को सफल बनाने का संकल्प लिया।
पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत शिविर का आयोजन
30 से ज्यादा कर्मचारियों ने दी सोलर पैनल लगाने की सहमति
महासमुन्द। प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के प्रचार-प्रसार एवं लाभान्वयन हेतु 6 अगस्त को विद्युत वितरण विभाग द्वारा बीटीआई रोड स्थित विद्युत कंपनी परिसर में शिविर का आयोजन किया गया। यह शिविर छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड (सीएसपीडीसीएल) के महासमुन्द ग्रामीण वितरण केन्द्र परिसर में संपन्न हुआ।
शिविर में अधीक्षण अभियंता (वृत्त) वाय. के. मनहर एवं कार्यपालन अभियंता (सं/स) पी. आर. वर्मा द्वारा उपस्थित अधिकारियों एवं कर्मचारियों को प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना के तहत अपने मकानों की छतों पर रूफटॉप सोलर पैनल अनिवार्य रूप से लगाने हेतु प्रेरित किया गया। उन्होंने इस महत्वाकांक्षी योजना के लाभ, पर्यावरणीय महत्व तथा दीर्घकालिक बचत की जानकारी भी साझा की। शिविर के दौरान लगभग 30 अधिकारियों-कर्मचारियों ने अपने घरों में रूफटॉप सोलर पैनल स्थापित करने हेतु सहमति दी, जिससे स्पष्ट होता है कि यह योजना विभागीय कर्मचारियों के बीच भी उत्साहपूर्वक अपनाई जा रही है।
इस अवसर पर कार्यपालन अभियंता एल. के. राठौर, श्रीमती मुक्तेश्वरी साहू, एस. के. लांझी, व्ही. के. टंडन, नरेन्द्र साहू, एम. एल. सिन्हा, सुरेश साहू, ए. के. ध्रुव, के. एल. निर्मलकर, वर्धमान आनंद उइके, अमर सिंह कंवर, गौतम राज, अनिल कश्यप, प्रखर कुमार चन्द्रवंशी, भूपेन्द्र कुमार साहू, प्रभात श्रीवास्तव, राजेश देवांगन, डोमार चन्द्राकर, अश्वनी तिवारी, कमलेश चन्द्राकर, कृष्ण कुमार तावेरकर, श्रीमती सुमित्रा जटवार, शैलेन्द्र भुवाल, श्रीमती राधा चन्द्राकर, श्रीमती झमित उइके, विकास गिरी गोस्वामी, अमित चन्द्राकर, रेणुका वर्मा, गिरजा साहू, सूरज वर्मा, भुनेश्वर पटेल, धनेश साहू, डिगेश पटेल, रेखुराम साहू सहित कुल 100 से अधिक अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
नगर पंचायत पिथौरा में आवारा गोवंश की सुरक्षा के लिए मुहिम शुरू
महासमुंद। नगर पंचायत पिथौरा ने एक सराहनीय और अभिनव पहल करते हुए आवारा घूमंतु गोवंश की सुरक्षा के साथ-साथ आम नागरिकों की सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में महत्त्वपूर्ण कदम उठाया है। पशु चिकित्सा विभाग के सहयोग से नगर क्षेत्र में कुल 45 गोवंशों को रेडियम बेल्ट पहनाया गया और 90 गोवंशों को टैग किया गया है जिससे उनकी पहचान और निगरानी आसान हो गई है। यह अभियान कलेक्टर विनय कुमार लंगेह के निर्देश पर चलाई जा रही है, जिसकी सीएमओ बिरजू सोनबर द्वारा सतत मॉनिटरिंग की जा रही है।
इस अभियान के तहत एक विशेष निगरानी दल भी गठित किया गया है, जिसका नेतृत्व नोडल अधिकारी रूपलाल सिन्हा, प्रभारी अधिकारी नितिन सिंह, सफाई दरोगा एवं चार कर्मचारी कर रहे हैं। यह दल मुख्य रूप से बस स्टैंड, गार्डन चौक, बार चौक, लहरौद पड़ाव और रामकुमार राजपूत मार्ग क्षेत्र में प्रभावी निगरानी कर रहा है। रेडियम बेल्ट विशेष रूप से रात्रि समय में वाहनों को गोवंश की उपस्थिति का संकेत देती है, जिससे सड़क दुर्घटनाओं में गिरावट की संभावना है। साथ ही, टैगिंग के ज़रिए गोवंशों की निगरानी और मालिकों की पहचान सुनिश्चित की जा रही है।
नगर पंचायत ने यह भी फैसला लिया है कि यदि कोई भी गोपालक अपने पशुओं को आवारा अवस्था में सड़क पर छोड़ता है, और वह पशु पकड़ा जाता है, तो गोपालक पर एक हजार रुपए जुर्माना लगाया जाएगा। इस दंडात्मक प्रावधान से पशुपालकों में ज़िम्मेदारी की भावना विकसित होगी। जनता और गौवंश दोनों की सुरक्षा यह पहल केवल गोवंश की ही नहीं, बल्कि नागरिकों की भी सुरक्षा सुनिश्चित करती है। सड़क पर मवेशियों के अनियंत्रित विचरण से होने वाली दुर्घटनाओं पर रोक लगाने के लिए यह एक प्रभावी कदम है।
अवैध रेत भंडारण एवं परिवहन पर कड़ी कार्रवाई
2 चैन माउंटेन एवं 3 ट्रैक्टर वाहन जप्त
महासमुंद । कलेक्टर विनय कुमार लंगेह के निर्देशानुसार अवैध खनिज उत्खनन, परिवहन एवं भंडारण पर रोक लगाने हेतु खनिज विभाग द्वारा सतत कार्रवाई जारी है। इसी क्रम में आज संयुक्त टीम द्वारा महासमुंद विकासखंड अंतर्गत ग्राम घोड़ारी तहसील के महानदी क्षेत्र में अवैध रूप से भण्डारित किए गए रेत के लोंडंग कार्य में लगे हुए एक 2 चैन माउंटेन एवं 3 ट्रैक्टर वाहन को जप्त किया गया। वाहन को जब्त कर सुरक्षार्थ तुमगांव थाना में खड़ा किया गया है।
खनिज अधिकारी योगेन्द्र सिंह ने बताया कि उक्त वाहनों पर खान एवं खनिज (विकास एवं विनियमन) अधिनियम 1957 की धारा 21 के अंतर्गत कठोर दंडात्मक कार्यवाही की जाएगी। इस प्रकरण में 2 से 5 वर्षों की सजा का प्रावधान है और संबंधित व्यक्तियों के विरुद्ध एफ आई आर दर्ज कर न्यायालय में परिवाद प्रस्तुत किया जाएगा। पूर्व में भी खनिज पट्टेदारों एवं खनिज परिवहनकर्ताओं को स्पष्ट निर्देश दिए जा चुके हैं कि बिना वैध अभिवहन पास के खनिज का उत्खनन, परिवहन या भंडारण करना कानूनन अपराध है। कलेक्टर के निर्देशानुसार जिले में अवैध खनिज गतिविधियों पर प्रभावी नियंत्रण हेतु खनिज विभाग का विशेष अभियान सतत जारी रहेगा और दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।
पालक-शिक्षक बैठक में शामिल हुए कलेक्टर, बच्चों और पालकों से की चर्चा
महासमुंद । स्कूल शिक्षा विभाग छत्तीसगढ़ शासन के निर्देशानुसार 6 अगस्त को जिले के सभी 184 संकुलों में पालक-शिक्षक बैठक का आयोजन किया गया। पालक-शिक्षक बैठक में कलेक्टर विनय कुमार लंगेह शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय शेर एवं पचेड़ा में आयोजित संकुल स्तरीय पालक शिक्षक बैठक कार्यक्रम में शामिल हुए। यहां उन्होंने पालक शिक्षक बैठक में शामिल होकर पालकों और बच्चों से संवाद कर उनके अनुभव जाने। इस अवसर पर उन्होंने शाला परिसर का अवलोकन भी किया।
कलेक्टर ने पालकों से चर्चा करते हुए कहा कि अपने बच्चों की गतिविधियों और पढ़ाई की स्तर को नियमित रूप से परखने के लिए उनसे चर्चा करते रहें। यह सुनिश्चित करें कि बच्चे स्कूल से आने के पश्चात होम वर्क अनिवार्य रूप से करें। उन्होंने कहा कि शिक्षा के गुणवत्ता के स्तर को बढ़ाने के लिए पालक और शिक्षक नियमित रूप से संवाद करके स्थानीय स्तर पर ही समाधान करें। पालकों ने जाति प्रमाण पत्र संबंधित समस्या के संदर्भ में भी कलेक्टर को अवगत कराया। कलेक्टर ने चर्चा के दौरान कहा कि बच्चों को मोबाईल की लत से दूर रखें। साथ ही शिक्षकगण भी अध्यापन के दौरान मोबाईल का उपयोग आवश्यकता अनुसार ही करें। बैठक में पालकों ने बेहतर शिक्षण के लिए और भी सुझाव दिए। कलेक्टर ने पालकों से मोर गांव मोर पानी अभियान, एक पेड़ मां के नाम अभियान के संबंध में अवगत कराया। साथ ही बच्चों को नशा से दूर रखने सामूहिक संकल्प भी लिया गया। बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी विजय कुमार लहरे, डीएमसी रेखराज शर्मा, संबंधित स्कूल के प्राचार्य, सरपंच, संकुल समन्वयक, शिक्षकगण, पालकगण एवं समिति के सदस्य मौजूद थे। जिले के अन्य स्कूलों में नियुक्त नोडल अधिकारियों द्वारा पालक-शिक्षक बैठक आयोजित किया गया।
उल्लेखनीय है कि बच्चों के माता पिता के प्रथम चरण के अंतर्गत जिले में 06 अगस्त को संकुल स्तर पर आयोजित कार्यक्रम को सफलतापूर्वक संपादित करने जिले के सभी अधिकारियों को 01-01 संकुल की मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी दी गई है। जिले के सभी अधिकारियों को संबंधित संकुल केन्द्रों का निरीक्षण कर जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में प्रतिवेदन करने का निर्देश दिया गया है।
पालक शिक्षक संवाद में पालकों को बच्चों के लिए यथासंभव घर में पढ़ाई के लिए मेरा कोना-स्टडी कॉर्नर के रूप में एक निश्चित स्थान तय करने की बात बताई गई। इसी प्रकार छात्रों के लिए एक आदर्श दिनचर्या कैसी हो इसकी जानकारी दी गई। बच्चों ने आज क्या सीखा के तहत पालकों की सहभागिता बढ़ाने के साथ उनकी प्रोग्रेस मॉनिटर करने में सहायता मिलेगी। बच्चा बोलेगा बेझिझक से बच्चों के अंदर स्टेज में बोलने के भय को दूर करना और पब्लिक स्पीकिंग और लीडरशिप क्वालिटी बढ़ाने पर काम होगा। बच्चों की अकादमिक प्रगति एवं परीक्षा पर चर्चा का उद्देश्य पालकों और छात्रों को परीक्षा के दौरान होने वाले तनाव को दूर करना और अच्छे अंक लाने के लिए प्रोत्साहित करना है। पुस्तक की उपलब्धता सुनिश्चित करना, बस्ता रहित शनिवार के अंतर्गत अन्य ज्ञानवर्धक गतिविधियों से छात्रों को जोड़ना, विद्यार्थियों के आयु, कक्षा अनुरूप स्वास्थ्य परीक्षण एवं पोषण की जानकारी देना, न्योता भोज के माध्यम से सामुदायिक भागीदारी को प्रोत्साहित करना, विभिन्न डिजिटल प्लेटफार्म के माध्यम से शिक्षा हेतु पालकों एवं छात्रों को अवगत कराना, विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं, छात्रवृत्ति एवं विभागीय योजनाओं की जानकारी प्रदान करने के साथ जाति, आय, निवास प्रमाण पत्र निर्माण और नई शिक्षा नीति के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
जन चौपाल में कलेक्टर ने सुनी समस्याएं, त्वरित समाधान के निर्देश दिए
महासमुंद। जिला कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित जन चौपाल कार्यक्रम में आमजन से सीधे संवाद करते हुए कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने आवेदकों की समस्याओं को गंभीरता से सुना, और विभागीय अधिकारियों को प्रत्येक मामले में त्वरित और संवेदनशील कार्रवाई के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि सभी आवेदनों का नियमानुसार परीक्षण कर पात्र हितग्राहियों को शासकीय योजनाओं का लाभ दिया जाए। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ हेमंत नंदनवार सहित समस्त जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
ग्राम दुरुगपाली विकासखंड बसना निवासी लाल बिहारी साहू ने शौचालय निर्माण कार्य में जाली हस्ताक्षर कर पैसा आहरण के संबंध में आवेदन किया जिस पर कलेक्टर ने सीईओ बसना को जांच कर त्वरित कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया। ग्राम तमोरा विकासखंड बागबाहरा निवासी द्वारका प्रसाद पांडे ने मोटराइज्ड ट्राइसाइकिल हेतु आवेदन, ग्राम गौरिया सांकरा निवासी रंजीत भोई ने वन अधिकार भूमि को सीमांकन करने हेतु, ग्राम बिरकोनी निवासी नोहर महिलांग ने दीनदयाल भूमिहीन मजदूर न्याय योजना की राशि दिलाने, ग्राम भुरकोनी पिथौरा के ग्राम वासियों ने अवैध कब्जा हटाने, ग्राम नवापारा महासमुंद में नया उपार्जन केंद्र खोलने के संबंध में, अमृतलाल भोई महासमुंद द्वारा ग्राम परसकोल में भवन निर्माण की राशि दिलाने हेतु, सुरिन्दर सिंह महासमुंद निवासी द्वारा ग्राम पंचायत खरोरा में मुख्य मार्ग में दुकानों के अवैध निर्माण में कार्रवाई हेतु, ग्राम तिहारीपाली सराईपाली निवासी रंजीत यादव द्वारा जाति प्रमाण पत्र बनाने एवं ग्राम लभरा खुर्द निवासी यांशिव कुमार ध्रुव द्वारा जाति एवं निवास में त्रुटि सुधार हेतु आवेदन किया गया। कलेक्टर लंगेह ने जन चौपाल में प्राप्त आवेदनों का प्राथमिकता के साथ निराकरण के लिए निर्देश दिए।
खनिजों की खोज में ऐतिहासिक छलांग: महासमुंद में निकल, क्रोमियम और PGE की पुष्टि
महासमुंद । छत्तीसगढ़ ने खनिज क्षेत्र में एक बड़ी छलांग लगाते हुए निकल (Nickel), क्रोमियम (Chromium) और प्लेटिनम समूह के तत्वों (PGEs) की सफल खोज की है। यह खोज न केवल राज्य के आर्थिक विकास की दिशा में एक निर्णायक कदम है, बल्कि भारत को रणनीतिक खनिजों में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में भी मील का पत्थर साबित हो सकती है।
यह उपलब्धि महासमुंद जिले के भालुकोना–जामनीडीह ब्लॉक में दर्ज की गई है, जो लगभग 3000 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला हुआ है। प्रारंभिक सर्वेक्षण भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (GSI) द्वारा किया गया था, जिसके आधार पर राज्य सरकार ने इस ब्लॉक की ई-नीलामी कराई। मेसर्स डेक्कन गोल्ड माइनिंग लिमिटेड (DGML) ने 21% की उच्चतम बोली लगाकर यह ब्लॉक हासिल किया।
अन्वेषण कार्यों को तकनीकी सहयोग और राज्य शासन के मार्गदर्शन में तेजी से आगे बढ़ाया गया, जिसमें भू-वैज्ञानिक मानचित्रण, रॉक चिप सैम्पलिंग, ड्रोन आधारित मैग्नेटिक सर्वेक्षण और IP सर्वेक्षण शामिल हैं। अब तक लगभग 700 मीटर लंबी खनिजीकृत पट्टी की पहचान हो चुकी है, और 300 मीटर की गहराई तक सल्फाइड खनिजों की उपस्थिति की पुष्टि हुई है।
भालुकोना के निकट ही स्थित केलवरडबरी ब्लॉक पूर्व में वेदांता लिमिटेड को आवंटित किया गया था। इन दोनों ब्लॉकों के समन्वित विकास से महासमुंद भारत के रणनीतिक खनिज केंद्र के रूप में उभर सकता है।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस खोज को राज्य के लिए "ऐतिहासिक और निर्णायक" करार देते हुए कहा कि यह आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक सशक्त कदम है। वहीं खनिज संसाधन विभाग के सचिव पी. दयानंद ने इसे "वैज्ञानिक से कहीं बढ़कर, एक रणनीतिक सफलता" बताया।
राज्य सरकार द्वारा गठित क्रिटिकल मिनरल सेल इस दिशा में शोध संस्थानों और पेशेवर एजेंसियों के साथ समन्वय कर कार्य कर रहा है। अब तक 51 खनिज ब्लॉकों की सफल नीलामी हो चुकी है, जिनमें लिथियम, ग्रेफाइट, ग्लॉकोनाइट, फॉस्फोराइट, वैनाडियम आदि शामिल हैं। इसके अलावा 6 टिन ब्लॉकों को भारत सरकार को सौंपा गया है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह खोज न केवल छत्तीसगढ़ की खनिज स्थिति को सुदृढ़ करेगी, बल्कि हरित ऊर्जा, हाई-टेक इंडस्ट्री और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी जरूरतों को भी मजबूती देगी।
छत्तीसगढ़ अब सिर्फ खनिज राज्य नहीं, बल्कि रणनीतिक खनिजों के लिए एक राष्ट्रीय धुरी बनने की ओर अग्रसर है।
कलेक्टर ने की तिरंगा यात्रा, स्वतंत्रता दिवस और योजनाओं की समीक्षा
महासमुंद । कलेक्टर विनय लंगेह ने मंगलवार सुबह 10 बजे कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में समय-सीमा की बैठक लेकर विभिन्न विभागीय योजनाओं, कार्यक्रमों और आगामी स्वतंत्रता दिवस समारोह की तैयारियों की समीक्षा की। इस अवसर पर नवपदस्थ जिला पंचायत सीईओ हेमंत नंदनवार, अनुविभागीय अधिकारी, सभी विभाग के जिला अधिकारी उपस्थित रहे। वीसी के माध्यम से जनपद सीईओ, नगरीय निकायों के सीएमओ सहित सभी ब्लॉक स्तरीय संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
कलेक्टर ने तिरंगा यात्रा की तैयारी की समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों को समन्वय के साथ कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस वर्ष तिरंगा यात्रा हर घर तिरंगा, हर घर स्वच्छता स्वतंत्रता का उत्सव स्वच्छता के संग थीम पर आयोजित किया जाएगा। यह अभियान तीन चरणों में आयोजित होगा, जो 15 अगस्त तक चलेगा। कलेक्टर ने कहा कि तिरंगा यात्रा की तैयारी हेतु सभी जनपद सीईओ को आवश्यक निर्देश दिए। इस अभियान में स्वयंसेवी संगठनों, स्वयं सहायता समूह और आम नागरिकों की अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के माध्यम से भी आजादी का महोत्सव मना सकते हैं। साथ ही कलेक्टर ने इस वर्ष मनाए जाने वाले स्वतंत्रता दिवस की तैयारियों की समीक्षा करते हुए इसे रजत जयंती थीम के अनुरूप एवं गरिमापूर्ण आयोजन करने और पूर्व वर्षों की भांति अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपते हुए कार्य सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
बैठक में लंगेह ने अटल मॉनिटरिंग पोर्टल में समय-सीमा में डेटा अपलोड करने, तथा ई-ऑफिस का अनिवार्य उपयोग सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। बैठक में उन्होंने 15 वर्ष से अधिक पुरानी शासकीय वाहनों की नीलामी हेतु संबंधित जानकारी प्रस्तुत करने को कहा। मुख्यमंत्री घोषणाओं के क्रियान्वयन की स्थिति की समीक्षा करते हुए बसना एवं खल्लारी में प्रगति में तेजी लाने के निर्देश दिए गए।
पीएम जनमन योजना अंतर्गत निर्माणाधीन प्रधानमंत्री आवासों को 15 अगस्त तक पूर्ण करने के निर्देश दिए गए। बहुद्देशीय केंद्रों की प्रगति की जानकारी भी ली गई। आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत अब तक 87 प्रतिशत कार्ड बनाए जा चुके हैं, शेष शत-प्रतिशत लक्ष्य को जल्द पूर्ण करने हेतु स्वास्थ्य विभाग की टीम को बेहतर समन्वय के साथ कार्य करने को कहा गया। राशन कार्ड में मृत व्यक्तियों के नाम हटाने हेतु विशेष अभियान चलाने को कहा गया। कृषि विभाग द्वारा जानकारी दी गई कि 66 हजार टन खाद में से 81 प्रतिशत खाद का वितरण किया जा चुका है। वहीं, मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग को सतर्क रहने व जरूरत पड़ने पर गांवों में स्वास्थ्य शिविर लगाने के निर्देश दिए गए।
कलेक्टर ने आवारा पशुओं की समस्या को लेकर सख्त निर्देश देते हुए कहा कि पशु मालिकों पर अपने पशुओं को सड़क पर खुला छोड़ने पाए जाने पर जुर्माना लगाया जाए। पंचायत स्तर पर पशुओं को रखने की स्थानीय व्यवस्था की जाए। अब तक महासमुंद में 1500 रुपए, पिथौरा में 400, सरायपाली में 1400 एवं बसना में 500 रुपए की पेनाल्टी वसूली गई है तथा कुल 251 पशुओं को विस्थापित किया गया है। अनुविभागीय अधिकारियों को इस पर निजी रूप से मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए गए। बैठक में पेंशन प्रकरणों की समीक्षा की और सभी आहरण एवं संवितरण अधिकारियों को समय-सीमा में जानकारी भेजने के निर्देश दिए। बैठक में समय-सीमा में प्राप्त पत्रों की समीक्षा, जनशिकायत निवारण, एवं लोक सेवा गारंटी अधिनियम की प्रगति की भी समीक्षा की गई। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि जनता से जुड़े प्रकरणों को समय पर और प्राथमिकता से हल किया जाए।