छत्तीसगढ़ / बिलासपुर
केन्द्र सरकार की अभिनव पहल प्रधानमंत्री सूर्यघर योजना
केन्द्र और राज्य से मिल रही सब्सिडी
बिलासपुर। प्रधानमंत्री सूर्यघर योजना एक ऐसी योजना है जिसमें सौर ऊर्जा के माध्यम से घरों तक रोशनी पहुंचाई जा रही है। योजना का उद्देश्य उपभोक्ताओं को बिजली के लिए आत्मनिर्भर बनाना है। इसके तहत हितग्राहियों को केन्द्र सरकार की ओर से 78 हजार रूपए और राज्य सरकार द्वारा 30 हजार तक की सब्सिडी दी जा रही है साथ ही प्रतिमाह 300 यूनिट फ्री बिजली का भी प्रावधान है। योजना के तहत अरविंद नगर सरकण्डा निवासी शशांक शेखर दुबे ने अपने घर की छत पर सोलर पैनल लगवाया है जिससे हो रहे बिजली उत्पादन से अब उन्हें महंगे बिजली के बिल से राहत मिल रही है और उनके घर का बिजली बिल शून्य हो गया है। इस महत्वपूर्ण योजना के लिए उन्होंने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री का आभार जताया है।
अरविंद नगर सरकण्डा निवासी शशांक शेखर दुबे ने बताया कि जब से उन्होंने अपने घर की छत पर सोलर पैनल लगवाया है, उनके घर का बिजली बिल शून्य हो गया है। सोलर पैनल के जरिए छत पर हो रहे बिजली उत्पादन से उनकी प्रतिमाह बिजली पर होने वाले खर्च की बचत हो रही है। दुबे ने बताया कि उनकी छत पर 5 किलोवाट का सोलर पैनल लगा है, जिससे हो रहे बिजली उत्पादन से न केवल प्रतिमाह आने वाले बिजली बिल की अब चिंता नहीं रही, वहीं वे उत्पादक के रूप में भी बिजली की सप्लाई भी कर रहे हैं जो गर्व की बात है। सोलर पैनल लगवाने के बाद उनके घर का बिजली बिल शून्य हो गया है। उन्होंने बताया कि 5 किलोवाट सोलर पैनल लगवाने पर उन्हें लगभग 2 लाख की लागत आई है, जिसमें से केन्द्र सरकार द्वारा सब्सिडी के रूप में 78 हजार रूपए प्राप्त हो गए हैं और राज्य सरकार की ओर से भी जल्द ही 30 हजार रूपए की सब्सिडी मिलने वाली है।
उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत केवल 1 बार निवेश करना है जिसके बाद 25 वर्षाे तक बिजली की आपूर्ति होती रहेगी। लंबे समय के लिए यह एक बेहद किफायती योजना है जिसके लिए बैंक द्वारा कम ब्याज दर पर ऋण की भी सुविधा दी जाती है। उन्होंने बताया कि एक बार सोलर पैनल लगवाने के बाद इस पर किसी प्रकार का मेंटेनेन्स खर्च नहीं है और पैनल लगाने वाली कंपनी द्वारा 5 साल तक निःशुल्क सविर्सिंग की सुविधा दी जाती है। उन्होंने कहा कि यह पर्यावरण की दृष्टि ये बेहद उपयोगी है। इस माध्यम से हम सौर ऊर्जा कर उपयोग कर बिजली का उत्पादन कर पा रहे हैं, जो ग्रीन एंनर्जी को बढ़ावा दे रहा है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वह इस योजना को अपनाकर सौर ऊर्जा का उपयोग करते हुए बिजली के लिए आत्मनिर्भर बनें और पर्यावरण संवर्धन में अपना योगदान दें।
उल्लेखनीय है कि पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना के अंतर्गत शासन द्वारा शहरी एवं ग्रामीण घरेलू विद्युत उपभोक्ताओं को अपने घरों की छतों पर रूफ टॉप सोलर प्लाण्ट स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। उक्त स्थापित प्लाण्ट नेट मीटरिंग द्वारा विद्युत ग्रिड से जुड़ेगा जिससे उपभोक्ता द्वारा अपनी खपत से अधिक उत्पादित बिजली ग्रिड में सप्लाई हो जाती है। इससे न केवल उपभोक्ता के घर का बिजली बिल शून्य हो जाता है, बल्कि ग्रिड में दी गई बिजली के एवज में अतिरिक्त आमदनी भी मिल जाती है। प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के अंतर्गत प्रति माह 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली प्रदान की जा रही है। प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना से अधिक आय, कम बिजली बिल और नवीन रोजगारों का सृजन होगा तथा नवीनीकृत ऊर्जा स्त्रोत के प्रति जागरूकता बढ़ेगी। शासन द्वारा इस योजना में 30 हजार रूपये से लेकर 78 हजार रूपये तक अनुदान भी दिया जाता है। योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए उपभोक्ता पीएम सूर्यघर डॉट जीओव्ही डॉट इन वेब पोर्टल अथवा पीएम सूर्यघर एप्प में पंजीयन करा सकते हैं।
डीईओ ने अनुकंपा नियुक्ति के पूर्व मंगाई दावा-आपत्ति
बिलासपुर। जिला शिक्षा अधिकारी ने अनुकंपा नियुक्ति के लिए प्राप्त आवेदनों के छानबीन के क्रम में तीन दिवस के भीतर आमजनता से दावा आपत्ति मंगाई है। फिलहाल 3 आवेदकों ने अनुकंपा नियुक्ति के लिए कार्यालय में आवेदन प्रस्तुत किये हैं। डीईओ ने बताया कि शासकीय प्राथमिक शाला खैराडीह में सहायक शिक्षक एलबी के पद पर कार्यरत स्व. बलभद्र सिंह गोड के परिवार से उनके पुत्र चंद्र मोहन सिंह, शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सकर्रा में भृत्य के पद पर कार्यरत स्व. बहोरन लाल कौशिक के पुत्र संजय कुमार एवं कार्यालय विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी तखतपुर में कार्यरत स्व. ओम प्रकाश के परिवार से उनके पुत्र यश साहू ने अनुकंपा नियुक्ति के लिए आवेदन दिया है।
आमजनों की जानकारी में यदि दिवंगत शासकीय सेवकों के आश्रित परिवारों में यदि कोई सदस्य राज्य अथवा केन्द्र की शासकीय सेवा में कार्यरत होने की सूचना है, तो वे तीन दिवस के भीतर पुरानी कम्पोजिट बिल्डिंग स्थित कक्ष क्रमांक 25, जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में स्वयं उपस्थित होकर अथवा डाक के जरिए जानकारी दे सकते हैं ताकि नियमानुसार पात्र व्यक्ति को ही अनुकंपा नियुक्ति का लाभ दिया जा सके।
राज्य स्तरीय रोजगार मेला के लिए बैठक आयोजित
बिलासपुर । प्रदेश में आगामी माह में होने वाले राज्य स्तरीय मेले के आयोजन के संबंध में बैठक का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता कौशल विकास, तकनीकी शिक्षा एवं रोजगार विभाग के संचालक विजय दयाराम ने की। उन्होंने आयोजन के संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए। शासकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालय बिलासपुर के प्राचार्य डॉ एस. के. सिंघई को बिलासपुर संभाग से इस आयोजन को सफलतापूर्वक पूर्ण करने की जिम्मेदारी दी गई।
इसी तारतम्य में 4 अगस्त को शासकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालय कोनी बिलासपुर में कोर समिति की बैठक आयोजित की गई जिसमें शासकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालय बिलासपुर के प्राचार्य डॉ एस. के. सिंघई, शासकीय कन्या पॉलीटेक्निक बिलासपुर के प्राचार्य प्रो अभिषेक अवस्थी सहित रोजगार विभाग के उपसंचालक अमन पहारे उपस्थित रहे। इस बैठक में आगामी रोजगार मेला को सफल बनाने हेतु कार्य योजना बनाई गई। जिसके तहत 8 अगस्त को संभाग के सभी इंजीनियरिंग एवं डिप्लोमा संस्थानों के प्रशिक्षण एवं नियोजन अधिकारियों को तथा 11 अगस्त को को संभाग के सभी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों के प्रशिक्षण एवं नियोजन अधिकारियों के लिए प्रशिक्षण आयोजित किया जायेगा। इन प्रशिक्षणों में छात्र छात्राओं को ई रोजगार पोर्टल में पंजीयन कराये जाने, साक्षात्कार की तैयारी कराये जाने के सम्बन्ध में मार्गदर्शन दिया जाएगा।
वन्यप्राणियों के संरक्षण एवं सुरक्षा हेतु टेलीफोन नंबर जारी
बिलासपुर । बिलासपुर वनमण्डल क्षेत्रांतर्गत वन्यप्राणियों के संरक्षण एवं सुरक्षा से संबंधित शिकायत दर्ज कराने के लिए टेलीफोन नंबर 07752-226082 शुरू किया गया है। वनमण्डलाधिकारी ने आमजनों से अपील की है कि यदि वे वनप्राणियों के संरक्षण एवं सुरक्षा से संबंधित यदि कोई शिकायत दर्ज कराना चाहते है तो उक्त टेलीफोन नंबर पर शिकायत दर्ज करा सकते है। साथ ही नंबर का उपयोग आवश्यक परिस्थिति में करने का अनुरोध किया गया है।
प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना: सौर ऊर्जा से संवरते सपने
श्रीमती अंजली सिंह को मिली राहत, आधा हुआ बिजली बिल
बिलासपुर। प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना पूरे देश की तरह बिलासपुर जिले के लोगों के लिए भी फायदेमंद साबित हो रही है। इससे न केवल पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिल रहा है, बल्कि महंगाई के इस दौर में भारी भरकम बिजली बिल से भी राहत मिल रही है। शहर की अशोक नगर निवासी श्रीमती अंजली सिंह ने अपनी छत पर 3 किलोवाट का सोलर प्लांट स्थापित किया है। उन्होंने बताया कि इस सोलर प्लांट की कुल लागत 1 लाख 85 हजार रुपये आई। इसमें से केंद्र सरकार से 78 हजार रुपये की सब्सिडी भी मिली है।
श्रीमती सिंह ने बताया कि सोलर प्लांट लगाने से पहले उनके घर का मासिक बिजली बिल ढाई से 3 हजार तक आता था, लेकिन अब उनका बिजली आधा हो गया है। इससे उन्हें आर्थिक रूप से बड़ी राहत मिली है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दूरदर्शी सोच से अक्षय ऊर्जा को बढ़ावा और प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण में महत्वपूर्ण योगदान मिल रहा है इस योजना में अब राज्य सरकार भी केंद्र सरकार के साथ मिलकर प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना के उपभोक्ताओं को लाभ पहुंचा रही है।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की कैबिनेट ने अक्षय ऊर्जा को प्रोत्साहन देने और बिजली उपभोक्ताओं को राहत पहुंचाने के लिए योजना में 30 हजार रुपये तक का अतिरिक्त अनुदान देने का निर्णय लिया है। श्रीमती सिंह ने बताया कि पहले बिजली चली जाने पर दिक्कतें होती थीं, बार बार शिकायत करनी पड़ती थी। अब इन सारी समस्याओं से छुटकारा मिल गया है। आवेदन करने के दस दिनों के भीतर सेटअप भी लग गया था। उन्होंने योजना के लिए सरकार को धन्यवाद देते हुए कहा कि सोलर सिस्टम का रख रखाव बेहद सरल है और इसमें कोई अतिरिक्त खर्च नहीं आता है। हर व्यक्ति के लिए इसे उपयोगी बताते हुए इस योजना से जुड़ने कहा।
सरकार से मिल रही है सब्सिडी -
उल्लेखनीय है कि इस योजना के तहत स्थापित सोलर रूफटॉप संयंत्र विद्युत ग्रिड से नेट मीटरिंग के माध्यम से जोड़ा जाता है। उपभोक्ता अपनी जरूरत से अधिक बिजली का उत्पादन कर ग्रिड को सप्लाई कर सकते हैं, जिससे उनका बिजली बिल शून्य होने के साथ-साथ अतिरिक्त आय भी प्राप्त होती है। इस योजना के अंतर्गत 1 किलोवाट का सोलर प्लांट स्थापित करने पर केंद्र सरकार से 30 हजार रुपए और राज्य सरकार से 15 हजार रुपए की कुल 45 हजार रुपए की सब्सिडी मिलेगी, 2 किलो वॉट पर केंद्र से 60 हजार और राज्य से 30 हजार, वहीं 3 किलोवाट का सोलर पैनल स्थापित करने पर केंद्र सरकार से 78 हजार रुपए एवं राज्य सरकार से 30 हजार रुपए कुल 1 लाख 8 हजार रुपए का अनुदान प्राप्त होगा। प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना का लाभ लेने के लिए उपभोक्ताओं को https://pmsuryaghar.gov.in वेबसाइट या पीएम सूर्यघर मोबाइल ऐप पर पंजीयन कराना होगा।
हर घर तिरंगा अभियान : बिहान की दीदियां देश सेवा में जुटीं, डेढ़ लाख तिरंगा बनाने का मिला ऑर्डर
अभियान बना दीदियों के लिए अतिरिक्त आय का जरिया
बिलासपुर। देशभर में आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत हर घर तिरंगा अभियान का व्यापक स्तर पर आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में जिले के गनियारी स्थित नारी शक्ति गारमेंट फैक्ट्री देशभक्ति के रंग में रंगा नजर आ रहा है, जहां बिहान की 30 स्व-सहायता समूह की 100 से अधिक महिलाएं तिरंगा निर्माण में जुटी हुई हैं। समूह की दीदियों ने देशभक्ति के इस पुनीत काम में भागीदारी मिलने पर खुशी जताई और प्रधानमंत्री-मुख्यमंत्री का आभार जताया।
गनियारी स्थित नारी शक्ति गारमेंट फैक्ट्री में स्व सहायता समूह की दीदियों को 1.50 लाख से अधिक तिरंगा तैयार करने का लक्ष्य मिला है, जो जिले के विभिन्न शासकीय, अशासकीय संस्थानों एवं आम नागरिकों तक पहुँचाए जाएंगे। हर घर तिरंगा अभियान के तहत लोगों को अपने घरों, दुकानों और कार्यालयों पर तिरंगा फहराने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। ऐसे में तिरंगे की मांग में वृद्धि हुई है, और इसी को पूरा करने का जिम्मा अब दीदियों ने बखूबी संभाल लिया है।
तिरंगा निर्माण कर रही स्व-सहायता समूहों की महिलाएं इस कार्य को केवल एक आर्थिक अवसर के रूप में नहीं, बल्कि देशभक्ति और आत्मसम्मान का प्रतीक मान रही हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि वे एक ऐसे पवित्र कार्य में भागीदार बन रही हैं, जिससे उनका सीधा जुड़ाव देश की सेवा से हो रहा है। नारी शक्ति गारमेंट फैक्ट्री की अध्यक्ष श्रीमती मीना मानिकपुरी ने बताया कि तिरंगा निर्माण के लिए विभिन्न विभागों और संस्थाओं से भी उन्हें आर्डर मिल रहा है, जिसे पूरा करने के लिए दीदियां कड़ी मेहनत कर तिरंगा निर्माण कर रही है। इससे दीदियों को अतिरिक्त आय भी मिल रही है। तिरंगा निर्माण में जुटी समूह की दीदी राजेश्वरी यादव और नंदिनी साहू ने कहा कि तिरंगा निर्माण में समूह की सैकड़ों महिलाएं जुटी है और लक्ष्य के अनुरूप झंडा बनाने का कार्य कर रही है। दीदियों ने कहा कि इस अभियान के जरिए तिरंगा निर्माण से उन्हें प्रतिदिन 500 रूपए की अतिरिक्त आय मिल रही है। वे इस बात से भी उत्साहित है कि देशभक्ति के इस पावन कार्य में उनकी भी एक महत्वपूर्ण भूमिका है। नारी शक्ति गारमेंट फैक्ट्री में तिरंगे के निर्माण की प्रक्रिया में धागा कातने से लेकर सिलाई, प्रेस और पैकिंग तक सभी कार्य महिलाएं खुद कर रही हैं, जिससे उन्हें न केवल रोजगार मिला है, बल्कि उनके आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता को भी नई दिशा मिल रही है, जिससे दीदियां उत्साहित है। जिला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल ने बताया कि विगत वर्ष की तरह इस वर्ष भी जिले में तिरंगा निर्माण का जिम्मा दीदियों को दिया गया है, जिसे कम कीमत पर आम लोगों के लिए उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिला पंचायत परिसर में समूह द्वारा लगाये गये स्टॉल के माध्यम से तिरंगा विक्रय किया जा रहा है। उन्होंने जिलेवासियों से अपील कि वे हर घर तिरंगा अभियान के तहत अपने घरों पर तिरंगा लहराकर देश प्रेम का भाव प्रकट करें। उल्लेखनीय है कि हर घर तिरंगा अभियान न केवल देश के कोने-कोने तक राष्ट्रप्रेम का संदेश पहुंचा रहा है, बल्कि महिला शक्ति को सम्मान और अवसर भी प्रदान कर रहा है।
जिला पंचायत के सामने बिहान की दीदियों ने सजाया तिरंगा पंडाल
कलेक्टर ने की बोहनी, खरीदी राखियां व पूजन सामग्री
बिलासपुर । हर घर तिरंगा अभियान के तहत जिला पंचायत परिसर में बिहान की दीदियों द्वारा स्टॉल लगाकर तिरंगे के साथ ही विभिन्न उत्पादों की बिक्री की जा रही है। तीन दिनों तक चलने वाले प्रदर्शनी सह विक्रय केंद्र का कलेक्टर संजय अग्रवाल ने शुभारंभ किया और शहर वासियों से स्टॉल आकर खरीदारी की अपील की।
कलेक्टर ने दीदियों का उत्साह बढ़ाया और चर्चा कर कामकाज के विषय में जानकारी ली। उन्होंने दीदियों से तिरंगा राखियां सहित पूजन सामग्री खरीदी। कलेक्टर श्री अग्रवाल ने शहर वासियों से भी स्टॉल आकर स्व सहायता समूह द्वारा निर्मित उत्पादों की खरीदारी करने के साथ ही हर घर तिरंगा अभियान में भागीदारी की अपील की। श्री अग्रवाल ने कहा कि दीदियों के आजीविका संवर्धन की दिशा में यह प्रयास है। तीन दिन तक चलने वाले प्रदर्शनी सह विक्रय केंद्र में दीदियों द्वारा बनाए गए तिरंगा, राखियां, अगरबत्ती, पूजन व सजावटी सामग्री, आचार, पापड़ और अन्य घरेलू सामग्री उपलब्ध है पहले दिन ही दीदियों ने अच्छा कारोबार करते हुए लगभग बीस हजार की बिक्री की, यह दुकानें आठ अगस्त तक चलेगी। इन स्टालों के माध्यम से दीदियां हर घर तिरंगा और हर घर स्वच्छता का संदेश भी दे रही हैं। इस अवसर पर निगम कमिश्नर अमित कुमार, जिला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल,राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन जिला प्रबंधक रामेंद्र सिंह गुर्जर सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी, कर्मचारी मौजूद रहे।
NTPC प्लांट में बड़ा हादसा: प्री एयर हीटर प्लेटफार्म गिरा, 3 मजदूरों की मौत, 15 घायल
लोहे का भारी स्ट्रक्चर टूटकर गिरा, शटडाउन मेंटेनेंस के दौरान हुई दुर्घटना
बिलासपुर । बिलासपुर जिले के सीपत स्थित एनटीपीसी प्लांट में बुधवार को एक बड़ा औद्योगिक हादसा हुआ, जिसमें अब तक तीन मजदूरों की मौत की पुष्टि सूत्रों से हुई है, जबकि 10 से 15 मजदूर घायल बताए जा रहे हैं। हादसा बॉयलर यूनिट नंबर-5 में प्री एयर हीटर प्लेटफार्म के टूटकर गिरने से हुआ।
जानकारी के अनुसार, दोपहर करीब 12 बजे मेंटेनेंस कार्य के दौरान यह हादसा हुआ। शटडाउन पीरियड में जब भारी लोहे का प्लेटफार्म एक स्थान से दूसरे स्थान ले जाया जा रहा था, उसी दौरान तकनीकी गड़बड़ी से चैन टूट गई और स्ट्रक्चर नीचे काम कर रहे मजदूरों पर गिर गया।
हादसे के वक्त यूनिट के भीतर 10 से 15 मजदूर काम में लगे थे। लोहे के भारी भरकम हिस्से के नीचे दबने से कई मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए। सूत्रों के अनुसार, 5 मजदूरों की हालत गंभीर थी, जिनमें से तीन ने दम तोड़ दिया। हालांकि एनटीपीसी प्रबंधन की ओर से अभी केवल एक मौत की पुष्टि की गई है।
घायल मजदूरों में से अधिकांश पोड़ी गांव के निवासी बताए जा रहे हैं। रेस्क्यू कार्य जारी है और घायलों को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है।
घटना की जानकारी मिलते ही सीपत पुलिस मौके पर पहुंची। थाना प्रभारी गोपाल सतपथी ने बताया कि अभी मृतकों की संख्या को लेकर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की जा सकती, रेस्क्यू पूरा होने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी।
इस हादसे ने एक बार फिर औद्योगिक सुरक्षा मानकों और मेंटेनेंस प्रोटोकॉल पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासन और एनटीपीसी प्रबंधन की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
मामूली विवाद में बुजुर्ग की कुल्हाड़ी से हत्या, आरोपी गिरफ्तार
बिलासपुर । कोटा थाना अंतर्गत बेलगहना चौकी क्षेत्र के ग्राम पहाड़बछाली में एक 20 वर्षीय युवक ने मामूली विवाद में 65 वर्षीय बुजुर्ग की निर्मम हत्या कर दी। आरोपी युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, जबकि शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजकर मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
मृतक की पहचान छेदीलाल यादव (65) के रूप में हुई है, जो पेशे से किसान था। बारिश के चलते उनके मकान की छत टपकने लगी थी, जिसकी मरम्मत के दौरान वह पड़ोसी बृहस्पति बाई के घर में अस्थायी रूप से रह रहे थे।
आजाद हिंद एक्सप्रेस में अवैध वेंडरों और पेंट्री मैनेजर के बीच विवाद, मारपीट का वीडियो वायरल
GRP ने दर्ज किया मामला, रायपुर स्टेशन में हुई झड़प
बिलासपुर । पुणे-हावड़ा आजाद हिंद एक्सप्रेस में उस समय हंगामा मच गया जब अवैध वेंडरों और पेंट्री मैनेजर के बीच विवाद हाथापाई तक पहुंच गया। घटना का वीडियो सामने आने के बाद रेल प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों में हलचल मच गई है।
जानकारी के अनुसार, रायपुर स्टेशन पहुंचने से पहले कुछ अवैध वेंडर ट्रेन में चढ़कर खाने के पर्चे बांट रहे थे, जिसे देखकर पेंट्री मैनेजर ने विरोध किया। इसी बात को लेकर दोनों पक्षों के बीच कथित रूप से बहस शुरू हुई जो जल्द ही मारपीट में बदल गई।
विवाद बढ़ता देख वेंडरों ने अपने करीब आधा दर्जन साथियों को रायपुर स्टेशन पर बुला लिया। जैसे ही ट्रेन स्टेशन पर रुकी, वेंडरों ने ट्रेन में चढ़कर पेंट्री मैनेजर पर हमला करने की कोशिश की। हालांकि, पेंट्री स्टाफ ने मिलकर जवाबी कार्रवाई करते हुए वेंडरों को दबोच लिया और उनकी जमकर पिटाई कर दी।
घटना की सूचना मिलते ही GRP को मौके पर बुलाया गया। सभी आरोपियों को पकड़कर बिलासपुर लाया गया, जहां GRP ने मामला दर्ज कर लिया है।
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, अवैध वेंडिंग पर सख्ती पहले से ही जारी है, लेकिन इस तरह की घटनाएं सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करती हैं। GRP मामले की जांच कर रही है और आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।
राज्य स्तरीय कब-बुलबुल उत्सव का भव्य समापन
बाल प्रतिभाओं ने बिखेरी रचनात्मकता और आत्मविश्वास की चमक
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ भारत स्काउट्स एवं गाइड्स छत्तीसगढ़ द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय कब-बुलबुल उत्सव एवं हीरक पंख जाँच शिविर का भव्य समापन समारोह साइंस कॉलेज मैदान, सरकंडा, बिलासपुर में बेलतरा विधायक सुशांत शुक्ला के मुख्य आतिथ्य में, डॉ. सोमनाथ यादव राज्य मुख्य आयुक्त की अध्यक्षता में गरिमामय वातावरण में संपन्न हुआ। यह तीन दिवसीय शिविर 2 अगस्त से प्रारंभ हुआ था, जिसमें राज्य के 15 जिलों से चयनित लगभग 400 कब-बुलबुल एवं 41 अधिकारी सहभागिता कर रहे थे।
शिविर में बच्चों के सर्वांगीण विकास को ध्यान में रखते हुए विविध रचनात्मक एवं सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता, जंगल नृत्य, ड्राइंग एवं पेंटिंग जैसी गतिविधियाँ प्रतिभागियों के लिए आकर्षण का केंद्र रहीं। इन कार्यक्रमों में बच्चों ने अपनी कल्पनाशक्ति, प्रस्तुति शैली और सांस्कृतिक समझ का अद्भुत परिचय दिया।
समापन समारोह के तृतीय दिवस की विशेष पहचान बनीकृहर जिले के कब-बुलबुल द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ, जिनमें देशभक्ति, जन-जागरूकता, लोक संस्कृति और राष्ट्रीय एकता की सुंदर झलक देखने को मिली। मंच पर बच्चों ने गीत, नृत्य, अभिनय और रंगारंग कार्यक्रमों से दर्शकों का मन मोह लिया। तालियों की गूंज और मुस्कुराते चेहरों ने यह सिद्ध कर दिया कि यह आयोजन न केवल अनुशासन और प्रशिक्षण का केंद्र था, बल्कि रचनात्मकता और आत्मविश्वास के उन्नयन का माध्यम भी बना।
समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित बेलतरा विधायक सुशांत शुक्ला ने बच्चों की प्रतिभा की सराहना करते हुए कहा कि कब और बुलबुल स्काउटिंग के वो नन्हे बीज हैं, जिन्हें हम सेवा, अनुशासन और नेतृत्व के मूल्यों से सींचते हैं। यही बच्चे आने वाले समय में समाज और राष्ट्र के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। ऐसे शिविरों से उनमें जिम्मेदारी, आत्मबल और समाज के प्रति संवेदनशीलता का विकास होता है।
सुशांत ने इस सफल आयोजन के लिए भारत स्काउट्स एवं गाइड्स छत्तीसगढ़ के सभी पदाधिकारियों को बधाई दी। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डॉ. सोमनाथ यादव राज्य मुख्य आयुक्त ने कहा कि यह आयोजन बच्चों के सर्वांगीण विकास की दिशा में एक सशक्त प्रयास है। अनुशासन, सहभागिता और नेतृत्व जैसी क्षमताओं को जिस प्रकार इन बाल प्रतिभाओं ने मंच पर दर्शाया है, वह अत्यंत प्रेरणादायक है। हर जिले से आई टीमों ने जो परिश्रम, समर्पण और उत्साह दिखाया, वह वंदनीय है। यह शिविर निश्चित रूप से आने वाली पीढ़ी के लिए एक नई ऊर्जा और प्रेरणा बनकर सामने आया है। इस अवसर पर कोरबा जिला के मुख्य आयुक्त सादिक शेख भी विशेष रूप से उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का संचालन शैलेन्द्र मिश्रा शिविर संचालन द्वारा किया गया तथा राज्य संगठन आयुक्त विजय कुमार यादव ने सभी प्रतिभागियों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए शिविर को सफल बनाने वाले प्रत्येक सहयोगी को धन्यवाद ज्ञापित किया। राज्य स्तरीय कब-बुलबुल उत्सव का यह समापन समारोह बच्चों के कौशल, सृजनात्मकता, आत्मविश्वास और अनुशासन का एक प्रेरणादायी संगम बनकर सामने आया। आयोजन के प्रत्येक क्षण ने यह सिद्ध किया कि यदि बच्चों को सही मार्गदर्शन और मंच मिले, तो वे समाज और राष्ट्र की दिशा बदलने की क्षमता रखते हैं।
सिम्स के दन्त चिकित्सा विभाग ने रचा कीर्तिमान
लगभग 4000 मरीजों का कामयाब ऑपरेशन
बिलासपुर । छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान (सिम्स) बिलासपुर में भर्ती मरीजों के लिए आयुष्मान कार्ड वरदान साबित हुआ है। विगत लगभग दो साल में 598 भर्ती मरीजों की मेजर सर्जरी एवं 3227 माइनर सर्जरी किया जा चुका है। लगभग 4 हजार मरीजों का सफल इलाज कर सिम्स का दंत चिकित्सा विभाग इस मामले में छत्तीसगढ़ के समस्त चिकित्सा महाविद्यालयों के दन्त चिकित्सा विभागों में अव्वल स्थान पर है। सबसे महंगा कहे जाने वाला टीएमजे प्रत्यारोपण जिसमे जबड़े के जॉइंट का प्रत्यारोपण किया जाता है, जिसे निजी अस्पतालों में करवाने पर लाखो रूपए का खर्चा होता है। सिम्स में दन्त चिकित्सा विभाग के द्वारा जटिल सर्जरी को आधुनिक तकनीक से आयुष्मान से निःशुल्क रूप से किया गया। सिम्स के अधिष्ठाता डॉ. रमणेश मूर्ति एवं संयुक्त संचालक एवं अस्पताल अधीक्षक डॉ. लखन सिंह के दिशा-निर्देश एवं डॉ. भूपेंद्र कश्यप के मार्गदर्शन में ऐसे गरीब मरीजों का आयुष्मान कार्ड द्वारा निःशुल्क इलाज उपलब्ध कराने में भी आगे है।
अवगत हो कि अब तक सिम्स के दन्त चिकित्सा विभाग के द्वारा सड़क दुर्घटना (ट्रामा) के 550 मरीज, मुख-कैंसर के 26 मरीज, भालू काटने का 2 मरीज, चेहरे की विषमता के 10 मरीज, कोरोना काल का काला फंगस इन्फेक्शन के 9 मरीज, दाँत निकालने का 3227 मरीजों का सफलता पूर्वक इलाज किया जा चुका है। सड़क दुर्घटना में सामान्यतः चहरे के निचले जबड़े में दाएं एवं बाएं साइड फ्रैक्चर, कंडाईल फ्रैक्चर, ऊपरी जबड़े में दाएं या बायें तरफ की हड्डी टूट जाना, जायगोमैटिक काम्प्लेक्स फ्रैक्चर, नाक की हड्डी का फ्रैक्चर, माथे की हड्डी फ्रैक्चर की हड्डियां टूट जाती है। इन सभी हड्डियां जब एक साथ टूट जाये तो उसे पैनाफेशियल फ्रैक्चर कहते है। जशपुर जिले का मरीज धीर साय का सड़क दुर्घटना में चेहरे की सारी हड्डियां टूट गई थीं तथा चेहरा विकृत हो गया था, जिसका सिम्स के दन्त चिकित्सा विभाग के द्वारा सर्जरी एवं प्लेटिंग की गईं, जिसकी प्रशंसा स्वयं माननीय मुख्य मंत्री विष्णु देव साय जी ने की। गौरतलब है कि सिम्स की बेहतर इलाज की सुविधा को जानते हुए पड़ोसी राज्य से भी मरीज यहाँ आकर अपने दुर्घटनाग्रस्त टूटे हुए जबड़े और चेहरे का इलाज करवाते है। अब तक सिम्स के दन्त चिकित्सा विभाग के द्वारा फ्रैक्चर के 550 मरीजों का सर्जरी एवं प्लेटिंग करके जबड़े को जोड़ा गया है। मुँख- कैंसर के साथ अन्य प्रकार की जबड़े की ट्यूमर से ग्रसित 40 से अधिक मरीजों का सफलता पूर्वक इलाज किया गया है। ऑपरेशन के बाद आईं चेहरे की विकृति को ठीक करने हेतु छाती का मांस निकलकर प्रत्यारोपण भी किया गया है। यह जटिल कैंसर का ऑपरेशन को आयुष्मान कार्ड से दन्त चिकिता विभाग के द्वारा निःशुल्क किया गया है। चेहरे की विषमता यह एक प्रकार का जबड़े की बीमारी है; जिसमे जबड़े का विकास रुक जाता है और मुँह खुलना कम हो जाता है। जिससे मरीज का ऐसे 30 मरीजों का टीएमजे जोड़ को काटकर सफलता पूर्वक इलाज किया गया है। कुछ मरीजों का कृत्रिम जोड़ आर्टिफीसियल टीएमजे जॉइंट प्रत्यारोपण किया गया है। कुछ मरीजों का चेहरा अविकसित होने से टेढ़ा हो जाता है। ऐसे मरीजों में ऊपर-नीचे के जबड़े को काटकर सीधा कर चेहरा सुधारा गया। जिससे मरीजों का आत्मविश्वास बढ़ा और मरीज पहले से अधिक आकर्षक एवं सुंदर हो गया।
दन्त चिकित्सा विभाग के डॉ. भूपेन्द्र कश्यप के निर्देशन एवं देखरेख में विभागाध्यक्ष डॉ. संदीप प्रकाश एवं उनके टीम में शामिल डॉ. जंडेल सिंह ठाकुर, डॉ. हेमलता राजमणि, डॉ. केतकी कीनीकर, डॉ. प्रकाश खरे, डॉ.सोनल पटेल, वार्ड ब्वाय ओमकारनाथ, लैब अटेंडेंट उमेश साहू के साथ निश्चेतना विभागाध्यक्ष डॉ. मधुमिता मूर्ति, डॉ. भावना रायजादा, डॉ. मिल्टन एवं उनकी टीम तथा नर्सिंग स्टाफ शामिल रहे।
महतारी वंदन योजना से उम्मीदें हो रही पूरी
योजना की 18 वीं किश्त हुई जारी
बिलासपुर। महतारी वंदन योजना सरकार की ऐसी योजना जो उन महिलाओं के लिए बड़ा सहारा बनी है जो अपने जीवन में आर्थिक मुश्किलो और संघर्ष का सामना कर रही हैं। अब सरकार से हर माह मिल रही मदद से उनकी मुश्किलें आसान हुई हैं,और उन्हें राहत मिल रही है, जिसके लिए हितग्राही महिलाओं ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का आभार जताया है।
जिले के जरहाभाठा मिनी बस्ती की रहने वाली श्रीमती शिवानी पटेल और श्रीमती अहिल्या बाई के आर्थिक तंगी से जूझते जीवन में महतारी वंदन योजना किसी वरदान से कम नहीं। घरेलू ज़िम्मेदारियाँ, बच्चों की पढ़ाई और दिन-प्रतिदिन की जरूरतें पूरी करना शिवानी के लिए किसी चुनौती से कम नहीं था ,इन्हीं हालातों के बीच एक नई उम्मीद बनकर आई महतारी वंदन योजना। राज्य सरकार की इस संवेदनशील योजना के तहत उन्हें हर महीने ₹1000 की आर्थिक सहायता मिलने लगी। शिवानी पटेल बताती हैं "इस योजना से मिलने वाली राशि से मैं घर का राशन और बच्चों की ज़रूरी चीजें समय पर ले पाती हूँ। पहले दूसरों पर निर्भर रहना पड़ता था, अब अपने पैसे से छोटी छोटी जरूरतें पूरी कर पा रही हूं जिससे आत्मविश्वास बढ़ा है। वहीं अहिल्या बाई कहती हैं, वह लोगों के घरों पर काम कर किसी तरह अपना जीवन चला रही हैं, कोई सहारा नहीं है। लेकिन उम्र के इस पड़ाव पर जब कोई काम करना मुश्किल हो, सरकार की इस मदद से बड़ा सहारा मिला है, बिना काम किए हजार रुपए की मदद हम जैसी गरीब महिलाओं के लिए बड़ी मदद है। अब किसी के आगे छोटी छोटी जरूरतों के लिए मांगना नहीं पड़ता।
दोनों महिलाओं का कहना है कि महतारी वंदन योजना ने उन्हें न केवल आर्थिक सहायता दी है, बल्कि सम्मान और हौसला भी दिया है, जब घर के छोटे बच्चे उनसे पैसे मांगते है, तो वे आसानी से उन्हें दे पाती है यह खुशी भी उनके लिए बड़ी है। महतारी वंदन योजना से आज शिवानी और अहिल्या जैसी अनेक महिलाएं अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव ला रही हैं ,और आत्मसम्मान के साथ अपना जीवन जीने के साथ ही आत्मनिर्भरता की ओर आगे बढ़ रही है।
यूथ रेडक्रास सोसायटी की बैठक 8 अगस्त को
बिलासपुर। भारतीय रेडक्रास सोसायटी अंतर्गत यूथ रेडक्रास सोसायटी की बैठक 8 अगस्त को शाम 5 बजे जल संसाधन विभाग के प्रार्थना सभाकक्ष में रखी गई है। बैठक की अध्यक्षता कलेक्टर संजय अग्रवाल करेंगे। बैठक में सभी शासकीय एवं अशासकीय महाविद्यालयों में यूथ रेडक्रास सोसायटी का गठन एवं अंशदान का प्रेषण, महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालय में रक्तदान शिविरों का आयोजन सुनिश्चित करना एवं प्राथमिक चिकित्सा प्रशिक्षण शिविर और आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन संबंधी विषयों पर चर्चा की जाएगी।
कलेक्टर ने जनदर्शन में सुनी लोगों की समस्याएं
बिलासपुर। कलेक्टर संजय अग्रवाल ने आज साप्ताहिक जनदर्शन में दूर दराज से आए सैकड़ों ग्रामीणों की निजी और सामुदायिक समस्याएं इत्मीनान से सुनी और अधिकारियों को जल्द निराकरण के निर्देश दिए। कलेक्टर ने जनदर्शन में आए किसानों से चर्चा कर खेती-किसानी के ताजा हालात और खाद-बीज की उपलब्धता के बारे में भी जानकारी ली। नगर निगम कमिश्नर अमित कुमार एवं सीईओ जिला पंचायत संदीप अग्रवाल ने भी लोगों की समस्याएं सुनी।
साप्ताहिक जनदर्शन में घुटकू के ग्रामीणों ने शासकीय भूमि में अवैध अतिक्रमण को हटाने की मांग की। उन्होंने बताया कि उप सरपंच के द्वारा अनाधिकृत रूप से शासकीय भूमि में अतिक्रमण कर अवैध रूप से दीवार का निर्माण किया गया है। कलेक्टर ने ग्रामीणों की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए पीडब्ल्यूडी के कार्यपालन अभियंता को जांच के निर्देश दिए है। पोड़ी के सरपंच एवं ग्रामीणों ने कलेक्टर को आवेदन देकर शासकीय स्कूल में अतिरिक्त कमरे की मांग की। कलेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी को आवेदन सौंपते हुए आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए। मस्तुरी ब्लॉक की जयरामनगर निवासी श्रीमती धीरजा बाई ने भूमि मुआवजा की राशि प्रदान किए जाने के संबंध में आवेदन दिया। कलेक्टर ने इस मामले को भू-अर्जन शाखा को सौंपते हुए आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए। चांटीडीह निवासी श्रीमती पुन्नीबाई यादव ने पुत्री की मृत्यु उपरांत आर्थिक सहायता के लिए आवेदन दिया। इस मामले को एसडीएम बिलासपुर देखेंगे। ग्राम बाम्हू निवासी चंदन कुमार सूर्यवंशी ने ट्राईसिकल के लिए आवेदन दिया। कलेक्टर ने आवेदन समाज कल्याण विभाग को प्रेषित करते हुए आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए। भारतीय नगर वार्ड नंबर 25 के नारायण गोस्वामी एवं अन्य लोगों ने तालाब को बचाने एवं सौंदर्यीकरण करने की कलेक्टर से मांग की। इस मामले को नगर निगम आयुक्त देखेंगे। कम्पोजिट बिल्डिंग के कर्मचारियों ने पुरानी कम्पोजिट बिल्डिंग में नया ट्रांसफार्मर लगाने का आवेदन दिया। उन्होंने बताया कि पुरानी कम्पोजिट बिल्डिंग में सभी विभाग के कार्यालय संचालित है। नगर निगम टाउन हॉल में एकमात्र ट्रांसफार्मर स्थापित है। जिससे टाउनहाल एवं पुरानी कम्पोजिट के सभी विभाग के कार्यालय में विद्युत आपूर्ति की जाती है। टाउनहाल परिसर में एकमात्र ट्रांसफार्मर स्थापित होने से लोड अधिक हो जाता है जिससे विद्युत आपूर्ति बाधित होती है। इससे विभागीय कार्य प्रभावित होते है। कलेक्टर ने इस मामले को विद्युत विभाग के कार्यपालन अभियंता को प्रेषित करते हुए आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए।
बिलासपुर में 21,992 राशन कार्ड संदिग्ध, खाद्य विभाग ने शुरू की जांच
बिलासपुर: राशन कार्ड सत्यापन (Ration Card varification) में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। जिले में 21,992 राशन कार्ड ऐसे पाए गए हैं जिन्हें खाद्य विभाग ने आधार-केवायसी के बाद संदिग्ध घोषित कर दिया है। इनमें न सिर्फ कई कार्डधारी सालभर से राशन नहीं ले रहे, बल्कि कुछ हितग्राही ऐसे भी हैं जिनकी उम्र 100 साल से ऊपर दर्ज है।
खाद्य विभाग ने शुरू की जांच
धर्मांतरण और मानव तस्करी के आरोप में गिरफ्तार ननों को मिली जमानत
एनआईए कोर्ट ने 50-50 हजार के बॉन्ड पर दी रिहाई
बिलासपुर । धर्मांतरण और मानव तस्करी के गंभीर आरोपों में दुर्ग से गिरफ्तार की गईं दो ननों को शनिवार को एनआईए कोर्ट, बिलासपुर से 50-50 हजार रुपए के निजी मुचलके पर जमानत मिल गई है। मामले को लेकर राजनीतिक सरगर्मी तेज थी, जिसे कोर्ट के फैसले के बाद फिलहाल राहत मिली है।
गौरतलब है कि इन दोनों ननों को नारायणपुर जिले की दो नाबालिग लड़कियों के साथ दुर्ग से पकड़ा गया था। उनके खिलाफ धर्मांतरण कराने और मानव तस्करी के आरोप लगे थे। मामले ने राज्य ही नहीं, राष्ट्रीय स्तर की सियासत को भी प्रभावित किया।
फैसला शुक्रवार को रखा गया था सुरक्षित
शुक्रवार को ननों को एनआईए कोर्ट में पेश किया गया था, जहां सुनवाई पूरी होने के बाद कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया था। शनिवार को सुनवाई में जज ने दोनों ननों को जमानत देने का आदेश जारी किया।
राजनीति गरमाई, कांग्रेस का प्रदर्शन
इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस ने संसद तक विरोध जताया। इंडिया गठबंधन के कई सांसद दुर्ग जेल पहुंचकर ननों से मिले और भाजपा सरकार पर धार्मिक उत्पीड़न का आरोप लगाया। वहीं, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने साफ कहा था कि राज्य में धर्मांतरण को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
फिलहाल, कोर्ट के फैसले से ननों को राहत मिली है, लेकिन मामले की जांच जारी है और सियासी गर्मी अभी थमी नहीं है। अब निगाहें इस केस की अगली सुनवाई और पुलिस की जांच रिपोर्ट पर टिकी हैं