छत्तीसगढ़ / दुर्ग
CGMSCL घोटाला: मोक्षित कॉर्पोरेशन के ठिकानों पर ईडी का छापा...
दुर्ग । दुर्ग जिले में एक बार फिर प्रवर्तन निदेशालय ( ईडी ) की टीम ने दबिश दी है। ईडी के अधिकारियों ने मोक्षित कॉर्पोरेशन के दुर्ग स्थित तीन घर और ऑफिस में छापा मारा है। रेड में दो दर्जन से अधिक अधिकारी शामिल हैं। वहीं इलाके में सीआरपीएफ के जवान भी बड़ी संख्या में मौजूद हैं। छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज कॉरपोरेशन लिमिटेड गड़बड़ी मामले में जांच चल रही है। इससे पहले भी ईओडब्ल्यू और एसीबी ने संयुक्त रेड की थी। मोक्षित कॉरपोरेशन केंद्रीय एजेंसी के रडार पर 650 करोड़ से अधिक के घोटाले से मामला जुड़ा है।
इसी साल जनवरी महीने में अस्पतालों में रीएजेंट सप्लाई में गड़बड़ी के आरोप को लेकर निशाने पर रहे दुर्ग के मोक्षित कार्पोरेशन पर ईओडब्ल्यू और एसीबी की टीम ने ताबड़तोड़ छापे मारे थे। अलग -अलग टीमों ने कार्पोरेशन के दुर्ग, रायपुर तथा हरियाणा के एक दर्जन ठिकानों में धावा बोला था। रीएजेंट और मशीन उपलब्ध कराने वाली इस कंपनी द्वारा सप्लाई सामग्री की हरिभूमि की टीम ने पड़ताल कर प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी। विस में भी यह मामला उठा था। उसके बाद एसीबी, ईओडब्ल्यू ने 22 जनवरी को मोक्षित कार्पोरेशन के खिलाफ अपराध दर्ज किया था।
इलेक्ट्रानिक के साथ निवेश संबंधित दस्तावेज हुए थे जब्त
एसीबी ने मोक्षित कार्पोरेशन से जुड़े लोगों के कार्यालय के साथ निवास में भी जांच की थी। इस दौरान जांच टीम ने कारोबारी के ठिकानों से लेन-देन संबंधित तथा माल आपूर्ति करने पूर्व में लिए गए टेंडर के दस्तावेज के साथ कई महत्वपूर्ण कागजात जब्त किए थे। यहां से कई महत्वपूर्ण इलेक्ट्रॉनिक दस्तावेज मिलने का दावा भी किया जा रहा था।
मृतक के परिजन को मिली 4 लाख रूपए की आर्थिक सहायता
दुर्ग। कलेक्टर अभिजीत सिंह ने दुर्घटना में मृतक के परिजन को 4 लाख रूपए की आर्थिक सहायता अनुदान राशि स्वीकृत की है। प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम करेला डीही तहसील पाटन जिला दुर्ग निवासी खेमलाल कश्यप की विगत 05 सितंबर 2024 को तालाब में डूबने से मृत्यु हो गई थी। कलेक्टर द्वारा शासन के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन के प्रावधानों के अनुरूप स्व. खेमलाल कश्यप की पत्नि श्रीमती विजयलक्ष्मी कश्यप को 4 लाख रूपए की आर्थिक सहायता अनुदान राशि स्वीकृत की गई है।
स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण के लिए तैयारी जोरों पर
अब तक 30 हजार नागरिक फीडबैक दर्ज
दुर्ग। स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण 2025 का आयोजन पेयजल एवं स्वच्छता विभाग, भारत सरकार द्वारा किया जा रहा है। सर्वेक्षण कार्य के लिए केंद्र सरकार ने एकेडमी ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज, एएमएस लखनऊ को स्वतंत्र एजेंसी के रूप में चयनित किया है, जो अगस्त माह से दुर्ग जिले में फील्ड सर्वेक्षण का कार्य प्रारंभ करेगी।
इस राष्ट्रीय सर्वेक्षण के तहत ग्राम पंचायतों में स्वच्छता और साफ-सफाई का मूल्यांकन कर रैंकिंग तय की जाएगी, जो न केवल जिले की बल्कि राज्य और देश की रैंकिंग को भी प्रभावित करेगी। इसी क्रम में जिला प्रशासन द्वारा व्यापक प्रचार-प्रसार अभियान चलाया जा रहा है ताकि आम जनता की भागीदारी सुनिश्चित हो सके और जिले को बेहतर रैंक प्राप्त हो।
दीवार लेखन के माध्यम से जागरूकता -
कलेक्टर अभिजीत सिंह एवं जिला पंचायत सीईओ बजरंग दुबे के मार्गदर्शन में जिले की सभी ग्राम पंचायतों के पंचायत भवनों, स्कूलों, आंगनबाड़ी केंद्रों, सामुदायिक शौचालयों एवं अन्य सार्वजनिक भवनों में एसएसजी-2025 का लोगो एवं स्वच्छता संदेशों का दीवार लेखन कार्य पूर्ण कर लिया गया है। प्रत्येक पंचायत में 5 से 10 प्रकार के दीवार लेखन कराए गए हैं।
फीडबैक में जनता की भागीदारी
स्वच्छ सर्वेक्षण के अंतर्गत अब तक जिले में लगभग 30 हजार नागरिक फीडबैक दर्ज किए जा चुके हैं। इसमें जनपद पंचायत धमधा ने सबसे अधिक 13 हजार फीडबैक, पाटन से 10 हजार और दुर्ग जनपद से 7 हजार फीडबैक शामिल हैं। यह फीड बैक स्वच्छाग्रही, स्वच्छता समूह और बिहान योजना से जुड़ी महिलाओं के सक्रिय सहयोग से एकत्रित किए जा रहे हैं।
मोबाइल के माध्यम से ग्रामीण दे रहे फीडबैक -
ग्राम पंचायतों के सरपंच, सचिव एवं रोजगार सहायकों के सहयोग से ग्रामीणों को मोबाइल के माध्यम से फीडबैक देने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। जिला प्रशासन ने 30 जुलाई तक अधिकतम फीडबैक प्राप्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। जिले के सभी विभागों के ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यरत मैदानी अमलों को अधिक से अधिक फीडबैक करवाने के लिए निर्देशित किया गया है।
जनदर्शन में किसानों ने लगाई गुहार
जनदर्शन में 107 आवेदन प्राप्त हुए
दुर्ग। जिला कार्यालय के सभाकक्ष में कलेक्टर अभिजीत सिंह ने जनदर्शन कार्यक्रम में पहुंचे जनसामान्य लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनी। उन्होंने जनदर्शन में पहुंचे सभी लोगों की समस्याओं को गंभीरता से सुना और समुचित समाधान एवं निराकरण करने संबंधित विभागों को शीघ्र कार्यवाही कर आवश्यक पहल करने को कहा। जनदर्शन कार्यक्रम में डिप्टी कलेक्टर उत्तम ध्रुव भी मौजूद थे। जनदर्शन में अवैध कब्जा, आवासीय पट्टा, प्रधानमंत्री आवास, भूमि सीमांकन कराने, आर्थिक सहायता राशि दिलाने सहित विभिन्न मांगों एवं समस्याओं से संबंधित आज 107 आवेदन प्राप्त हुए।
भिलाई पार्षद वार्ड-03 निवासी ने पुराने विद्युत पोल को बदलने आवेदन दिया। उन्होंने बताया कि भिलाई माडल टाऊन वार्ड-03 की श्रमिक बाहुल्य बस्तियाँ में 30 साल पुराने, जर्जर व झुके हुए बिजली के खंभों में दरारें, तारों का जाल और झुकाव बच्चों व राहगीरों के लिए खतरा पैदा कर रहा है। प्रधानमंत्री आवास और सड़क निर्माण के बाद खंभों की ऊँचाई कम हो गई है, जिससे तार और ज्यादा नीचे लटकने लगे हैं।स्थानीय नागरिकों ने इस संबंध में विद्युत विभाग को भी आवेदन दिया गया है। उन्होंने पुराने खंभों को हटाकर ऊँचे लोहे के खंभे लगाने की मांग की। इस पर कलेक्टर ने विद्युत विभाग को निरीक्षण कर आवश्यक कार्यवाही करने को कहा। वार्ड क्रमांक 54, पोटियाकला के किसानों ने एग्रीस्टेक कृषक रजिस्ट्रेशन में तकनीकी समस्या के चलते किसान पंजीयन नही होने की शिकायत की। किसानों ने बताया कि प्रक्रिया में तकनीकी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। रजिस्ट्रेशन के दौरान खसरा नंबर नहीं दिखने की समस्या के कारण पंजीयन अधूरा रह जाता है। इस वजह से किसान सोसायटी में धान पंजीयन और बिक्री नहीं कर पा रहे हैं। मजबूरन उन्हें फसल बिचौलियों को कम दाम में बेचनी पड़ रही है, जिससे आर्थिक नुकसान हो रहा है। इस पर कलेक्टर ने भू-अभिलेख को तत्काल आवश्यक कार्यवाही करने को कहा।
बघेरा-कोटनी के किसानों ने बताया कि बघेरा रेलवे फाटक से कोटनी मार्ग तक लोक निर्माण विभाग द्वारा बनाई गई नवीन नाली अधूरी व गलत लेवल पर बनी है, जिससे पानी निकासी रुक गई है। पहले कच्ची नाली से पानी निकल जाता था, लेकिन अब नाली खेत से ऊँची बन गई है, जिससे खेतों में पानी भरकर फसलें डूब रही हैं। करीब 100 एकड़ क्षेत्र की फसलें जलभराव से खराब हो चुकी हैं, जिससे बघेरा, कोटनी और मोहलाई खार के किसानों को भारी नुकसान हुआ है। किसानों ने मांग की है कि नाली का लेवल ठीक कर, उसे एसटीएफ बाईपास छोर व शनि मंदिर सरार तक पूरा किया जाए ताकि खेतों से पानी निकासी हो सके। इस पर कलेक्टर ने लोक निर्माण विभाग को निरीक्षण कर आवश्यक कार्यवाही करने को कहा। जनदर्शन में नगर निगम दुर्ग, रिसाली, भिलाई, खाद्य विभाग, समाज कल्याण विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
अब हर गतिविधि पर होगी तीसरी आंख की नजर, दुर्ग में लगाए जाएंगे नए 642 CCTV कैमरे
भिलाई : जिले की सुरक्षा व्यवस्था को और सुदृढ़ करने के लिए पुलिस प्रशासन ने निगरानी के स्तर पर बड़ा कदम उठाया है। पूरे दुर्ग जिले को अब सीसीटीवी कैमरों के मजबूत जाल से जोड़ा जा रहा है, ताकि अपराधियों की हर गतिविधि पर चौकसी रखी जा सके।
धर्मांतरण के झूठे आरोपों के विरोध में मसीही समाज का प्रदर्शन
जामुल थाने के सामने गाया धार्मिक गीत
भिलाई । कैलाशनगर चर्च में बीते रविवार को धर्मांतरण के आरोपों के बाद पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई के विरोध में बुधवार को मसीही समाज ने जामुल थाने के सामने शांतिपूर्ण लेकिन दृढ़ प्रदर्शन किया। समाज के लोगों ने थाने के सामने बैठकर धार्मिक गीत गाए और प्रशासन पर पक्षपातपूर्ण कार्रवाई का आरोप लगाते हुए असामाजिक तत्वों पर एफआईआर की मांग की।
इस प्रदर्शन के दौरान यूनाइटेड क्रिश्चियन काउंसिल के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर जोनाथन जॉन ने कहा कि जैसे किसी को मंदिर, मस्जिद या गुरुद्वारा जाने से रोका नहीं जा सकता, वैसे ही किसी को गिरिजाघर आने से रोकना या वहां जाने पर मारपीट करना सीधे धार्मिक स्वतंत्रता का हनन है। कुछ असामाजिक तत्व हमारे समुदाय को राजनीतिक फायदे के लिए निशाना बना रहे हैं।
धर्मगुरुओं को जेल भेजने पर भड़का आक्रोश
प्रदर्शन कर रहे लोगों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने बिना सटीक जांच के 6 लोगों को झूठे आरोप में जेल भेज दिया। यही नहीं, जेल में बंद धर्मगुरुओं के साथ कथित मारपीट और अमानवीय व्यवहार किया गया। प्रदर्शनकारियों का दावा है कि मानवाधिकारों का उल्लंघन हुआ है, और उनके धर्मगुरुओं के शरीर पर अब भी चोट के निशान हैं।
प्रशासन से की निष्पक्ष कार्रवाई की मांग
प्रदर्शन के दौरान भिलाई नगर सीएसपी सत्यप्रकाश तिवारी और उप पुलिस अधीक्षक मोनिका नवी पांडेय मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों से बातचीत की।
मसीही समाज ने साफ कहा कि अगर कोई व्यक्ति जबरदस्ती धर्मांतरण कराता है तो उस पर कार्रवाई होनी चाहिए, लेकिन झूठे आरोप लगाकर पूरे समाज को निशाना बनाना बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
उग्र आंदोलन की चेतावनी
समुदाय के नेताओं ने चेतावनी दी है कि अगर झूठे मामलों की जांच नहीं हुई और धर्मगुरुओं के साथ हुई ज्यादती पर कार्रवाई नहीं हुई, तो मसीही समाज उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होगा।
“हम शांति चाहते हैं, लेकिन अगर प्रशासन आंख मूंदे बैठा रहा तो सड़कों पर उतरना हमारी मजबूरी होगी,” – प्रदर्शन में शामिल एक वरिष्ठ मसीही प्रतिनिधि ने कहा।
क्या है मामला?
बीते रविवार कैलाशनगर चर्च में धार्मिक सभा के दौरान धर्मांतरण के आरोप लगाकर 6 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इसके बाद से मसीही समाज में नाराजगी और आक्रोश है। समाज का कहना है कि यह सब राजनीतिक उद्देश्यों से प्रेरित है और धार्मिक स्वतंत्रता पर सीधा हमला है।
पिकनिक मनाने पहुंचे 6 दोस्तों के साथ हादसा: एनीकट में डूबे दो किशोर
दुर्ग । पिकनिक मनाने रायपुर से दुर्ग पहुंचे छह दोस्तों की मस्ती एक दर्दनाक हादसे में बदल गई। अमलेश्वर क्षेत्र के ग्राम जमराव स्थित एनीकट में बुधवार को नदी में नहाने उतरे दो किशोर पानी के तेज बहाव में बह गए। हादसे में यशवंत (16) और आशीष सरोज (15) की मौत हो गई। गुरुवार सुबह रेस्क्यू टीम ने आशीष का शव भी बरामद कर लिया।
नहाने उतरे और लौटे नहीं
घटना बुधवार, 24 जुलाई की है। रायपुर से आए छह दोस्त पिकनिक मनाने के लिए जमराव एनीकट पहुंचे थे। दोपहर खाना खाने के बाद यशवंत और आशीष नहाने के लिए खारून नदी में उतर गए। उस वक्त पानी का बहाव काफी तेज था। दोनों बहते चले गए और कुछ ही देर में नजरों से ओझल हो गए।
चीख-पुकार और रेस्क्यू ऑपरेशन
दोस्तों को डूबता देख अन्य साथियों ने शोर मचाया और मदद मांगी। सूचना पर एसडीआरएफ दुर्ग की टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। बुधवार शाम को यशवंत का शव एनीकट से लगभग 30 मीटर दूर मिला, लेकिन अंधेरा होने की वजह से सर्च ऑपरेशन रोकना पड़ा।
गुरुवार को मिला आशीष का शव
गुरुवार सुबह फिर से तलाशी शुरू की गई और कुछ ही घंटों बाद आशीष का शव भी बरामद कर लिया गया। दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और परिजनों को सूचना दी गई है। रायपुर लौटते वक्त शवों के साथ बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
पुलिस कर रही है जांच
पुलिस मामले की जांच में जुटी है। स्थानीय प्रशासन ने लोगों से नदी के तेज बहाव में न उतरने की अपील की है, खासकर बरसात के इस मौसम में जब पानी का स्तर तेजी से बदलता है।
यह हादसा एक बार फिर से याद दिलाता है कि प्राकृतिक जल स्रोतों में सावधानी बेहद जरूरी है, वरना चंद पलों की लापरवाही भारी पड़ सकती है।
समय-सीमा बैठक में कलेक्टर ने विभागीय कामकाज की समीक्षा की
दुर्ग । कलेक्टर अभिजीत सिंह ने कलेक्ट्रेट के सभाकक्ष में बुधवार को समय-सीमा की बैठक आयोजित कर विभागवार कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने पिछली बैठक में दिए गए निर्देशों और लंबित प्रकरणों की स्थिति की जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने सुशासन तिहार के अंतर्गत प्राप्त आवेदनों के निराकरण के निर्देश दिए और 30 जुलाई को मुरमुंदा में शिविर लगाकर ग्रामीणजनों को उनके आवेदनों के निराकरण की स्थिति की जानकारी दी जाए।
ई-ऑफिस प्रणाली के प्रभावी क्रियान्वयन पर जोर देते हुए कलेक्टर ने सभी विभागों को निर्देश दिए कि आगे से समस्त नयी फाइले ऑनलाइन माध्यम से संचालित की जाएं। दीनदयाल उपाध्याय भूमिहीन कृषि मजदूर कल्याण योजना को लेकर उन्होंने कहा कि पात्र हितग्राहियों की सूची तैयार की जाए और उनके आधार नंबर तथा बैंक खाता विवरण पहले से एकत्र कर लिए जाएं। ग्राम पंचायतों और नगरीय निकायों को तैयारी रखने को कहा गया ताकि पोर्टल खुलते ही पंजीयन की प्रक्रिया तत्काल शुरू की जा सके। रजत जयंती वर्ष के आयोजनों को लेकर कलेक्टर ने सभी विभागों को कार्ययोजना तैयार करने और कार्यक्रमों में नवाचार के साथ अधिकतम जनभागीदारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
स्वच्छ भारत मिशन शहरी 2.0 के अंतर्गत नगरीय निकायों में अनुपचारित जल प्रबंधन के लिए परियोजना प्रस्ताव जल्द तैयार करने को कहा गया। उन्होंने 400 केव्ही डबल सर्किट पावरग्रिड रायपुर-पुल-धमतरी ट्रांसमिशन लाइन के अंतर्गत प्रभावित किसानों को शीघ्र मुआवजा वितरण सुनिश्चित करने के निर्देश सभी एसडीएम को दिए। साथ ही जिला शिक्षा अधिकारी से विद्यार्थियों के स्थायी जाति प्रमाण पत्र और निवास प्रमाण पत्र बनाकर विद्यालयों में वितरण की योजना की प्रगति की जानकारी ली। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्राप्त प्रकरणों को संबंधित तहसीलों को शीघ्र भेजा जाए ताकि सत्यापन कर प्रमाण पत्र तैयार किए जा सकें। इसके अलावा स्कूलों में शिविर लगाकर विद्यार्थियों के आधार कार्ड में बायोमेट्रिक अपडेट करने को भी कहा गया।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को सिकलिंग जांच की संख्या में वृद्धि करने के निर्देश दिए गए। वहीं रामलला दर्शन (अयोध्या धाम) योजना के तहत 6 अगस्त से पहले सभी आवश्यक व्यवस्थाएं पूर्ण करने के निर्देश भी दिए गए। जिला साक्षरता अधिकारी को समग्र शिक्षा अभियान के अंतर्गत स्वीकृत निर्माण कार्यों को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए गए हैं। बैठक में सहायक कलेक्टर अभिजीत बबन पठारे, एडीएम विरेन्द्र सिंह, नगर निगम दुर्ग आयुक्त सुमीत अग्रवाल, नगर निगम रिसाली आयुक्त मोनिका वर्मा, नगर निगम भिलाई चरोदा आयुक्त दशरथ राजपूत, संयुक्त कलेक्टर हरवंश मिरी, सिल्ली थॉमस एवं लता उर्वशा, एसडीएम सोनल डेविड, महेश राजपूत एवं हितेश पिस्दा, डिप्टी कलेक्टर उत्तम ध्रुव सहित समस्त विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
रानीतराई में हुआ वित्तीय साक्षरता व जागरूकता शिविर, बैंकिंग सेवाओं की दी गई विस्तृत जानकारी
दुर्ग । ग्राम पंचायत रानीतराई, विकासखंड पाटन में वित्तीय संतृप्ति अभियान के अंतर्गत वित्तीय साक्षरता एवं जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में ग्रामीणों को बैंकिंग सेवाओं, डिजिटल सुरक्षा एवं सरकारी योजनाओं की जानकारी दी गई। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भारतीय रिजर्व बैंक रायपुर से दिग्विजय राउत, नाबार्ड से अंशु गोयल, एवं जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक दुर्ग संजय गर्ग उपस्थित रहे। इनके साथ एफएलसी दुर्ग, बैंक शाखा प्रबंधक, बैंक मित्र और समर्पित संस्था के काउंसलर भी कार्यक्रम में मौजूद थे।
शिविर में उपस्थित ग्रामीणों को बैंकिंग सेवाओं जैसे बचत, बजट, निवेश, एटीएम का सुरक्षित उपयोग, मोबाइल और इंटरनेट बैंकिंग तथा प्रधानमंत्री जनधन योजना, सुरक्षा बीमा योजना, जीवन ज्योति बीमा योजना और अटल पेंशन योजना के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा बैंकिंग लोकपाल, सचेत पोर्टल, शिकायत निवारण प्रणाली और डिजिटल लेन-देन से जुड़ी धोखाधड़ी से बचाव पर भी विशेष जानकारी साझा की गई। इसके साथ ही टोल फ्री नंबर 14448 और साइबर हेल्पलाइन 1930 की जानकारी देकर ग्रामीणों को जागरूक किया गया कि किसी भी संदेहास्पद गतिविधि की स्थिति में तुरंत संपर्क करें। इस शिविर में स्व-सहायता समूह की महिलाओं की भागीदारी विशेष रूप से उल्लेखनीय रही, जिन्होंने बैंकिंग प्रणाली से जुड़ने और योजनाओं का लाभ लेने में विशेष रुचि दिखाई।
दामाद ने ससुर पर डाला पेट्रोल, लगाई आग – मामला दर्ज
भिलाई । जामुल थाना में बसंत विश्वकर्मा ने एफआईआर दर्ज करवाया है. उसने पुलिस को बताया कि रविवार की रात करीब 1 बजे वह घर में चादर ओढ़कर सो रहा था. तब उस पर पेट्रोल डालकर आग लगा दिया. उठकर देखा तो दामाद आग लगाकर भाग रहा था. आग लगने से चेहरा, गला, हाथ, पीठ जल गया. इसकी जानकारी परिवार के सदस्यों को दी. पुलिस ने मामला दर्ज कर विवेचना में लिया है.
बसंत ने बताया कि उसकी बड़ी बेटी यमुना से प्रभु ने प्रेम विवाह किया है. वे दोनों नारधा में किराए का मकान लेकर रहे रह थे, कुछ दिन पहले यमुना बिना बताए कहीं चली गई. उसके गुम इंसान की शिकायत थाना में दर्ज करवाया. दामाद अपने ससुर पर ही संदेह कर रहा था कि उसने अपनी बेटी को भगाया है. इस बात से दामाद रंजिश रखता है. आशंका है कि इस वजह से ही उसने यह कदम उठाया है
छत्तीसगढ़ को स्किल हब बनाने की दिशा में बड़ा कदम
8183 युवाओं को दी गई ऑनलाइन स्किल ट्रेनिंग, 25 युवाओं को मुख्यमंत्री द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर किया गया सम्मानित
दुर्ग । जिले के भिलाई स्थित रूंगटा यूनिवर्सिटी में आयोजित विश्व युवा कौशल उत्सव 2025 के समापन समारोह में आज छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस ऐतिहासिक अवसर पर रूंगटा यूनिवर्सिटी ने वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में नया कीर्तिमान दर्ज किया, जिससे न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि पूरे प्रदेश के युवाओं को कौशल विकास क्षेत्र में एक नई दिशा मिली है। ऑनलाइन मोड से युवाओं को विभिन्न देशों के विशेषज्ञों द्वारा एक से अधिक कौशलों की ट्रेनिंग दी गई। इस पहल के पहले चरण में 8183 युवाओं को ऑनलाइन माध्यम से विभिन्न विधाओं से संबंधित स्किल की ट्रेनिंग दी गई। जिसमें से 25 युवाओं को स्किल डेवलेपमेंट के लिए प्रशस्ति पत्र देकर मुख्यमंत्री ने सम्मानित किया। इस अवसर पर रूंगटा यूनिवर्सिटी ने अग्रणी कंपनियां गूगल, आईबीएम, और इंटरनेशनल काउंसिल के साथ मिलकर ज्वाइंट डिग्री प्रोग्राम की शुरुआत की। साथ ही हार्वेड और कैम्ब्रिज के बीच एमओयू हुआ। इससे युवाओं को वैश्विक स्तर की शिक्षा और प्रशिक्षण प्राप्त करने का अवसर मिलेगा।
समारोह को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि यह आयोजन इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में अंकित हो गया है। गोल्ड बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड की टीम यहां आई है और उन्होंने यहां 8,183 प्रतिभागियों को एक सप्ताह के भीतर दिये गये प्रशिक्षण के लिए इसे प्रमाणित कर इसका सर्टिफिकेट संस्था को प्रदान किया है। मुख्यमंत्री श्री साय ने रूंगटा विश्वविद्यालय प्रबंधन को बधाई देते हुए कहा कि प्रबंधन ने प्रशिक्षण का यह आयोजन पूरा निःशुल्क किया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार युवाओं को आत्मनिर्भर और हुनरमंद बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। भिलाई को इस्पात नगरी के साथ ही मिनी इंडिया भी कहा जाता है। शिक्षा के क्षेत्र में रूंगटा यूनिवर्सिटी का योगदान सराहनीय है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ ने 25 वर्षों में हर क्षेत्र में उल्लेखनीय विकास किया है और इस वर्ष को हम रजत जयंती वर्ष के रूप में मना रहे हैं। जब डॉ. रमन सिंह मुख्यमंत्री बने थे, तब राज्य में उच्च शिक्षा की संस्थाओं का विस्तार हुआ। आज छत्तीसगढ़ में 15 मेडिकल कॉलेज, आईआईटी, आईआईएम, ट्रिपलआईटी, सिपेट, एम्स, और लॉ यूनिवर्सिटी जैसे राष्ट्रीय संस्थान मौजूद हैं। हमारे राज्य ने शिक्षा ही नहीं, स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी बड़ी प्रगति की है। पिछले डेढ़ साल में हम सुशासन स्थापित करने की दिशा में लगातार प्रयासरत हैं। शासन को पारदर्शी बनाने के लिए अधिकांश सेवाएं ऑनलाइन कर दी गई हैं, जिससे भ्रष्टाचार के रास्ते बंद हुए हैं और राजस्व वृद्धि हुई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ खनिज संपदा से समृद्ध प्रदेश है और राज्य को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में हर नागरिक की भागीदारी आवश्यक है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम ‘‘विकसित भारत-विकसित छत्तीसगढ़’’ निर्माण के लिए काम कर रहे हैं और यह इतना बड़ा कार्य है कि इसमें समाज के हर वर्ग की भागीदारी जरूरी है और यह कार्य बड़े पैमाने पर होना चाहिए, जैसा कि आज हुआ है। प्रधानमंत्री का पद ग्रहण करने के अगले वर्ष ही 2015 में हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने “स्किल इंडिया मिशन” आरंभ किया। इस मिशन ने देश की तस्वीर ही बदल दी। जब यह मिशन आरंभ हुआ, उस समय भारत दुनिया की दसवें नंबर की अर्थव्यवस्था था। आज एक दशक के भीतर हमारा देश जापान को भी पीछे छोड़कर चौथे स्थान पर आ चुका है। प्रधानमंत्री जी ने जिस तरह से मेगा प्लेसमेंट कैंप देश भर में आयोजित किये हैं उससे देश भर में नियोक्ताओं को कुशल लोग मिले हैं और कुशल लोगों को उपयुक्त नियोक्ता मिले हैं। यह संतुलन बहुत जरूरी था और यह डबल इंजन की सरकार में हो रहा है।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना एक बेहद महत्वपूर्ण योजना है। प्रायः यह होता है कि कोई युवा जब किसी उद्योग में नौकरी के लिए आवेदन करते हैं तो उन्हें कहा जाता है कि अनुभव बताओ। स्वाभाविक रूप से यह इसलिए होता है कि एकदम से नया व्यक्ति संस्थान के लिए उतना उपयोगी नहीं होता, कुछ चीजें सीखता है तभी प्रभावी परिणाम दे पाता है। अब इंटर्नशिप योजना से युवाओं को प्रशिक्षण के दौरान इंसेटिव मिल रहा है। इस एक पहल ने युवाओं के लिए संभावनाओं के द्वार खोल दिये हैं।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि हमारी सरकार ने युवाओं के लिए अवसर खोलने नई औद्योगिक नीति में अनेक प्रावधान किये हैं। इसमें सबसे महत्वपूर्ण प्रावधान यह है कि एक हजार से अधिक स्थानीय लोगों को रोजगार देने पर अनुदान प्रावधान किये गये हैं। पूरे प्रदेश में उद्योग लगाने पर अनुदान प्रावधान किये गये हैं लेकिन बस्तर और सरगुजा में उद्योग लगाने और भी रियायतें दी गई हैं। बस्तर और सरगुजा औद्योगिक उड़ान के लिए तैयार हैं और यहां के स्थानीय लोगों को इन अवसरों का लाभ दिलाने हम भी तैयार हैं। हमारी सरकार ने बस्तर के सभी 32 विकासखंडों में स्किल इंडिया का काम शुरू कर दिया है। नई औद्योगिक नीति में हमने आकर्षक प्रावधान रखे हैं। इज आफ डूइंग बिजनेस और इज आफ लिविंग को बढ़ावा देते हुए हमने सिंगल विंडो सिस्टम के माध्यम से क्लीयरेंस की प्रक्रिया को बेहद आसान कर दिया है। जब हम नई औद्योगिक नीति को लेकर देश के महानगरों में गये तो हमने जितना सोचा था, उससे कहीं बेहतर रिस्पांस मिला। अब तक हमें 6 लाख 75 हजार करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव मिल चुके हैं और इनके अनुमोदन की प्रक्रिया तेजी से जारी है। इस नवीन औद्योगिक क्रांति की संभावनाओं के चलते हमारे जो युवा रोजगार के अवसरों के लिए बाहर जाने से हिचकते हैं उनके लिए स्वर्णिम अवसर उपलब्ध होंगे। नवा रायपुर में फार्मास्युटिकल कंपनी का शुभारंभ विगत दिवस हुआ है। यह कंपनी रायपुर में दो कारणों से स्थापित हुई, पहले तो हमने यहां फार्मा हब बनाया, दूसरा फार्मास्युटिकल इंडस्ट्री में निवेश में नई औद्योगिक नीति में विशेष प्रावधान हैं। इस इंडस्ट्री से जरा दूर ही दो महीने पहले हमने प्रदेश के पहले सेमीकंडक्टर यूनिट का शिलान्यास किया। यह भी इसलिए हो सका क्योंकि हमने एआई और आईटी के क्षेत्र में निवेश पर विशेष अनुदान प्रावधान किये हैं। एआई में बड़ी संभावनाओं को देखते हुए हमने देश का पहला एआई डाटा सेंटर पार्क नवा रायपुर में स्थापित किया है। मुख्यमंत्री ने इस बात की गहरी खुशी जतायी कि निजी क्षेत्र की रुंगटा विश्वविद्यालय जैसी संस्थाएं हुनरमंद लोगों को तैयार करने के सरकार के प्रयासों में बराबर की सहयोगी है। उन्होंने प्रशिक्षण लेने वाले प्रतिभागियों और विश्वविद्यालय परिवार को इस सफलता के लिए बहुत बधाई दी।
कार्यक्रम को सांसद विजय बघेल और विधायक रिकेश सेन ने भी संबोधित किया। रूंगटा युनिवर्सिटी के कुलपति संतोष रूंगटा ने स्वागत उद्बोधन में युनिवर्सिटी की कार्य गतिविधियों से अवगत कराया। उन्होंने युनिवर्सिटी प्रबंधन की ओर से मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री साय एवं अन्य अतिथियों को शॉल एवं स्मृति चिन्ह भेंट किया। इस अवसर पर संभाग आयुक्त एस.एन. राठौर, आईजी आर.जी. गर्ग, कलेक्टर अभिजीत सिंह एवं रूंगटा युनिवर्सिटी के प्रोफेसर, विषय विशेषज्ञ प्राध्यापक एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।
दुर्ग जिले में अब तक 358.7 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज
दुर्ग। जिले में 1 जून 2025 से 20 जुलाई 2025 तक 358.7 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है। कार्यालय कलेक्टर भू अभिलेख शाखा से प्राप्त जानकारी के अनुसार 1 जून से अब तक सार्वाधिक वर्षा 465.2 मिमी अहिवारा तहसील में तथा न्यूनतम 279.0 मिमी. तहसील धमधा में दर्ज की गई है। इसके अलावा तहसील बोरी में 304.0 मिमी, तहसील पाटन में 439.0 मिमी, तहसील भिलाई-3 में 297.8 मिमी और तहसील दुर्ग में 366.5 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। 20 जुलाई को तहसील दुर्ग में 16.6 मिमी, तहसील धमधा में 0.0 मिमी, तहसील पाटन में 17.0 मिमी, तहसील बोरी में 32.0 मिमी, तहसील भिलाई 3 में 1.2 मिमी और तहसील अहिवारा में 25.4 मिमी वर्षा दर्ज की गई है।
दिव्यांग बच्चों के चेहरे पर लौटी मुस्कान
भिलाई । समावेशी शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण पहल करते हुए सामाजिक संगठन गोल्डन एम्पथी (जीई) फाउंडेशन ने विशेष आवश्यकता वर्ग वाले बच्चों को नि:शुल्क स्कूल बैग, नोटबुक और पेन का वितरण किया। शिक्षण सामग्री मिलने पर विशेष बच्चों के चेहरे खिल उठे और सभी ने अपनी पढ़ाई पूरी करने का वादा किया।
विवेकानंद सभागार, दुर्ग में आयोजित इस कार्यक्रम में बौद्धिक दिव्यांग, श्रवण बाधित, अस्थिबाधित, अल्प दृष्टि बाधित, मस्तिष्क पक्षाघात और सीखने की क्षमता में कमी से प्रभावित बच्चे लाभान्वित हुए। फाउंडेशन के संयोजक प्रदीप पिल्लई ने बताया कि इस पहल का उद्देश्य इन विशेष बच्चों को शिक्षा में समान अवसर देना और उनके आत्मविश्वास को सशक्त बनाना है। उन्होंने कहा कि फाउंडेशन भविष्य में भी इस प्रकार के सेवा कार्यों के माध्यम से शिक्षा और सामाजिक सशक्तिकरण की दिशा में अपनी प्रतिबद्धता निभाता रहेगा।
जीई फाउंडेशन की इस पहल की सराहना करते हुए समग्र शिक्षा से जिला परियोजना समन्वयक सुरेंद्र पांडेय ने कहा कि समावेशी शिक्षा को मजबूती देने की दिशा में यह एक सराहनीय प्रयास है, जिससे विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को मुख्यधारा की शिक्षा प्रणाली से जोड़ने में सहायता मिलेगी। उन्होंने कहा कि आज इन बच्चों के चेहरों पर मुस्कान और आत्मविश्वास की झलक इस बात का प्रमाण है कि यदि सही सहयोग और संसाधन मिलें, तो हर बच्चा अपनी क्षमताओं को पूरी तरह विकसित कर सकता है।
कार्यक्रम में सहायक समन्वयक आई.के रामटेके, यूआरसी-श्रीमती किरण चंदवानी, बीआरसी श्रवण कुमार सिन्हा,चन्द्र किरण दुबे, पुष्पा भट्टाचार्य, खुमति उईके, इतिदास गुप्ता, माया डोमरे, दुर्गा साहू और उत्तम चंद्रवंशी तथा जीई फाउंडेशन से सुरुचि टावरी, अनुपमा मेश्राम, मोनिका सिंह, विशाखा मनगुड़े, प्रकाश देशमुख व अजीत सिंह सहित शिक्षकों, अभिभावकों और सामाजिक संगठनों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। सभी ने जीई फाउंडेशन की इस पहल की सराहना की और भविष्य में भी ऐसे प्रयासों को सहयोग देने का आश्वासन दिया।
वृक्षों को बांधा रक्षा सूत्र, पर्यावरण सहेजने का लिया संकल्प
भिलाई । पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक कदम बढ़ाते हुए बी. एस.पी शिक्षा विभाग की ओर से एनसीसी ईको क्लब और स्काउट गाइड जिला संघ भिलाई की ओर से भिलाई विद्यालय सेक्टर-2 में पौधारोपण किया गया। कार्यक्रम का प्रारंभ में मुख्य अतिथि एबी श्रीनिवासन जीएम टाउन सर्विसेस और सभी अतिथियों ने वृक्षों की पूजा की। तत्पश्चात् विद्यालय के सभी ईको क्लब प्रभारियों को बैज प्रदान किया गया।
विद्यालय की व्याख्याता निशि शिवप्पा ने इको क्लब का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। विशिष्ट अतिथि डॉ. एन. के जैन जीएम, हार्टीकल्चर ने विद्यार्थियों को वृक्षों एवं पर्यावरण की रक्षा से संबंधित शपथ दिलवाई।
मुख्य अतिथि ए.बी श्रीनिवास ने अपने उद्बोधन में भिलाई बिरादरी की बीएसपी के पर्यावरण के प्रति संवेदना और समर्पण को आज की जरूरत बताया। उन्होंने विद्यालय के ईको क्लब के कार्यों की सराहना की। प्राचार्य विजय सिंह पवार ने अपने उद्बोधन मे विद्यालय में एनसीसी और ईको क्लब, स्काउट गाइड के द्वारा वर्ष भर में वृक्षारोपण एवं पर्यावरण रक्षा के लिए किए जा रहे कार्यों के बारे में बताया।
तत्पश्चात विद्यालय के गार्डन में अनेक प्रकार के पौधे लगाए गये। पौधों की रक्षा के लिए रक्षा सूत्र भी प्राचार्य तथा छात्रों द्वारा बांधा गया।
उक्त कार्यक्रम में विद्यालय परिवार के अलावा, डीओसी स्काउट सत्यनारायण साहू, गाइड-कीर्तिलता देशमुख एवं डीटीसी डॉ. शीतल चंद्र शर्मा भी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन व्याख्याता सुनीता अनिल ने किया।
समय पर मकान निर्माण नहीं करने पर हितग्राही से किश्त की राशि वसूल करेगा निगम
भिलाईनगर । नगर पालिक निगम भिलाई में शासन की महत्वाकांक्षी प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत जिन हितग्राही के पास स्वंय का जमीन है और मकान बनाने के लिए पैसा नहीं है।
ऐसे हितग्राहियों को मोर जमीन-मोर मकान योजना के तहत शासन से नियमानुसार मकान निर्माण करने राशि आबंटित किया गया है। प्रधानमंत्री आवास योजना बी.एल.सी घटक अंतर्गत हितग्राही द्वारा स्वयं के आवास निर्माण हेतु स्वीकृत हुआ है।
किन्तु हितग्राहियों द्वारा शासन से प्रदाय किश्त राशि का अवरोध कर आवास निर्माण कार्य को रोक दिया गया है। जिसके लिए अनुविभागीय दंडाधिकारी के द्वारा 73 हितग्राहियों के रूके हुए आवास निर्माण कार्य को प्रारंभ करने नोटिस भी जारी किया गया है।
हितग्राहियों को नोटिस देकर अनुविभागीय दण्डाधिकारी के समक्ष पेशी लेकर मकान बनाने के लिए 30 दिवस का अंतिम समय दिया जा रहा है। जिसके बाद भी हितग्राही मकान समय सीमा में पूर्ण नहीं कर रहे है। 73 हितग्राहियों को नोटिस जारी किया गया है, जिसमें से 6 हितग्राहियों द्वारा रूके हुए मकान निर्माण का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। शेष 67 हितग्राहियों द्वारा मकान निर्माण का कार्य प्रारंभ नहीं करने पर किश्त की राशि वसूली की कार्यवाही जल्द ही की जाएगी।
जिला स्तरीय संस्कृत संस्कृत समारोह 18 को
दुर्ग। छत्तीसगढ़ संस्कृत शिक्षा सेवा संस्थान की दुर्ग जिला शाखा द्वारा 18 जुलाई शुक्रवार को संस्कृत शिक्षकों की संगोष्ठी होगी। खालसा पब्लिक स्कूल मालवीय नगर चौक दुर्ग में दो सत्रों में आयोजित इस संगोष्ठी का विषय" भारतीय ज्ञान परम्परा, शिक्षा नीति और संस्कृत" रखा गया है।
दोपहर एक बजे से सायं चार बजे तक जिले के संस्कृत आचार्य विचार विमर्श करेंगे। पूर्व संस्कृत प्रोफेसर डॉ.महेश चन्द्र शर्मा कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित होंगे जबकि मुख्य वक्ता संस्था के प्रादेशिक सचिव डॉ.मनीष शर्मा होंगे। दुर्ग जिला शिक्षा अधिकारी अरविन्द मिश्र कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे।
जिले के समस्त शिक्षकों और व्याख्याताओं को उपस्थिति का निर्देश दिया गया है। आयोजक संस्था के दुर्ग जिला संयोजक आचार्य हेमन्त शर्मा ने बताया कि छत्तीसगढ़ संस्कृत सेवा संस्थान के प्रदेश सचिव डॉ.मनीष शर्मा राज्य में संस्कृत की परिस्थितियों और आगामी संस्कृत महोत्सव की तैयारियों पर भी प्रकाश डालेंगे।
उल्लेखनीय है कि आनेवाली 25 जुलाई से 9 अगस्त तक गरिमामय संस्कृत महोत्सव के आयोजन की तैयारियां भी चल रहीं हैं। दुर्ग जिला संयोजक आचार्य हेमंत शर्मा ने सर्व संबंधितों से गरिमामय उपस्थिति का आग्रह किया है।
भिलाई से अकीदतमंदों ने ताजबाग भेजी उर्स पाक की चादर
भिलाई। हजरत बाबा ताजुद्दीन औलिया रहमतुल्लाह अलैह नागपुर का 103 वां उर्स पाक 18 जुलाई से मनाया जाएगा और शाही संदल 22 जुलाई को निकलेगा। वहीं 25 जुलाई बड़ा कुल शरीफ होगा जिसकी तैयारियां ताज बाग नागपुर में पूरी कर ली गई है।
इसी सिलसिले में साक्षरता चौक कैम्प-1 के सामने स्थित ताज दरबार नानी अम्मा भिलाई में हजरत बाबा ताजुद्दीन औलिया सेवा समिति भिलाई की ओर से अकीदतमंदों की मुरादों के साथ चादर पेश की जा रही है। जिसके लिए गुरुवार 17 जुलाई को भिलाई के ताज दरबार में अकीदतमंद इकट्ठा हुए और बाबा ताज की परचम कुशाई की गई।
इस दौरान भिलाई वासियों की खुशहाली के लिए सभी की मुरादों को साथ लेकर हजरत बाबा ताजुद्दीन औलिया रहमतुल्लाह अलैह के नागपुर स्थित आस्ताने पर पेश की जाने वाली चादर को खूब सजाया गया और ताज बाग नागपुर जाने की तैयारियां पूरी की गई। इस मौके पर बाबा ताज के भिलाई आस्ताने पर चादर पोशी भी की गई और बाबा को लोबान पेश की गई। इसके बाद फातिहा दिलाई गई और शरीक हुए लोगों के लिए खुशहाली की दुआएं की गई।
आखिर में बाबा को सलाम पेश किया गया।
भिलाई से ताजबाग नागपुर भेजी जा रही मुरादों की चादर के बारे में हजरत बाबा ताजुद्दीन औलिया सेवा समिति भिलाई की अध्यक्षा ताज अंजुम ताजी व ताज दरबार नानी अम्मा की अध्यक्षा हज्जन बदरुननिसां ताजी और गद्दी नशीन मोहम्मद सादिक ताजी ने बताया। वहीं बाबा ताज के मुरीदों ने हजरत बाबा ताजुद्दीन औलिया सेवा समिति का आभार जताया कि जो जायरीन ताज बाग नागपुर नहीं जा पाते हैं उन सभी की मुरादें इस चादर के जरिये से बाबा ताज तक पहुंच पाएगी। इस मौके पर बाबा ताज नानी अम्मा को चाहने वाले लोग बड़ी तादाद में मौजूद थे।