छत्तीसगढ़ / दुर्ग

दिव्यांग बच्चों के चेहरे पर लौटी मुस्कान

 भिलाई । समावेशी शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण पहल करते हुए सामाजिक संगठन गोल्डन एम्पथी (जीई) फाउंडेशन ने विशेष आवश्यकता वर्ग वाले बच्चों को नि:शुल्क स्कूल बैग, नोटबुक और पेन का वितरण किया। शिक्षण सामग्री मिलने पर विशेष बच्चों के चेहरे खिल उठे और सभी ने अपनी पढ़ाई पूरी करने का वादा किया।


विवेकानंद सभागार, दुर्ग में आयोजित इस कार्यक्रम में बौद्धिक दिव्यांग, श्रवण बाधित, अस्थिबाधित, अल्प दृष्टि बाधित, मस्तिष्क पक्षाघात और सीखने की क्षमता में कमी से प्रभावित बच्चे लाभान्वित हुए।  फाउंडेशन के संयोजक प्रदीप पिल्लई ने बताया कि इस पहल का उद्देश्य इन विशेष बच्चों को शिक्षा में समान अवसर देना और उनके आत्मविश्वास को सशक्त बनाना है। उन्होंने कहा कि फाउंडेशन भविष्य में भी इस प्रकार के सेवा कार्यों के माध्यम से शिक्षा और सामाजिक सशक्तिकरण की दिशा में अपनी प्रतिबद्धता निभाता रहेगा।

जीई फाउंडेशन की इस पहल की सराहना करते हुए समग्र शिक्षा से जिला परियोजना समन्वयक सुरेंद्र पांडेय ने कहा कि समावेशी शिक्षा को मजबूती देने की दिशा में यह एक सराहनीय प्रयास है, जिससे विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को मुख्यधारा की शिक्षा प्रणाली से जोड़ने में सहायता मिलेगी। उन्होंने कहा कि आज इन बच्चों के चेहरों पर मुस्कान और आत्मविश्वास की झलक इस बात का प्रमाण है कि यदि सही सहयोग और संसाधन मिलें, तो हर बच्चा अपनी क्षमताओं को पूरी तरह विकसित कर सकता है।



कार्यक्रम में सहायक समन्वयक आई.के रामटेके, यूआरसी-श्रीमती किरण चंदवानी, बीआरसी श्रवण कुमार सिन्हा,चन्द्र किरण दुबे, पुष्पा भट्टाचार्य, खुमति उईके, इतिदास गुप्ता, माया डोमरे, दुर्गा साहू और उत्तम चंद्रवंशी तथा जीई फाउंडेशन से सुरुचि टावरी, अनुपमा मेश्राम, मोनिका सिंह, विशाखा मनगुड़े, प्रकाश देशमुख व अजीत सिंह सहित शिक्षकों, अभिभावकों और सामाजिक संगठनों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। सभी ने जीई फाउंडेशन की इस पहल की सराहना की और भविष्य में भी ऐसे प्रयासों को सहयोग देने का आश्वासन दिया।

 

 

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