छत्तीसगढ़ / नारायणपुर
नारायणपुर में 16 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण
नारायणपुर । छत्तीसगढ़ में एक तरफ जहां सुरक्षा बल और पुलिस के जवान नक्सलियों को मुठभेड़ में ढेर कर रहे है तो दूसरी तरफ माओवादी अपनी संभावित मौत के डर से आत्मसमर्पण भी कर रहे है। इस बीच नारायणपुर से एक और बड़ी खबर निकलकर सामने आई है। यहां पुलिस के सामने 16 नक्सलियों ने हथियार डाले है।
सरेंडर करने वालों में मिलिशिया डिप्टी कमांडर, जनताना सरकार सदस्य और नक्सलियों के न्याय शाखा का अध्यक्ष भी शामिल है। इस समर्पण के बाद पुलिस ने बताया कि, सरेंडर करें वाले नक्सलियों को तात्कालिक तौर पर 50-50 हजार रुपये की सहायता राशि सौंपी गई है। वही सभी नक्सलियों को पुनर्वास नीति के तहत रोजगार, आवास और समुचित सुरक्षा भी मुहैय्या कराई जाएगी।
स्लीपर सेल की तरह करते थे काम
इन माओवादियों का पद ओहदे में छोटा होता है लेकिन ये नक्सलवाद को पोषित करने के लिए अहम किरदार निभाते हैं ये माओवादी लड़ाकू माओवादी नक्सलियों के लिए राशन और मेडिसन जैसे मूलभूत सामग्री उपलब्ध कराने का काम अवैतनिक तरीके से करते थे। कभी- कभी नक्सलियों के हथियार और सामग्रियों का परिवहन और आईईडी लगाने, फोर्स मूवमेंट कि सूचना देने और फोर्स की रेकी करने जैसे कार्य प्रमुखता से करते हैं। स्पष्ट शब्दों में कहें तो ये नक्सलियों के लिए स्लीपर सेल की तरह भी काम करते थे।
बात करें 2025 में आत्मसमर्पण की तो इस साल 164 नक्सली आत्मसमर्पण कर चुके है। इनमे बड़े नक्सल लीडर से लेकर छोटे सदस्य शामिल है। कई सरेंडर करें वाले नक्सलियों ने बताया कि उनके साथी भी हथियार छोड़ने का मन बना चुके है लेकिन माओवादी पार्टी के बड़े नेताओं के डर से वे जंगलों से बाहर नहीं आ पा रहे है।
मुख्यधारा से जुड़ने की अपील
एसपी रोबिनसन गुरिया ने कहा कि, अबूझमाड़ दुर्गम जंगल और विकट भौगोलिक परिस्थतियों में रहने वाले मूल निवासियों को नक्सलवादी विचारधारा से बचाना और उन्हें माओवादी सिद्धांतो के आकर्षण से बाहर निकालना ही हमारा मुख्य उद्देश्य है। ताकि क्षेत्र में विकास और शांति कायम हो सके। हम सभी नक्सली भाई-बहनों से अपील करते हैं कि उनका बाहरी लोगों की भ्रामक बातों और विचारधारा को त्याग कर शासन की आत्म समर्पण पुर्नवास नीति को अपनाएं।
राज्य स्तरीय महतारी सम्मेलन में वन मंत्री श्री कश्यप हुए शामिल
प्रेरक महतारियों को किया सम्मानित
वन मंत्री ने 39 लाख 26 हजार रूपये के निर्माण कार्यों का किया भूमिपूजन
30 अगस्त 2025
छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के 25 वर्ष पूर्ण होने पर रजत जयंती महोत्सव वर्ष 2025 के अंतर्गत नारायणपुर जिले के ग्राम पंचायत भाटपाल में जिला स्तरीय महतारी सम्मेलन आयोजित किया गया। कार्यक्रम में वन एवं जलवायु परिवर्तन, परिवहन, सहकारिता तथा संसदीय कार्य मंत्री श्री केदार कश्यप मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मंत्री श्री केदार कश्यप ने कहा कि महतारी वंदन योजना ने महिलाओं के जीवन में आर्थिक संबल प्रदान किया है। आज ग्रामीण अंचल की माताएं इस योजना की राशि का उपयोग कर स्वरोजगार, बच्चों की शिक्षा और भविष्य की सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। छत्तीसगढ़ की नारी शक्ति हर क्षेत्र में अग्रणी रही है और मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में राज्य सरकार महिलाओं को आत्मनिर्भर एवं सशक्त बनाने के लिए सतत् प्रयासरत है। वनमंत्री श्री कश्यप ने सम्मेलन में महतारी वंदन योजना के तहत आत्मनिर्भर बनी प्रेरणादायी महिलाओं और नारायणपुर जिले की मेधावी छात्राओं को सम्मानित किया। इस अवसर पर वनमंत्री श्री कश्यप ने 39 लाख 26 हजार रुपए के विभिन्न निर्माण कार्यों का भूमिपूजन किया, जिनमें पुलिया, सामुदायिक भवन एवं घोटूल निर्माण शामिल हैं।
उल्लेखनीय है कि नारायणपुर जिले की 27 हजार 84 महिलाओं को इस योजना का लाभ प्राप्त हो रहा है, जिनमें से भाटपाल पंचायत की 434 महिलाएं भी शामिल हैं। अब तक जिले में 44 करोड़ 89 लाख 32 हजार रुपए की राशि हितग्राहियों को वितरित की जा चुकी है।
कार्यक्रम में पूर्व विधायक श्री सेवक राम नेताम, जिला पंचायत के उपाध्यक्ष श्री प्रताप सिंह मण्डावी, स्थानीय जनप्रतिनिधिगण सहित जिला एवं जनपद पंचायत सदस्य, जिला स्तरीय अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी-कर्मचारी और महिलाएं बड़ी संख्या में उपस्थित थीं।
2 महिला समेत 30 लाख के 8 इनामी नक्सलियों ने किया सरेंडर
नारायणपुर । छत्तीसगढ़ में नक्सल विरोधी अभियान को एक और बड़ी सफलता मिली है। बुधवार को अबूझमाड़ के कुतुल इलाके में सक्रिय दो महिला सहित आठ नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया। सरेंडर करने वालों में डीवीसीएम डॉ. सुकलाल भी शामिल हैं, जिन पर लाखों रुपये का इनाम घोषित था।
पुलिस के सामने सरेंडर
नक्सलियों ने नारायणपुर पुलिस अधीक्षक रोबिनसन गुड़िया के समक्ष आत्मसमर्पण किया। एसपी ने जानकारी दी कि इन आठ नक्सलियों पर मिलाकर 30 लाख रुपये का इनाम घोषित था। लगातार चल रहे सुरक्षा अभियानों और दबाव के कारण नक्सल संगठन में टूट और बदलाव देखने को मिल रहा है।
सरकार की पुनर्वास योजना का लाभ
एसपी गुड़िया ने बताया कि सभी सरेंडर नक्सलियों को राज्य सरकार की पुनर्वास नीति का लाभ दिया जाएगा। उन्हें सुरक्षा, आवास, रोजगार और कौशल विकास जैसी सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी।
रणनीतिक सफलता
अबूझमाड़ जैसे दुर्गम और संवेदनशील इलाके में नक्सलियों का आत्मसमर्पण सुरक्षा बलों की रणनीतिक सफलता माना जा रहा है। पुलिस का मानना है कि इस कदम से इलाके में नक्सल गतिविधियों को बड़ा झटका लगेगा और स्थानीय स्तर पर शांति स्थापित करने में मदद मिलेगी।
नारायणपुर की 2 बेटियों का छत्तीसगढ़ अंडर-15 स्टेट कैम्प में चयन
नारायणपुर । जिले की दो आदिवासी बेटियां- मोनिका कुमेटी और गीतिका उसेंडी का चयन अंडर-15 महिला राज्य स्तरीय स्किल और ट्रेनिंग कैम्प के लिए हुआ है। यह कैम्प वर्तमान में राजधानी रायपुर में आयोजित किया जा रहा है।
इस ट्रेनिंग कैम्प के उपरांत चैलेंजर ट्रॉफी का आयोजन किया जाएगा। इसमें बेहतर प्रदर्शन करने वाली खिलाड़ियों को छत्तीसगढ़ राज्य अंडर-15 महिला टीम के लिए अंतिम रूप से चयनित किया जाएगा।
लगातार दूसरे वर्ष हुआ मोनिका का चयन
खास बात यह है कि मोनिका कुमेटी इससे पहले पिछले वर्ष भी छत्तीसगढ़ क्रिकेट एसोसिएशन की अंडर-15 टीम का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं। उनका लगातार चयन यह दर्शाता है कि वे न केवल प्रतिभाशाली हैं, बल्कि मैदान पर मेहनत और अनुशासन के साथ प्रदर्शन भी कर रही हैं।
खेल एवं युवा कल्याण विभाग, नारायणपुर और जिला क्रिकेट संघ ने दोनों खिलाड़ियों को बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है। विभाग ने यह भी कहा कि मोनिका और गीतिका की सफलता से जिले की अन्य बेटियों को भी क्रिकेट में भागीदारी के लिए प्रोत्साहन मिलेगा।
जहां एक ओर बस्तर को अक्सर संघर्ष, माओवाद और पिछड़ेपन से जोड़ा जाता रहा है, वहीं अब अबुझमाड़ जैसे सुदूर क्षेत्रों की बेटियाँ खेल जैसे क्षेत्र में अपनी पहचान बना रही हैं। यह बदलाव बताता है कि नारायणपुर जैसे आदिवासी बहुल जिले में भी प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, जरूरत है तो बस उचित मार्गदर्शन और अवसर की।
साक्षात्कार 6 अगस्त को
नारायणपुर जिला स्तरीय आदिम जाति कल्याण, आवासीय एवं आश्रम शैक्षणिक संस्थान समिति, नारायणपुर द्वारा संचालित एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय, छेरीबेड़ा एवं ओरछा में शैक्षणिक सत्र 2025-26 हेतु अस्थायी मानदेय आधारित अतिथि शिक्षकों एवं अन्य पदों की व्यवस्था के लिए साक्षात्कार के माध्यम से चयन किया जाएगा। पीजीटी इतिहास एवं काउंसलर (केवल महिला) पद के लिए अभ्यर्थियों से आवेदन पत्र पंजीयन एवं साक्षात्कार 6 अगस्त को प्रातः 9 बजे से किया जाएगा।
इच्छुक एवं पात्र अभ्यर्थी निर्धारित तिथि एवं समय पर अपने शैक्षणिक प्रमाण पत्रों, आधार कार्ड, पासपोर्ट साइज फोटो एवं अन्य आवश्यक दस्तावेजों के साथ उपस्थित होकर पंजीयन व साक्षात्कार प्रक्रिया में भाग ले सकते हैं। इस संबंध में विस्तृत जानकारी एवं आवश्यक दिशा-निर्देश जिले की आधिकारिक वेबसाइट https://narayanpur.gov.in/ पर उपलब्ध हैं।
केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ. पेम्मासानी चंद्र शेखर का नारायणपुर दौरा आकांक्षी जिले परिवर्तन के इंजन हैं – मंत्री ने नारायणपुर में तीव्र विकास की आवश्यकता पर दिया जोर
महतारी वंदन योजना से सशक्त हुई हीरोंदी कड़ियाम की जिंदगी
नारायणपुर । श्रीमती हीरोंदी कड़ियाम, पति चतुर सिंह कड़ियाम, मूलतः छत्तीसगढ़ के छोटेडोंगर की निवासी हैं। पांच बच्चों की मां हीरोंदी पहले साप्ताहिक बाजारों में लाई और चना बेचकर अपने परिवार की जीविका चलाया करती थीं। सीमित आय के कारण कई बार उन्हें कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था।
लेकिन जब से राज्य शासन द्वारा शुरू की गई महतारी वंदन योजना के तहत हर महीने 1000 रुपये की सहायता राशि मिलने लगी, तब से हीरोंदी कड़ियाम की जिंदगी में एक नया मोड़ आया। इस राशि को उसने अपने व्यवसाय में लगाया और अब वह सिर्फ लाई और चना ही नहीं, बल्कि मूंगफली, मिध्वर, बिस्किट, नड्डा जैसी कई अन्य खाद्य सामग्रियों की भी बिक्री करने लगी।
हीरोंदी अब छोटेडोंगर, फरसबेड़ा और ओरछा के साप्ताहिक बाजारों में आत्मविश्वास से व्यवसाय कर रही हैं। उनकी आय पहले की तुलना में दोगुनी हो चुकी है और अब वह अपने बच्चों की जरूरतों को पूरा कर पाने में सक्षम हैं।
हीरोंदी कड़ियाम आज अपने आत्मसम्मान और आत्मनिर्भरता के साथ जी रही हैं और इसके लिए वे छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को धन्यवाद देती हैं, जिनकी इस योजना ने उन्हें और उनके जैसे कई महिलाओं को आर्थिक मजबूती दी है। यह कहानी केवल एक महिला की नहीं, बल्कि उस बदलाव की है जो योजनाएं जब ज़मीन पर उतरती हैं तो समाज को नई दिशा देती हैं।
कलेक्टर के निर्देश पर कच्चापाल में पर्यटन विकास की पहल
नारायणपुर । जिले के ग्राम पंचायत कच्चापाल में एक प्राकृतिक मनोरम जलप्रपात स्थित है जो वनों से आच्छादित है, जिसका प्राकृतिक सौंदर्य पर्यटकों को आषर्कित कर रहा है। यदि इस स्थल को एक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाए तो ग्राम पंचायत को पहचान मिलेगी एवं स्व-सहायता समूहों (एसएचजीएस), ग्रामवासियों को रोजगार के नये अवसर उपलब्ध हो होंगे। इस उद्देश्य की पूर्ति हेतु कलेक्टर प्रतिष्ठा ममगाईं द्वारा ग्राम सभा में एक विस्तृत विकास कार्य योजना पर चर्चा किये जाने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया है।
जलप्रपात के आस पास मूलभूत सुविधाओं का विकास, स्थानीय उत्पादों की विक्रय की ब्रिक्री, सफाई, पर्यटन जानकारी एवं अन्य आवश्यक गतिविधियों को शामिल किया गया है, जिससे (एसएचजीएस) के महिलाओ को स्वरोजगार की अवसर प्राप्त हो सकता है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति सशक्त होगी। उक्त संबंध में छत्तीसगढ पंचायत राज अधिनियम 1993 की धारा-6 के तहत् ग्राम सभा का आयोजन ग्राम पंचायत कच्चापाल में आयोजित किया जाएगा। इस हेतु सामूहिक रूप से एक विकास कार्य योजना तैयार किया गया है।
जिला अस्पताल में मस्तिष्क स्वास्थ्य क्लिनिक का हुआ शुभारंभ
नारायणपुर । कलेक्टर प्रतिष्ठा ममगाईं के निर्देशानुसार जिला अस्पताल नारायणपुर में मस्तिष्क स्वास्थ्य क्लिनिक का शुभारंभ नोडल अधिकारी ब्रेन हेल्थ क्लिनिक डॉ. बी.एन. बंपुरिया एवं सिविल सर्जन डॉ. विनोद कुमार भोयर द्वारा किया गया। ब्रेन हेल्थ इनिशिएटिव नीति आयोग के सहयोग से संचालित एक राष्ट्रीय पहल है, जिसका उद्देश्य मानसिक एवं न्यूरोलॉजिकल स्वास्थ्य सेवाओं को जिला स्तर पर सुलभ और सशक्त बनाना है। यह क्लिनिक मस्तिष्क संबंधी विभिन्न रोगों मिर्गी, स्ट्रोक, न्यूरोडीजेनेरेटिव विकार, मानसिक एवं मनोरोग संबंधी समस्याएं तथा वास्कुलर ब्रेन डिज़ीज आदि का परामर्श एवं उपचार प्रदान करेगा। इस पहल का समन्वय पीपीआईए राहुल कुशवाहा, और मनोरोग सामाजिक कार्यकर्ता छत्रपाल साहू द्वारा किया जा रहा है। यह क्लिनिक जिले में मानसिक एवं तंत्रिका तंत्र से संबंधित बीमारियों के उपचार हेतु एक महत्वपूर्ण कदम है, जो जिले के नागरिकों को सुलभ एवं गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराएगा। कार्यक्रम में डॉ हिमांशु सिन्हा, डॉ योगेन्द्र सिन्हा जिला अस्पताल सलाहकार, क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट मनोज कुमार देवांगन, मेट्रन श्रीमती कांति, श्रीमती माहेश्वरी साहू, सभी वार्ड इनचार्ज एवं अन्य स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।
नारायणपुर में 6 नक्सली ढेर...
नारायणपुर । नारायणपुर जिले में शुक्रवार को सुरक्षाकर्मियों के साथ मुठभेड़ में छह नक्सली मारे गए। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि अबूझमाड़ क्षेत्र के जंगल में सुरक्षाबलों को नक्सलियों की मौजूदगी की खबर मिली।
इसके बाद दोपहर को सर्च ऑपरेशन की शुरुआत हुई। अब तक मुठभेड़ स्थल से छह माओवादियों के शव, एके-47/एसएलआर राइफलें, अन्य हथियार, विस्फोटक सामग्री और रोजमर्रा की चीजें बरामद की गई हैं।" उन्होंने यह भी बताया कि अभियान अभी भी जारी है।
नारायणपुर जिले के 14 शिक्षकविहीन स्कूलों को मिले शिक्षक, बच्चों को मिलेगी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा
नारायणपुर जिले के 14 शिक्षकविहीन स्कूलों को मिले शिक्षक, बच्चों को मिलेगी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा
छत्तीसगढ़ शासन द्वारा शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए लागू की गई युक्तियुक्तकरण नीति का सकारात्मक असर अब अबुझमाड़ जैसे दुर्गम क्षेत्रों में भी दिखाई देने लगा है। नारायणपुर और ओरछा विकासखंड के सुदूर और पहुँचविहीन गांवों में वर्षों से शिक्षकविहीन चल रहे विद्यालयों में अब योग्य शिक्षकों की नियुक्ति हो चुकी है। इससे इन क्षेत्रों में शिक्षा की तस्वीर तेजी से बदल रही है और विद्यार्थियों को गुणवत्तायुक्त शिक्षा की सौगात मिल रही है।
132 शिक्षकों का युक्तियुक्तकरण, शिक्षा में आया संतुलन
जिला शिक्षा अधिकारी श्री रमेश कुमार निषाद ने बताया कि जिले में कुल 132 शिक्षकों का युक्तियुक्तकरण किया गया है। इसमें 1 व्याख्याता, 49 शिक्षक, 10 प्रधानपाठक और 72 सहायक शिक्षक शामिल हैं। जिले के 14 प्राथमिक शालाएं जो पूरी तरह शिक्षकविहीन थीं, अब उनमें शिक्षकों की नई पदस्थापना की गई है। साथ ही 108 एकल शिक्षक प्राथमिक शालाएं और 5 माध्यमिक शालाएं भी अब शिक्षकों की उपलब्धता से लाभान्वित हो चुकी हैं।
दूरस्थ इलाकों के स्कूलों को मिली नई ऊर्जा
ग्राम जड्डा, धोबिनपारा, ईकरभट्टी, मोहनार, कस्तुरमेटा, गट्टाकाल, हिरंगई, नेलांगुर, ताड़ोबेडा, पुसालामा और पदमेटा जैसे दुर्गम क्षेत्रों के स्कूलों में अब शिक्षक पदस्थ हो चुके हैं। साथ ही जबगुंडा, थुलथुली, रेकावाया, लंका, काकवाड़ा, पुंगारपाल, हितवाड़ा जैसे कई उच्च प्राथमिक विद्यालयों को भी युक्तियुक्तकरण के अंतर्गत शिक्षक उपलब्ध कराए गए हैं। इससे इन स्कूलों में शैक्षणिक गतिविधियों को गति मिली है और बच्चों की उपस्थिति में सुधार देखा जा रहा है।
शिक्षकों और पालकों को मिली राहत
पूर्व में शिक्षकविहीन स्कूलों में अन्य विद्यालयों के शिक्षकों को अतिरिक्त भार लेकर पढ़ाना पड़ता था। इससे न केवल अध्यापन प्रभावित होता था, बल्कि पालक भी अपने बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित रहते थे। अब नई पदस्थापना से शिक्षकों पर से बोझ कम हुआ है और पालकों में भी संतोष का वातावरण है।
सशक्त हो रही है शिक्षा व्यवस्था
शासन की युक्तियुक्तकरण नीति ने यह सिद्ध किया है कि सही योजना, निष्पक्ष क्रियान्वयन और दूरदर्शिता के साथ अगर काम किया जाए, तो सबसे कठिन क्षेत्रों में भी शिक्षा की रोशनी पहुँचाई जा सकती है। नारायणपुर जिले के उदाहरण से स्पष्ट है कि अब अबुझमाड़ जैसे चुनौतीपूर्ण इलाकों में भी शिक्षा के क्षेत्र में ठोस बदलाव संभव है।
जिले के 4 हजार 351 किसानों को 25 करोड़ 66 लाख रुपए से अधिक का ऋण वितरण
नारायणपुर । जिले में खरीफ सीजन की तैयारियों को लेकर खेती-किसानी ने जोर पकड़ लिया है। जिला प्रशासन किसानों को खाद और बीज की समय पर आपूर्ति सुनिश्चित करने में लगातार जुटा हुआ है। किसानों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए जिले में खरीफ फसलों के लिए पर्याप्त मात्रा में खाद और बीज का भंडारण कर लिया गया है।
जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित, नारायणपुर से प्राप्त जानकारी के अनुसार, इस खरीफ सीजन के लिए 40 करोड़ रुपये का कृषि ऋण वितरण लक्ष्य निर्धारित किया गया है। अब तक 4 हजार 351 किसानों को कुल 25 करोड़ 66 लाख 38 हजार रुपये का ऋण वितरित किया जा चुका है। प्रशासन की इस सक्रियता से जिले के किसान खरीफ फसलों की बुवाई को लेकर उत्साहित हैं। ऋण और संसाधनों की उपलब्धता से खेती के क्षेत्र में अच्छी प्रगति की उम्मीद जताई जा रही है।
जिले में खरीफ सीजन को लेकर किसानों की तैयारियाँ जोरों पर हैं। प्रशासन द्वारा किसानों को समय पर खाद-बीज उपलब्ध कराने के लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं। कृषि विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार, जिले में यूरिया, डीएपी, एनपीके, एसएसपी व एमओपी सहित कुल 2,579.740 मेट्रिक टन खाद का भंडारण किया गया है, जिसमें से अब तक 2,041.365 मेट्रिक टन खाद किसानों को वितरित किया जा चुका है। इसी प्रकार बीज वितरण की प्रक्रिया भी तेजी से चल रही है। अब तक 1,358.900 मेट्रिक टन बीज का भंडारण किया गया है, जिसमें से 1,318.400 मेट्रिक टन बीज किसानों को वितरित किया जा चुका है।
कलेक्टर प्रतिष्ठा ममगाईं ने कृषि, मार्कफेड और सहकारिता विभाग के अधिकारियों को समन्वय के साथ कार्य करने के निर्देश दिए हैं ताकि किसानों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। उन्होंने उप संचालक कृषि को स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि किसानों की मांग के अनुरूप खाद-बीज की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। कलेक्टर ममगाईं ने किसानों से अपील की है कि वे साख समितियों से सुचारू रूप से खाद प्राप्त करें। उन्होंने भरोसा दिलाया कि जिले में खाद और बीज की कोई कमी नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि खाद की कालाबाजारी या अनियमितता करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
उप मुख्यमंत्री ने किया ईरकभट्टी प्राथमिक शाला का निरीक्षण
नारायणपुर । प्रदेश के उप मुख्यमंत्री एवं गृह, जेल, पंचायत, ग्रामीण विकास, तकनीकी शिक्षा एवं रोजगार, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विजय शर्मा एवं संसदीय कार्य, वन एवं जलवायु परिवर्तन, जल संसाधन, कौशल विकास एवं सहकारिता मंत्री केदार कश्यप ने जिले के नियद नेल्लानार योजना अंतर्गत संचालित ग्रामों का दौरा किया। उन्होंने ओरछा विकासखण्ड के ग्राम पंचायत कच्चापाल के आश्रित ग्राम ईरकभट्टी पहुंचकर प्राथमिक शाला निरीक्षण किया। मंत्रियों ने स्कूल के बच्चों से आत्मीय संवाद करते हुए उनका परिचय पूछते हुए उत्साहवर्धन किया।
बच्चों से खुश होकर मंत्रियों ने कहा कि खूब पढ़ें और अपने क्षेत्र के साथ साथ राज्य का नाम भी रोशन करें। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष नारायण मरकाम, उपाध्यक्ष प्रताप सिहं मण्डावी, अध्यक्ष जनपद पंचायत ओरछा नरेश कोर्राम, उपाध्यक्ष मगंड़ूराम नूरेटी, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के सचिव भीम सिंह, कमिश्नर बस्तर डोमन सिंह, आईजी बस्तर सुन्दरराज पी., कलेक्टर प्रतिष्ठा ममगाईं, जिला पंचायत सीईओ आकांक्षा शिक्षा खलखो, सहायक आयुक्त राजेन्द्र सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी रमेश कुमार निषाद सहित जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
उप मुख्यमंत्री एवं वनमंत्री ने ईरकभट्टी के जन चौपाल में हुए शामिल
नारायणपुर । प्रदेश के उप मुख्यमंत्री एवं गृह, जेल, पंचायत, ग्रामीण विकास, तकनीकी शिक्षा एवं रोजगार, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विजय शर्मा एवं संसदीय कार्य, वन एवं जलवायु परिवर्तन, जल संसाधन, कौशल विकास एवं सहकारिता मंत्री केदार कश्यप ने ईरकभट्टी के जनचौपाल में शामिल होकर ग्रामीणों से राज्य सरकार द्वारा संचालित विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी ली।
उप मुख्यमंत्री शर्मा ने बस्तर संभाग के विधायक, जिला पंचायत अध्यक्ष, जनपद पंचायत, ग्राम पंचायत सरपंच सहित विभिन्न जनप्रतिनिधियों में प्रमुखता से आदिवासियों की बहुलता बताई। उन्होंने नियद नेल्लानार योजना अंतर्गत संचालित विभिन्न जनकल्याणकारी योजना जैसे सड़क, पुल पुलिया, स्कूल भवन, आंगनबाड़ी, मोबाईल टावर, बिजली, पेयजल, राशन कार्ड, आधार कार्ड, प्रधानमंत्री आवास निर्माण आदि की जानकारी ली। उप मुख्यमंत्री शर्मा ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के मंशानुरूप किये जा रहे कार्यों का जानकारी लेते हुए कहा कि किसी के झांसे में नहीं आना है और सरकार द्वारा किये जा रहे कार्यों को पूर्ण करने में सहयोग करने की बात कही।
उन्होंने ग्राम ईरकभट्टी की जनसंख्या एवं गांव में निवास करने वाले परिवारों की जानकारी ली। उन्होंने गांव के सभी माताओं को महतारी वंदन योजना से लाभान्वित करने हेतु महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्यक्रम अधिकारी को निर्देशित किया। गांव की माताओं के द्वारा महतारी वंदन की राशि निकालने हेतु जिला मुख्यालय नारायणपुर जाना पड़ता है इसके लिए गांव में ही सीएससी सेंटर उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि पूर्व में ईरकभट्टी पुलिस कैम्प स्थापित होने पर ग्रामीणों के द्वारा विरोध किया जा रहा था, आज कि स्थिति में पुलिस कैम्प के माध्यम से गांव के बीमार व्यक्तियों को निःशुल्क ईलाज किया जा रहा है।
इससे ग्रामीणों में मानसिक रूप से परिवर्तन देखने को मिल रहा है। निश्चित ही नियद नेल्लानार योजनांतर्गत क्षेत्र के सभी ग्रामों को ईरकभट्टी के जैसे विकास किया जाएगा। जनचौपाल में समूह की महिलाओं के द्वारा उप मुख्यमंत्री शर्मा से राईस मिल खोलने की मांग किया गया। शर्मा ने महिलाओं को आश्वस्त करते हुए घर में हांथ से कूटकर बनाई गई चांवल को पैकेजिंग कर उचित दामों में बेचने के लिए व्यवस्था करने की बात कही। उन्होंने ग्रामों में स्वीकृत प्रधानमंत्री आवास को बनाने के साथ साथ शौचालय भी बनाने के लिए अपील किया।
क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों के द्वारा विशेष पिछड़ी जनजाति के विद्यार्थियों के लिए रायपुर, जगदलपुर और दुर्ग में पढ़ाई करने के लिए रहने के लिए व्यवस्था करने की मांग किया गया। वन मंत्री केदार कश्यप ने जनचौपाल को संबोधित करते हुए कहा कि सबसे पहले क्षेत्र में सड़क निर्माण होने से क्षेत्र के विकास में सहयोग मिलेगा, जिससे राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को गांवों तक पहुंचाने में सुविधा मिलेगी, जिससे क्षेत्र का विकास और तेजी से होगा। उन्होने तालाब निर्माण, प्रधानमंत्री आवास, प्राकृतिक एवं जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए उपस्थित ग्रामीणों को प्रोत्साहित किया।
उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत कच्चापाल को जिले के मॉडल ग्राम पंचायत के रूप में विकसीत किया जाएगा, जिससे प्रभावित होकर क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों के द्वारा अपने अपने ग्राम पंचायतों को राज्य सरकार की योजनाओं को पंचायतों में प्राथमिकता के साथ निवासियों को लाभान्वित किया जा सके। उन्होंने कहा कि हमारे संस्कृति को बचाने के लिए परंपरा, रहन सहन, खान पान को विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। ग्राम पंचायत कच्चापाल के युवाओं को राजधानी रायपुर भ्रमण कराने का आश्वासन दिया। वन मंत्री कश्यप ने ग्रामीणों की मांग पर ईरकभट्टी में देवगुड़ी निर्माण और घोटूल में बाउंड्रीवाल निर्माण करने के लिए वनमण्डलाधिकारी को निर्देशित किया।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष नारायण मरकाम, उपाध्यक्ष प्रताप सिहं मण्डावी, अध्यक्ष जनपद पंचायत ओरछा नरेश कोर्राम, उपाध्यक्ष मगंड़ूराम नूरेटी, ग्राम पंचायत की सरपंच रजमा नुरेटी, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के सचिव भीम सिंह, कमिश्नर बस्तर डोमन सिंह, आईजी बस्तर सुन्दरराज पी., कलेक्टर प्रतिष्ठा ममगाईं, पुलिस अधीक्षक रॉबिनसन गुरिया, जिला पंचायत सीईओ आकांक्षा शिक्षा खलखो, वनमण्डलाधिकारी ससिगानंदन के, सहायक आयुक्त राजेन्द्र सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी रमेश कुमार निषाद सहित जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
जिले में अब तक 105.7 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज
नारायणपुर। कलेक्टर प्रतिष्ठा ममगाईं ने बरसात के दिनों में सतर्कता बरतने के लिए सभी एसडीएम, तहसीलदारों को निर्देशित किया है, साथ ही वर्षा मापी यंत्र को दुरुस्त रखने के निर्देश दिये हैं। अधीक्षक भू-अभिलेख से मिली जानकारी के अनुसार नारायणपुर जिले में 30 जून तक 105.7 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई है। तहसील नारायणपुर में 24 मिलीमीटर, छोटेडोंगर में 27.8 मिलीमीटर, ओरछा में 17.6 मिलीमीटर और कोहकामेटा में 18.3 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई है। चालू मानसून के दौरान जिले में 01 जून से अब तक 105.7 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई है।
अबूझमाड़ में दो महिला नक्सली ढेर
नारायणपुर । डीआरजी नारायणपुर, कोंडागांव और एसटीएफ ने अबूझमाड़ में बड़ा ऑपरेशन चलाया है, बीते रात से डीआरजी STF संयुक्त बल के साथ नक्सलियों की मुठभेड़ हुई, जिसमें दो महिला माओवादी के शव बरामद किए गए है।
बता दें कि फ़ोर्स को नक्सलियों के माड़ डिवीजन के बड़े कैडर की होने की आसूचना मिली थी। मुठभेड़ स्थल से 315 बोर राइफल और अन्य हथियार भी बरामद हुए हैं।
मामला कोहकामेटा थाना क्षेत्र का है। जानकारी के मुताबिक, पुलिस को सूचना मिली थी कि कोहकमेटा इलाके में नक्सलियों की मौजूदगी है। इसी सूचना के आधार पर नारायणपुर से DRG और कोंडागांव से STF के जवानों को नक्सल ऑपरेशन पर निकाला गया था।
बुधवार की रात जब जवान नक्सलियों के ठिकाने पर पहुंचे तो नक्सलियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। वहीं सुबह जब जवानों ने सर्च ऑपरेशन चलाया तो 2 नक्सलियों के शव बरामद हुए। आज सुबह भी गोलीबारी हुई है। फिलहाल फोर्स मौके पर मौजूद है।
खनिज के अवैध परिवहनकर्ता दीपक निषाद के विरुद्ध प्रकरण दर्ज
नारायणपुर। कलेक्टर प्रतिष्ठा ममगाईं के निर्देशानुसार खनिज एवं राजस्व विभाग के संयुक्त जांच दल द्वारा 13 जून 2025 को जिले में आकस्मिक निरीक्षण के दौरान गौण खनिज रेत का अवैध उत्खनन करते पाये जाने पर 02 हाईवा वाहन को जप्त कर पुलिस थाना एड़का की अभिरक्षा में रखा गया है।
खनिज के अवैध परिवहनकर्ता दीपक निषाद, नारायणपुर जिला, हाईवा वाहन क्रमांक सीजी 18 एम 4477 तथा हाईवा वाहन क्रमांक सीजी 27 आर 7464 के विरूद्ध खनिजों के अवैध परिवहन का प्रकरण दर्ज किया गया है। अवैध परिवहन के कुल 02 प्रकरण को बिना वैध अभिवहन पास के वाहन चालकों द्वारा खनिजों का परिवहन करते पाये जाने पर खनिज मय वाहनों को जप्त किया गया .
उपरोक्त सभी प्रकरण में छ0ग0 गौण खनिज नियमावली 2015 के नियम 71 (5) एवं खान एवं खनिज विकास तथा विनियमन अधिनियम 1957 की धारा 21 (5) के अंतर्गत दण्डात्मक कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। कलेक्टर ममगाईं के निर्देशानुसार जिले में खनिज के अवैध उत्खनन एवं परिवहन पर प्रभावी नियंत्रण हेतु खनिज अमलों द्वारा निरन्तर जांच किया जायेगा।