छत्तीसगढ़ / राजनांदगांव
लंबे समय से अनुपस्थित सहायक शिक्षक की सेवा समाप्त
राजनांदगांव । राजनांदगांव जिला शिक्षा अधिकारी प्रवास सिंह बघेल ने छुरिया विकासखंड अंतर्गत आने वाले शासकीय प्राथमिक शाला मोरकुटुम्ब में पदस्थ सहायक शिक्षक (एलबी) मुकेश कुमार मण्डावी को अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित रहने के कारण छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण (वर्गीकरण नियंत्रण तथा अपील) नियम 1966 के नियम 12 द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए तत्काल प्रभाव से सेवा समाप्त कर दी है।
स्कूली छात्रा ने फांसी लगाकर दी अपनी जान , दादा-दादी सदमे में
खैरागढ़ । स्कूली छात्रा के आत्महत्या का मामला सामने आया है. अमलीपारा में 12वीं कक्षा की छात्रा ने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. घटना के वक्त सिर्फ बुजुर्ग दादा-दादी मौजूद थे. घटना से परिजनों में मातम पसर गया है. इस मामले में पुलिस को कोई कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है.
जानकारी के मुताबिक, छात्रा मंगलवार की शाम 7 बजे किताब लेने के लिए घर से बाहर निकली थी, लौटने के बाद वह कमरे में जाकर लॉक कर लिया. इस दौरान घर पर सिर्फ बुजुर्ग दादा-दादी मौजूद थे, परिवार के अन्य सदस्य बाहर गए हुए थे. जब दादा ने उसे कमरे से बाहर आने के लिए कहा तो कोई आवाज नहीं आई. दरवाजा नहीं खोलने पर उन्होंने खिड़की से भीतर देखा तो उनकी पोती फांसी के फंदे पर लटकी हुई दिखाई दी. सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची. शव को नीचे उतार लिया गया और पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
शासन की किसान हितैषी योजनाओं से अन्नदाता किसान धन-धान्य से हो रहे परिपूर्ण एवं समृद्ध
किसान संजय, सुखदास, रामनारायण, बिरेन्द्र ने खाद की जमकर खरीदी की
राजनांदगांव। जिले में खेती-किसानी कार्य के लिए किसानों में खुशी एवं उल्लास है। शासन की किसान हितैषी योजनाओं से अन्नदाता किसान धन-धान्य से परिपूर्ण एवं समृद्ध हो रहे है। किसान सेवा सहकारी समिति से लगातार खाद-बीज क्रय कर रहे है। शासन की योजनाएं उनके लिए मददगार साबित हो रही है। राजनांदगांव विकासखंड के ग्राम बोरी के किसान संजय कुमार टंडन सेवा सहकारी समिति गठुला खाद खरीदने आए थे। उन्होंने बताया कि उनके पास 20 एकड़ जमीन है और आज उन्होंने यूरिया, डीएपी, पोटाश और राखड़ खरीदा है। उन्होंने बताया कि आज जरूरत के हिसाब से खाद मिल गया है।
20 एकड़ खेत में धान की रोपाई हो गई है। उन्होंने कहा कि किसान क्रेडिट कार्ड योजना के तहत शून्य प्रतिशत ब्याज पर 1 लाख 50 हजार रूपए का ऋण लिया है। जिसका उपयोग वे खेती-किसानी के लिए करेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा बिना ब्याज के राशि मिल जाने से बहुत मदद होती है और यह किसानों के लिए लाभप्रद है। उन्होंने कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री सम्माननिधि योजना के तहत प्रतिवर्ष 6000 रूपए की राशि मिल रही है। जिसका उपयोग वे खेती कार्यों के लिए कर रहे है।
खेती कार्यों में नवीनतम तकनीक के प्रयोग से कृषि कार्य आसान होते जा रहे है। उन्होंने कहा कि कृषक उन्नति योजना सरकार की बेहतरीन योजना है। जिसके तहत 3100 रूपए प्रति क्विंटल की दर और प्रति एकड़ 21 क्विंटल के मान से धान खरीदी की जा रही है। उन्होंने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि सरकार द्वारा कृषक उन्नति योजना के दायरे को विस्तृत किया गया है तथा दलहन, तिलहन, मक्का की फसल लगाने वालों को भी इस योजना का लाभ मिलेगा। उन्होंने बताया कि कृषक उन्नति योजना से धान की बिक्री करने पर जो बचत हुई उसका उपयोग उन्होंने बच्चों की पढ़ाई लिखाई, घर की मरम्मत एवं अन्य कार्यों में किया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को शासन की योजनाओं के लिए धन्यवाद दिया।
राजनांदगांव विकासखंड के ग्राम गठुला के किसान सुखदास साहू ने 3 बोरी यूरिया, 3 बोरी डीएपी एवं 1 बोरी पोटाश खरीदा। उन्होंने बताया कि समिति में उनकी जरूरत के अनुसार खाद मिल गया है। उन्होंने कहा कि किसान क्रेडिट कार्ड योजना के तहत उन्होंने शून्य प्रतिशत ब्याज पर 50 हजार रूपए की राशि ऋण में ली है तथा उन्हें प्रतिवर्ष प्रधानमंत्री सम्मान निधि से 6000 रूपए की राशि प्राप्त हो रही है। शासन की योजनाओं का किसानों को भरपूर लाभ मिल रहा है। ग्राम चिखली के किसान रामनारायण साहू ने बताया कि उनके पास 1 एकड़ जमीन है और आज उन्हें पर्याप्त मात्रा में खाद मिल गया है।
उन्होंने यूरिया, डीएपी, पोटाश खाद खरीदा है। उन्होंने कहा कि किसान क्रेडिट कार्ड योजना अंतर्गत शून्य प्रतिशत ब्याज पर 10 हजार रूपए ऋण लिया है। जिसका उपयोग वे खेती किसानी के लिए करेंगे। इसी तरह ग्राम चिखली के किसान बिरेन्द्र साहू खाद खरीदने पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि उनके पास 12 एकड़ जमीन है और आज उन्होंने सेवा सहकारी समिति से यूरिया एवं डीएपी खरीदा है। किसान क्रेडिट कार्ड योजना के तहत शून्य प्रतिशत ब्याज पर 40 हजार रूपए का ऋण लिया है। ग्राम बोरी की श्रीमती ऊषा बाई खाद खरीदी के लिए पहुंची थी और उन्होंने यूरिया, पोटाश खरीदा।
गुड़ाखु लाईन में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई
दुकान के बाहर रखे समान जप्त कर अतिरिक्त लगे शेड तोड़े
राजनांदगांव । राजनांदगांव शहर के बाजार क्षेत्र को व्यवस्थित करने, यातायात व्यवस्था सुदृढ़ करने तथा सुगम आवागमन के लिए जिला प्रशासन द्वारा अभियान चलाया गया है। जिसके परिप्रेक्ष्य में कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे के निर्देश पर जिला प्रशासन ने दो बार चेम्बर ऑफ कामर्स तथा व्यापारियों की बैठक लेकर चर्चा की और कल जिला प्रशासन की टीम द्वारा शहर के प्रमुख मार्गों में पहुंचकर दुकान की सीमा में समान रखने व अतिक्रमण हटाने की समझाइश दी गई। समझाइश के उपरांत अवमानना पर आज नगर निगम आयुक्त अतुल विश्वकर्मा, एसडीएम खेमलाल वर्मा, सीएसपी पुष्पेन्द्र नायक, तहसीलदार अमीय श्रीवास्तव सहित प्रशासन की टीम द्वारा पुलिस बल के साथ आज गुड़ाखु लाईन क्षेत्र में स्वयं निरीक्षण कर कार्रवाई की गई। आजाद चौक से जीई रोड तक, गुड़ाखू लाइन से पूर्ण अतिक्रमण हटाया गया।
उल्लेखनीय है कि शहर के व्यस्तम मार्गों तथा बाजार क्षेत्रों में दुकानदारों द्वारा समान बाहर रखकर एवं समान बाहर लटकाकर व्यवसाय किया जाता है तथा शेड निकाला जाता है। जिससे यातायात बाधित होती है एवं आवागमन में असुविधा होती है। इन्ही बातों को ध्यान में रखकर जिला प्रशासन ने यातायात व्यवस्था दुरूस्त करने तथा बाजार क्षेत्र को व्यवस्थित करने का बीड़ा उठाया और कलेक्टर के निर्देश पर व्यापारियों की बैठक लेकर चर्चा की गई व शहर में भ्रमण कर व्यापारियों को समझाइश भी दी गई। इसके बाद भी गुड़ाखु लाईन का निरीक्षण करने पर व्यवस्था में सुधार नही पाया गया। व्यवस्था सुधारने आज जिला प्रशासन द्वारा गुड़ाखु लाईन क्षेत्र में अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया।
गुड़ाखु लाईन क्षेत्र में आज निरीक्षण के दौरान रोड के दोनों ओर दुकानदारों द्वारा दुकान के बाहर समान रखा पाया गया। वही कई दुकानदारों का समान बाहर लटका पाया गया। कुछ के द्वारा तो दुकान के बाहर लम्बा चौड़ा शेड भी लगाया था। जिस पर आज जिला प्रशासन के प्रमुख अधिकारी दल-बल के साथ गुड़ाखु लाईन तथा आजाद चौक के दुकाने जहां दुकान के बाहर समान रखा गया था, उनके समान जप्ती की कार्रवाई कर दुकान के बाहर लगे शेड मानव बल एवं जेसीबी से हटाया गया। कार्रवाई के दौरान कुछ दुकानदारों ने स्वयं समान हटाया, जिनका समान नहीं हटा था उनका समान प्रशासन के टीम ने हटाई।
कुछ दुकानदारों द्वारा विरोध करने पर नगर निगम आयुक्त, एसडीएम, सीएसपी एवं तहसीलदार अतिक्रमण हटाने के दौरान दुकानदारों को समझाईस दिया गया है कि शहर के बाजार क्षेत्र को व्यवस्थित करने में सहयोग करें। दुकानों के बाहर समान रखने से यातायात बाधित होने के साथ-साथ दुर्घटना की संभावना बनी रहती है। इसके अलावा समान खरीदी करने वाले पार्किंग के अभाव में दुकान में खड़े होने की जगह नही होने पर खरीददारी करने भी नही आते, जिसे कारण व्यापार में भी असर होता है। इन सब बातों को ध्यान में रखकर आप सभी को सहयोग करना है। आपके सहयोग से ही दुर्घटना को रोका जा सकता है। शहर के बाजार क्षेत्र के व्यापारियों से कहा है कि समान दुकान की सीमा में रखे अतिक्रमण न करें। पालन नहीं करने पर जिला प्रशासन की टीम समान जप्ती एवं अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करेंगी। यह अभियान आगे भी जारी रहेगा।
सीईओ जिला पंचायत ने बघेरा में फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण
ग्रामीणों को स्वच्छता सर्वेक्षण 2025 में भागीदारी का संदेश
राजनांदगांव। जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुश्री सुरूचि सिंह ने स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण के तहत प्रति शनिवार मनाए जा रहे स्वच्छता त्योहार अंतर्गत ग्राम बघेरा का दौरा कर फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट (एफएसटीपी) का निरीक्षण किया। उन्होंने निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने प्लांट के संचालन, रख-रखाव और उसकी प्रभावशीलता की जानकारी ली।
उन्होंने नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के दिशा-निर्देशों के अनुरूप सभी ग्रामीणों से आग्रह किया कि वे अपने सेप्टिक टैंकों की हर तीन वर्षों में अनिवार्य रूप से सफाई कराएं, जिससे पर्यावरण की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। इस अवसर पर स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण 2025 अंतर्गत ग्रामीणों को मोबाइल एप के माध्यम से अधिक से अधिक फीडबैक देने के लिए प्रेरित किया गया। जिला पंचायत सीइओ ने कहा कि स्वच्छता के क्षेत्र में नागरिकों की सक्रिय भागीदारी से न केवल जिले की रैंकिंग बेहतर होगी, बल्कि स्वच्छता का संदेश भी हर घर तक पहुँचेगा।
जिला पंचायत सीईओ सुश्री सुरूचि सिंह ने प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण अंतर्गत वर्ष 2024-25 के स्वीकृत निर्माणाधीन हितग्राहियों के आवासों का निरीक्षण किया गया। उन्होंने हितग्राहियों से आवास निर्माण, मजदूरी भुगतान, सेंटरिंग प्लेट्स एवं निर्माण सामाग्री की उपलब्धता के संबंध में आवश्यक मार्गदर्शन देते हुए आवास निर्माण में प्रगति लाने हेतु प्रोत्साहित किया गया। इस दौरान जनपद सीईओ, सहायक परियोजना अधिकारी-आवास, जिला समन्वयक, विकास खंड समन्वयक, तकनीकी सहायक आवास, आवास नोडल, ग्राम पंचायत के सरपंच, सचिव, आवास मित्र एवं ग्रामीणजन उपस्थित रहे।
ढाबे में युवक की हत्या
राजनांदगांव । जिले में ग्राम देवादा के एक ढाबे में मामूली विवाद हत्या हो गई। इस मामले में दुर्ग निवासी 2 आरोपियों और 4 नाबालिगों को गिरफ्तार किया गया है। जन्मदिन मनाने गए युवक की हाथ धोते समय आरोपियों से झड़प हो गई। विवाद इतना बढ़ गया कि, आरोपियों ने चाकू से गोदकर युवक की हत्या कर दी।
इस मामले में प्रेस वार्ता लेकर सीएसपी पुष्पेंद्र नायक ने बताया कि, घटना सोमनी थाना क्षेत्र के ग्राम देवादा स्थित हमारा ढाबा की है। 30 जून और 1 जुलाई की दरमियानी रात करीब 3 बजे प्रशांत तिवारी अपने 3 दोस्तों के साथ जन्मदिन की पार्टी मनाने गया था। जन्मदिन मनाने के बाद उसके दो दोस्त घर लौट गए। उसके तीसरे दोस्त ने घर लौटते समय जब प्रशांत को साथ में नहीं पाया तो उसे ढूंढने के लिए वापस ढाबे में घुसा इस दौरान उसे कुछ लोगों ने बताया कि, कुछ लोग उसके दोस्त और चाकू से हमला कर रहे हैं। जब तक वह प्रशांत के पास पहुंचता उससे पहले आरोपियों ने उस पर चाकू से ताबड़तोड़ हमला कर दिया था। प्रशांत के दोस्त और ढाबे के लोगों ने उन्हें पकड़ लिया। इस मामले की सूचना पुलिस को दी गई।
पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंच कर आरोपियों को हिरासत में लिया। प्रशांत को इलाज के लिए सेक्टर 9 अस्पताल ले जाया गया, जहां उसने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। इस मामले में पुलिस ने सौरभ गुरुंग उर्फ सोनू, प्रेम यादव और 4 नाबालिगों को गिरफ्तार किया गया है।
इस मामले में सीएसपी पुष्पेंद्र नायक ने बताया कि, देवादा के हमारा ढाबा में प्रशांत तिवारी अपने दोस्तों के साथ जन्मदिन मनाने गया हुआ था। इस दौरान सौरभ भी अपने दोस्तों के साथ ढाबा पहुंचा था। प्रशांत तिवारी और सौरभ के बीच वाश बेसिन में हाथ धोने के दौरान पानी छिड़कने को लेकर विवाद हो गया। सौरभ ने अपने दोस्त प्रेम यादव और चार नाबालिगों के साथ प्रशांत तिवारी के साथ मारपीट करना शुरू कर देता है और अपने पास रखे धारदार चाकू से उसपर दो-तीन बार हमला करता है।
ढाबा के लोगों और प्रशांत के दोस्त ने सौरभ को पकड़ कर रखा था। पुलिस को सूचना मिलने पर घटना स्थल पर पहुंचकर सौरभ को हिरासत में लिया गया। सौरभ के बयान के आधार पर उसके साथियों को गिरफ्तार कर पूछताछ करने पर उन्होंने अपना अपराध स्वीकार कर लिया।
मितानिनों को सक्रिय करने के लिए वृहद चिंतन बैठक का किया गया आयोजन
राजनांदगांव। कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे के निर्देशानुसार स्वास्थ्य विभाग द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र घुमका में गांव में स्वास्थ्य की देख-भाल के लिए मितानिनों को सक्रिय करने की दृष्टि से वृहद चिंतन बैठक का आयोजन किया गया। सीईओ जिला पंचायत सुश्री सुरूचि सिंह के मार्गदर्शन में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र घुमका में मितानिनों की बैठक लेकर स्वास्थ्य के संबंध में जानकारी दी गई। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नेतराम नवरत्न ने बताया कि बैठक में वरिष्ठ नागरिक, किशोरी बालिका, नवजात शिशु, गर्भवती माता, शत प्रतिशत टीकाकरण, संस्थागत प्रसव, हाई रिस्क गर्भवती माता की जांच, देखभाल एवं कुपोषण से सुपोषण की ओर अग्रसर होने के लिए पालक चौपाल एवं पोट्ठलईका कार्यक्रमों में सहभाग होने के लिए व्यावहारिक प्रशिक्षण एवं जानकारी दी गई। इसके क्रियान्वयन में अपने-अपने क्षेत्र में स्वप्रेरणा से कार्य करने का सुझाव दिया गया। जिससे सभी मितानिनों की सक्रियता एवं सहभागिता शतप्रतिशत बनी रहे। बैठक में बताया गया कि मितानिनों द्वारा सभी वर्गों के लोगों के स्वास्थ्य का ख्याल रखा जा रहा है।
बैठक में ब्लाक कोऑर्डिनेटर, मितानिन प्रशिक्षकों एवं मितानिनों को बताया कि स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता लाना तथा बीमारी की देखभाल करना यह हमारा कर्तव्य है। जिसके लिए स्वास्थ्य विभाग का अमला सहयोगी की भूमिका में सामने खड़ा रहेगा। प्रत्येक हितग्राहियों का आयुष्मान कार्ड शत प्रतिशत बनाने एवं नागरिकों का स्वास्थ्य देखभाल करने का संकल्प लिया गया। बैठक में सहायक जिला नोडल मितानिन कार्यक्रम अनिल श्रीवास्तव, डीपीएम संदीप ताम्रकार, खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. नंदकिशोर टंडन, ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर शेखर नागवंशी, संतोषी देवांगन, प्रतिमा बेलकर, सरिता साहू, चित्ररेखा साहू , मीना देवदास , उमा वर्मा, संतोषी पाल, कमलेश्वरी, प्रेरक, कोऑर्डिनेटर तथा मितानिन उपस्थित थे।
युवा रत्न सम्मान योजना
राजनांदगांव । राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में युवाओं एवं स्वैच्छिक संगठनों द्वारा सामाजिक, सांस्कृतिक, साहित्यिक, साहसिक, शैक्षणिक, खेल एवं अन्य क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 15 से 29 आयु वर्ग के युवाओं को उनकी व्यक्तिगत क्षमता में सुधार तथा समाज सेवा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यों को मान्यता देने के उद्देश्य से युवा रत्न सम्मान योजना लागू की गई है। खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा युवा कल्याण के विभिन्न क्षेत्र में किए गए अविस्मरणीय कार्य सेवाओं तथा अभिनव प्रयास के लिए सम्मानित करने और उनमें एक अंतर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय कीर्तिमान विकसित करने की दृष्टि से युवा रत्न सम्मान की स्थापना किया गया है।
इस कार्य में व्यक्तियों, संगठनों के योगदान को प्रोत्साहित करने मान्यता देने एवं प्रतिष्ठ मंडित करने के उद्देश्य से विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत व्यक्तियों एवं संगठनों को युवा रत्न सम्मान प्रदाय करने का निर्णय लिया गया है। युवा रत्न सम्मान योजना का उद्देश्य राज्य में सामाजिक, संस्कृतिक, साहित्यिक, शैक्षणिक, खेल एवं अन्य क्षेत्र में 15-29 आयु वर्ग के युवाओं एवं स्वैच्छिक संगठनों को प्रेरित करना तथा युवाओं में अपने समुदय के प्रति जिम्मेदारी की भावना विकसित करने के लिए प्रोत्साहित करना। इस प्रकार अच्छे नागरिक के रूप में उनकी व्यक्तिगत क्षमता में सुधार हो, राष्ट्रीय विकास और समाज सेवा के लिए युवाओं द्वारा किए गए उत्कृष्ट कार्यों को मान्यता प्रदान करना, राष्ट्रीय विकास और समाज सेवा के लिए युवाओं के साथ काम करने वाले स्वैच्छिक संगठनों द्वारा किए गए उत्कृष्ट कार्यों को मान्यता प्रदान करना है।
छत्तीसगढ़ युवा रत्न सम्मान असाधारण एवं विशिष्ट सेवा कार्य के क्षेत्र में दिया जाएगा। जिसके अंतर्गत चयनित युवा को 2 लाख 50 हजार रूपए एवं चयनित संगठन को 5 लाख रूपए की पुरस्कार राशि प्रदान की जाएगी। इसी तरह युवा रत्न सम्मान अंतर्गत सामाजिक, साहित्य, नवाचार उद्योग, शिक्षा, खेल, पर्यावरण, महिला एवं बाल विकास, मीडिया, स्वास्थ्य, विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी, दिव्यांगजन सशक्तिकरण, कला एवं संगीत सांस्कृतिक, लोककला के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले युवाओं को 1-1 लाख रूपए का पुरस्कार राशि प्रदान की जाएगी।
राजनांदगांव जिले में अब तक 566.7 मिमी वर्षा दर्ज
जिले में आज 36.4 मिमी बारिश हुई
राजनांदगांव । राजनांदगांव जिले में इस वर्ष चालू मानसून वर्ष में 1 जून 2025 से अब तक जिले के सभी 7 तहसीलों में 566.7 मिमी बारिश एवं औसत 81 मिमी बारिश दर्ज की गई है। भू-अभिलेख से प्राप्त जानकारी अनुसार डोंगरगढ़ तहसील में 79.6 मिमी, लाल बहादुर नगर तहसील में 28 मिमी, राजनांदगांव तहसील में 151.1 मिमी, घुमका तहसील में 116.5 मिमी, छुरिया तहसील में 68.4 मिमी, कुमरदा तहसील में 66.8 मिमी, डोंगरगांव तहसील में 56.3 मिमी बारिश दर्ज की गई है। अब तक सर्वाधिक वर्षा राजनांदगांव तहसील में 151.1 मिमी दर्ज की गई है। इसी तरह आज राजनांदगांव जिले के सभी 7 तहसीलों में 36.4 मिमी एवं औसत 5.2 मिमी बारिश दर्ज की गई है। डोंगरगढ़ तहसील में 13 मिमी, लाल बहादुर नगर तहसील में 11 मिमी, राजनांदगांव तहसील में 1.4 मिमी, घुमका तहसील में 1 मिमी, छुरिया तहसील में 4.7 मिमी, कुमरदा तहसील में 3.4 मिमी, डोंगरगांव तहसील में 1.9 मिमी बारिश दर्ज की गई है। सर्वाधिक वर्षा डोंगरगढ़ तहसील में 13 मिमी दर्ज की गई है।
4 को कठिन नहीं, सही मार्गदर्शन चाहिए-आईएएस टॉपर्स से मिलिए कार्यक्रम का होगा आयोजन
युवाओं को भारतीय लोक सेवा आयोग एवं अन्य प्रतियोगी परीक्षा के लिए मिलेगा सही मार्गदर्शन
राजनांदगांव। प्रेरणा एवं मार्गदर्शन से जिंदगी बदलती है। युवाओं की ऊर्जा, प्रतिभा, क्षमता एवं संभावनाओं को आकार देने के लिए तथा उनके कैरियर को सही दिशा प्रदान करने के लिए जिला प्रशासन द्वारा अनोखी पहल की गई है। सभी वक्त पर युवाओं में निहित संभावनाओं को तरासकर उन्हें अध्ययन के लिए प्रेरित करना जरूरी है। इसी कड़ी में कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे के निर्देशन में भारतीय लोक सेवा आयोग एवं अन्य प्रतियोगी परीक्षा के लिए अध्ययन के स्तर, शैक्षणिक गुणवत्ता एवं तैयारी के लिए युवाओं को लाभान्वित करने हेतु ''कठिन नहीं, सही मार्गदर्शन चाहिए-आईएएस टॉपर्स से मिलिएÓÓ कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।
जिला प्रशासन द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम का आयोजन 4 जुलाई 2025 को सुबह 11.30 बजे से पद्मश्री गोविंदराम निर्मलकर ऑडिटोरियम राजनांदगांव में किया गया है। कार्यक्रम में भारतीय प्रशासनिक सेवा 2024 में चयनित आकश गर्ग, आदित्य विक्रम, सुश्री पूर्वा अग्रवाल, अभिषेक अग्रवाल, अंकित धबानी द्वारा जिले के युवाओं को अध्ययन के लिए आवश्यक मार्गदर्शन दिया जाएगा। कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे नेजिले के प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले युवाओं एवं विद्यालयों व महाविद्यालयों में अध्ययनरत विद्यार्थियों को अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर कार्यक्रम का लाभ लेने की अपील की है।
भगवान एक बार जीवन देता है, डॉक्टर बार-बार बचाता है
1 जुलाई, डॉक्टर्स-डे पर विशेष (डॉ. सूर्यकांत मिश्रा, राजनांदगांव)
नब्ज टटोलकर मर्ज की तह तक पहुंचना भारतवर्ष के लिए कोई नई बात नहीं है । हमारे वैद्यराजों ने अनादिकाल से आयुर्वेद के दम पर गंभीर से गंभीर रोगों का इलाज कर अपनी योग्यता सिद्ध कर दिखाई है । आज की आधुनिक जीवनशैली ने चिकित्सा जगत को बड़ी चुनौतियों में डाल रखा है! अब आयुर्वेद पर विश्वास उतना नहीं रहा जितना भारतवर्ष के सादगीपूर्ण जीवनशैली के समय था । इसका जो कारण मुझे समझ में आता हैं वह बिगड़े पर्यावरण के रूप में दिखाई पड़ रहा है । खान - पान से लेकर मानवीय समाज में जीवनयापन कर रहे हम लोगों ने अपने ऋषि - मुनियों द्वारा बताई गई दिनचर्या को न मानकर ही अपने शरीर के अंदर बीमारियों का बीजारोपण किया है ! अब हमारे वानस्पतिक वृक्षों में भी वह ताकत नहीं रही जो सदियों पहले हुआ करती थी । यही कारण हैं कि वर्तमान युग में बीमारियों से लड़ने वैज्ञानिक शोधों का सहारा लेना पड़ रहा है । हमारा चिकित्सा विज्ञान जितना प्रगति कर रहा है , बीमारियों के नए - नए रूप भी बढ़ - चढ़कर चुनौती पेश करते दिख रहे हैं । मानवीय शरीर में रोग - प्रतिरोधक शक्ति का क्षीण होना ही वह कारण है कि हमारे चिकित्सा वैज्ञानिकों को तुरंत असर करने वाली दवाइयों का आविष्कार करना पड़ा । आज के चिकित्सकों का जीवन हमारे जाने - माने वैद्यराजों से कहीं अधिक चुनौतीपूर्ण बन पड़ा है ।
एक डॉक्टर का जीवन चुनौतीपूर्ण होने के साथ ही साथ अनेक मौकों पर कठिन भी हो सकता है । डॉक्टर की काबिलियत के आधार पर यह पेशा उन्हें समाज में व्यक्तिगत प्रतिष्ठा से भी जोड़ जाता है । हर चिकित्सक का अनुभव अद्वितीय होता है । यही गुण उनकी विशेषता बनकर , कार्य , वातावरण और व्यक्तिगत लचीलेपन से नया आकार ग्रहण कर लेता है । चुनौतियों और पुरस्कारों के बीच संतुलन बनाना चिकित्सा क्षेत्र में स्थाई और संतोषजनक करियर की कुंजी मानी जा सकती है । इस पेशे से जुड़े ऐसे लोग जो अपनी स्कूली शिक्षा के समय मन में ठानकर डॉक्टर बने हैं और अपने काम के प्रति जुनूनी हैं , वे अपने द्वारा समाज को दी जा रही सेवा के चलते जीवन का आनंद लेते हैं । हमारे देश में डॉक्टर बनने की यात्रा काफी लंबी और उबाऊ कही जा सकती है । इस दौरान कोई सराहना या प्रोत्साहन नहीं मिलता । एक डॉक्टर से यह अपेक्षा की जाती है कि वह चौबीसों घंटे अपने मरीज के लिए उपलब्ध रहे ! यह कहने से भी हमारा समाज पीछे नहीं रहता है कि यह उसका कर्तव्य है ! एक डॉक्टर से यह भी अपेक्षा की जाती है कि उसका कोई निजी जीवन न हो ! कारण यह कि वह ऐसे पेशे से जुड़ा है , जो मनुष्य के जीवन से प्रत्यक्ष संबंध रखता है । हमारा समाज डॉक्टर से यह भी उम्मीद रखता है कि वह " सुपरमैन और स्पाइडरमैन " की तरह हमारी जान बचाता रहे ! मैने अनुभव किया है कि एक चिकित्सक अत्यधिक दबाव और कार्यभार के बीच अपना जीवनयापन करता है । उसके पास अपने और अपने परिवार के लिए अत्यंत ही सीमित समय होता है ।
चिकित्सकों की जीवनशैली का अनुभव करते हुए मुझे लगता है कि कोई भी अन्य पेशा जीवन के संदर्भ में इतनी गहरी समझ नहीं रखता जितना कि एक चिकित्सक । बीमारी और मौत के दुखों को इतने करीब से देखने के बाद एक चिकित्सक का जीवन के प्रति नजरिया बदल जाता है । वह एक चिकित्सक ही होता है जो मरीजों को लाइलाज बीमारियों से पीड़ित और उम्मीद से चिपके हुए देख सकता है । यह सब बहुत ही निराशाजनक और भावनात्मक रूप से थका देने वाला होता है । खास कर गंभीर चिकित्सा स्थितियों और मृत्यु के निकट स्थितियों की घोषणा करते समय । इस पेशे का एक चमत्कार पहलू भी होता है । बीमारी से ठीक हो चुके व्यक्ति के परिजनों के चेहरों पर राहत और खुशी का संगम देखकर डॉक्टर स्वयं ही पुरस्कृत महसूस करता है । एक डॉक्टर के रूप में मरीज का स्वास्थ्य और सेवा का अवसर , उनका जीवन सभी कुछ डॉक्टर के हाथ होता है । ऐसी स्थिति में एक डॉक्टर खुद को बेहद तनावपूर्ण परिस्थिति में पाता है । इससे निपटने और जिम्मेदारी लेने में सक्षम होने के लिए बहुत धैर्य की जरूरत होती है , चाहे चीजें सही हों या गलत । डॉक्टर होने का मतलब सिर्फ गोलियां बांटना या कटे - फटे शरीर को सिल देना ही नहीं है । डॉक्टर होना इंसान और भगवान के बीच मध्यस्थता होना भी है । एक अच्छे डॉक्टर को परिभाषित करना भी अत्यंत ही कठिन काम हो सकता है ।
हम विचार करें तो कुछ शब्दों में यह परिभाषित करना काफी आसान है कि एक अच्छा वकील , एक अच्छा वास्तुकार , एक अच्छा लेखक कौन हो सकता है ? एक अच्छा वकील वह होता है , जो कठिन मुकदमों में जीत हासिल कर लेता है । एक अच्छा वास्तुकार वह होता है जो सबसे शानदार इमारत खड़ी कर दिखाता है । एक अच्छा लेखक वह होता हैं जो एक मार्मिक उपन्यास लिख डालता है । इन सबके विपरीत एक अच्छा डॉक्टर कौन होता है ? कहना या लिखना मुश्किल होता है । एक अच्छा डॉक्टर वह नहीं जो सबसे ज्यादा इलाज करता है अथवा उस पर विश्वास करने वालों की संख्या अधिक होती है । उसे भी एक अच्छा डॉक्टर नहीं कहा जा सकता जो अच्छा निदान करता है । उसे भी अच्छा डॉक्टर नहीं कहा है सकता जो वैज्ञानिक तथ्यों को जानता है । वास्तव में एक अच्छा डॉक्टर वह होता है , जो दयालु , विनम्र और आशावादी होता है । एक अच्छा डॉक्टर वह होता है जो रोगियों में विश्वास जगाता है । मैं तो यही कह सकता हूं - " भगवान एक बार जीवन देता है , डॉक्टर बार - बार बचाता है ।" इसलिए डॉक्टर को धरती पर भगवान की संज्ञा दी जाती हैं ।
डॉक्टर मसीहा का पर्याय है । अधमरे इंसान में जान फूंकने , रोगियों को स्वस्थ करने और हमारे अपनों को दूर जाने से बचाने में जो डटे रहते हैं , वहीं वास्तव में डॉक्टर हैं । वही मसीहा हैं । जब - जब लगा कि अब इस दुनिया को अलविदा कहने का समय आ गया है , तब - तब ईश्वर का प्रतिनिधि बनकर चिकित्सकों के रूप में एक इंसान ने दस्तक दी और असमय मृत्यु को खदेड़ दिया ! चिकित्सकों के समुदाय ने सदियों से यह सिद्ध कर दिखाया है कि " जिंदगी दोबारा भी मिल सकती है । " दरअसल एक डॉक्टर एक दिन में अनेकों बार जीता और मारता है । जब भी उसके हाथों कोई रोगी ठीक होता है , तब उसे लगता है कि उसका जीवन सार्थक हो गया । इसके विपरीत जब तमाम कोशिशों के बाद भी वह रोगी को नहीं बचा पाता है , तब उसे लगता है कि सब कुछ समाप्त हो गया । इस प्रकार की स्थिति से प्रतिदिन दो - चार होना आसान नहीं कहा जा सकता है । डॉक्टर की काबिलियत के चलते ही हर वह इंसान जो बीमार है और उसका परिवार डॉक्टर की तरफ उम्मीद भरी नजरों से देखता है । " यदि अस्तित्व विहीन हो जाना इस जीवन की नियति है , तो अस्तित्व को बरकरार रखना डॉक्टर के जीवन का ध्येय है । " देखा जाए तो डॉक्टर का मूल लक्ष्य जीविकोपार्जन अथवा धंधा करना नहीं बल्कि जिंदगी और मौत से जूझ रहे इंसान को येन - केन प्रकारेण बचाना है । खेत में किसान , सीमा पर सैनिक , विद्यालय में शिक्षक और अस्पताल में डॉक्टर न हों तो मानवीय समाज का जीवन कठिन हो सकता है । इस पृथ्वी पर जिजीविषा को मूर्त रूप प्रदान करने में डॉक्टर्स की भूमिका अतुलनीय रही है।
हेलेन केलर दिवस पर सीआरसी उदयाचल का संयुक्त आयोजन
राजनांदगांव। नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर द एम्पावरमेंट ऑफ पर्सन्स विद इंटेलेक्चुअल डिसएबिलिटीज (NIEPID) के प्रशासनिक नियंत्रण में संचालित कंपोज़िट रीजनल सेंटर (CRC), राजनांदगांव ने उदयाचल हेल्थ एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट के सहयोग से हेलेन केलर दिवस को उत्साहपूर्वक एवं सामुदायिक सहभागिता के साथ मनाया। कार्यक्रम की शुरुआत उदयाचल टीम द्वारा पारंपरिक स्वागत के साथ हुई। डॉ. पुखराज बाफना, अतुल रायचा, अशोक मोदी, त्रिलोचन बग्गा, श्रीमती सुनीता शुक्ला (सीईओ), , डॉ. सार्थक बाफना और डॉ. नम्रता पैक्रो ने डॉ. स्मिता महोबिया (निदेशक, सीआरसी राजनांदगांव) एवं चुनमुन मोहंती (प्रोस्थेटिस्ट एवं ऑर्थोटिस्ट) का तिलक और मोती माला से अभिनंदन किया।
इसके उपरांत, उपस्थित लाभार्थियों, स्टाफ एवं गणमान्य अतिथियों को हेलेन केलर के जीवन, संघर्ष और प्रेरणादायक कार्यों पर आधारित एक लघु डॉक्युमेंट्री फिल्म दिखाई गई। यह वीडियो दिव्यांगजनों के लिए आशा, आत्मबल और समर्पण का संदेश लेकर आया। डॉ. स्मिता महोबिया ने अपने प्रेरणादायक संबोधन में हेलेन केलर दिवस की प्रासंगिकता और सीआरसी राजनांदगांव द्वारा दी जाने वाली सेवाओं की जानकारी दी। उन्होंने दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण में समुदाय की भूमिका को रेखांकित किया।
प्रसिद्ध बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. पुखराज बाफना ने सीआरसी की गतिविधियों का संक्षिप्त परिचय देते हुए कहा कि समाज को दिव्यांगजनों के प्रति अधिक संवेदनशील और सहयोगी बनना चाहिए। चुनमुन मोहंती ने पीएमडीके योजना के तहत एडीआईपी (ADIP) और आरवीवाई (RVY) योजनाओं की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि व्हीलचेयर, ब्रेसेस, श्रवण यंत्र, ट्राइपॉड, टेट्रापॉड आदि सहायक उपकरण निःशुल्क वितरित किए जाते हैं, जिनके लिए लाभार्थियों को कुछ जरूरी दस्तावेज जमा करने होते हैं। डॉ. सार्थक बाफना और डॉ. नम्रता पैक्रो, नेत्र विशेषज्ञ, ने आंखों की देखभाल, समय पर पहचान और उपचार की आवश्यकता पर उपयोगी जानकारी साझा की।
ग्राम सीताकसा में स्वच्छता तिहार का हुआ आयोजन
राजनांदगांव । स्वच्छ भारत मिशन अंतर्गत छुरिया विकासखंड के ग्राम सीताकसा में स्वच्छता तिहार का आयोजन किया गया। स्वच्छता तिहार कार्यक्रम में ग्रामीणों के साथ जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों-कर्मचारियों ने अभियान चलाकर ग्राम के चौक-चौराहों एवं सार्वजनिक स्थलों की साफ सफाई करते हुए स्वच्छता का संदेश दिया तथा ग्रामीणों ने स्वच्छता की शपथ भी ली। कार्यक्रम में ग्रामीणों से गांव को सदैव स्वच्छ सुन्दर बनाए रखने, गिला एवं सुखा कचरा के सुरक्षित निपटान, घर का कचरा दीदियों को सम्मानजनक व्यवहार से देने, प्रतिमाह समय पर स्वच्छता शुल्क देने की अपील की गई। साथ ही भू-जल स्तर को बढ़ाने के लिए ग्रामीणों को अपने घरों में सोख्ता गड्ढा बनाने के लिए प्रेरित किया गया।
कार्यक्रम में ग्रामीणों को स्वच्छ सर्वेक्षण-ग्रामीण 2025 अंतर्गत मोबाइल के माध्यम से सर्वे के संबंध में जानकारी दी गई। इस दौरान जल सरंक्षण एवं भू-जल स्तर को बढ़ाने के लिए जनसमुदाय के सहयोग से नाला में तीन जगह बोरी बंधान भी किया गया। इस अवसर पर जनपद सदस्य हरिला कौशल चंद्रवंशी, ग्राम पंचायत के सरपंच, स्वच्छ भारत मिशन से गिरधारी सुधाकर, तकनीकी सहायक तुमेश्वर साहू सहित अन्य जनप्रतिनिधि, यूनिसेफ की टीम, पंचायत सचिव, स्वच्छता दीदी, बिहान केडर की दीदीयां एवं ग्रामवासी उपस्थित थे।
यूनिसेफ युवोदय के स्वयं सेवकों ने किया ग्रामीणों को जागरूक
राजनांदगांव । यूनिसेफ युवोदय राजनांदगांव के स्वयं सेवकों द्वारा मिशन जल रक्षा अंतर्गत छुरिया विकासखंड के ग्राम सीताकसा में जल संरक्षण एवं संवर्धन के उद्देश्य से बोरी बंधान कार्य में श्रमदान किया गया। जिला समन्वयक यूनिसेफ विनोद कुमार टेम्बुकर ने कहा कि सोखता गड्ढा निर्माण से गिरते भू-जल स्तर में सुधार हो सकता है। उन्होंने ग्रामीणों को अपने घरों में सोखता गड्ढा निर्माण के लिए प्रेरित किया गया। साथ ही ग्रामीणों को अपने घरों में कम से कम 5 पौधा लगाकर पर्यावरण सरंक्षण करने का संकल्प लेने कहा। कार्यक्रम में ग्रामीणों को स्वच्छता एवं साफ-सफाई के लिए शपथ दिलाई गई और सभी को स्वच्छता शुल्क देने का आग्रह भी किया गया। कार्यक्रम में जनपद सदस्य छुरिया, इंजीनियर तुमेश्वर साहू, यूनिसेफ युवोदय के स्वयं सेवक तोरण पटेल, साहिल देवांगन, भारत साहू सहित ग्राम पंचायत सरपंच, सचिव, रोजगार सहायक अन्य पंच एवं ग्रामीणजन उपस्थित रहे।
विधानसभा अध्यक्ष ने 39 करोड़ 23 लाख रूपए के 8 विभिन्न विकास कार्यों का किया लोकार्पण एवं भूमिपूजन
राजनांदगांव । विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह आज मां बम्लेश्वरी प्रांगण में आयोजित डोंगरगढ़ क्षेत्र के विभिन्न विकास कार्यों के लोकार्पण एवं भूमिपूजन कार्यक्रम में शामिल हुए। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने 39 करोड़ 23 लाख 11 हजार रूपए की लागत के 8 विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री अरूण साव, सांसद संतोष पाण्डेय उपस्थित थे।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने 29 करोड़ 51 लाख 67 हजार रूपए के लागत के 5 विकास कार्य का भूमिपूजन एवं 9 करोड़ 71 लाख 44 हजार रूपए की लागत के 3 विकास कार्यों का लोकार्पण किया। भूमिपूजन कार्य अंतर्गत 21 करोड़ 25 लाख 83 हजार रूपए के लागत से डोंगरगढ़ चिचोला मार्ग में पुराना कालेज लाल निवास पुल से नीचे माँ बम्लेश्वरी मंदिर के सामने पुराना क्रासिंग तक वायशेप में पुल निर्माण, 2 करोड़ 72 लाख रूपए के लागत से डोंगरगढ़ में शासकीय नेहरू पीजी महाविद्यालय में कन्या छात्रावास का निर्माण, 75 लाख 23 हजार रूपए के लागत से लाल बहादुर नगर में शासकीय हाईस्कूल कन्या भवन का निर्माण कार्य, 71 लाख 12 हजार रूपए के लागत से लाल बहादुर नगर में तहसील भवन का निर्माण एवं 4 करोड़ 7 लाख 49 हजार रूपए के लागत से छीपा से बड़े कुसमी मार्ग पुल-पुलिया सहित लंबाई 1.50 किलोमीटर कार्य शामिल है।
इसी तरह लोकार्पण कार्य अंतर्गत 5 करोड़ 57 लाख 68 हजार रूपए के लागत से गाजमर्रा-राजकट्टा हेलीपेड मार्ग निर्माण पुल-पुलिया सहित लम्बाई 3.80 किलोमीटर, 2 करोड़ 92 लाख 60 हजार रूपए के लागत से लाल बहादुर नगर से नारायणगढ़ मार्ग पुल-पुलिया सहित लम्बाई 2.80 किलोमीटर, 1 करोड़ 21 लाख 16 हजार रूपए के लागत से लाल बहादुर नगर में बालक हायर सेकेण्डरी स्कूल भवन निर्माण भू-तल कार्य शामिल है। इस दौरान डोंगरगढ़ विधायक श्रीमती हर्षिता बघेल, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती किरण वैष्णव, नगर पालिका अध्यक्ष रमन डोंगरे, अध्यक्ष जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक सचिन बघेल, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्रीमती किरण साहू, कोमल सिंह राजपूत, संतोष अग्रवाल, पूर्व विधायक विनोद खाण्डेकर, दिनेश गांधी, सौरभ कोठारी, मां बम्लेश्वरी ट्रस्ट समिति के अध्यक्ष मनोज अग्रवाल, मां बम्लेश्वरी ट्रस्ट समिति के उपाध्यक्ष अनील गट्टानी, सीईओ जिला पंचायत सुश्री सुरूचि सिंह, अपर कलेक्टर सीएल मारकण्डेय सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
विधानसभा अध्यक्ष ने 39 करोड़ के विकास कार्यों का किया भूमिपूजन-लोकार्पण
- मां बम्लेश्वरी धर्मार्थ चिकित्सालय में डायग्नोस्टिक सेंटर का किया शुभारंभ
राजनांदगांव । विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह आज डोंगरगढ़ मां बम्लेश्वरी प्रांगण में 39 करोड़ 23 लाख 11 हजार रूपए की लागत के विभिन्न विकास कार्यों का भूमिपूजन एवं लोकार्पण तथा मां बम्लेश्वरी धर्मार्थ चिकित्सालय में डायग्नोस्टिक सेंटर का शुभारंभ किया। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने मां बम्लेश्वरी धर्मार्थ चिकित्सालय में सीटी स्केन, डिजिटल एक्स-रे, सोनोग्राफी कक्ष का अवलोकन किया। इस दौरान उप मुख्यमंत्री अरूण साव, सांसद संतोष पाण्डेय उपस्थित थे।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा कि राज्य सरकार छत्तीसगढ़ के विकास के लिए लगातार कार्य कर रही है। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सिंह ने कहा कि आज डोंगरगढ़ क्षेत्र के विभिन्न विकास कार्य के लिए 39 करोड़ 23 लाख 11 हजार रूपए की लागत के भूमिपूजन एवं लोकार्पण कार्य किया गया है। इससे क्षेत्रवासियों को सीधा लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि वायशेप ओवरब्रिज के निर्माण से नागरिकों को बहुत सुविधा मिलेगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हर क्षेत्र का विकास कर पूरा देश विकास की श्रेणी में आगे बढ़ रहा है। भारत 2 से 3 वर्ष में दुनिया की तीसरी अर्थव्यवस्था बनने वाला है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में छत्तीगसढ़ में 21 क्विंटल धान की खरीदी, दो वर्ष का बोनस, 70 लाख महिलाओं को महतारी वंदन योजना से लाभान्वित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि माँ बम्लेश्वरी ट्रस्ट समिति ने डोंगरगढ़ क्षेत्र के जरूरतमंद लोगों के ईलाज के लिए आधुनिक डायग्नोस्टिक सेंटर की शुरूआत की है। इससे ईलाज के लिए अब रायपुर और राजनांदगांव जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। यह सेवा एवं पुनीत का कार्य है। उन्होंने कहा कि मां बम्लेश्वरी ट्रस्ट समिति डोंगरगढ़ द्वारा संचालित मां बम्लेश्वरी धर्मार्थ चिकित्सालय में लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं मिल रही है। धर्मार्थ चिकित्सालय में आधुनिक डायग्नोस्टिक सेंटर शुरू करना बहुत अच्छा कार्य किया है। इससे आस-पास के क्षेत्र के लोगों को कम खर्च में चिकित्सा सुविधा मिल जाएगी।
उप मुख्यमंत्री अरूण साव ने कहा कि माँ बम्लेश्वरी धर्मार्थ चिकित्सालय में आधुनिक डायग्नोस्टिक सेंटर शुरू होने से क्षेत्रवासियों को सस्ते दर पर स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिलेगा। इसके लिए मां बम्लेश्वरी ट्रस्ट समिति को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं के क्षेत्र में बड़ा कार्य ट्रस्ट ने किया है। उन्होंने कहा कि विकास के लिए लगातार कार्य किए जा रहे हैं। छत्तीसगढ़ सरकार मोदी एक-एक गारंटी को पूरा करने का कार्य कर रही है। उप मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश के प्रत्येक शहर सुंदर, स्वच्छ और सुविधापूर्ण बने इसके लिए लगातार कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी निकायों को बराबर रूप से विकास के लिए राशि का वितरण कर रही है। लोक निर्माण विभाग सड़कों, भवनों का निर्माण तेज गति से कर रही है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के विकास के लिए प्रतिबद्धता के साथ कार्य किया जाएगा।
सांसद संतोष पाण्डेय ने कहा कि प्रसाद योजना के तहत श्री यंत्र के साथ डोंगरगढ़ में विभिन्न विकास कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 30 किलो मीटर के भीतर अमृत स्टेशन का निर्माण किया गया है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की सरकार राज्य में विकास के कार्य तेज गति से कर रही है। उन्होंने कहा कि आज वायशेप पुल निर्माण के लिए भूमिपूजन एवं अन्य विभिन्न विकास कार्यों का भूमिपूजन एवं लोकार्पण किया गया है। इसके लिए उन्होंने क्षेत्रवासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। डोंगरगढ़ विधायक श्रीमती हर्षिता बघेल ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। माँ बम्लेश्वरी ट्रस्ट समिति के अध्यक्ष मनोज अग्रवाल ने स्वागत उद्बोधन दिया। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती किरण वैष्णव, नगर पालिका अध्यक्ष रमन डोंगरे, अध्यक्ष जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक सचिन बघेल, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्रीमती किरण साहू, कोमल सिंह राजपूत, संतोष अग्रवाल, पूर्व विधायक विनोद खाण्डेकर, दिनेश गांधी, सौरभ कोठारी, मां बम्लेश्वरी ट्रस्ट समिति के उपाध्यक्ष अनील गट्टानी, सीईओ जिला पंचायत सुश्री सुरूचि सिंह, अपर कलेक्टर सीएल मारकण्डेय सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, ट्रस्ट समिति के पदाधिकारी, समाज प्रमुख, नगरवासी उपस्थित थे।
अवैध सितार निर्माण फैक्ट्री में दबिश, दस्तावेज के अभाव में फैक्ट्री सील
राजनांदगांव। कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे के निर्देशानुसार जिले में खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग राजनांदगांव द्वारा लगातार प्रतिबंधित खाद्य सामग्री पर लगातार निगरानी की जा रही है। इसी कड़ी में प्राप्त सूचना के आधार पर राजनांदगांव विकासखंड के ग्राम बोइरडीह में संचालित अवैध सितार निर्माण फैक्ट्री में जीएसटी विभाग की उपस्थिति में दबिश दी गई। जांच के दौरान बड़ी मात्रा में केसर युक्त सितार पैकेट, सुगंधित सुपारी, पाउच पैकेट, पैकिंग मशीन सहित अन्य सामग्री फर्म में पाया गया। फर्म में उपस्थित सुपरवाइजर से फैक्ट्री संचालन से संबंधित दस्तावेज एवं एफएसएसएआई लायसेंस की मांग की गई।
जिस पर वह दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर पाया। संदेहास्पद अवस्था में सामग्री के निर्माण एवं भंडारण पर खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा सुगंधित सुपरी व केसर युक्त सितार पैकेट के नमूने लैब जांच हेतु जप्त किए गए है, साथ ही पैकिंग मशीन, पैकिंग मटेरियल, सुगंधित सुपारी, पैकेट सितार सहित कुल 23 लाख 47 हजार 300 रूपए की सामग्री को फर्म में उपस्थित सुपरवाइजर संतोष साहू की अभिरक्षा में सीज किया गया तथा मजिस्ट्रेट एवं पुलिस की उपस्थिति में निर्माण स्थल को सील कर दिया गया है। प्रारंभिक जांच के दौरान सितार निर्माण में दुर्ग निवासी गुरमुख जुमनानी का नाम सामने आया है। आगे की कार्रवाई नियमानुसार की जा रही है।