छत्तीसगढ़ / बीजापुर
रेड कॉरिडोर से डेवलपमेंट कॉरिडोर की ओर बढ़ रहा बस्तर” : केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू
बीजापुर मुठभेड़: दो माओवादी ढेर, हथियार और विस्फोटक बरामद
बीजापुर। जिले के दक्षिण-पश्चिमी क्षेत्र में शुक्रवार सुबह सुरक्षा बलों और माओवादियों के बीच हुई मुठभेड़ में दो माओवादी मारे गए। घटना स्थल से .303 रायफल, विस्फोटक सामग्री और अन्य दैनिक उपयोग की वस्तुएं बरामद हुई हैं।
पुलिस के अनुसार, माओवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने पर सुरक्षा बलों ने इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू किया। इस दौरान माओवादी जवानों के सामने आ गए, जिसके बाद दोनों ओर से लगभग दो घंटे तक गोलीबारी चली। मुठभेड़ खत्म होने के बाद की गई सर्चिंग में दो माओवादियों के शव बरामद किए गए।
अधिकारियों ने बताया कि मौके से भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री और हथियार बरामद हुए हैं, जिससे साफ है कि माओवादी किसी बड़ी साजिश की तैयारी में थे। जब्त सामग्री में .303 रायफल के अलावा बम बनाने में इस्तेमाल होने वाली चीजें भी शामिल हैं।
बाढ़ प्रभावित परिवारों को रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा किचन सेट एवं हाईजीन किट का वितरण
बीजापुर-
बीजापुर जिले के भैरमगढ़ ब्लॉक स्थित सुरोखी गांव के बाढ़ प्रभावित 18 परिवारों को रेडक्रॉस सोसायटी बीजापुर द्वारा किचन सेट एवं हाईजीन किट का वितरण किया गया। यह वितरण कलेक्टर श्री संबित मिश्रा के दिशा-निर्देश में स्थानीय जनप्रतिनिधियों सरपंच एवं उप सरपंच के माध्यम से कराया गया। बाढ़ प्रभावित ग्राम सुरोखी के कुंजाम पारा के 18 परिवारों के कुल 86 सदस्य वर्तमान में सुरोखी राहत शिविर में रह रहे हैं। जिला प्रशासन द्वारा राहत शिविर में भोजन, स्वास्थ्य और आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। सामग्री वितरण कार्यक्रम में रेडक्रॉस के जिला संगठक श्री नरवेद सिंह, विद्यालय के प्राचार्य एवं रेडक्रॉस के विद्यार्थीगण उपस्थित रहे।
बाढ़ पीड़ित परिवारों को रेडक्राॅस सोसायईटी द्वारा किचन सेट और हाईजीन किट का किया गया वितरण
बीजापुर 31 अगस्त 2025
बीजापुर जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र भैरमगढ़ ब्लाॅक के सुरोखी गांव के ग्रामीण परिवारों को कलेक्टर श्री संबित मिश्रा के दिशा-निर्देश में रेडक्राॅस सोसायटी बीजापुर द्वारा 18 नग किचन सेट एवं हाईजीन किट का वितरण स्थानीय जनप्रतिनिधियों सरपंच, उप सरपंच के माध्यम से कराया गया।
बाढ़ प्रभावित क्षेत्र ग्राम सुरोखी के कुंजाम पारा के 18 परिवार के 86 सदस्यों को सुरोखी के राहत शिविर में रखा गया है। जिला प्रशासन द्वारा उन्हे सभी प्रकार की सुविधाएं मुहैया करायी जा रही है। सामग्री वितरण के दौरान रेडक्राॅस के जिला संगठक श्री नरवेद सिंह सहित रेडक्राॅस के अन्य विद्यार्थीगण, स्कूल के प्राचार्य मौजूद थे।
जिले के 16 संकुल संगठन में "दीदी के गोठ" का प्रसारणबीजापुर 31 अगस्त 2025-पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान अन्तगत रेडियो कार्यक्रम “दीदी के गोठ” का प्रसारण बीजापुर जिला पंचायत सभाकक्ष में किया गया। कलेक्टर श्री संबित मिश्रा के मार्गदर्शन एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्रीमती नम्रता चैबे के निर्देशन में जिले भर में एस एच जी की अधिक से अधिक महिलाओं को प्रसारण से जोड़ने हेतु तैयारियां किं गई। जिला स्तर के प्रसारण में जिला पंचायत अध्यक्ष जानकी कोरसा सहित समूह की महिलाएँ, अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम की उपयोगिता को ध्यान में रखते हुए चारों जनपद पंचायतों में भी कार्यक्रम के प्रसारण की व्यवस्था की गई। जिले में स्व सहायता समूह सी जुड़ी दीदियों ने अन्य जिले की दीदियों की सफलता की कहानी सुनी और कार्यक्रम की तारीफ की।
रेडियो प्रसारण कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान, मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा का शुभकामना संदेश के साथ बिहान योजना के दीदियों की कहानी उन्हीं की जुबानी सुनाई गई। जिसमें नारायणपुर की दीदी का कहानी का प्रसारण किया गया।
जिले के 16 संकुल संगठन में इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिला स्तर पर उपसंचालक पंचायत हिमांशु साहू, जिला कार्यक्रम प्रबंधक सुश्री कल्पना समेत समूह की दीदियाँ एवं कर्मचारी उपस्थित रहीं।
जिले में उर्वरक वितरण की पारदर्शिता पर जोर, निरीक्षण में मिली अनियमितताएँ
बीजापुर 31 अगस्त 2025
कृषि विभाग बीजापुर की टीम ने शनिवार को जिले के विभिन्न आदिम जाति सेवा सहकारी समिति मर्यादित (लैम्प्स) एवं निजी कृषि सेवा केंद्रों का निरीक्षण कर उर्वरक के भंडारण एवं वितरण की स्थिति का जायजा लिया।
निरीक्षण के दौरान लैम्प्स प्रबंधकों एवं निजी विक्रेताओं द्वारा भंडारित व वितरित उर्वरकों के भौतिक स्टॉक का मिलान Pos मशीन में दर्ज आंकड़ों से किया गया। इस दौरान वितरण प्रक्रिया में पारदर्शिता और अनुशासनात्मक ढंग से कार्य करने पर विशेष जोर दिया गया।
जिले के गंगालूर लैम्प्स में (10.740 टन) इसी तरह आवापल्ली में (33.20 टन), इलमिड़ी (195.79 टन), चिलकापल्ली (66.30 टन) ), बासागुड़ा (107.735 टन) तथा बीजापुर स्थित धुरवा कृषि केंद्र (13.900 टन) एवं बालाजी कृषि केंद्र, आवापल्ली (1.05 टन) इस प्रकार जिले में कुल 428.715 टन उर्वरक वितरण की जांच में भौतिक स्टॉक व Pos मशीन प्रविष्टियों में असंगतियाँ पाई गईं।
निरीक्षण टीम ने लैम्प्स प्रबंधकों और निजी दुकान संचालकों को दो दिनों के भीतर वास्तविक भौतिक स्टॉक के अनुसार Pos मशीन में प्रविष्टि करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही चेतावनी दी गई है कि निर्धारित समय सीमा में अनुपालन न होने पर संबंधितों के विरुद्ध नियमानुसार अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
इस कारवाही में उप संचालक कृषि बीजापुर के निर्देश पर गठित इस टीम में सहायक संचालक कृषि, श्री कृष्ण कुमार सिन्हा, अनुविभागीय कृषि अधिकारी, श्री सी.पी. देवांगन एवं कृषि विकास अधिकारी, श्री वी.एस. कुमार शामिल रहे।
बीजापुर में उर्वरक वितरण की अनियमितताओं पर कार्रवाई
दो दिन में व्यवस्था में सुधार के कड़े निर्देश
31 अगस्त 2025
जिले में उर्वरक वितरण की पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए कृषि विभाग बीजापुर की निरीक्षण टीम ने विभिन्न आदिम जाति सेवा सहकारी समिति मर्यादित (लैम्प्स) एवं निजी कृषि सेवा केंद्रों का निरीक्षण किया। इस दौरान भौतिक स्टॉक और पीओएस मशीन में दर्ज आंकड़ों के बीच असंगतियाँ पाई गईं। विभाग ने सभी लैम्प्स प्रबंधकों और निजी विक्रेताओं को दो दिनों के भीतर स्टॉक विवरण को पीओएस मशीन में सही ढंग से दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। निर्धारित समय में अनुपालन न करने पर संबंधितों के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
निरीक्षण के दौरान जिले के गंगालूर लैम्प्स में 10.740 टन, आवापल्ली में 33.20 टन, इलमिडी में 195.79 टन, चिलकापल्ली में 66.30 टन, बासागुड़ा में 107.735 टन, बीजापुर स्थित धुरवा कृषि केंद्र में 13.900 टन तथा आवापल्ली स्थित बालाजी कृषि केंद्र में 1.05 टन उर्वरक का स्टॉक दर्ज किया गया। कुल मिलाकर 428.715 टन उर्वरक वितरण की जांच की गई, जिसमें स्टॉक और पीओएस मशीन प्रविष्टियों में अंतर सामने आया।
जिले में की गई इस कार्रवाई के तहत लैम्प्स प्रबंधकों और विक्रेताओं को वितरण प्रक्रिया में पारदर्शिता अपनाने और अनुशासनात्मक ढंग से कार्य करने पर जोर दिया गया। निरीक्षण दल में सहायक संचालक कृषि श्री कृष्ण कुमार सिन्हा, अनुविभागीय कृषि अधिकारी श्री सी.पी. देवांगन तथा कृषि विकास अधिकारी श्री वी.एस. कुमार शामिल थे। यह कार्रवाई उप संचालक कृषि बीजापुर के निर्देश पर की गई।
शहीद कौशल यादव पुरस्कार से सम्मानित होंगे बीजापुर के राकेश कड़ती
बीजापुर । राष्ट्रीय खेल दिवस (29 अगस्त) के अवसर पर रायपुर में आयोजित होने वाले राज्य खेल अलंकरण समारोह में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय द्वारा बीजापुर जिले के अंतरराष्ट्रीय सॉफ्टबॉल खिलाड़ी राकेश कड़ती को शहीद कौशल यादव पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। वहीं, जूनियर सॉफ्टबॉल गर्ल्स टीम को उत्कृष्ट प्रदर्शन पर मुख्यमंत्री ट्रॉफी से अलंकृत किया जाएगा।
बीजापुर जिले से अकादमी की खिलाड़ी रेणुका तेलम, चंद्रकला तेलम, विमला तेलम और मीनू आरकी इस सम्मानित टीम का हिस्सा हैं। खास बात यह है कि बस्तर संभाग से पहली बार किसी खिलाड़ी को राज्य स्तरीय खेल अवार्ड से नवाजा जा रहा है। राकेश कड़ती अब तक 12 राष्ट्रीय और 2 अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं, जिनमें 6 नेशनल मेडल शामिल हैं। वहीं, जूनियर टीम ने नेशनल प्रतियोगिता में सिल्वर मेडल जीता था।
इस उपलब्धि पर जिले के कलेक्टर संबित मिश्रा, जिला पंचायत सीईओ नम्रता चौबे और प्रभारी खेल अधिकारी नारायण प्रसाद गवेल ने बधाई दी। जानकारी जिले के श्रम निरीक्षक एवं सॉफ्टबॉल कोच सोपान करनेवार ने दी।
PMGSY में भ्रष्टाचार : घटिया निर्माण के चलते एक पुलिया बह गई, दूसरी जर्जर...
बीजापुर। जिले में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (PMGSY) के तहत बनाई गई सड़क और पुलिया एक बार फिर विवादों में है। लगभग 2 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित 4 किलोमीटर सड़क और दो बड़े पुलिया में भारी अनियमितताएँ सामने आई हैं। स्थानीय ग्रामीणों और मौके का निरीक्षण करने वालों के मुताबिक, निर्माण कार्य मापदंडों के अनुरूप नहीं हुआ है और ठेकेदार व विभागीय अभियंताओं की लापरवाही साफ झलक रही है।
जानकारी के अनुसार, LO61–LO52 CG17132 से अम्बेली तक बनी सड़क और पुलिया में घटिया निर्माण के चलते एक पुलिया बह गई, जबकि दूसरे पुलिया का एक हिस्सा टूट चुका है। ग्रामीणों का कहना है कि पुलिया बीच से बैठने लगा है और कभी भी ध्वस्त हो सकता है, जिससे बड़े हादसे का खतरा मंडरा रहा है।
ग्रामीणों ने इस मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। उनका कहना है कि विकास कार्यों में अनियमितता बरतना अपराध है और योजनाओं को धरातल पर लाने के लिए लंबी प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है, लेकिन ठेकेदार और अभियंता की मनमानी के चलते जनता को गुणवत्ताहीन निर्माण झेलना पड़ रहा है।
मामले पर जब कुलकर्णी एंड साहू बिल्डकॉन के ठेकेदार से फोन पर संपर्क किया गया तो उनका कहना था कि “जैसा विभाग ने कहा वैसा ही काम किया गया है। सड़क और पुलिया के संबंध में विभागीय EE और इंजीनियर से पूछिए।”
स्थानीय लोग अब इस भ्रष्टाचार की खुली मिसाल बने निर्माण कार्य की जांच की मांग कर रहे हैं, जबकि विभाग मौन है।
बीजापुर आईईडी ब्लास्ट, एक जवान शहीद 3 घायल
बीजापुर । छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में सोमवार सुबह एक दुखद घटना सामने आई। माओवाद विरोधी अभियान पर निकली डीआरजी की टीम रविवार से मिशन पर थी। इसी बीच नेशनल पार्क क्षेत्र में सर्चिंग के दौरान सोमवार की सुबह आईईडी ब्लास्ट हो गया। इस ब्लास्ट की चपेट में आने से डीआरजी के एक जवान, दिनेश नाग शहीद हो गए। इस ब्लास्ट में तीन जवान घायल भी हुए हैं।
17 अगस्त को डीआरजी की टीम माओवादियों के खिलाफ ऑपरेशन कर रही थी। यह टीम बीजापुर जिले के नेशनल पार्क इलाके में गई थी। अगले दिन, 18 अगस्त 2025 को सुबह एक बम धमाका हुआ। यह धमाका आईईडी ब्लास्ट था। इस धमाके में दिनेश नाग नाम के एक जवान शहीद हो गए। वे डीआरजी टीम के सदस्य थे। तीन और जवान घायल हुए हैं। अच्छी खबर यह है कि तीनों घायल जवानों की हालत ठीक है और वे खतरे से बाहर हैं। उनका इलाज चल रहा है।
मुख्य अतिथि सांसद श्री महेश कश्यप ने स्वतंत्रता दिवस पर जिला स्तरीय समारोह में किया ध्वजारोहण
जिले में गरिमामय एवं हर्षाेल्लास के साथ मनाया गया आजादी का महापर्व
रायपुर, 15 अगस्त 2025
आजादी के महापर्व 79वें स्वतंत्रता दिवस को बीजापुर जिले में गरिमामय एवं हर्षाेल्लास के साथ मनाया गया। जिला स्तरीय मुख्य कार्यक्रम बीजापुर के मिनी स्टैडियम में मुख्य अतिथि बस्तर सांसद श्री महेश कश्यप ने ध्वजारोहण कर परेड की सलामी ली। मुख्य कार्यक्रम में मुख्य अतिथ द्वारा माननीय मुख्यमंत्री जी का जनता के नाम संदेश का वाचन किया गया, तत्पश्चात हर्ष के प्रतीक रंगबिरंगे गुब्बारे आसमान में छोड़े गए।
समारोह स्थल में उपस्थित नक्सली उन्मूलन अभियान में शहीद हुए जवानों के परिजनों को मुख्य अतिथि द्वारा शॉल और श्रीफल भेंटकर सम्मानित किया गया।
जिले के अपने कार्य क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य का प्रदर्शन करने वाले अधिकारी-कर्मचारी को प्रशस्ति पत्र से सम्मान कर उनका उत्साहवर्धन किया गया। जिसमें पुलिस के जवान, शिक्षा, स्वास्थ्य सहित विभागीय गतिविधियों में सराहनीय योगदान देने वाले अधिकारी-कर्मचारी शामिल थे। कार्यक्रम में परेड दल एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले टीम को पुरस्कार से सम्मानित किया। जिसमें सीनियर परेड दल सीआरपीएफ को प्रथम स्थान मिला, जिला पुलिस बल पुरूष को द्वितीय एवं छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। वहीं जूनियर परेड दल में एनसीसी को प्रथम स्थान, स्काउट को द्वितीय स्थान एवं एनएसएस को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ।
इसी तरह मनमोहक सांस्कृतिक प्रस्तुति स्कूली विद्यार्थियो द्वारा की गई जिसमें मोर छत्तीसगढ़ महतारी तोला बारम्बार प्रणाम गीत हेतु छु लो आसमा को प्रथम स्थान, शिक्षा क्रांती नाट्य गीत हेतु पीएमश्री नवोदय विद्यालय बीजापुर को द्वितीय स्थान एवं ओ माई तेरी मिट्टी बुलाएं गीत के सुंदर प्रस्तुति के लिए डीएव्ही मांझीगुड़ा को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। सभी विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कार एवं सम्मान के साथ मुख्यअतिथि सांसद बस्तर श्री महेश कश्यप, कलेक्टर श्री संबित मिश्रा एवं पुलिस अधीक्षक डॉ. जितेन्द्र यादव ने सामूहिक फोटोग्राफी भी कराई। कार्यक्रम में मुख्य आकर्षण का केन्द्र रहा आत्मसमर्पित नक्सली एवं सुदूर वनांचल के विद्यार्थीगण स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम के दौरान छत्तीसगढ़ सरकार के आत्मसमर्पण नीति के तहत सैकड़ों की संख्या में आत्मसमर्पित नक्सलियो ने स्वतंत्रता दिवस का कार्यक्रम देखकर भारत की एकता और अखंडता तथा देशप्रेम के जज्बे को सलाम किया। वहीं सुदूर वनांचल में पुनः संचालित कोरचोली, तोड़का, नेण्ड्रा, एड़समेटा, करका, इतावर एवं भट्टीगुड़ा स्कूल के बच्चे स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में शामिल हुऐ।
मुख्य कार्यक्रम में क्षेत्रीय विधायक श्री विक्रम मंडावी, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती जानकी कोरसा, नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती गीता सोम पुजारी सहित जिला एवं जनपद पंचायत के जनप्रतिनिधि, नगरपालिका के पार्षदगण, डीएफओ श्री रामकृष्णा वाय, सीईओ जिला पंचायत श्रीमती नम्रता चौबे, उपनिदेशक इन्द्रावती टाईगर श्री संदीप बल्गा, अपर कलेक्टर श्री भूपेन्द्र अग्रवाल, एडिशनल एसपी श्री चन्द्रकांत गवर्ना, संयुक्त कलेक्टर श्री जागेश्वर कौशल सहित जिला एवं पुलिस प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारीगण तथा स्कूली विद्यार्थी एवं जन सामान्य उपस्थित थे।
IED ब्लास्ट में जवान घायल...
बीजापुर । जिले के नक्सल प्रभावित भैरमगढ़ इलाके में जवान नक्सलियों के लगाए आईईडी की चपेट में आ गया। घटना इंद्रावती नदी के पार पूंडरी इलाके की है।
जानकारी के अनुसार सुरक्षा बल के जवान नक्सल ऑपरेशन पर निकले थे। इसी दौरान अचानक आईईडी ब्लास्ट हो गया, जिसमें एक जवान घायल हो गया। घायल जवान को सुरक्षित निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। बीजापुर एसपी ने बताया कि, घायल जवान खतरे से बाहर है।
9 माओवादियों ने किया आत्मसमर्पण, कइयों पर था लाखों का इनाम
बीजापुर। छत्तीसगढ़ शासन और भारत सरकार की नक्सल उन्मूलन नीति, पुनर्वास योजना और नियद नेल्ला नार जैसी जन-उन्मुख पहलों के तहत बीजापुर में 9 कुख्यात माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया। आत्मसमर्पण करने वालों में कई शीर्ष स्तरीय नक्सली शामिल हैं जिन पर लाखों रुपये का इनाम घोषित था।
इन सभी ने आज दंतेवाड़ा रेंज के उप पुलिस महानिरीक्षक कमलोचन कश्यप, केरिपु सेक्टर बीजापुर के डीआईजी बी.एस. नेगी, एसपी डॉ. जितेंद्र यादव सहित विभिन्न सुरक्षा बलों के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में आत्मसमर्पण किया।
नक्सलियों की सूची व इनाम राशि:
बक्सू ओयाम – माड़ डिवीजन की कंपनी नंबर 01 का सदस्य, ₹8 लाख का इनामी, 2007 से सक्रिय
बुधराम पोटाम – प्लाटून नंबर 12 ACM, ₹5 लाख का इनामी, 2000 से सक्रिय
हिड़मा उर्फ हिरिया – प्लाटून नंबर 13 ACM, ₹5 लाख का इनामी, 2000 से सक्रिय
मंगू उइका उर्फ टोग्गी – टेक्निकल टीम सदस्य, ₹2 लाख का इनामी, 2004 से सक्रिय
रोशन कारम उर्फ सोनू – चिन्नापल्ली एरिया कमेटी पार्टी सदस्य, ₹2 लाख का इनामी, 2010 से सक्रिय
मंगलों पोड़ियाम – भैरमगढ़ एरिया कमेटी सदस्य, ₹2 लाख का इनामी, 2021 से सक्रिय
कमलू हेमला – डीएकेएमएस सदस्य, 2006 से सक्रिय
बुधराम हेमला – डीएकेएमएस सदस्य, 2014 से सक्रिय
पंडरू पूनेम उर्फ पदखूटा – भूमकाल मिलिशिया कमांडर, 1997 से सक्रिय
सुरक्षा बलों की रणनीति और सफलता
यह आत्मसमर्पण छग पुलिस की डीआरजी, जिला बल, एसटीएफ, कोबरा और केरिपु बल की संयुक्त रणनीति और लगातार दबाव का परिणाम है। अफसरों ने बताया कि आत्मसमर्पित नक्सली छत्तीसगढ़ सरकार की पुनर्वास नीति और समर्पण के बाद मुख्यधारा में लौटने के अवसरों से प्रभावित होकर आए हैं।
एसपी डॉ. जितेंद्र यादव ने कहा कि समर्पण करने वाले माओवादियों को सरकारी योजनाओं का लाभ, पुनर्वास सहायता और सुरक्षा प्रदान की जाएगी, ताकि वे समाज में सम्मानपूर्वक जीवन जी सकें।
इस आत्मसमर्पण से एक बार फिर यह स्पष्ट हुआ है कि सरकार की जनहितकारी योजनाएं और सुरक्षा बलों की रणनीति नक्सलवाद को कमजोर करने में कारगर साबित हो रही है।
पानी की जांचकर खोली आंखे, पीने के पानी की गुणवत्ता पर सजग हुए ग्रामीण
बीजापुर। धुर नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में अब विकास के साथ सामाजिक-स्वास्थ्य और अन्य क्षेत्रों में भी जागरूकता बढ़ रही है। प्रशासन इसके लिए तरह-तरह से प्रयास कर लोगों को समझाईश दे रहा है। बीजापुर जिले के भोपालपटनम एवं उसूर विकासखंडों के अंतर्गत आने वाले ग्राम बामनपुर, गुंजेपरती और नंबी में जल जीवन मिशन के तहत जल सुरक्षा और स्वच्छता को लेकर ऐसे ही एक अनोखी और प्रेरणादायक जनजागरूकता पहल की गई।
इन गांवों में “हर घर नल से जल” योजना के अंतर्गत पेयजल सुविधा तो उपलब्ध थी, फिर भी कुछ ग्रामीण परंपरागत आदतों या जानकारी के अभाव में नदी और नालों के पानी का उपयोग पीने के लिए कर रहे थे। इससे स्वास्थ्य संबंधी गंभीर समस्याओं की संभावना बनी हुई थी। जल-जीवन मिशन की समीक्षा बैठक में प्रशासन ने तय किया कि ग्रामीणों को जल की गुणवता और उससे जुड़ी स्वास्थ्य संबंधी जोखिमों के बारे में व्यावहारिक तरीके से समझाने का अभियान चलाया जाएगा। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों की देखरेख में यह अभियान प्रारंभ किया गया।
पानी की जांचकर खोली आंखे, पीने के पानी की गुणवत्ता पर सजग हुए ग्रामीण
जिला जल परीक्षण प्रयोगशाला की केमिस्ट के नेतृत्व में दल बनाकर गांवों में भेजा गया। वहाँ पहुँचकर उन्होंने सरपंच, सचिव, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानिन और ग्रामवासियों की उपस्थिति में नदी नाले के जल और नल से प्राप्त जल का परीक्षण करके अंतर को सबके सामने प्रस्तुत किया। जब ग्रामीणों ने स्वयं देखा कि नदी नाला के जल में हानिकारक तत्व उपस्थित हैं जबकि घर में लगे नल का जल साफ और सुरक्षित है, तो उन्होंने भविष्य में पीने के लिए केवल सुरक्षित नल के जल का उपयोग करने का वादा किया। इस पहल को स्थानीय लोगों ने सराहा और इसे आँखें खोलने वाला अनुभव बताया।
यह पहल इस बात का प्रत्यक्ष प्रमाण है कि यदि जानकारी और वैज्ञानिक दृष्टिकोण से जनसामान्य को समझाया जाए, तो वे सकारात्मक बदलाव के लिए तत्पर रहते हैं। यह अभियान जल जीवन मिशन के उद्देश्यों की प्राप्ति की दिशा में एक प्रभावशाली कदम साबित हुआ है। बामनपुर, गुंजेपरती और नंबी जैसे गांव अब केवल जल उपलब्धता में आत्मनिर्भर नहीं हैं, बल्कि जल की गुणवत्ता को लेकर भी सजग हुए हैं।
बीजापुर में CRPF जवान ने खुद को मारी गोली, जांच में जुटी पुलिस...
बीजापुर । बीजापुर जिले से बुधवार सुबह एक दर्दनाक खबर सामने आई है। सीआरपीएफ की 22वीं बटालियन में तैनात जवान पप्पू यादव ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। घटना सुबह करीब 5 बजे की है, जब जवान ने अपनी सर्विस राइफल से खुद के गले में गोली मार ली, जो सिर को चीरते हुए बाहर निकल गई। जवान की मौके पर ही मौत हो गई।
बिहार से लौटकर ड्यूटी पर आया था जवान
मृतक जवान पप्पू यादव बिहार के भोजपुर जिले के ग्राम ठाकुरी, थाना चाल पोखरी का निवासी था। वह एक दिन पहले ही, 29 जुलाई को छुट्टी से लौटकर ड्यूटी पर आया था। फिलहाल आत्महत्या के पीछे का कारण साफ नहीं है। जवान के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।
पुलिस ने दर्ज किया मामला
घटना की सूचना मिलते ही नैमेड़ थाना पुलिस मौके पर पहुंची और मामला दर्ज कर लिया गया है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। सीआरपीएफ और पुलिस अधिकारी मामले की जांच में जुटे हुए हैं।
गार्ड ऑफ ऑनर के बाद शव भेजा जाएगा गांव
पोस्टमार्टम के बाद शहीद जवान को गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा और फिर शव को भोजपुर (बिहार) स्थित उसके पैतृक गांव भेजा जाएगा।
बटालियन में मातम
इस घटना से बटालियन में शोक का माहौल है। साथियों के मुताबिक, पप्पू यादव कर्तव्यनिष्ठ और अनुशासित जवान था, इसलिए यह कदम चौंकाने वाला है। जवान की आत्महत्या ने सीआरपीएफ में मानसिक स्वास्थ्य और तनाव प्रबंधन जैसे गंभीर विषयों पर फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस और बटालियन प्रशासन आत्महत्या की वजह तलाशने में जुटे हैं।
मुकेश चंद्राकर हत्याकांड: PWD के 5 अधिकारी गिरफ्तार, 2 रिटायर्ड EE भी शामिल
बीजापुर। पत्रकार मुकेश चंद्राकर हत्याकांड में बीजापुर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए लोक निर्माण विभाग (PWD) के पांच अधिकारियों को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि ये सभी गंगालूर-मिरतुल सड़क निर्माण में भारी भ्रष्टाचार में लिप्त थे, जिसकी खबर पत्रकार चंद्राकर ने उजागर की थी।
ये हैं गिरफ्तार अफसर
डीआर साहू – सेवानिवृत्त कार्यपालन अभियंता (EE)
वीके चौहान – सेवानिवृत्त अभियंता
एचएन पात्र – वर्तमान EE
प्रमोद सिंह कंवर – एसडीओ, बीजापुर
संतोष दास – उप अभियंता
ASP चंद्रकांत गवर्ना ने इन गिरफ्तारियों की पुष्टि की है। सभी अधिकारियों को दो दिन की रिमांड पर लेकर गहन पूछताछ की जा रही है।
पत्रकार ने खोली थी भ्रष्टाचार की पोल
पत्रकार मुकेश चंद्राकर ने PWD द्वारा बनाई जा रही गंगालूर-मिरतुल सड़क में घोटाले का खुलासा किया था। इसके कुछ ही दिन बाद 1 जनवरी को वे लापता हो गए। परिजनों ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। 3 जनवरी को उनका शव एक ठेकेदार के सेप्टिक टैंक में बरामद हुआ। इस मामले में पुलिस पहले ही तीन लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।
क्यों अहम है ये गिरफ्तारी?
चंद्राकर की हत्या को पत्रकारिता पर हमला और भ्रष्टाचार छिपाने की साजिश के तौर पर देखा जा रहा है। यह पहली बार है जब मामले में सरकारी अफसरों की संलिप्तता सामने आई है।
अधिकारियों की गिरफ्तारी से यह भी स्पष्ट हुआ है कि सड़क निर्माण घोटाले में उच्च स्तर तक मिलीभगत थी।
आगे की कार्रवाई
पुलिस ने संकेत दिए हैं कि इस मामले में और भी गिरफ्तारियां संभव हैं। एसआईटी जांच भी चल रही है और अब अफसरों से पूछताछ के आधार पर ठेकेदार और अन्य रसूखदारों की भूमिका की जांच तेज हो सकती है।
यह मामला छत्तीसगढ़ में पत्रकार सुरक्षा, भ्रष्टाचार पर रिपोर्टिंग और प्रशासनिक जवाबदेही से जुड़े गंभीर सवाल खड़ा करता है। पत्रकार संगठनों ने दोषियों को जल्द सजा देने की मांग की है।
बीजापुर में डीईओ की कुर्सी पर दो दावेदार, कर्मचारियों में असमंजस
बीजापुर । जिले में इन दिनों जिला शिक्षा अधिकारी की कुर्सी पर दो अधिकारी अपना दावा कर रहे हैं, दोनों स्वयं को “असली डीईओ” बता रहे हैं।
मिली जानकारी के अनुसार 10 जुलाई 2025 को जब राज्य शासन ने राजकुमार कठोते को प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी, बीजापुर के रूप में पदस्थ किया और लखनलाल धनेलिया को प्राचार्य, माकड़ी (कोंडागांव) बना दिया गया । लेकिन लखनलाल धनेलिया का कहना है कि मैंने अब तक प्रभार नहीं दिया है, और कार्यालय वैसे ही चल रहा है, जैसे पहले चलता था । उनका कहना है कि उन्होंने 23 जुलाई को हाईकोर्ट से स्टे भी ले लिया है । राजकुमार कठोते के पास शासन के आदेश होने से वे स्वयं को डीईओ बता रहे हैं। अब स्थिति ऐसी है कि एक कुर्सी के लिए दो दावेदार हैं, और दोनों कार्यालय आने-जाने लगे हैं, इससे कर्मचारियों की परेशानी बढ़ गई है, आखिर वे किसका आदेश माने। देखना दिलचस्प होगा कि अंत में डीईओ की यह कुर्सी किसे मिलती है ।
नक्सलियों की कायराना हरकत, दो ग्रामीणों की हत्या
बीजापुर। जिले के तर्रेम थाना क्षेत्र में नक्सलियों की एक बार फिर कायराना करतूत सामने आई है। मिली जानकारी के अनुसार, ग्राम छुटवाई निवासी कवासी जोगा उम्र करीब 55 वर्ष और बड़ा तर्रेम निवासी मंगलू कुरसम उम्र करीब 50 वर्ष की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई है।
यह दर्दनाक घटना 20 और 21 जुलाई की दरम्यानी रात की बताई जा रही है। 4-5 अज्ञात नक्सलियों ने धारदार हथियारों से लैस होकर दोनों ग्रामीणों की बेरहमी से हत्या कर दी। थाना तर्रेम द्वारा घटना की जांच कर रही है। विस्तृत जानकारी मिलने पर आगे की जानकारी दिए जाने की बात कही गई है।
बीते दिन बीजापुर जिले के भोपालपटनम ब्लाक के ग्राम कोण्डापडगु में आईईडी ब्लास्ट में 16 साल का एक नाबालिग गंभीर रूप से घायल हो गया था। इसके बाद घायल हालत में नाबालिग को अस्पताल में भर्ती कराया। घटना उस वक्त हुई जब कृष्णा गोटा पिता फकीर निवासी कोण्डापडगु के जंगल में मवेशी चराने गया था। नक्सलियों ने सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाने के मकसद से यहां आईईडी लगाया था।
आइये जानतें हैं छत्तीसगढ़ में कब-कब हुए नक्सली हमले-
अप्रैल 2021 को बीजापुर और सुकमा जिले के तेर्रम जंगलों में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में 22 सुरक्षाकर्मी बलिदान को प्राप्त हुए थे।
मार्च 2018 को नक्सलियों के आईईडी विस्फोट में सुकमा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के नौ जवान वीरगति को प्राप्त हुए थे।
18 फरवरी 2018 को सुकमा के भेज्जी में नक्सलियों के साथ एनकाउंटर में पुलिस के दो जवान वीरगति को प्राप्त हुए थे।
24 अप्रैल 2017 को नक्सलियों के साथ सुकमा में मुठभेड़ में सीआरपीएफ के 24 जवान बलिदान हुए थे।
12 मार्च 2017 को सुकमा में माओवादी हमले में सीआरपीएफ के 12 जवानों ने शहादत दी थी।
11 मार्च 2014 में नक्सलियों के हमले में सुकमा सुरक्षा बलों के 15 जवान वीरगति को प्राप्त हुए थे।
28 फरवरी 2014 को नक्सली हमले में दंतेवाड़ा में छह पुलिस ऑफिसर्स ने शहादत दी थी।
25 मई 2013 को सबसे बड़े नक्सली हमले में पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल, पूर्व राज्य मंत्री महेंद्र कर्मा, नेता उदयमुदलियार, योगेंद्र शर्मा सहित कांग्रेस के 25 नेता मारे गये थे।
29 जून 2010 को नारायणपुर जिले में नक्सली हमले में सीआरपीएफ के 26 जवान वीरगति को प्राप्त हुए थे।
8 मई 2010 को नक्सलियों ने बीजापुर जिले में वाहन विस्फोट सीआरपीएफ के आठ जवान वीरगति को प्राप्त हुए थे।
6 अप्रैल 2010 को नक्सलियों ने घात लगतार दंतेवाड़ा जिले में हमला किया। सीआरपीएफ के 75 जवान शहीद शहादत को प्राप्त हुए थे।
27 जुलाई 2009 को नक्सलियों ने दंतेवाड़ा जिले में बारूदी सुरंग विस्फोट किया, जिसमें छह लोगों की मौत हो गई थी।
9 जून 2025 को सुकमा में आईईडी ब्लास्ट में एएसपी आकाशराव गिरपूंजे वीरगति को प्राप्त, एसडीओपी और टीआई बुरी तरह से घायल