छत्तीसगढ़ / मुंगेली

अवैध रूप से सुखे नशे ब्राउन शुगर, चरस, गांजा का सेवन करने वाले युवाओं को परिजनों के समक्ष नशा से होने वाले दुष्प्रभाव के बारे मे किया गया जागरूक

 मुंगेली पुलिस अधीक्षक  भोजराम पटेल के द्वारा परिजनो के समक्ष अवैध सुखा नशा करने वाले युवाओं को नशा ना करने  एवं इस दलदल से निकलकर बेहतर एवं उज्जवल भविष्य का निर्माण करने की सलाह एवं समझाइश दी गई। 


              
          
मुंगेली - पुलिस अधीक्षक  भोजराम पटेल  द्वारा चलाये जा रहे अभियान ‘‘पहल’’ के तहत पुलिस अधीक्षक कार्यालय के संवाद सभाकक्ष मे कम उम्र के बच्चों तथा युवाओं का बेहतर एवं उज्जवल भविष्य का निर्माण करने हेतू व स्वास्थ्य को दृष्टिगत रखते हुये सुखा नशा जैसे ब्राउन शुगर, चरस, अफीम, नाइट्रा का सेवन करने वाले बच्चे, युवाओं को ‘‘तमसोे मा ज्योतिर्गमय’’ कार्यक्रम जिसका अर्थ:- अंधकार को छोड़कर प्रकाश की ओर जाना अर्थात् बुराई (नशा) छोड़कर अच्छाई को ग्रहण करने के उद्देश्य से ‘‘दुर्व्यवसनी आदतों को सुधार हेतू किशोर बालकों, युवाओं एवं अभिभावकों की कार्यशाला’’ आयोजित कर परिजनों के समक्ष युवाओं को नशे से होने वाले दुष्प्रभाव के बारे मे जागरूक किया गया।     
         
 मुंगेली पुलिस द्वारा चलाए जा रहे अभियान का मुल-उद्देश्य जन-साधारण को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागृत करना है बल्कि नशे के खिलाफ जन आंदोलन का रुप देना है ताकि नशे के खिलाफ हर आदमी जुड़ कर अपना योगदान दे सकें ताकि जिले मे सुखा नशा जैसे ब्राउन शुगर, चरस, गांजा, मेडिकल नशा नाइट्रा पर पूर्णत: अंकुश लगाने के लिए अवैध रूप से ब्रिकी करने वालों के विरूद्ध मुंगेली पुलिस द्वारा व्यापक कदम उठाकर नशे के विरूद्ध लगातार कार्यवाही की जा रही है। 
                      
 पुलिस अधीक्षक श्री पटेल के द्वारा नशे का सेवन करने वाले युवा पीढ़ी को परिजनो के समक्ष समझाइश दिया गया एवं अपील किया गया कि नशे का सेवन करने वाले उम्र के नाबालिग बच्चे, 25 वर्ष से कम युवा पीढ़ी जो नशा गांजा, ब्राउन शुगर, चरस, नाइट्रा सेवन कर अपनी स्वास्थ्य को खराब करते है व नशे मे लड़ाई-झगड़ा, छोटे-छोटे अपराध कर बड़े अवैध कारोबार मे संलिप्त होते है और अपनी भविष्य को खराब कर लेते है, नशे के कारण युवा पीढ़ी शिक्षा से दुर हो जाते है इसलिये बच्चो तथा युवा पीढ़ी बेहतर एवं उज्जवल भविष्य के लिये नशा से दुर रहने के लिये जागरूक किया गया साथ ही परिजनों को भी समझाइश दिया गया कि पालकोे द्वारा बच्चों की देखभाल आवश्यक है, बच्चा कब कितना समय घर आ रहा है, दोस्त उसके कैसे है ध्यान देना रात्रि मे कोई दोस्त बुलाता है नशा करता है उसके साथ नही भेजना है व अच्छे विचार वाले दोस्त बनाये, बच्चा कितना देर मोबाइल उपयोग कर रहा है, नशा करके तो नही आ रहा है, नशा नही करना है कहकर मना करना है, नशा करेंगेे तो बिमारी से ग्रसित हो जायेंगे, नशे मे अपराध लड़ाई-झगड़ा करने लगेगें, अच्छी शिक्षा के साथ अच्छे विचार विमर्श करना पालको का कर्तव्य है समझाइश दिया गया व आदत नही सुधरने पर अगर किसी पालक को लगे की बच्चा या युवा पीढ़ी ज्यादा नशे की चपेट मे है तो पुलिस से संपर्क कर स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से नशा मुक्ति केन्द्र भेजा जावेगा साथ ही नशा करने वाले युवा पीढ़ी को पुलिस अधीक्षक द्वारा सख्त हिदायत दी गई कि जिले मे अवैध सुखा नशा का व्यापार या सेवन नही होगा पुलिस टीम द्वारा अवैध नशा करने वालों पर नजर रखी जा रही है कड़ी कार्यवाही की जावेगी एवं यदि किसी भी अवैध नशा या मादक पदार्थ की तस्करी या बिक्री करने की जानकारी हो तो तत्काल इसकी सूचना पुलिस को देवें। सूचना देने वालो की पहचान गोपनीय रखी जायेगी।          
            
कार्यशाला मे पुलिस अनुविभागीय अधिकारी मुंगेली  मयंक तिवारी, उप पुलिस अधीक्षक नवनीत पाटिल, निरीक्षक प्रसाद सिन्हा, उप निरी.सुशील बंछोर व पुलिस स्टाफ एवं सुखे नशा मे लिप्त युवा पीढ़ी तथा उनके परिजन उपस्थित रहें।

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