छत्तीसगढ़ / महासमुंद

एनएचएम कर्मचारियों द्वारा मंत्रियों का मुखाैटा लगाकर भीख मांगना सरकार के लिए शर्मनाक : विनोद चंद्राकर

 महासमुंद । पूर्व संसदीय सचिव छ.ग. शासन व महासमुंद के पूर्व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर ने कहा कि भाजपा ने 2023 के विधानसभा चुनाव के समय अपने घोषणा पत्र में प्रदेश के संविदा कर्मचारियों से वादा किया था कि प्रदेश में सरकार बनते ही 100 दिन के भीतर एनएचएम कर्मचारियों सहित समस्त संविदा कर्मियों का नियमितीकरण करेगी। 

आज भाजपा के उन्हीं वादों को याद दिलाते हुए पूरे प्रदेश के हजारों एनएचएम कर्मचारियों सहित महासमुंद जिले के 500 से अधिक एनएचएम स्वास्थ्य कर्मी पिछले 10 दिनों से आंदोलन कर रहे हैं।  भाजपा अपने वादे को इस कदर भूल चुकी है कि एनएचएम कर्मचारियों द्वारा स्वास्थ्य मंत्री को खून से पत्र लिखना तथा मुख्यमंत्री, वित्त मंत्री व स्वास्थ्य मंत्री का मुखाैटा लगाकर सड़कों पर भीख मांगना पड़ रहा है। यह भाजपा की साय सरकार के लिए बेहद शर्मनाक व विफलता का परिचायक है। पिछले चुनावी घोषणापत्र में मोदी की गारंटी के अंतर्गत भाजपा ने नियमितीकरण का वादा किया गया था और सरकार बनने के बाद इनके साथ भी वही किया जो बाकी वर्गों के साथ किया, वह है धोखा।

चंद्राकर ने कहा कि भाजपा ने चुनावी घोषणा पत्र में संविदा कर्मचारियों को नियमित करने की बात कहकर जीत तो हासिल कर ली। मगर सरकार बनते ही इन्हीं संविदा कर्मचारियों से दूरी बना लिया। विगत 10 दिनों से संविदा कर्मचारी एनएचएम अपनी मांगों को लेकर पूरे प्रदेश में आंदोलन कर रहे हैं। लेकिन शासन-प्रशासन कोई भी इनकी बातों को सुनने के लिए सामने नहीं आ रहा। आज आम जनता से लेकर संविदा कर्मचारी, मितानिन, आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ, शासकीय अधिकारी-कर्मचारी कल्याण संघ किसी न किसी मांग को लेकर सड़क पर उतर आई है। सरकार का ऐसा तनाशाही रवैया शायद ही कभी देखने को मिला होगा। भाजपा की साय सरकार की वादाखिलाफी व गलत नीति से हर वर्ग दुखी है। शासकीय कर्मचारियों के धरना हड़ताल से केवल सरकारी कामकाज ही प्रभावित नहीं होता अपितु जनता पर इसका सीधा प्रभाव पड़ता है। एनएचएच स्वास्थ्य कर्मचारियों के आंदोलन से स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्था चरमरा गई है। बारिश में कई प्रकार की बीमारी जन्म लेती है और ऐसे में स्वास्थ्य विभाग के एनएचएम कर्मचारियों के आंदोलन में जाने से अस्पताल में पहुँचने वाले मरीजों को परेशानी उठाना पड़ रहा है। लेकिन, भाजपा की साय सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ रहा।

चंद्राकर ने आगे कहा कि मोदी की गारंटी वाली बीजेपी सरकार अब पूरी तरह फेल हो चुकी है। यह सरकार कुछ नहीं कर पा रही। आम जनता से लेकर शासकीय नियमित व संवदिा कर्मचारी सहित हर वर्ग सरकार के गलत नीतियों के खिलाफ खड़ी है। सरकार ने स्वास्थ्य कर्मचरियों के साथ छल किया है। भाजपा ने स्वास्थ्य संविदा कर्मचारियों को नियमित करने, हर जिले में सिम्स खोलने और हर ब्लाॅक में डायलिसिस सेवा शुरू करने की बात चुनावी घोषणा पत्र में शामिल किया था। लेकिन, सत्ता आते ही मोदी की गारंटी वाली सरकार ने आम जनता से जैसे नाता ही तोड़ लिया। यह सरकार केवल पंूजीपति अडानी, अंबानी जैसे लोगों से रिश्ता बना रखा है। पूंजीपतियों के लिए प्रदेश का जल, जंगल, जमीन को हथियाने का रास्ता खोेल दिया है।

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