ज्योति कलशों से जगमगाया मां बम्लेश्वरी देवी का दरबार
सोमेश्वर सिन्हा
डोंगरगढ़- या देवी सर्वभुतेशु शक्ति रूपेण संषिता, नमः तस्ये नमो नमः की गूंज के साथ 9 दिन तक चलने वाले क्वार नवरात्र पर्व की बुधवार को शुरुवात हुई। मां बम्लेश्वरी के दरबार में अखंड सप्तसती पाठ के साथ आचार्य पं. रघुनाथ महाराज एवं राजकुमार महाराज ने विधिवत शक्तिपीठ की पूजा एवं अष्टमी को होने वाले हवन के पाठ स्थल की स्थापना किया। सुबह 5 बजे से माता का अभिषेक पूजन व आरती के साथ कालरात्रि, छिन्दमस्ता माता एवं ग्राम देवी देवताओं की पूजा अर्चना के साथ काल भैरव के आव्हान के साथ ही आदिशक्ति की आराधना की गई। इस आयोजन में हजारों दर्शनार्थियों ने उपस्थिति दर्ज कराया।आचार्यों के मार्गदर्शन में ज्योति कलशों की स्थापना
अन्य मंदिर भी भक्तों से गुलजार बयरात्र के पहले रात्रि बजे उपर मंदिर एवं जीचे मंदिर हजारों सबका उपेति कलशों को प्रज्जवलित किया गया। पुरानी परंपरा के अनुसार दोपहर 3 बजे से ज्योति कक्षों में मंत्रोत्तर के सब पट पूजा कर ज्योति कलाओं में तेल और बाती लगाना शुरू किया गय। माता की आरती और कान भैरव के आशान के साथ मां बनलेश्वरी समिति के अध्यक्ष मनोज अग्रवाल ने मां चम्लेश्वरी की प्रथमज्योत को बैगाओं की उपस्थिति में उजवलित किया। ट्रस्ट समिति ने नीचे मन्दिर शीतला मंदिर में ज्योति की प्रज्जवलित किया। उपर मंदिर में 8500 ज्योति कलासों की स्वाधना ट्रस्टी चालू शांडिल्य एवं अन्य ट्रस्टियों की उपस्थिति में की गई।