छत्तीसगढ़ / सारंगढ़-बिलाईगढ़
छात्रों के सामने भिड़े दो शिक्षक, CCTV फुटेज आया सामने...
बिलाईगढ़ । बिलाईगढ़ क्षेत्र के शासकीय हाई स्कूल एवं पूर्व माध्यमिक शाला धारासिव में शिक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर देने वाली घटना सामने आई है। कक्षा में पढ़ाई कराने की जिम्मेदारी निभाने के बजाय दो शिक्षक आपस में ही भिड़ गए। यह पूरी घटना छात्रों के सामने हुई, जिससे बच्चे सहम गए और इधर-उधर भागने लगे। कक्षा का माहौल बिगड़ गया और पढ़ाई पूरी तरह ठप हो गई।
कैसे हुआ विवाद?
जानकारी के अनुसार, मंगलवार को हिंदी शिक्षक मनोज कश्यप कक्षा में पढ़ा रहे थे। इसी दौरान शिक्षक विनीत दुबे भी उसी कक्षा में पहुंच गए। उन्होंने मनोज कश्यप को छात्रों को पढ़ाने से मना किया और आपत्ति जताई। देखते ही देखते बात बहस से गाली-गलौच और फिर हाथापाई तक पहुंच गई।
छात्रों ने बताया कि गाली-गलौच की शुरुआत विनीत दुबे ने की थी। विवाद इतना बढ़ा कि दोनों शिक्षक आपस में हाथापाई पर उतर आए, जिसमें दोनों को चोटें भी आईं।
CCTV फुटेज आया सामने
इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो स्कूल के CCTV कैमरे में कैद हो गया है। फुटेज में साफ दिख रहा है कि दोनों शिक्षक छात्रों के सामने मारपीट कर रहे हैं। बच्चों को डर के मारे कक्षा से बाहर भागते हुए भी देखा गया।
अभिभावकों और अन्य शिक्षकों का आरोप
स्कूल के अन्य शिक्षक और अभिभावकों ने मीडिया से बातचीत में बताया कि विनीत दुबे का व्यवहार लंबे समय से विवादित रहा है। वे समय पर स्कूल नहीं पहुंचते और पहले भी सहकर्मी शिक्षकों के साथ कई बार झगड़ा कर चुके हैं।
प्रशासन का रुख
इस घटना को लेकर जब ब्लॉक शिक्षा अधिकारी (BEO) से बात की गई तो उन्होंने कहा: "यदि प्राचार्य की ओर से लिखित शिकायत प्राप्त होती है तो मामले की जांच कराई जाएगी और दोषी पाए जाने वाले शिक्षक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।"
धारासिव स्कूल की यह घटना शिक्षा के मंदिर की गरिमा को कलंकित करती है। जहां बच्चों को शिक्षा और अनुशासन का पाठ पढ़ाना था, वहीं शिक्षक खुद बच्चों के सामने गलत उदाहरण पेश कर बैठे। अब देखना होगा कि शिक्षा विभाग दोषी शिक्षकों पर कितनी सख्त कार्रवाई करता है।
कृषि अधिकारियों का आंदोलन, काली पट्टी बांधकर जताया आक्रोश
बिलाईगढ़। ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी एवं कृषि विकास अधिकारी अपनी नौ सूत्रीय मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ आंदोलन की राह पर हैं। मंगलवार को बिलाईगढ़ के वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी कार्यालय में सभी अधिकारियों ने काली पट्टी बांधकर अपना विरोध दर्ज कराया।
अधिकारियों ने कहा कि उनकी तकनीकी वेतनमान (4300 ग्रेड पे) की मांग लंबे समय से लंबित है। इसके अलावा वे मासिक स्थाई भत्ता, फिक्स टीए को 2500 रुपये करने, मोबाइल-इंटरनेट-लैपटॉप-स्टेशनरी संसाधन भत्ता सहित अन्य सुविधाएँ चाहते हैं। उनका कहना है कि ये मांगें पूरी तरह जायज हैं और सरकार को तत्काल इन्हें स्वीकार करना चाहिए।
उन्होंने चेतावनी दी कि यह आंदोलन चरणबद्ध तरीके से आगे बढ़ेगा। आगामी 15 सितंबर को विकासखंड और जिला स्तर पर तहसीलदार, एसडीएम और कलेक्टर के माध्यम से मुख्यमंत्री और कृषि मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा जाएगा।
फिलहाल काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन की शुरुआत की गई है, लेकिन अगर मांगें पूरी नहीं हुईं तो आंदोलन और उग्र हो सकता है।
सरसिंवा-सरायपाली मुख्य मार्ग बदहाल, गड्ढों से बढ़ा हादसों का खतरा
बिलाईगढ़ । सरसिंवा-सरायपाली मुख्य मार्ग इन दिनों अपनी जर्जर हालत के कारण लोगों की जान पर आफत बन गया है। सड़क पर बने बड़े-बड़े गड्ढे आए दिन दुर्घटनाओं को न्यौता दे रहे हैं। राहगीरों और वाहन चालकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन विभाग अब तक बेपरवाह नज़र आ रहा है।
यह सड़क राजधानी रायपुर सहित कई जिलों को जोड़ती है। रोजाना इस मार्ग से स्कूली बच्चे, दोपहिया और चारपहिया वाहन गुजरते हैं। हालांकि सड़क की बदहाली से हर कोई परेशान है।
कोरबा से सरायपाली जा रहे इंडियन ऑयल गैस टैंकर चालक ने बताया कि वह पिछले चार सालों से इस मार्ग से गुजर रहे हैं, लेकिन अब हालत इतनी खराब हो गई है कि गाड़ी चलाना मुश्किल हो गया है। तीन-तीन फीट गहरे गड्ढों में वाहन फंसने का खतरा लगातार बना रहता है। छोटे वाहन चालक भी बड़ी परेशानी झेल रहे हैं।
स्थानीय लोगों और जनप्रतिनिधियों का कहना है कि सरसिंवा से माता नाला तक लगभग 30 किलोमीटर का हिस्सा सबसे ज्यादा जर्जर है। इसी मार्ग पर हाल ही में हुए एक हादसे में एक व्यक्ति की जान भी चली गई।
लोगों की मांग है कि सड़क का शीघ्र मरम्मत कार्य शुरू किया जाए, ताकि दुर्घटनाओं पर रोक लग सके। अब देखना होगा कि शासन-प्रशासन इस गंभीर समस्या के समाधान के लिए क्या कदम उठाता है।
डॉ मुकुटधर पांडेय स्मृति पुरस्कार से सम्मानित हुई शिक्षिका सुनीता यादव
सारंगढ़ बिलाईगढ़। सारंगढ़- बिलाईगढ़ जिले की शिक्षिका सुनीता यादव डॉ मुकुटधर पांडेय स्मृति पुरूस्कार से प्रशस्ति पत्र, शाल, चेक से सम्मानित हुई। वे जिले की प्रथम शिक्षिका हैं जो राज्यपाल शिक्षक सम्मान और डॉ मुकुटधर पांडेय स्मृति पुरूस्कार से सम्मानित हुई हैं। बरमकेला ब्लॉक के शासकीय प्राथमिक स्कूल खिचरी की शिक्षिका सुनीता यादव को वर्ष 2025 का साहित्य के क्षेत्र में चार सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार में से एक पं मुकुटधर पांडे स्मृति अलंकरण से नवाजा गया। शिक्षा के क्षेत्र में अपनी विशेष उपलब्धियों के लिए उन्हें सम्मान प्राप्त हुआ है।
वो कार्य जिसके कारण उन्हें पुरस्कार मिला
शिक्षिका सुनीता यादव एक नवाचारी शिक्षिका के रूप में जानी जाती है। वह कक्षा के अ़ंतिम बच्चों को मुख्यधारा से जोड़ने हेतु प्रयासरत रहती है। साहित्य को शिक्षा से जोड़ कर बच्चों को अनुभव आधारित शिक्षा पर कार्य कर रही हैं। बच्चों को पोषण आहार और उत्तम स्वास्थ्य के लिए स्वयं के व्यय से बच्चों को नियमित दूध वितरण करती है। अधिक से अधिक न्योता भोजन करवा कर बच्चों के पोषण आहार पर भी शिक्षिका कार्य कर रही है। यह जिले की पहली महिला शिक्षिका है, जो राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के परिपेक्ष्य में सारंगढ़- बिलाईगढ के प्राथमिक विद्यालय में आये परिवर्तन पर शोध पत्र लिखा है।
शिक्षिका सुनीता यादव ने अन्यत्र जिला बिलासपुर में भी आदिवासी बच्चों को शासकीय प्राथमिक विद्यालय तिलकडीह में निशुल्क अध्यापन समर कैंप चला कर की है। आईसीटी पर काम करते हुये बच्चों को दीक्षा एप, स्टोरी वीवर से पढा़ती हैं।
बच्चों को सीखाने के लिए लघु फिल्म बनाकर शिक्षण देती है, जिसमें बच्चे और शिक्षिका सुनीता यादव अभिनय करते हैं। आडियो बुक, पाडकास्ट, ब्लागिंग, रिपोर्टर, रोजगार मूलक, शिक्षा स्मार्ट क्लास का संचालन कर रही है। इस उल्लेखनीय योगदान के कारण सुनीता यादव को पं मुकुटधर पांडे स्मृति अलंकरण पुरस्कार प्राप्त हुआ है।
पारिवारिक पृष्ठभूमि
शिक्षिका सुनीता यादव का जन्म सांकरा जो़ंक जिला महासमुंद के जाने माने उत्कृष्ट शिक्षक पठान नाग यादव व रुपा यादव के घर में हुआ। वे छात्र जीवन से ही मेधावी छात्रा रही हैं। उनकी प्रांरभिक शिक्षा सांकरा जो़ंक जिला महासमुंद में हुई है। स्नातक की पढ़ाई कला महाविद्यालय पिथौरा में की और स्नातकोत्तर अंग्रेजी साहित्य में पं रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर से पूर्ण किया व पं सुंदरलाल शर्मा विवि बिलासपुर से बीएड की। शिक्षिका का विवाह बरमकेला के व्यवसायी नंदकुमार यादव से हुआ। इनकी एकमात्र संतान सृजना यादव जनर्लिज्म और मास मिडिया कम्युनिकेशन की छात्रा है जो गुरु घासीदास विवि में अध्ययनरत है।
बिलाईगढ़ के सुजल ने नेशनल थाई बॉक्सिंग में झंडा गाड़ा
दूसरा स्थान हासिल कर बढ़ाया प्रदेश का मान
बिलाईगढ़ । सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के भटगांव तहसील के छोटे से गांव जुनवानी के खिलाड़ी सुजल बंजारे ने नेशनल थाई बॉक्सिंग प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन करते हुए दूसरा स्थान हासिल किया है। प्रतियोगिता का आयोजन उत्तर प्रदेश के वाराणसी में किया गया था, जिसमें छत्तीसगढ़ से लगभग 50 खिलाड़ी शामिल हुए थे।
सुजल की इस उपलब्धि ने न केवल जिले बल्कि पूरे प्रदेश का मान बढ़ाया है। उनकी सफलता पर गांव लौटने पर ग्रामीणों ने भव्य स्वागत किया और जमकर बधाई दी।
प्रेरणा और सहयोग
सुजल ने बताया कि बॉक्सिंग खेल में जाने की प्रेरणा उन्हें उनके कोच संदीप सर (दंतेवाड़ा) से मिली। निरंतर मेहनत और लगन से उन्होंने यह उपलब्धि हासिल की है।
ग्रामवासियों ने जताई खुशी
सुजल की उपलब्धि पर पूर्व जनपद पंचायत सदस्य प्रतिनिधि सहदेव सिंह सिदार, सरपंच हिलेश्वर टंडन, उप सरपंच ईश्वर खूंटे, पंच गणपत बंजारे, राजकुमार बंजारे, महेंद्र बंजारे, ओमप्रकाश बंजारे, दरस कुमार साहू, देवकुमार टंडन, शिक्षक राजकुमार टंडन, रोजगार सहायक जमुना बंजारे सहित सैकड़ों ग्रामवासियों ने हर्ष व्यक्त किया और बधाई दी।
हत्या के अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग, पीड़ित परिवार ने लगाई गुहार
सारंगढ़ । सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के सलिहा थाना क्षेत्र के कुशभाठा गांव में 16 जुलाई को जमीन विवाद को लेकर हुई हत्या मामले में पीड़ित परिवार ने पुलिस प्रशासन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है।
परिवार का कहना है कि घटना में करीब 17 लोग शामिल थे, लेकिन पुलिस ने केवल 7 आरोपियों पर ही कार्रवाई की है। परिवार ने बताया कि मारपीट में महिलाएं भी शामिल थीं, मगर अब तक एक भी महिला आरोपी के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई है।
एसपी कार्यालय में न्याय की गुहार
पीड़ित परिवार पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचा और शेष आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। परिवार ने आरोप लगाया कि गांव का माहौल अब भी अशांत है और बचे हुए आरोपी लगातार धमकियां दे रहे हैं, जिससे वे दहशत में जी रहे हैं।
जल्द कार्रवाई की मांग
पीड़ित पक्ष ने प्रशासन से अपील की है कि शेष आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए, ताकि उन्हें न्याय मिल सके और गांव में शांति बहाल हो सके।
हत्या के अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग, पीड़ित परिवार ने लगाई गुहार
सारंगढ़ । सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के सलिहा थाना क्षेत्र के कुशभाठा गांव में 16 जुलाई को जमीन विवाद को लेकर हुई हत्या मामले में पीड़ित परिवार ने पुलिस प्रशासन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है।
परिवार का कहना है कि घटना में करीब 17 लोग शामिल थे, लेकिन पुलिस ने केवल 7 आरोपियों पर ही कार्रवाई की है। परिवार ने बताया कि मारपीट में महिलाएं भी शामिल थीं, मगर अब तक एक भी महिला आरोपी के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई है।
एसपी कार्यालय में न्याय की गुहार
पीड़ित परिवार पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचा और शेष आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। परिवार ने आरोप लगाया कि गांव का माहौल अब भी अशांत है और बचे हुए आरोपी लगातार धमकियां दे रहे हैं, जिससे वे दहशत में जी रहे हैं।
जल्द कार्रवाई की मांग
पीड़ित पक्ष ने प्रशासन से अपील की है कि शेष आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए, ताकि उन्हें न्याय मिल सके और गांव में शांति बहाल हो सके।
सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले में शिशु संरक्षण माह का शुभारंभ
सारंगढ़ । जिले में शिशु स्वास्थ्य और पोषण जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से शुक्रवार को शिशु संरक्षण माह का शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ कलेक्टर डॉ. संजय कन्नौजे ने किया। इस अवसर पर उन्होंने शिशु को पूरक खुराक देकर माताओं को बच्चों की नियमित देखभाल और पौष्टिक आहार के महत्व के प्रति जागरूक किया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एफ.आर. निराला ने बताया कि जिले के सभी सीएचसी, पीएचसी और सब-सेंटरों में विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसमें शिशुओं को विटामिन-ए की खुराक, सिरप, टीकाकरण के साथ ही पोषण आहार की जांच और पूरक आहार देने का आह्वान किया गया है।
कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य मितानिनों और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को भी जोड़ा गया है ताकि वे घर-घर जाकर माताओं को जागरूक करें और उन्हें नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों तक शिशु को लाने के लिए प्रेरित करें।
शिशु संरक्षण माह 29 अगस्त से 30 सितंबर तक चलेगा, जिसके दौरान जिलेभर में शिशु संरक्षण और पोषण पर केंद्रित विभिन्न गतिविधियाँ आयोजित की जाएंगी।
सारंगढ़ में पहला और चौथा बुधवार को होगा शिशु और नेत्र रोग का इलाज
प्रत्येक बुधवार को मेडिकल और दिव्यांग बोर्ड का आयोजन यथावत जारी
सारंगढ़ बिलाईगढ़ । जिला अस्पताल सारंगढ़ में प्रत्येक बुधवार को सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक मेडिकल और दिव्यांग बोर्ड का आयोजन किया जा रहा है। इसी सिलसिले में प्रत्येक माह में पहला और चौथा बुधवार को बच्चों के शिशु रोग और आंखों के नेत्र रोग का दिव्यांगता प्रमाण पत्र बनाया जाता है। विगत 27 अगस्त बुधवार को आयोजित मेडिकल बोर्ड में 10 व्यक्तियों का सामान्य जांच और दिव्यांगों के चेकअप में 16 दिव्यांग प्रमाण पत्र (यूडीआईडी) के लिए चयनित हुए हैं।
पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति हेतु नवीनीकरण और नवीन आवेदन 31 तक
सारंगढ़ बिलाईगढ़ । पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति अंतर्गत शासकीय संस्थाओं तथा अशासकीय संस्थाओं को नवीन आवेदन और नवीनीकरण का आवेदन 31 अगस्त तक जमा किया जाना है, जिसका संभावित भुगतान तिथि 10 सितम्बर 2025 निर्धारित है। आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग द्वारा अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना अंतर्गत अध्ययनरत विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति को उच्च शिक्षा प्राप्त करने हेतु वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है। जिसके अंतर्गत विद्यार्थियों द्वारा विभागीय पोर्टल पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप डॉट सीजी डॉट एनआईसी डॉट इन https://postmatric-scholarship.cg.nic.in में ऑनलाईन आवेदन किया जाता है।
शासकीय ओपन यूनिवर्सिटी में एडमिशन के लिए 31 तक आवेदन
सारंगढ़ बिलाईगढ़ । छत्तीसगढ़ की शासकीय एकमात्र मुक्त विश्वविद्यालय पंडित सुंदरलाल शर्मा ओपन यूनिवर्सिटी बिलासपुर है। युवा जो बारहवीं पढ़ाई के बाद नियमित कॉलेज नहीं जा सकते। ससुराल, निजी या सरकारी नौकरी के व्यस्त जिंदगी में अपनी अधूरी पढ़ाई को पंडित सुंदरलाल शर्मा ओपन यूनिवर्सिटी बिलासपुर के माध्यम से पूरा कर सकते हैं, जिनके विभिन्न कोर्स में एडमिशन के लिए 31 अगस्त 2025 तक आवेदन आमंत्रित हैं। शासकीय कर्मी विभाग से अनुमति लेकर पढ़ सकते हैं। सभी सरकारी विभाग द्वारा सामान्य रूप से सभी परीक्षा में शामिल होने की अनुमति अनिवार्य रूप से दी जाती है।विश्वविद्यालय ने निर्देश दिए हैं कि जिन विद्यार्थियों के प्रथम, द्वितीय, तृतीय वर्ष सेमेस्टर के परीक्षा परिणाम घोषित नहीं किए गए हैं, वे भी अगली कक्षा में प्रवेश के लिए फॉर्म भरें। विश्वविद्यालय के पुराने छात्र पूर्व में पंजीकृत मोबाइल नंबर से ही लॉगिन करें, तथा नामांकन नंबर के माध्यम से पाठ्यक्रम को जोड़ें। पूर्व पंजीकृत मोबाइल नंबर पुराना आवेदन पत्र विश्वविद्यालय बिलासपुर के कार्यालय से प्राप्त किया जा सकता है।
कोर्स और फीस
बारहवीं उत्तीर्ण के बाद 3 वर्षीय कोर्स में बीए कला स्नातक का वार्षिक फीस रू 4300, बीबीए बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में स्नातक का वार्षिक फीस रू 6700, बीकॉम वाणिज्य स्नातक वार्षिक फीस रू 5450 और बीएससी बैचलर ऑफ साइंस (गणित) का वार्षिक फीस रू 5700 निर्धारित है। इसी प्रकार बारहवीं के बाद 1 वर्षीय कोर्स में विज्ञान के माध्यम से समाज कल्याण पर रामचरित मानस में डिप्लोमा का वार्षिक फीस रू 3200, 2 वर्षीय कोर्स में डीएलएड का वार्षिक फीस रू 10,300 और डीसीए कंप्यूटर अनुप्रयोग में डिप्लोमा का वार्षिक फीस रू 8700 निर्धारित है। वाणिज्य स्नातक (बीकॉम) उत्तीर्ण युवाओं के लिए सीजीएसटी में 6 माह कोर्स के लिए फीस रू 5600 है।
स्नातक उत्तीर्ण अभ्यर्थी के लिए 1 वर्षीय कोर्स में योग विज्ञान में डिप्लोमा का वार्षिक फीस रू 8200, पुस्तकालय और सूचना विज्ञान (बिलीब) का वार्षिक फीस रू 11200 है। संस्कृत, समाजशास्त्र, राजनीति विज्ञान, अंग्रेजी, हिंदी, छत्तीसगढ़ी में स्नातकोतर (मास्टर ऑफ आर्ट्स) में 2 वर्षीय कोर्स के लिए वार्षिक फीस रू 7200 है। गणित में एमएससी और कॉमर्स में एमकॉम स्नातकोत्तर कोर्स के लिए वार्षिक फीस रू 7700 है।सामाजिक कार्य (एमएसडब्ल्यू) में स्नातकोत्तर का वार्षिक फीस रू 11350 है। कंप्यूटर एप्लीकेशन में (पीजीडीसीए) स्नातकोत्तर और एमएससी कंप्यूटर साइंस का वार्षिक फीस रू 10000 है। व्यवसाय प्रबंधन में स्नातकोत्तर (एमबीए) कोर्स के लिए वार्षिक फीस रू 19600 है। बैचलर ऑफ एजुकेशन (बीएड) कोर्स के लिए वार्षिक फीस रू 27800 है।
रंग लाया किसानों का संघर्ष: 24 साल बाद मिला डूबी जमीन का मुआवज़ा
बिलाईगढ़। ग्राम मलुहा, तहसील बिलाईगढ़ के भूधारक किसानों को आखिरकार 24 वर्षों से लंबित मुआवज़ा मिल गया। यह उपलब्धि किसानों के लगातार संघर्ष और भीम रेजिमेंट छत्तीसगढ़ द्वारा 6 अगस्त से इंदिरा मार्केट बिलाईगढ़ परिसर में शुरू किए गए अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन का नतीजा है।
प्रदेश सचिव मनीष चेलक ने बताया कि इस आंदोलन में कई मुश्किल दौर आए, जब उन्हें अकेलेपन का सामना करना पड़ा, लेकिन धैर्य और दृढ़ संकल्प के चलते किसानों का हक दिलाने की राह मिली।
उन्होंने कहा – “हमारे लंबे संघर्ष और सच्ची लड़ाई ने आखिरकार परिणाम दिया। यह केवल कागज़ी जीत नहीं, बल्कि न्याय और अधिकार की वास्तविक पहचान है।”
किसानों को मिली राहत
लंबे इंतज़ार के बाद मुआवज़ा मिलने से किसानों में खुशी और राहत का माहौल है। यह आंदोलन इस बात का सबूत बन गया कि सत्य और न्याय के लिए उठी आवाज़ कभी अनसुनी नहीं रहती।
यह जीत सिर्फ मुआवज़े तक सीमित नहीं है, बल्कि इसे ग्रामीणों ने न्याय और अधिकार की नई शुरुआत के रूप में देखा है।
भालू का शिकार कर मांस खाने वाले दो गिरफ्तार, तालाब में मिला सिर और खाल
सारंगढ़ । बरमकेला वन परिक्षेत्र के छिछपानी 942 पीएफ नंबर से वन्यजीव शिकार का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहाँ दो आरोपियों ने भालू का शिकार कर उसका मांस खाया, और सिर व खाल को तालाब में फेंक दिया। कटे हुए सिर और खाल तालाब में तैरते मिले, जिससे मामला उजागर हुआ।
सूत्रों के अनुसार, वन विभाग शुरू में मामले को दबाने की कोशिश कर रहा था, लेकिन सोशल मीडिया पर तस्वीरें वायरल होने के बाद मामला मीडिया तक पहुँचा। इसके बाद विभाग ने कपरतुंगा गाँव के दो आरोपियों जुगलाल सिदार और ज्योतिराम सिदार को गिरफ्तार किया। घटना 13 अगस्त की रात की बताई जा रही है।
गौरतलब है कि बीते कुछ महीनों में प्रदेश में बाघ, तेंदुआ और अब भालू के शिकार जैसी घटनाएँ लगातार सामने आ रही हैं। फिलहाल दोनों आरोपियों पर कार्रवाई जारी है, लेकिन माना जा रहा है कि इस शिकार में और लोग भी शामिल हो सकते हैं।
मुख्यमंत्री सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले को देंगे 186 करोड़ के विकास एवं निर्माण कार्यों की सौगात
सारंगढ़ में निर्मित 33/11 केव्ही उपकेन्द्र का होगा लोकार्पण
रायपुर । मुख्यमंत्री विष्णु देव साय 11 अगस्त सोमवार को सारंगढ़ के शासकीय महाविद्यालय मैदान में आयोजित कार्यक्रम में सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले को 186 करोड़ रूपए के विकास एवं निर्माण कार्यो की सौगात देंगे, जिसमें 90 करोड़ की लागत वाले कार्यों का भूमिपूजन तथा 96 करोड़ की लागत से हुए विकास एवं निर्माण कार्यों का लोकार्पण शामिल है।
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री द्वय अरूण साव, विजय शर्मा, मंत्री केदार कश्यप, ओपी चौधरी, टंकराम वर्मा, सांसद रायगढ़ राधेश्याम राठिया, सांसद जांजगीर-चांपा श्रीमती कमलेश जांगड़े, सांसद राज्यसभा देवेन्द्र प्रताप सिंह, विधायक सारंगढ़ श्रीमती उत्तरी गणपत जांगड़े, विधायक बिलाईगढ़ श्रीमती कविता प्राण लहरे, जिला पंचायत अध्यक्ष संजय भूषण पाण्डेय, उपाध्यक्ष जिला पंचायत अजय जवाहर नायक विशिष्ट अतिथि होंगे।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय सारंगढ़ कलेक्टोरेट परिसर में 1.85 करोड़ रूपए की लागत से निर्मित 33/11 केव्ही विद्युत उपकेन्द्र, 13.51 करोड़ की लागत से निर्मित चन्द्रपुर सरिया कंचनपुर सड़क मार्ग, 17.48 करोड़ की लागत से बरमकेला से कटंगीपाली सड़क उन्नयन, सारंगढ़ अंचल के 22 ग्रामों में 14.55 करोड़ की लागत से निर्मित कार्यों, 23.92 करोड़ की लागत से बरमकेला के 33 गांव तथा 23.16 करोड़ की लागत से बिलाईगढ़ क्षेत्र के 15 गांवों में जल जीवन मिशन के अंतर्गत निर्मित कार्यों का लोकार्पण करेंगे।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय जिला चिकित्सा सारंगढ़ में 41.64 लाख रूपए की राशि से निर्मित होने वाले 20 बिस्तर वाले अतिरिक्त वार्ड, प्रतीक्षा कक्ष एवं दवा वितरण कक्ष निर्माण का भूमिपूजन करेंगे। मुख्यमंत्री इस अवसर पर जिला खनिज न्यास संस्थान मद से 4.73 करोड़ की लागत वाले 48 निर्माण कार्यों सहित 7.12 करोड़ की लागत से बनने वाली बोरिदा से ठेंगागुड़ी तोरा सड़क, 5.70 करोड़ की लागत वाली नवघट्टा से पीहरा सड़क, 3 करोड़ की लागत वाली दुलुमपुर से गोबरसिंघा सड़क, 3.63 करोड़ की लागत से बनने वाली बोंदा से नवघट्टा सड़क, 9 करोड़ की लागत वाली सांकरा से राबो सड़क, 3.15 करोड़ की लागत वाली बोंदा से भीखमपुरा सड़क, 3.42 करोड़ की लागत वाली रैबो से आमाबोराई सड़क, 2.38 करोड़ की लागत वाली सारंगढ़ मेनरोड से डूमरसिंघा सड़क, 4.66 करोड़ से बरमकेला में निर्मित होने वाले महाविद्यालय भवन, 74.59 लाख की लागत से निर्मित होने वाले जिला पशुधन कार्यालय भवन, 1.20 करोड़ की लागत से उपजेल सारंगढ़ में 2 मंजिला बैरक निर्माण, 1.59 करोड़ की लागत से सारंगढ़ में गोदाम निर्माण, 19.30 करोड़ की लागत से निर्मित होने वाली हसौद सरसींवा सराईपाली सड़क निर्माण, 5.73 करोड़ की लागत वाले कोसमुण्डा पहुंचमार्ग, 2.07 करोड़ की लागत वाले तौलीडीह साल्हेओना मार्ग तथा 89.14 लाख रूपए की लागत वाले खपरापाली से लांधिया पहुंचमार्ग का भूमिपूजन करेंगे।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ग्राम गौरवपथ योजना अंतर्गत 67.98 लाख रूपए की लागत से धरसा रोड में सहीस मोहल्ला से गौठान तक सीसी रोड एवं नाली निर्माण, 1.02 करोड़ की लागत से हाईस्कूल से गुड़ीपारा तक सीसी सड़क एवं नाली निर्माण, 68.35 लाख रूपए की लागत से मेनरोड से दूध डेयरी तक सीसी सड़क एवं नाली निर्माण, 48.34 लाख रूपए की लागत से पोरथधाम तक सीसी सड़क सह नाली निर्माण कार्य की आधारशीला रखेंगे। मुख्यमंत्री इस मौके पर मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना अंतर्गत 3.55 करोड़ की लागत से बांजीपाली से केनाभाठा तक सड़क, 1.17 करोड़ रूपए की लागत से कलमा बैराज से बरगांव सड़क निर्माण कार्य तथा पीएमश्री योजनातंर्गत 1.47 करोड़ रूपए की लागत से सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले के विभिन्न स्कूलों में अतिरिक्त कक्षों, बोरवेल और वाटर हार्वेस्टिंग कार्यों का भी भूमिपूजन करेंगे।
मुआवजे की मांग ले कर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे मलुहा के किसान
बिलाईगढ़ । अपर सोनिया जलाशय के डुबान क्षेत्र में भूमि जाने के बाद पिछले 24 वर्षों से मुआवजे की प्रतीक्षा कर रहे मलुहा के 6 किसान एक बार फिर अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन पर बैठ गए हैं। यह धरना बिलाईगढ़ नगर पंचायत के इंदिरा मार्केट में भीम रेजिमेंट के नेतृत्व में शुरू हुआ।
किसानों का कहना है कि वे मुख्यमंत्री से लेकर कलेक्टर, एसडीएम और तहसीलदार तक सैकड़ों आवेदन दे चुके हैं, लेकिन हर बार उन्हें केवल आश्वासन और “तारीख पर तारीख” ही मिली। मुआवजा न मिलने पर उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार किसानों के हक के दावों के बावजूद जमीनी स्तर पर न्याय नहीं दे रही है।
किसान मनीष चेलक ने साफ कहा, “जब तक हमें मुआवजा नहीं मिलेगा, हम धरने से नहीं उठेंगे।” प्रदर्शन के पहले दिन स्थानीय प्रशासन मौके पर पहुँचा और एक बार फिर आश्वासन दिया, लेकिन किसान अब आश्वासन से आगे ठोस कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
बहरहाल, अब निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि क्या 24 साल से लंबित यह मुआवजा मामला इस बार किसानों को उनका हक दिला पाएगा या फिर यह धरना भी केवल वादों तक सिमटकर रह जाएगा।
पार्षद के वाहन की टक्कर से मासूम की मौत, परिजनों ने लगाए गंभीर आरोप
बिलाईगढ़ । बिलाईगढ़ नगर पंचायत के पार्षद धनीराम देवांगन एक सड़क दुर्घटना के मामले में विवादों में घिर गए हैं। आरोप है कि उनके वाहन की टक्कर से एक नाबालिग बच्ची की मौत हो गई। बच्ची को तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
दुर्घटना के बाद पीड़ित परिजनों ने मीडिया के सामने आकर पार्षद पर गंभीर लापरवाही और राजनीतिक प्रभाव के दुरुपयोग के आरोप लगाए। परिजनों का कहना है कि हादसे के बाद पार्षद ने बच्ची को अस्पताल पहुंचाने के बजाय खुद को बचाने की कोशिश शुरू कर दी। उनके सहयोगी इलाज के नाम पर तरह-तरह के बहाने बनाते रहे और मौके की गंभीरता को नजरअंदाज किया गया।
पीड़ित परिवार ने यह भी आरोप लगाया कि जब बच्ची की मौत की पुष्टि हो गई, तो पार्षद पक्ष की ओर से समझौते के लिए पैसों का लालच भी दिया गया। परिजनों ने साफ तौर पर कहा कि मामला रफा-दफा करने की कोशिश की जा रही थी।
घटना में शामिल वाहन को पुलिस थाने लाया गया है, लेकिन अब तक आरोपी पार्षद की गिरफ्तारी नहीं हुई है, जिससे स्थानीय लोगों में आक्रोश व्याप्त है।
वहीं पुलिस का कहना है कि मामले की जांच जारी है और जल्द ही आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। बच्ची के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है और पुलिस ने आगे की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
फोर लेन निर्माण पर विरोध तेज, सरसिंवा-भटगांव में बायपास की उठी मांग
नागरिकों ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन, अनदेखी पर होगा नगर बंद और आंदोलन
बिलाईगढ़ । कुम्हारी से सारंगढ़ तक प्रस्तावित राष्ट्रीय राजमार्ग 130-B के तहत फोर लेन सड़क निर्माण को लेकर सरसिंवा और भटगांव नगर में स्थानीय नागरिकों और व्यापारियों ने विरोध जताया है। उनका कहना है कि प्रस्तावित सड़क नगर के बीचोंबीच निकलने से हजारों लोगों का जीवन और कारोबार प्रभावित होगा।
सरसिंवा में ज्ञापन, भटगांव में हस्ताक्षर अभियान
सरसिंवा नगर पंचायत के नागरिकों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर बायपास मार्ग की मांग की। ज्ञापन में बताया गया कि नगर के मुख्य मार्ग पर करीब 150 मकान और 150 से अधिक दुकानें हैं। यदि फोर लेन निर्माण इसी मार्ग से होता है तो लोगों को उजड़ना पड़ेगा और स्थानीय व्यापार पूरी तरह चौपट हो जाएगा।
इसी मांग को लेकर भटगांव में भी नागरिकों ने हस्ताक्षर अभियान शुरू किया है। लोगों ने स्पष्ट कहा कि फोर लेन सड़क नगर के बाहर से निकाली जाए, ताकि जन-जीवन और कारोबार प्रभावित न हो।
आंदोलन की चेतावनी
सरसिंवा और भटगांव के नागरिकों ने शासन-प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों पर जल्द कार्रवाई नहीं की गई, तो नगर बंद और लोकतांत्रिक प्रदर्शन जैसे कदम उठाए जाएंगे।
प्रशासन के लिए अग्निपरीक्षा
स्थानीय प्रशासन अब दोराहे पर खड़ा है—या तो जनभावनाओं का सम्मान करते हुए बायपास का विकल्प तैयार करे, या फिर बढ़ते जनआक्रोश का सामना करने को तैयार रहे।
अब देखना यह होगा कि सरकार और प्रशासन इस संवेदनशील मुद्दे पर कैसे प्रतिक्रिया देती है, या लोगों को एक बड़े जन आंदोलन की ओर कदम बढ़ाना पड़ेगा।